हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह मंगलवार को पानीपत पहुंचे। यहां वे नई अनाज मंडी में आयोजित तीन दिवसीय कपड़ा प्रदर्शनी में पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथ ही व्यापारियों को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर कृषि के साथ-साथ उद्योग भी विकसित होंगे तो देश तरक्की कर सकेगा। हरियाणा जो कि एक छोटा सा राज्य है, उद्योगों के क्षेत्र में बेहतर काम कर रहा है। अब उद्योगों के मामले में देश में प्रथम स्थान पर आने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। प्रतिबंधित होने के बाद भी बिक रही है पॉलीथिन, प्रशासन रोकने में असफल मंत्री ने कहा कि प्रदेश को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए व्यापार और उद्योग में तमाम तरह के सकारात्मक बदलाव किए जा रहे हैं। प्रदेश में पॉलीथिन प्रतिबंधित है, लेकिन फिर भी इसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। लोग इसका भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। यह प्रशासन की विफलता है, जो इसे रोक नहीं पा रहा है। साथ ही उन्होंने व्यक्तिगत उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने दो बच्चों की शादी कर दी है। लेकिन मैंने कार्ड नहीं छपवाए और न ही बांटे। इससे भी प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है। आधुनिकता के इस दौर में सभी को फोन करके आमंत्रित किया जाता था। प्रदेश का होता है विकास राव नरबीर सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रदेश सरकार का मुख्य लक्ष्य हरियाणा को उद्योगों के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है। उन्होंने उद्योगपतियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को इन समस्याओं के समाधान के लिए दिशा-निर्देश भी दिए। मंत्री ने यह भी कहा कि उद्योगों के विकास से न केवल प्रदेश बल्कि देश का भी समग्र विकास होता है। हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह मंगलवार को पानीपत पहुंचे। यहां वे नई अनाज मंडी में आयोजित तीन दिवसीय कपड़ा प्रदर्शनी में पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथ ही व्यापारियों को संबोधित भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर कृषि के साथ-साथ उद्योग भी विकसित होंगे तो देश तरक्की कर सकेगा। हरियाणा जो कि एक छोटा सा राज्य है, उद्योगों के क्षेत्र में बेहतर काम कर रहा है। अब उद्योगों के मामले में देश में प्रथम स्थान पर आने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। प्रतिबंधित होने के बाद भी बिक रही है पॉलीथिन, प्रशासन रोकने में असफल मंत्री ने कहा कि प्रदेश को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए व्यापार और उद्योग में तमाम तरह के सकारात्मक बदलाव किए जा रहे हैं। प्रदेश में पॉलीथिन प्रतिबंधित है, लेकिन फिर भी इसकी बिक्री धड़ल्ले से हो रही है। लोग इसका भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं। यह प्रशासन की विफलता है, जो इसे रोक नहीं पा रहा है। साथ ही उन्होंने व्यक्तिगत उदाहरण देते हुए कहा कि मैंने दो बच्चों की शादी कर दी है। लेकिन मैंने कार्ड नहीं छपवाए और न ही बांटे। इससे भी प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है। आधुनिकता के इस दौर में सभी को फोन करके आमंत्रित किया जाता था। प्रदेश का होता है विकास राव नरबीर सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रदेश