सिरसा में MLA ने होमगार्ड पर निकाला गुस्सा:ट्रैफिक लाइटें बंद रखने पर जमकर सुनाई खरी-खरी, डीजीपी-एसपी को लिखेंगे

सिरसा में MLA ने होमगार्ड पर निकाला गुस्सा:ट्रैफिक लाइटें बंद रखने पर जमकर सुनाई खरी-खरी, डीजीपी-एसपी को लिखेंगे

हरियाणा के सिरसा शहर में कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया सोमवार दोपहर बाद ट्रैफिक व्यवस्था को जांचने निकले। इस दौरान लालबत्ती चौक पर ट्रैफिक लाइट बंद होने पर विधायक का गुस्सा बढ़ गया। उन्होंने होमगार्ड पर गुस्सा निकालते हुए कहा कि लाइट बंद क्यों रखते हो। इस पर होमगार्ड ने जवाब दिया कि उन्हें परमिशन नहीं है। विधायक और तैश में आ गए। उन्होंने होमगार्ड से कहा कि ट्रैफिक लाइट चालू करने के लिए क्या चंडीगढ़ से परमिशन लेनी पड़ेगी। इसके बाद उन्होंने अपने पीए को होमगार्ड का नाम नोट करके उसके बारे में डीजीपी और एसपी को शिकायत लिखने के लिए कहा। दरअसल, शहर में बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने के इरादे से विधायक आए दिन किसी न किसी डिपार्टमेंट में जाकर जांच पड़ताल करते हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने गांव नेजिया में पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एसडीओ पर भड़ास निकाली तो सोमवार को उनके निशाने पर ट्रैफिक पुलिस रही। नप एक्सईएन बोले, हमारी तरफ से लाइटें ठीक
विधायक के साथ नगर परिषद के एक्सईएन विक्की कुमार भी रहे। विधायक ने एक्सईएन से ट्रैफिक लाइटों के बारे में पूछा तो एक्सईएन ने जवाब दिया कि उनकी ओर से ट्रैफिक लाइटें सही हैं, कोई दिक्कत नहीं है। इनको ऑपरेट करने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस की है। इसके बाद विधायक ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से पूछा तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। मेरे आते ही कैसे जल गई लाइटें
हालांकि, विधायक के आने की सूचना पाकर ट्रैफिक पुलिस की ओर से ट्रैफिक लाइटों को चालू करवा दिया गया। इस पर विधायक ने कहा कि जब परमिशन नहीं है, तो फिर मेरे आने पर कैसे ट्रैफिक लाइटें चालू कर दी गई हैं। उन्होंने ट्रैफिक पुलिस को गंभीरता से काम करने के सख्त निर्देश दिए। हरियाणा के सिरसा शहर में कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया सोमवार दोपहर बाद ट्रैफिक व्यवस्था को जांचने निकले। इस दौरान लालबत्ती चौक पर ट्रैफिक लाइट बंद होने पर विधायक का गुस्सा बढ़ गया। उन्होंने होमगार्ड पर गुस्सा निकालते हुए कहा कि लाइट बंद क्यों रखते हो। इस पर होमगार्ड ने जवाब दिया कि उन्हें परमिशन नहीं है। विधायक और तैश में आ गए। उन्होंने होमगार्ड से कहा कि ट्रैफिक लाइट चालू करने के लिए क्या चंडीगढ़ से परमिशन लेनी पड़ेगी। इसके बाद उन्होंने अपने पीए को होमगार्ड का नाम नोट करके उसके बारे में डीजीपी और एसपी को शिकायत लिखने के लिए कहा। दरअसल, शहर में बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने के इरादे से विधायक आए दिन किसी न किसी डिपार्टमेंट में जाकर जांच पड़ताल करते हैं। एक दिन पहले ही उन्होंने गांव नेजिया में पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के एसडीओ पर भड़ास निकाली तो सोमवार को उनके निशाने पर ट्रैफिक पुलिस रही। नप एक्सईएन बोले, हमारी तरफ से लाइटें ठीक
विधायक के साथ नगर परिषद के एक्सईएन विक्की कुमार भी रहे। विधायक ने एक्सईएन से ट्रैफिक लाइटों के बारे में पूछा तो एक्सईएन ने जवाब दिया कि उनकी ओर से ट्रैफिक लाइटें सही हैं, कोई दिक्कत नहीं है। इनको ऑपरेट करने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस की है। इसके बाद विधायक ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से पूछा तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। मेरे आते ही कैसे जल गई लाइटें
हालांकि, विधायक के आने की सूचना पाकर ट्रैफिक पुलिस की ओर से ट्रैफिक लाइटों को चालू करवा दिया गया। इस पर विधायक ने कहा कि जब परमिशन नहीं है, तो फिर मेरे आने पर कैसे ट्रैफिक लाइटें चालू कर दी गई हैं। उन्होंने ट्रैफिक पुलिस को गंभीरता से काम करने के सख्त निर्देश दिए।   हरियाणा | दैनिक भास्कर