सोनीपत में बीपीएल परिवारों ने मुख्यमंत्री आवास योजना में नाम शामिल करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। सोमवार को पार्षद संजय बड़वासनियां के नेतृत्व में लघु सचिवालय में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ग्रामीणों और पार्षद संजय बड़वासनियां ने मांग की है कि योजना पोर्टल को पुनः खोला जाए ताकि वंचित बीपीएल परिवारों का नाम शामिल किया जा सके। सभी पात्र परिवारों को योजना का फायदा दिया जाए और अलॉटमेंट में पारदर्शिता सुनिश्चित हो। इसके अलावा, सरपंच द्वारा पक्षपातपूर्ण आवंटन की जांच हो। गांव में 200 से अधिक लोग वंचित प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने यह भी बताया कि उनके पास वर्तमान में छोटे व जर्जर मकान हैं, जिसके कारण वे बेहतर आवास के लिए इस योजना पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो विरोध प्रदर्शन तेज किया जाएगा। मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बीपीएल परिवारों को 100-100 गज के प्लॉट आवंटित करने की घोषणा की गई थी। लेकिन गांव में 200 से अधिक बीपीएल परिवार होने के बावजूद यह लाभ कुछ ही परिवारों तक सीमित रहा। बड़ी संख्या में पात्र परिवार योजना से वंचित रह गए हैं। भाजपा पर लगाया आरोप सरकार पर आरोप लगाते हुए पार्षद ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है और गरीबों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। इस व्यवहार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गरीब परिवार एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे। पार्षद संजय बड़वासनियां ने सरकार व प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए मांग की कि गांव के बीपीएल परिवार बहुत छोटे व जर्जर मकानों में रह रहे हैं, जिनका क्षेत्रफल मात्र 30-30 गज है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि योजना के तहत भूखंड आवंटन में पारदर्शिता का अभाव है तथा सरपंच ने अपने चहेतों को प्राथमिकता दी है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से निष्पक्ष जांच कर पात्र परिवारों को लाभ दिलाने की मांग की। पार्षद बड़वासनियां ने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचना चाहिए, अन्यथा यह केवल कागजों तक ही सीमित रह जाएगा। सोनीपत में बीपीएल परिवारों ने मुख्यमंत्री आवास योजना में नाम शामिल करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। सोमवार को पार्षद संजय बड़वासनियां के नेतृत्व में लघु सचिवालय में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम ज्ञापन सौंपा गया। ग्रामीणों और पार्षद संजय बड़वासनियां ने मांग की है कि योजना पोर्टल को पुनः खोला जाए ताकि वंचित बीपीएल परिवारों का नाम शामिल किया जा सके। सभी पात्र परिवारों को योजना का फायदा दिया जाए और अलॉटमेंट में पारदर्शिता सुनिश्चित हो। इसके अलावा, सरपंच द्वारा पक्षपातपूर्ण आवंटन की जांच हो। गांव में 200 से अधिक लोग वंचित प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने यह भी बताया कि उनके पास वर्तमान में छोटे व जर्जर मकान हैं, जिसके कारण वे बेहतर आवास के लिए इस योजना पर निर्भर हैं। उन्होंने कहा है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो विरोध प्रदर्शन तेज किया जाएगा। मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बीपीएल परिवारों को 100-100 गज के प्लॉट आवंटित करने की घोषणा की गई थी। लेकिन गांव में 200 से अधिक बीपीएल परिवार होने के बावजूद यह लाभ कुछ ही परिवारों तक सीमित रहा। बड़ी संख्या में पात्र परिवार योजना से वंचित रह गए हैं। भाजपा पर लगाया आरोप सरकार पर आरोप लगाते हुए पार्षद ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ दिखावा कर रही है और गरीबों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। इस व्यवहार को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गरीब परिवार एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई लड़ेंगे। पार्षद संजय बड़वासनियां ने सरकार व प्रशासन पर नाराजगी जताते हुए मांग की कि गांव के बीपीएल परिवार बहुत छोटे व जर्जर मकानों में रह रहे हैं, जिनका क्षेत्रफल मात्र 30-30 गज है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि योजना के तहत भूखंड आवंटन में पारदर्शिता का अभाव है तथा सरपंच ने अपने चहेतों को प्राथमिकता दी है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से निष्पक्ष जांच कर पात्र परिवारों को लाभ दिलाने की मांग की। पार्षद बड़वासनियां ने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ जरूरतमंदों तक पहुंचना चाहिए, अन्यथा यह केवल कागजों तक ही सीमित रह जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फरीदाबाद की फैक्ट्री में आधी रात आग लगी:कर्मचारियों ने बाहर भागकर जान बचाई; गैस सिलेंडर भी निकाले वर्ना कई ब्लास्ट होते