सरकार का मुख्य लक्ष्य हरियाणा को उद्योगों के क्षेत्र में अग्रणी बनाना है। उन्होंने उद्योगपतियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को इन समस्याओं के समाधान के लिए दिशा-निर्देश भी दिए। मंत्री ने यह भी कहा कि उद्योगों के विकास से न केवल प्रदेश बल्कि देश का भी समग्र विकास होता है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिसार में किसान नेता ने खुद को मारी गोली:बेटा बोला- मौत की जिम्मेदार मेरी पत्नी, पंचायत बुलाई फिर भी हरकतें बंद नहीं हुईं
हिसार में किसान नेता ने खुद को मारी गोली:बेटा बोला- मौत की जिम्मेदार मेरी पत्नी, पंचायत बुलाई फिर भी हरकतें बंद नहीं हुईं हिसार जिले के नारनौंद कस्बे के पेटवाड़ गांव में मंगलवार को किसान नेता जितेंद्र ने अपनी लाइसेंसी पिस्तौल से खुद की कनपटी पर गोली मार ली। इसके बाद परिजन उसे उपचार के लिए हिसार के एक निजी अस्पताल में ले गए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नारनौंद थाना पुलिस ने मृतक के बेटे अमित के बयान दर्ज कर किसान की मौत के लिए उसकी पत्नी मीना निवासी भगाना, उसकी सास सरोज, साले नवनीत व राजेंद्र, ससुर राममेहर, जसबीर पहलवान, पूर्व सरपंच राज सिंह निवासी गगनखेड़ी व सत्यवान निवासी थुराना को जिम्मेदार ठहराया है। बेटे ने कहा- मौत के लिए मेरी पत्नी जिम्मेदार पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं और मामले की गहनता से जांच कर रही है। बयान में मृतक के बेटे अमित ने बताया कि वह खेतीबाड़ी का काम करता है। वह शादीशुदा है और उसकी छोटी बहन अविवाहित है। मेरी शादी भगाना निवासी राममेहर की बेटी मीना से 2021 में हुई थी। शादी के बाद से ही मेरी पत्नी मीना मुझे व मेरे परिजनों को लगातार परेशान कर रही थी। इस संबंध में हमारी कई बार पंचायत भी हो चुकी है, लेकिन उसने अपनी हरकतें बंद नहीं की, जिसके संबंध में हमने नारनौंद व हांसी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शादी के बाद से ही परिवार परेशान मृतक के बेटे अमित ने बताया कि भगाना निवासी मीना, सरोज, नवनीत, राजेंद्र, राममेहर, जसबीर पहलवान, गगनखेड़ी निवासी पूर्व सरपंच राज सिंह और थुराना निवासी सत्यवान शादी के बाद से ही उसे और उसके परिवार को परेशान कर रहे थे। सोमवार को उसकी पत्नी मीना सुबह करीब 10 बजे अचानक उनके घर आई और गेट के साथ लगते कमरे में बैठ गई। जब उसका पिता जितेंद्र घर पहुंचा तो मीना ने उसके साथ झगड़ा शुरू कर दिया और छेड़छाड़ के झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। इसके बाद उसके पिता की तबीयत भी खराब हो गई।
सोनीपत में रिटेनिंग वॉल में भ्रष्टाचार पर ग्रामीण मुखर:सरपंच प्रतिनिधि बोले- 15 दिन पहले बनी दीवार; किसान के सिंघाड़े हुए बर्बाद
सोनीपत में रिटेनिंग वॉल में भ्रष्टाचार पर ग्रामीण मुखर:सरपंच प्रतिनिधि बोले- 15 दिन पहले बनी दीवार; किसान के सिंघाड़े हुए बर्बाद सोनीपत में रिटेनिंग वॉल के निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की परतें अब खुलनी शुरू हो गई है। लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारी जहां पूरे मामले को विभाग को बदनाम करने की साजिश बताते हुए टूटी हुई दीवार की रिपेअर करने का दावा कर रहे हैं, वहीं गांव के सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि यहां दीवार अब 10-15 दिन में खड़ी की गई है। इस बीच दीवार के साथ तालाब में सिंघाड़े की खेती करने वाला एक किसान भी सामने आया