लुधियाना में 17 वर्षीय लड़की ने अपना दुपट्टा पंखे से बांधकर फांसी लगा ली। परिवार द्वारा शव को अंतिम संस्कार के लिए मॉडल टाउन इलाके के श्मशान घाट ले जाया गया, लेकिन शव की हालत देखकर श्मशान घाट प्रबंधकों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने दाह संस्कार रुकवाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कब्जे में ले लिया। मृतक लड़की का नाम नेहा है। कमरे में लगे पंखे से दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली नेहा मॉडल टाउन थाना क्षेत्र के अंबेडकर कॉलोनी की रहने वाली है। नेहा ने अपने कमरे में लगे पंखे से दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली। घटना की जानकारी मिलने पर परिजन उसे नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन युवती का अंतिम संस्कार करने के लिए मॉडल टाउन स्थित श्मशान घाट ले गए। वहां से श्मशान घाट के प्रबंधकों ने मामले को संदिग्ध मानते हुए तुरंत मॉडल टाउन थाना पुलिस को सूचना दी। श्मशान घाट पहुंच पुलिस ने कब्जे में लिया शव पुलिस ने श्मशान घाट पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। जहां आज शुक्रवार को शव का पोस्टमॉर्टम करवा अगली कार्रवाई की जाएगी। 10 साल पहले हुई मृतका के माता-पिता की मौत थाना माडल टाउन के जांच अधिकारी ASI सीताराम के अनुसार मृतका के माता-पिता की करीब 10 साल पहले मौत हो चुकी है। वह अपने दो छोटे भाइयों के साथ मामा-मामी के पास ही रहती थी। वहीं उन्होंने बताया कि वह 11वीं कक्षा की स्टूडेंट थी और पिछले कुछ समय से पढ़ाई के चलते परेशान रह रही थी। जिसके चलते उसने अपने कमरे में पंखे के साथ चुन्नी बांधकर फंदा लगा लिया। परिजन उसे नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां से डॉक्टरों के द्वारा उसे मृत घोषित किया। वहीं से परिजन उसका शव दाह संस्कार के लिए ले गए थे लेकिन पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया। लुधियाना में 17 वर्षीय लड़की ने अपना दुपट्टा पंखे से बांधकर फांसी लगा ली। परिवार द्वारा शव को अंतिम संस्कार के लिए मॉडल टाउन इलाके के श्मशान घाट ले जाया गया, लेकिन शव की हालत देखकर श्मशान घाट प्रबंधकों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने दाह संस्कार रुकवाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कब्जे में ले लिया। मृतक लड़की का नाम नेहा है। कमरे में लगे पंखे से दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली नेहा मॉडल टाउन थाना क्षेत्र के अंबेडकर कॉलोनी की रहने वाली है। नेहा ने अपने कमरे में लगे पंखे से दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली। घटना की जानकारी मिलने पर परिजन उसे नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन युवती का अंतिम संस्कार करने के लिए मॉडल टाउन स्थित श्मशान घाट ले गए। वहां से श्मशान घाट के प्रबंधकों ने मामले को संदिग्ध मानते हुए तुरंत मॉडल टाउन थाना पुलिस को सूचना दी। श्मशान घाट पहुंच पुलिस ने कब्जे में लिया शव पुलिस ने श्मशान घाट पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। जहां आज शुक्रवार को शव का पोस्टमॉर्टम करवा अगली कार्रवाई की जाएगी। 