पंजाब में होशियारपुर के दसूहा के गांव बूदोबरक्त के जंगल में एक एनआरआई की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान स्पेन के बलविंदर सिंह के रूप में हुई, जो जिला कपूरथला के बागड़पुर के रहने वाले थे। मृतक की पत्नी सुरिंदर कौर के अनुसार, बलविंदर सिंह 20 जनवरी को पंजाब पहुंचे थे। उन्होंने जमीन खरीदने के लिए पस्सी बेट एरिया के दो व्यक्तियों, रमेश कुमार और नरेंदर पाल सिंह को पहले ही 2.80 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए थे। अगले दिन सुबह 9 बजे वह मोटरसाइकिल पर इन दोनों से मिलने गए, लेकिन 11 बजे के बाद उनका फोन बंद हो गया और वह घर नहीं लौटे। कपूरथला में दर्ज कराई थी गुमशुदगी परिवार ने पांच दिन तक तलाश की और जिला कपूरथला के थाना पुलथ में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। सुरिंदर कौर और उनका बेटा भी कनाडा से पंजाब आ गए। जब गांव बुदोबरक्त के जंगल में शव मिलने की सूचना मिली, तो परिवार ने पहुंचकर शव की पहचान की। पुलिस ने मृतक की पत्नी के बयान पर दसूहा के पस्सी बेट के रहने वाले रमेश कुमार और नरेंदर पाल सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। दोनों आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पंजाब में होशियारपुर के दसूहा के गांव बूदोबरक्त के जंगल में एक एनआरआई की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान स्पेन के बलविंदर सिंह के रूप में हुई, जो जिला कपूरथला के बागड़पुर के रहने वाले थे। मृतक की पत्नी सुरिंदर कौर के अनुसार, बलविंदर सिंह 20 जनवरी को पंजाब पहुंचे थे। उन्होंने जमीन खरीदने के लिए पस्सी बेट एरिया के दो व्यक्तियों, रमेश कुमार और नरेंदर पाल सिंह को पहले ही 2.80 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए थे। अगले दिन सुबह 9 बजे वह मोटरसाइकिल पर इन दोनों से मिलने गए, लेकिन 11 बजे के बाद उनका फोन बंद हो गया और वह घर नहीं लौटे। कपूरथला में दर्ज कराई थी गुमशुदगी परिवार ने पांच दिन तक तलाश की और जिला कपूरथला के थाना पुलथ में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। सुरिंदर कौर और उनका बेटा भी कनाडा से पंजाब आ गए। जब गांव बुदोबरक्त के जंगल में शव मिलने की सूचना मिली, तो परिवार ने पहुंचकर शव की पहचान की। पुलिस ने मृतक की पत्नी के बयान पर दसूहा के पस्सी बेट के रहने वाले रमेश कुमार और नरेंदर पाल सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। दोनों आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब में पूर्व कांग्रेसी विधायक को झटका:फिरोजपुर कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका खारिज की; हत्या की कोशिश के केस में फंसे जीरा
पंजाब में पूर्व कांग्रेसी विधायक को झटका:फिरोजपुर कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका खारिज की; हत्या की कोशिश के केस में फंसे जीरा पंजाब के फिरोजपुर में कोर्ट ने पूर्व कांग्रेसी विधायक कुलबीर सिंह जीरा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। जीरा पर हत्या की कोशिश का केस दर्ज हुआ है। ये केस थाना जीरा में जमीनी विवाद को लेकर दर्ज हुआ था। इसके बाद बीते मंगलवार को जीरा पहुंचे पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने चेतावनी दी है कि अगर मामले की निष्पक्ष जांच नहीं की गई तो एसएसपी दफ्तर का घेराव किया जाएगा। क्या है पूरा मामला
जीरा के गांव बग्गी में पूर्व विधायक कुलबीर जीरा के चाचा महेंद्रजीत सिंह का गांव के ही गुरलाल सिंह के साथ 10 एकड़ जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। जिसे लेकर दोनों गुटों में झगड़ा हो गया और पैर में गोली लग गई थी। उक्त घटना में गुरलाल सिंह नाम का व्यक्ति घायल हुआ है। गुरलाल की गंभीर हालत को देखते हुए उसे तुरंत प्रभाव से लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में रेफर कर दिया गया था। जिसके बाद केस में कुलबीर सिंह जीरा के साथ 9 अन्य लोगों को भी नामजद किया गया है। वड़िंग ने राजनीति दबाव में केस दर्ज होने के लगाए थे आरोप