फरीदाबाद की फैक्ट्री में आधी रात आग लगी:कर्मचारियों ने बाहर भागकर जान बचाई; गैस सिलेंडर भी निकाले वर्ना कई ब्लास्ट होते हरियाणा के फरीदाबाद में मंगलवार देर रात एक फैक्ट्री में आग लग गई। उस वक्त अंदर 3 कर्मचारी थे। आग लगने के बाद धुआं देखते ही उन्होंने फैक्ट्री से दौड़कर जान बचाई। इस दौरान फैक्ट्री में रखे गैस सिलेंडर भी तुरंत बाहर निकाले गए, अन्यथा फैक्ट्री में धमाके भी हो सकते थे। आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड बुलाई गई। फिर फायर ब्रिगेड की 10 गाड़ियों ने 4 घंटे की मशक्कत से आग पर काबू पाया। आग लगने से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन लाखों रुपए की गजक और नमकीन जल गई। अभी आग लगने के कारणों का भी पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ज्वलनशील पदार्थ से भड़की आग
दरअसल, गांव तिलपत में मुरैना नमकीन-गजक के नाम से फैक्ट्री खुली हुई है। जिसमें भारी मात्रा में कई प्रकार की गजक और नमकीन बनाए जाते है। कर्मचारियों ने बताया कि मंगलवार की देर रात करीब 10 बजे अचानक से फैक्ट्री के एक हिस्से में आग लग गई। कुछ ही देर बाद आग तेजी के साथ फैक्ट्री में फैल गई। घटना के समय फैक्ट्री में 2 से 3 कर्मचारी ही थे। जैसे ही कर्मचारियों को आग लगने का पता चला तो वे तुरंत बाहर की तरफ भागे। फैक्ट्री के अंदर ज्वलनशील पदार्थ रखा हुआ था। जब वह आग की चपेट में आया तो लपटें बढ़ गईं। आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। कर्मचारियों ने तुरंत घटना की सूचना फैक्ट्री मालिक और फायर ब्रिगेड को दी। लगातार 10 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां पहुंची
आग की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई। आग इतनी ज्यादा थी कि फायर बिग्रेड की एक के बाद एक गाड़ी खाली होती चली गई। मौके पर 10 गाड़ियां आईं। कर्मचारियों ने फैक्ट्री के अंदर रखे 2 गैस सिलेंडर तुरंत बाहर निकाले, जिससे ब्लास्ट होने से बच गया। अगर सिलेंडर आग की चपेट में आ जाते तो आसपास की बिल्डिंगों को भी नुकसान हो सकता था। कर्मचारियों ने आग बुझने के बाद चेक किया कि कोई फैक्ट्री का कर्मचारी अंदर तो नहीं फंसा था, लेकिन अंदर कोई नहीं मिला। लाखों का सामान जला
फैक्ट्री में आग लगने के लाखों रुपए का सामान जल गया। इसमें दुकानों पर सप्लाई के लिए रखा गया तैयार माल भी शामिल है। अभी पूरे नुकसान का आंकड़ा नहीं पता चल पाया है। पल्ला थाना क्षेत्र प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि अभी मामले की जांच की जा रही है। आग लगने के कारणों को अभी पता नही चला है। ************************ ये खबर भी पढ़ें :- जालंधर में लेदर फैक्ट्री में लगी आग:स्पोर्ट्स आइटम जलकर राख पंजाब के जालंधर में मंगलवार देर रात बस्ती गुजां स्थित दिलबाग नगर में लेदर फैक्ट्री के गोदाम में आग लग गई। जिसमें स्पोर्ट्स का सामान जलकर राख हो गया। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। पढ़ें पूरी खबर
पानीपत की महिला पर करनाल ससुराल में अत्याचार:गाड़ी की मांग के लिए मारपीट-प्रताड़नाएं; बच्ची को मोबाइल दिखा रही थी सास, विरोध करने पर पीटा
पानीपत की महिला पर करनाल ससुराल में अत्याचार:गाड़ी की मांग के लिए मारपीट-प्रताड़नाएं; बच्ची को मोबाइल दिखा रही थी सास, विरोध करने पर पीटा हरियाणा के पानीपत शहर की रहने वाली महिला के साथ करनाल स्थित उसकी ससुराल में दहेज के लिए प्रताड़नाएं की गई। महिला के साथ खूब मारपीट की गई। गाड़ी की मांग के लिए उस पर अत्याचार किया गया। ढाई साल की बेटी को सास मोबाइल फोन दिखा रही थी। जिसका विरोध महिला ने करते हुए कहा कि इसे फोन की आदत मत डालो। इस बात पर पति ने उसे खूब पीटा और घर से निकाल दिया। जिसके बाद महिला ने मामले की शिकायत पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। बता दें कि महिला और उसके पति की ये दूसरी शादी है, जोकि अब टूटने के कगार पर पहुंच चुकी