10 साल पहले हुई मृतका के माता-पिता की मौत थाना माडल टाउन के जांच अधिकारी ASI सीताराम के अनुसार मृतका के माता-पिता की करीब 10 साल पहले मौत हो चुकी है। वह अपने दो छोटे भाइयों के साथ मामा-मामी के पास ही रहती थी। वहीं उन्होंने बताया कि वह 11वीं कक्षा की स्टूडेंट थी और पिछले कुछ समय से पढ़ाई के चलते परेशान रह रही थी। जिसके चलते उसने अपने कमरे में पंखे के साथ चुन्नी बांधकर फंदा लगा लिया। परिजन उसे नजदीकी अस्पताल ले गए, जहां से डॉक्टरों के द्वारा उसे मृत घोषित किया। वहीं से परिजन उसका शव दाह संस्कार के लिए ले गए थे लेकिन पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में डाइंग और डायरी यूनिटों पर पावरकॉम की कार्रवाई:2 महीने में 117 बिजली कनेक्शन काटे, 250 फैक्टरीज पर लटकी तलवार
लुधियाना में डाइंग और डायरी यूनिटों पर पावरकॉम की कार्रवाई:2 महीने में 117 बिजली कनेक्शन काटे, 250 फैक्टरीज पर लटकी तलवार पंजाब के लुधियाना में बुड्ढा दरिया को प्रदूषित करने वाली रंगाई इकाइयों के खिलाफ प्रदूषण बोर्ड ने अब कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रदूषण बोर्ड ने डाइंगों और डायरी यूनिटों की सूची तैयार कर पावरकॉम विभाग को भेज दी है, जिसमें बुड्ढा दरिया में जहरीला पानी या गोबर और मूत्र फेंकने वाली फैक्ट्रियों और डाइंग यूनिटों के नाम हैं। पिछले दो महीनों में अब तक पावरकॉम ने 117 बिजली कनेक्शन काटे हैं। इनमें कुछ ऐसे लोग हैं जिनके अस्थाई कनेक्शन काटे गए हैं और कई ऐसे भी हैं जिनके कनेक्शन अनिश्चित काल के लिए काटे गए हैं। डाइंग यूनिटों में मचा हड़कंप
पावर काम की इस कार्रवाई के बाद डाइंग यूनिटों में भी हड़कंप मचा है। डाइंग यूनिटों के मालिकों को लगातार पॉल्यूशन बोर्ड और जिला प्रशासन चेतावनी देता आ रहा है कि वह एसटीपी प्लांट का इस्तेमाल करें लेकिन बहुत कम डाइंग इंडस्ट्री के लोग एसटीपी का इस्तेमाल कर रहे है। 250 के कनेक्शन काटने अभी बाकी पावर काम के चीफ इंजीनियर जगदेव सिंह हांस ने कहा कि 250 के करीब ऐसी फैक्ट्रियां है जिन पर एक्शन लेने के लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड़ ने लिखकर दिया हुआ है। पॉल्यूशन बोर्ड द्वारा जिन फैक्ट्रियों या डायरी संचालकों की सूची दी गई है उन पर एक्शन लिया जा रहा है। पिछले 2 महीने में 117 लोगों के कनैक्शन काटे जा चुके है। अधिकतर यह वही फैक्ट्रियां है जो बुड्ढा दरिया को दूषित कर रही है। आने वाले दिनों में भी कार्रवाई जारी रहेगी। पावर काम पिक एडं चूज पालिसी पर कर रहा काम- डाइंग एसोसिएशन के प्रधान कमल चौहान उधर, डाइंग एसोसिएशन के प्रधान कमल चौहान ने कहा कि पावर काम विभाग द्वारा जो कार्रवाई की जा रही है वह उन फैक्ट्रियों पर हो रही है वातावरण को दूषित कर रहे है। इस तरह के लोगों पर एक्शन होना भी लाजमी बनता है। लेकिन पावर काम विभाग पिक एडं चूज पालिसी के साथ काम कर रहा है। कई फैक्ट्रियों पर एकदम से कार्रवाई हो रही है जबकि कइयों को सिर्फ नोटिस भेजे गए है लेकिन अभी भी वहां कोई एक्शन नहीं हुआ। पावर काम को पॉल्यूशन बोर्ड की सिफारिश मुताबिक काम करना चाहिए।