जीरा पहुंचे पंजाब कांग्रेस के प्रधान और लुधियाना के नए सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा था कि सरकार के दबाव में पूर्व कांग्रेस विधायक कुलबीर सिंह जीरा के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। जबकि विवाद के दौरान पूर्व विधायक जीरा में मौजूद नहीं थे। पुलिस के पास कुलबीर जीरा के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। इसके बावजूद जीरा में तैनात थाना प्रभारी और डीएसपी उनके घर के बाहर चक्कर लगाकर दबाव बना रहे हैं। एसएसपी फिरोजपुर मामले की जांच करवाएं, अगर जीरा का कोई कसूर था तो पहले मामले की जांच करवानी चाहिए थी, मगर ऐसा नहीं हुआ। तुरंत प्रभाव से जीरा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। उक्त झगड़े में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कार भी जला दी गई। जिसमें एक व्यक्ति भी झुलस गया और वह अस्पताल में भर्ती था। इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
होशियारपुर में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन:कैबिनेट मंत्री ने किया उद्घाटन, नई कृषि तकनीकों की दी जानकारी
होशियारपुर में किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन:कैबिनेट मंत्री ने किया उद्घाटन, नई कृषि तकनीकों की दी जानकारी होशियारपुर में कृषि विभाग की ओर से डायरेक्टर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, पंजाब के दिशा निर्देशों के तहत होशियारपुर सिटी सेंटर में जिला स्तरीय किसान प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में पंजाब कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के कृषि विशेषज्ञों और कृषि विज्ञान केंद्र की टीम ने किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई। कैबिनेट मंत्री ने किया उद्घाटन इस शिविर का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री ब्रह्म शंकर शर्मा जिम्पा ने किया और मेले में मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। मेले में हलका विधायक टांडा जसवीर सिंह राजा गिल, मेयर सुरिंदर कुमार शिंदा, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर राहुल चाबा भी विशेष तौर पर शामिल हुए। मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री ब्रह्म कर जिम्पा ने अपने संबोधन में किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे आगामी धान के सीजन के दौरान पराली और फसल के अवशेष न जलाएं, ताकि पर्यावरण प्रदूषण से बचा जा सके। उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों को बचाने का भी आह्वान किया। किसानों से की योजनाओं का लाभ लेने की अपील कैबिनेट मंत्री ने मेले में उपस्थित विभिन्न विभागों से किसानों एवं जनता की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने को कहा। उन्होंने विभागों को सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान कल्याण योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने के लिए अधिकतम प्रयास करने पर जोर दिया और किसानों से अपील की है कि वे विभागों के साथ समन्वय बनाकर सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं का भरपूर लाभ उठाएं। उन्होंने किसानों के हितों और कल्याण के प्रति पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। शिविर में दी गई नई तकनीकों की जानकारी इस अवसर पर हलका विधायक टांडा जसवीर सिंह राजा गिल ने किसानों से विशेषज्ञों द्वारा सुझाई गई तकनीकों को अपनाकर पर्यावरण को बचाने और प्राकृतिक संसाधनों को बनाए रखने की अपील की। जिला प्रशासन से अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (सामान्य) राहुल चाबा ने किसान मेलों को कृषि के संबंध में समृद्ध जानकारी का स्रोत बताते हुए कहा कि इन मेलों में जहां किसानों को नई तकनीकों की जानकारी मिलती है, वहीं किसानों के अनुभवों से कृषि क्षेत्र में नए शोध करने संबंधी प्रेरणा मिलती है। उन्होंने जिले के सभी किसानों से फसल अवशेषों के कुशल प्रबंधन की अपील की।