है। उसने अपने नुकसान का दावा ठोका है। विभागीय डॉक्यूमेंट के अनुसार सोनीपत के छतेहरा गांव से कंवाली वाया गढ़ी बाला में रोड के साथ रिटेनिंग वॉल व सड़क की रिपेयरिंग को लेकर दिसंबर 2022 में एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को टेंडर दिया गया था। इसमें सड़क के साथ सपोर्टिंग के लिए 400 मीटर की रिटेनिंग वॉल बनाई जानी थी। इसको लेकर लगभग 50 लाख रुपए का बजट बनाया गया था। जून 2023 तक बननी थी रिटेनिंग वॉल, बिना बने पेमेंट हुई रिटेनिंग वॉल का कार्य नाबार्ड के फंड से होना था। इसके लिए 6 महीने का टाइम दिया गया था। इस लिहाज से इसे जून 2023 में बनकर तैयार कर दिया जाना था। हालांकि वहां पर दीवार बनी ही नहीं लेकिन कागजों में काम पूरा दिखा दिया गया। इसके बाद ठेकेदार को काम के बदले 50 लाख की पेमेंट भी कर दी गई। दीवार बनती देख सरपंच अचंभित गांव गढ़ी बाला के सरपंच प्रतिनिधि जयप्रकाश ने बताया उनके गांव में पहले कोई भी रिटेनिंग वॉल नहीं बनाई गई थी। दीपावली वाले दिन वे यहां से गुजर रहे थे, तो इस दौरान बहुत सारी लेबर द्वारा काम किया जा रहा था। जहां एनजीटी के आदेशों का भी सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही थी। जमकर धूल उड़ रही थी। ये एकाएक उनके गांव में दीवार कैसे बनने लगी, वो खुद भी अचंभित हो गए। जयप्रकाश ने बताया कि दो-तीन साल पहले तक यहां पर किसी भी प्रकार की कोई दीवार नहीं थी और न ही यहां पर पहले कोई निर्माण कार्य करवाया गया था। जयप्रकाश ने बताया कि 25 या 26 अक्टूबर के आसपास रिटेनिंग वॉल को बनाने का कार्य शुरू किया गया है। सरपंच ने कहा कि गांव के सभी लोग इस बात के साक्षी हैं कि यहां पर पहले कोई दीवार नहीं थी। किसान के सिंघाड़े हुए खराब, नुकसान हुआ गढ़ी बाला के किसान रमेश ने बताया कि वो कई सालों से रोड किनारे बने तालाब में सिंघाड़े की खेती करते आ रहे हैं। यहां उनके खेत के साथ 15 दिन पहले दीवार बनाई गई है। इससे पहले यहां पर कोई भी दीवार नहीं थी। किसान रमेश ने बताया कि रिटेनिंग वॉल बनाने के लिए नींव खोदी गई थी. जिसकी सारी मिट्टी उसकी सिंघाड़े की खड़ी फसल में डाल दी गई। मिट्टी के कारण सिंघाड़े की सारी बेल नीचे दब गई और उसे करीबन डेढ़ से 2 लाख रुपए का नुकसान उसे हुआ है। किसान रमेश ने यह भी बताया कि सिंघाड़े का पीक सीजन था। जब अच्छी पैदावार के साथ अच्छा भाव मिल रहा था। वही किसान को सरकारी काम का हवाला देकर मामले को दबा दिया गया। रमेश ने बताया कि दिन रात यहां पर 50 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले 10-15 साल से क्षेत्र में खेती कर रहे हैं। यहां पर पहले कोई भी दीवार नहीं थी। अभी 15 रोज पहले ही लोक निर्माण विभाग ने यह दीवार खड़ी की है। शिकायत से हुआ घपले का खुलासा
नाबार्ड को ढ़ाई साल बाद तमन्ना गहलावत के नाम से शिकायत कर दी गई। जिसमें कहा गया कि यहां पर काम नहीं हुआ और पेमेंट भी कर दी गई। जिसे ठेकेदार और अधिकारी आपस में बांट कर खा गए। इस शिकायत पर 21 अक्टूबर को नाबार्ड के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने सोनीपत PWD के एसई को पत्र लिखा। डीसी दे चुके जांच के आदेश सोनीपत के डीसी डॉ. मनोज कुमार रिटेनिंग वॉल के निर्माण से जुड़े इस पूरे मामले में जांच के आदेश दे चुके हैं। डीसी ने कहा कि हमारे संज्ञान में ये मामला लाया गया था कि कोई कार्य सही तरीके से पूर्ण नहीं हुआ है। उसकी क्वालिटी में भी कुछ इश्यू हैं। इस मामले मे जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इन्क्वायरी रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। डीसी ने कहा कि जहां तक मामला रिटेनिंग वॉल के कागजों में बनाने का है, इसकी डिटेल में जांच होगी तो सब कुछ सामने आ जाएगा।