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पानी की सैम्पलिंग और मिड-डे मील की गुणवत्ता का रखें ध्यान : बाल मुकंद भास्कर न्यूज | अमृतसर एडीसी पेंडू विकास दफ्तर में चेयरमैन पंजाब स्टेट फूड कमिश्नर बाल मुकंद शर्मा ने संबंधित अधिकारियों के साथ मीटिंग की। उन्होंने निर्देश दिए कि सरकारी स्कूलों के पानी की सैंपलिंग को यकीनी बनाया जाए। जिले भर के सारे सरकारी स्कूलों की पानी की सैंपलिंग करके रिपोर्ट कमिशन को भेजी जाए। उन्होंने कहा कि मिड-डे मील के खाने की गुणवत्ता की जांच का विशेष ध्यान रखा जाए और मिड-डे मील के राशन की स्टोरेज व्यवस्था खुले और हवादार कमरे में होनी चाहिए ताकि राशन खराब न हो सके। चेयरमैन ने सिविल सर्जन को कहा कि सारे सरकारी स्कूलों में मेडिकल चैकअप कैंप निरंतर लगाए जाएं और स्कूली बच्चों की सेहत का खास ध्यान रखा जाए। सरकार स्कूली बच्चों को हुई किसी भी तरह की गंभीर बीमारी का सारा इलाज खुद उठाती है, चाहे इलाज पीजीआई में हो या प्राइवेट अस्पताल में। बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ. किरणदीप कौर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें नियमित रूप से स्कूली बच्चों की स्वास्थ्य जांच करती हैं। जिसमें 30 बीमारियों की जांच की जाती है और अगर किसी बच्चे में कोई गंभीर बीमारी पाई जाती है तो उसे पीजीआई रेफर किया जाता है या फिर किसी बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल में उसका सारा इलाज मुफ्त में किया जाता है। पिछले वर्ष में लगभग 70 स्कूली बच्चे गंभीर बीमारियों से ग्रस्त पाए गए, जिनका इलाज सरकार की ओर से निशुल्क उपलब्ध कराया गया है। सिविल सर्जन ने कहा कि इसी प्रकार आयुष्मान योजना के तहत स्कूल हेल्थ वेलनेस के माध्यम से स्कूली शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर बच्चों की शारीरिक जांच सुनिश्चित की जा रही है। चेयरमैन ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के नए भवन बनाए जा रहे हैं, जहां बच्चों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने जिला खुराक सप्लाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि डिपुओं की लगातार निगरानी करें ताकि लाभार्थियों को सरकार की ओर से उपलब्ध करवाया जाने वाला गेहूं उचित मात्रा में मिल सके। जिला कंट्रोल खुराक सिविल सप्लाई ने कहा कि जिले में लगभग 1800 डिपो हैं और 3 लाख 66 हजार कार्ड धारकों के लगभग 12 लाख परिवारों को अनाज उपलब्ध कराया जाता है।
पूर्व CM कैप्टन अमरिंद्र सिंह की सेहतयाबी पर बोले रणइंद्र:बेटे ने कहा-अफवाह लोग फैला रहे,गैस्ट्रोएन्टेराइटिस के कारण नहीं वोट डाल सके
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कैप्टन अमरिंदर सिंह जन्म 11 मार्च 1942 को हुआ। कैप्टन एक भारतीय राजनीतिज्ञ, सैन्य इतिहासकार, पूर्व शाही और भारतीय सेना के दिग्गज हैं, जिन्होंने पंजाब के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया हुआ है। कैप्टन पंजाब के पूर्व विधानसभा सदस्य और लोकसभा के सांसद भी रह चुके है। वे पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी थे। उन्होंने इससे पहले 2002 से 2007 और 2017 से 2021 तक पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में भी काम किया है। उनके पिता पटियाला रियासत के अंतिम महाराजा थे। कैप्टन ने 1963 से 1966 तक भारतीय सेना में भी काम किया है । 1980 में, उन्होंने पहली बार लोकसभा में एक सीट जीती। नवंबर 2022 तक, सिंह पंजाब उर्दू अकादमी के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करते हैं। कैप्टन सिंह ने 18 सितंबर 2021 को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। 19 सितंबर 2022 को उन्होंने अपनी पार्टी पीएलसी का भाजपा में विलय कर दिया और उसी दिन भाजपा में शामिल हो गए।