किसान 14 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे:2 बार पुलिस खदेड़ चुकी, हाईकोर्ट का शंभू-खनौरी बॉर्डर खोलने की याचिका सुनने से इनकार
किसान 14 दिसंबर को दिल्ली कूच करेंगे:2 बार पुलिस खदेड़ चुकी, हाईकोर्ट का शंभू-खनौरी बॉर्डर खोलने की याचिका सुनने से इनकार पंजाब के किसान 14 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करेंगे। मंगलवार को शंभू बॉर्डर पर हुई मीटिंग में इसका फैसला लिया गया। इसके बाद किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले दिल्ली रवाना हुए सरदार मेजर सिंह के माथे पर रबड़ की गोली लगी थी। उन्हें PGI रेफर किया जा रहा है। हमारे जो नेता ठीक होकर अस्पतालों से आए हैं, वह अभी ठीक से चल नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर अपना विश्वास गंवा चुके हैं। वह पहले कहते थे कि पैदल जाएं, लेकिन अब कहते हैं कि अन्य वाहनों से जाएं। कल अरदास दिवस मनाया जाएगा
उन्होंने कहा कि दिल्ली कूच की कामना और जगजीत सिंह डल्लेवाल की तंदुरुस्ती के लिए कल अरदास दिवस पूरे देश में मनाया जाएगा। सभी लोगों से अपील है कि वह अपने-अपने धार्मिक स्थानों में जाकर माथा टेकें। पंजाब और अन्य राज्यों के गायक, धार्मिक नेता, रागी आदि से विनती है कि जहां भी प्रोग्राम के लिए जाते हैं वहां किसान आंदोलन की जय बोला करें। वहीं, पैलेसों में जाने वाले सिंगर प्रोग्राम के शुरू में किसान मजदूर की बात कर लिया करें। यह भी हमारी सपोर्ट होगी। किसान नेता तेजबीर सिंह ने कहा कि इस आंदोलन को 13 दिसंबर को 10 महीने पूरे हो रहे हैं। ऐसे में 13 तारीख को बड़े समागम होंगे। उन्होंने कहा कि जैसे हरियाणा में इंटरनेट सेवा बंद है, वैसे ही हमें पता लगा है कि पंजाब एरिया में भी बॉर्डर से डेढ़ किलोमीटर तक इंटरनेट बंद किया जा रहा है। अभी तक सरकार की तरफ से मीटिंग का कोई न्योता नहीं आया है। बॉर्डर खोलने की याचिका पर सुनवाई से इनकार
इससे पहले पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने शंभू-खनौरी बॉर्डर खोलने की जनहित याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया है। हाईकोर्ट ने कहा है कि यह मामला पहले से ही सुप्रीम कोर्ट में पेंडिंग है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट जाकर अपना पक्ष रखें। इसके बाद याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका वापस ले ली। इस दौरान पंजाब, हरियाणा और केंद्र सरकार के वकील मौजूद रहे। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी कल सोमवार को बॉर्डर खोलने की याचिका खारिज कर दी थी। इसी बीच हरियाणा-पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर डटे किसानों का चूल्हा नहीं जला। यहां सभी किसान जगजीत सिंह डल्लेवाल के साथ पूरा दिन भूख हड़ताल पर बैठे। आसपास के गांवों के लोगों को भी मोर्चे पर लंगर न लाने को कहा गया था। वहीं, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और अभिमन्यु कोहाड़ ने बताया कि डल्लेवाल की तबीयत ज्यादा खराब हो गई है। उनका मरणव्रत 15वें दिन में दाखिल हो गया है। उन्हें स्टेज पर आने में भी दिक्कत आ रही है। किडनी और लिवर पर असर पड़ रहा है। डॉक्टरों ने मेडिकल बुलेटिन जारी करते हुए कहा है कि उनका ब्लड प्रेशर 124/95, शुगर 93, पल्स 87 है। वहीं, वजन 11 किलो कम हो चुका है। डल्लेवाल का कहना है कि यह आर-पार की लड़ाई है। पंधेर का दावा- शंभू बॉर्डर पर आंसू गैस का असर अभी भी