हरियाणा में जल्द होगी नेता प्रतिपक्ष की घोषणा:हुड्डा बोले- कांग्रेस नेतृत्व दिल्ली में व्यस्त, भाजपा ने प्रदेश को बेरोजगारी में बनाया नंबर वन
हरियाणा में जल्द होगी नेता प्रतिपक्ष की घोषणा:हुड्डा बोले- कांग्रेस नेतृत्व दिल्ली में व्यस्त, भाजपा ने प्रदेश को बेरोजगारी में बनाया नंबर वन हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा में संगठन को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है। पूर्व सीएम ने कहा है कि संगठन को लेकर जल्द ही नामों का ऐलान किया जाएगा। अभी पार्टी नेतृत्व दिल्ली चुनाव में व्यस्त है। इसलिए थोड़ी देरी हो रही है। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष के नाम को लेकर कहा कि जल्द ही आपको नेता प्रतिपक्ष का नाम भी पता चल जाएगा। हुड्डा ने बीजेपी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर कहा कि, पिछली 2 पारियों की तरह ये सरकार भी हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। जो हरियाणा 2014 से पहले प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश और रोजगार देने में नंबर वन था, उसे बीजेपी ने बेरोजगारी, महंगाई और अपराध में नंबर वन बना दिया है। आज प्रदेश में कोई भी व्यक्ति खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करता। दो लाख पक्की नौकरी को लेकर सरकार को घेरा हुड्डा दिल्ली स्थिति अपने आवास पर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बीजेपी 2 लाख पक्की नौकरियां देने का वादा करके सत्ता में आई थी। लेकिन सरकार बनने के बाद कोई नई भर्ती नहीं की गई। उल्टा कौशल रोजगार निगम के तहत लगे कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी गई है। सरकार रोजगार देने की बजाय, रोजगार छीनने में लगी है। किसानों की मांगें सरकार को माननी चाहिए किसान आंदोलन पर पूछे गए सवाल के जवाब में हुड्डा ने कहा कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत बहुत नाजुक बनी हुई है। इसलिए सरकार को तुरंत उनकी मांगों का समाधान कर अनशन खत्म करवाना चाहिए। उनका जीवन हम सभी के लिए अनमोल है। किसानों की मांग पूरी तरह जायज और कई साल पुरानी है। खुद बीजेपी ने एमएसपी का वादा करके किसान आंदोलन को खत्म करवाया था। किसान सरकार को वही वादा याद दिला रहे हैं। एमएसपी को लेकर झूठ बोल रही सरकार भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा सरकार एमएसपी को लेकर लगातार झूठ बोल रही है। उसके द्वारा दावा किया जा रहा है कि हरियाणा में 24 फसलों पर एमएसपी दी जा रही है। जबकि ना तो हरियाणा में 24 फैसलें होती है और ना ही एमएसपी देने का काम राज्य सरकार का होता है। यह केंद्र सरकार की जिम्मेदारी होती है। इसलिए केंद्र सरकार को आगे आकर आंदोलनरत किसानों से बातचीत कर उनकी मांगों का समाधान निकालना चाहिए। दिल्ली चुनाव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस बार जनता कांग्रेस की ओर उम्मीद भरी निगाहों से देख रही है। क्योंकि दिल्ली के लोग बीजेपी और आम आदमी पार्टी दोनों के कार्यकाल को देख चुके हैं, इसलिए जनता महसूस कर रही है कि दिल्ली में सिर्फ कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के दौरान ही विकास कार्य हुए।