है। गर्भवती हुई तो मायका भेज दिया, फिर 8 माह बेटी को भी नहीं देखने आए मॉडल टाउन थाना पुलिस को दी शिकायत में एक महिला ने बताया कि वह विराट नगर की रहने वाली है। अप्रैल 2021 में उसकी शादी हर्ष चड्ढा निवासी नीलोखेड़ी करनाल के साथ हुई थी। ये उसकी व उसके पति की दूसरी शादी है। महिला का आरोप है कि शादी के अगले दिन ही ससुराल वालों ने दहेज के लिए उसे तंग करना शुरू कर दिया था। प्रताड़ित करने में पति के अलावा ससुर भूपेंद्र, सास रीता के अलावा यमुनानगर की रहने वाली सीमा भाटिया, दीपा मुंजाल, वंदना मुंजाल भी शामिल है। सभी गाड़ी की मांग के चलते उसे ताना मारते थे। महिला का कहना है कि जून 2021 में जब वह गर्भवती हुई, तो आरोपियों ने उसे घर से निकाल दिया। जिसके बाद वह अपने मायका रही और यही पर 2 फरवरी 2022 में बड़ी को जन्म दिया। इसके 8 माह बाद तक वह अपने घर पर ही रही, लेकिन ससुराल वाले उनसे मिलने तक नहीं आए। इसके बाद एक पंचायत की गई, जिसमें ससुराल वालों ने गलती मानी और भविष्य में ऐसा न करने की बात कहते हुए उन्हें अपने साथ घर ले गए। जुलाई 2024 में निकाल दिया था घर से बाहर जहां 4 दिन बाद फिर उससे गाड़ी की मांग की गई। अब विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की जाने लगी। जुलाई 2024 में महिला किचन में काम कर रही थी, वह अपनी बेटी को सास को दे दी गई। दूध से भरी बोतल देते हुए कहा कि इसे दूध पिला दें, वह रसोई में काम कर रही है। कुछ देर बाद महिला कमरे में लौटी, तो देखा कि सास उसे सिर्फ मोबाइल फोन दिखा रही थी। जिस पर उसने कहा कि इसे मोबाइल फोन की आदत मत डालो, यह आगे बहुत परेशान करेगी। इस पर सास ने मोबाइल फोन पटका और वहां से चली गई। शाम को पति घर लौटा, तो सास ने उसे भड़काना शुरू कर दिया। पति ने उसे खूब पीटा। उसके मायका वालों को भी फोन कर खूब भला-बुरा कहा। इसके बाद महिला को घर से बाहर निकाल दिया। तब से महिला अपने मायका ही रह रही है।
हरियाणा में रिश्वत लेते कानूनगो और दलाल गिरफ्तार:जमीन रिलीज करने के लिए मांगे 30 लाख, 5 लाख कैश के साथ पकड़े
हरियाणा में रिश्वत लेते कानूनगो और दलाल गिरफ्तार:जमीन रिलीज करने के लिए मांगे 30 लाख, 5 लाख कैश के साथ पकड़े हरियाणा के कैथल में मंगलवार (26 नवंबर) को कानूनगो और दलाल को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। ये कार्रवाई एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम ने की। आरोपियों ने कैथल शहर में जमीन को रिलीज करने के एवज में 30 लाख रुपए रिश्वत मांगी थी। 20 लाख पहले ले चुके थे। अब 5 लाख रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपियों की पहचान कानूनगो कर्मबीर और दलाल चरण सिंह के रूप में हुई है। ACB के इंस्पेक्टर सूबे सिंह के मुताबिक राजकुमार ने शिकायत में बताया था कि उसने सेक्टर-18 में जमीन खरीदने का इकरार नामा किया हुआ है। उसके पास मालिक की ओर से दी गई पावर ऑफ अटॉर्नी भी है। जमीन की निशानदेही के लिए 30 लाख रिश्वत मांगी
राजकुमार ने बताया कि उसने जमीन की निशानदेही को लेकर पंचकूला के लैंड एक्विजिशन विभाग के कानूनगो कर्मबीर से बातचीत की। कर्मबीर ने इसके लिए 30 लाख रुपए मांगे। इस पर उन्होंने 20 लाख की राशि दे दी। बाद में आरोपी ने निशानदेही के लिए 5 लाख रुपए की और मांग की। मंगलवार को आरोपी कानूनगो कर्मबीर निशानदेही के लिए पंचकूला से कैथल पहुंचा। यहां उसने और दलाल ने भूमि की निशानदेही करने के बाद दस्तावेज देने से पहले 5 लाख रुपए देने के लिए कहा। शिकायतकर्ता का इशारा मिलते ही टीम ने दोनों को पकड़ा
इंस्पेक्टर सूबे सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद आरोपी को रंगे हाथों काबू करने के लिए किसान एवं कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. बाबू लाल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त करते हुए टीम का गठन किया। शिकायतकर्ता ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कैथल कार्यालय के बाहर मंगलवार शाम करीब 7 बजे कानूनगो और दलाल चरण सिंह को 5 लाख रुपए दिए। आरोपियों ने भागने की कोशिश
इसके बाद शिकायतकर्ता ने टीम को इशारा किया। इशारा मिलते ही टीम ने दोनों आरोपियों को काबू कर लिया। हालांकि आरोपियों ने भागने का भी प्रयास किया, लेकिन वे कामयाब नहीं हो सके। टीम ने दोनों आरोपियों के कब्जे से केमिकल लगे 5 लाख के नोट भी बरामद कर लिए। फिलहाल दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।