मंगलवार को किसानों ने शंभू बॉर्डर पर सफाई अभियान चलाया। सरवन पंधेर का कहना है कि जो पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे, उनका असर अभी भी है। किसानों ने बॉर्डर पर फैली गंदगी को साफ किया। 11 दिसंबर को धार्मिक स्थलों पर होगी अरदास
डल्लेवाल की सेहत की तंदुरूस्ती के लिए 11 दिसंबर को सभी गांवों में धार्मिक स्थलों पर किसान अरदास करेंगे। इसके लिए रणनीति बना ली गई है। किसानों ने मंच से आह्वान किया है कि अधिक से अधिक लोग मोर्चों पर पहुंचे, ताकि संघर्ष को तेज किया जा सके। किसानों ने 2 बार दिल्ली कूच ती कोशिश की, दोनों बार पीछे हटे… 6 दिसंबर को ढाई घंटे में पीछे हटे किसान
किसानों ने 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच का ऐलान किया था। इस दिन सुबह किसानों ने शंभू बॉर्डर पर पाठ किया। इसके बाद 101 किसानों के जत्थे को लंगर खिलाया गया। दोपहर 1 बजे किसानों का जत्था आगे बढ़ा। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने 3 लेयर का सुरक्षा घेरा बनाया हुआ था। पहले किसानों ने बैरिकेडिंग उखाड़ी। इसके बाद कंटीले तारों को उखाड़ा और आखिर में सीमेंट में गाड़ी गईं कीलें निकाल दीं। किसानों ने बैरिकेडिंग उठाकर घग्गर नदी में फेंक दी। पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इसमें 2-3 किसान घायल हो गए। कुछ किसान फिर भी आगे पुलिस अधिकारियों तक पहुंच गए। यहां पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें रोकने के लिए पेपर स्प्रे किया। एक बार किसान पीछे की तरफ हो गए। दोबारा किसानों ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस की तरफ से दोबारा आंसू गैस के गोले दागे गए। इस पूरे घटनाक्रम में कुल 8 किसान घायल हो गए। बाद में सरवन सिंह पंधेर ने किसानों के जत्थे को वापस बुला लिया। ढाई घंटे तक चले इस घटनाक्रम के बाद किसान वापस धरनास्थल की तरफ चल पड़े। वह अपने साथ कंटीले तार और बैरिकेडिंग भी ले गए। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने तब कहा कि 8 दिसंबर को किसान दोबारा दिल्ली कूच करेंगे 8 दिसंबर को पौने 4 घंटे चला संघर्ष
101 किसानों ने 8 दिसंबर को दूसरी बार शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करने की कोशिश की। किसानों का जत्था दोपहर 12 बजे धरनास्थल से दिल्ली कूच के लिए निकला। पुल पर पुलिस और किसानों के बीच बहस हुई। हरियाणा पुलिस ने किसानों से दिल्ली जाने का परमिशन लेटर मांगा। उन्होंने कहा कि बिना परमिशन के वह दिल्ली नहीं जा सकते। इसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद पुलिस ने किसानों को चाय-बिस्किट ऑफर किए और फूल भी बरसाए। फिर भी किसान दिल्ली कूच करने पर अड़े रहे। पुलिस ने दोबारा आंसू गैस के गोले दागे और वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया। जिसमें 8 किसान घायल हो गए। करीब पौने 4 घंटे चले घटनाक्रम के बाद किसान नेताओं ने जत्थे को वापस बुला लिया। इसके बाद किसान नेता पंधेर ने कहा कि किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की मीटिंग करने के बाद आगे का फैसला लेंगे। —————————— किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें…. किसानों ने शंभू बॉर्डर से दिल्ली मार्च टाला, हरियाणा पुलिस ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश का वीडियो जारी किया पंजाब के 101 किसानों ने 8 दिसंबर को दूसरी बार शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच करने की कोशिश की, लेकिन हरियाणा पुलिस ने उन्हें घग्गर नदी के पुल पर रोक लिया। करीब पौने 4 घंटे बाद मार्च टाल दिया गया। इसी दौरान हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर किसानों के बैरिकेडिंग उखाड़ने की कोशिश का वीडियो जारी कर दिया। पूरी खबर पढ़ें…