<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Police:</strong> राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से एक 4 महीने के बच्चे के अपहरण की गुत्थी को साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के सफदरजंग एनक्लेव थाना की पुलिस ने महज 8 घंटे के भीतर ही सुलझा लिया है. इस मामले में पुलिस ने अपहरणकर्ता महिला को गिरफ्तार कर बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया है. बच्चे को उसकी मां के हवाले कर दिया गया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी महिला गर्भधारण नहीं कर पा रही थी. इसलिए उसने संतान की चाहत को पूरी करने के लिए अस्पताल से नवजात को अगवा कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि, बिहार के मधुबनी की रहने वाली एक महिला शिकायतकर्ता ने 29 जनवरी को सफदरजंग पुलिस को अपने चार महीने के मासूम बच्चे के अपहरण की सूचना देते हुए बताया कि, वह अपने पति और बेटे के साथ तीन दिन पहले इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल आई थी और वेटिंग हॉल नंबर 5 में रह रही थी. इस दौरान उसकी जान-पहचान एक अज्ञात महिला से हुई, जो वहीं रह रही थी. वह करीब सवा 10 बजे अपने बच्चे के लिए दूध लेने के लिए सफदरजंग अस्पताल के गेट नंबर 1 पर गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई</strong><br />दूध खरीदने के लिए जाने से पहले, उसने अपने बेटे को उस अज्ञात महिला को सौंप दिया. वह 5-10 मिनट में ही वापस लौट आयी, लेकिन जब वह लौटी तो उसे न तो अपना बच्चा वहां मिला और न ही वह अज्ञात महिला का ही कुछ पता चला. काफी तलाश के बाद भी वह उनका पता नहीं लगा पाई. उसके पास न तो अपने बेटे की कोई तस्वीर थी और ना ही उसे उस अज्ञात महिला के बारे में कोई जानकारी थी. महिला की शिकायत के आधार पर बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एएटीएस की भी ली गयी सहायता </strong><br />डीसीपी ने बताया कि, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसीपी रणवीर सिंह की देखरेख और एसएचओ रजनीश कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर ऋषि शर्मा हरि सिंह, एसआई सुनील गौड़, सत्येंद्र गुलिया, सोमबीर श्योराण, एएसआई जय प्रकाश, हेड कॉन्स्टेबल अनिल, पुष्पेंद्र, राजेंद्र, महिला कांस्टेबल साधना एवं अन्य की टीम का गठन किया गया. इसके साथ ही एएटीएस की भी सहायता ली गयी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महिला के बैग में रखे मेट्रो के टिकट से मिला महिला का सुराग</strong><br />जांच के दौरान टीम को पता चला कि, आरोपी महिला अपना बैग वेटिंग हॉल में भूल गई थी. जिसकी तलाशी में दिल्ली मेट्रो के तीन डीटीसी के पांच टिकट मिले. मेट्रो टिकट 4 दिसंबर 2024 और 22 जनवरी 2025 के थे, जो जहांगीरपुरी से एम्स और एम्स से जहांगीरपुरी के थे. जिस पर पुलिस ने 22 जनवरी के जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन के सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला. जिसमें आरोपी महिला की वापसी के मार्ग में जहांगीरपुरी पुरी मेट्रो स्टेशन पर आवाजाही पाई गई. सीसीटीवी फुटेज की आगे की जांच से पता चला कि आरोपी महिला सुबह 11:05 बजे टीएसआर से बच्चे को लेकर निकली थी और अरबिंदो मार्ग से रिंग रोड होते हुए धौला कुआं की ओर गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीसीटीवी में कार के सवार होती नजर आयी महिला</strong><br />टीम ने टीएसआर को ट्रैक कर उसके चालक से पूछताछ की, जिसने बताया कि उसने महिला को बच्चे के साथ भीम राव अंबेडकर अस्पताल के गेट नंबर 1 पर उतारा था. जिस पर टीम ने भीम राव अंबेडकर अस्पताल में सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें आरोपी महिला बच्चे और दो अन्य व्यक्तियों के साथ मारुति स्विफ्ट कार में वहां से जाती हुई नजर आयी. स्विफ्ट कार अलीपुर गांव के अंबेडकर कॉलोनी के रहने वाले राजीव नाम के शख्स के नाम पर रजिस्टर्ड पाई गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चा न होने के कारण महिला ने बनाई बच्चे के अपहरण की योजना</strong><br />जिस पर पुलिस ने 30 जनवरी की सुबह-सुबह शिकायतकर्ता महिला के साथ उस पते पर छापेमारी की और आरोपी महिला, नीतू पत्नी राजीव को दबोच लिया और अपहृत बच्चे को उसके कब्जे से बरामद कर लिया. आरोपी महिला से पूछताछ में पता चला कि, आरोपी महिला गर्भवती होने का बहाना कर अपने पति और ससुर को धोखा दिया और 27 जनवरी 2025 को वह अस्पताल में भर्ती होने के बहाने सफदरजंग अस्पताल चली गई और 29 जनवरी 2025 को लगभग 1:00 बजे फोन करके बताया कि उसने लड़के को जन्म दिया है. उन्हें ले जाने के लिये उसने अपने पति और ससुर को बीआर अंबेडकर अस्पताल आने को कहा और फिर वह वहां से उनके साथ चली गयी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के मुताबिक, 35 वर्षीय आरोपी महिला नीतू की शादी 07 साल पहले हुई थी और वह अपने ससुराल वालों के साथ रह रही थी. लेकिन शादी के सात साल पूरे होने के बाद भी उसे कोई बच्चा नहीं था. इसलिए उसने सफदरजंग अस्पताल से बच्चे का अपहरण करने का फैसला किया. इस मामले में पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”दिल्ली चुनाव में गर्माया जमीन कब्जे का मुद्दा, BJP के आरोप पर क्या बोले सोमनाथ भारती?” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-election-2025-aap-somnath-bharti-attack-bjp-on-land-grabbing-case-ann-2875867″ target=”_self”>दिल्ली चुनाव में गर्माया जमीन कब्जे का मुद्दा, BJP के आरोप पर क्या बोले सोमनाथ भारती?</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Police:</strong> राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल से एक 4 महीने के बच्चे के अपहरण की गुत्थी को साउथ वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के सफदरजंग एनक्लेव थाना की पुलिस ने महज 8 घंटे के भीतर ही सुलझा लिया है. इस मामले में पुलिस ने अपहरणकर्ता महिला को गिरफ्तार कर बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया है. बच्चे को उसकी मां के हवाले कर दिया गया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी महिला गर्भधारण नहीं कर पा रही थी. इसलिए उसने संतान की चाहत को पूरी करने के लिए अस्पताल से नवजात को अगवा कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>डीसीपी सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि, बिहार के मधुबनी की रहने वाली एक महिला शिकायतकर्ता ने 29 जनवरी को सफदरजंग पुलिस को अपने चार महीने के मासूम बच्चे के अपहरण की सूचना देते हुए बताया कि, वह अपने पति और बेटे के साथ तीन दिन पहले इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल आई थी और वेटिंग हॉल नंबर 5 में रह रही थी. इस दौरान उसकी जान-पहचान एक अज्ञात महिला से हुई, जो वहीं रह रही थी. वह करीब सवा 10 बजे अपने बच्चे के लिए दूध लेने के लिए सफदरजंग अस्पताल के गेट नंबर 1 पर गई थी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई</strong><br />दूध खरीदने के लिए जाने से पहले, उसने अपने बेटे को उस अज्ञात महिला को सौंप दिया. वह 5-10 मिनट में ही वापस लौट आयी, लेकिन जब वह लौटी तो उसे न तो अपना बच्चा वहां मिला और न ही वह अज्ञात महिला का ही कुछ पता चला. काफी तलाश के बाद भी वह उनका पता नहीं लगा पाई. उसके पास न तो अपने बेटे की कोई तस्वीर थी और ना ही उसे उस अज्ञात महिला के बारे में कोई जानकारी थी. महिला की शिकायत के आधार पर बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत एक मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एएटीएस की भी ली गयी सहायता </strong><br />डीसीपी ने बताया कि, मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसीपी रणवीर सिंह की देखरेख और एसएचओ रजनीश कुमार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर ऋषि शर्मा हरि सिंह, एसआई सुनील गौड़, सत्येंद्र गुलिया, सोमबीर श्योराण, एएसआई जय प्रकाश, हेड कॉन्स्टेबल अनिल, पुष्पेंद्र, राजेंद्र, महिला कांस्टेबल साधना एवं अन्य की टीम का गठन किया गया. इसके साथ ही एएटीएस की भी सहायता ली गयी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महिला के बैग में रखे मेट्रो के टिकट से मिला महिला का सुराग</strong><br />जांच के दौरान टीम को पता चला कि, आरोपी महिला अपना बैग वेटिंग हॉल में भूल गई थी. जिसकी तलाशी में दिल्ली मेट्रो के तीन डीटीसी के पांच टिकट मिले. मेट्रो टिकट 4 दिसंबर 2024 और 22 जनवरी 2025 के थे, जो जहांगीरपुरी से एम्स और एम्स से जहांगीरपुरी के थे. जिस पर पुलिस ने 22 जनवरी के जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन के सीसीटीवी फुटेजों को खंगाला. जिसमें आरोपी महिला की वापसी के मार्ग में जहांगीरपुरी पुरी मेट्रो स्टेशन पर आवाजाही पाई गई. सीसीटीवी फुटेज की आगे की जांच से पता चला कि आरोपी महिला सुबह 11:05 बजे टीएसआर से बच्चे को लेकर निकली थी और अरबिंदो मार्ग से रिंग रोड होते हुए धौला कुआं की ओर गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सीसीटीवी में कार के सवार होती नजर आयी महिला</strong><br />टीम ने टीएसआर को ट्रैक कर उसके चालक से पूछताछ की, जिसने बताया कि उसने महिला को बच्चे के साथ भीम राव अंबेडकर अस्पताल के गेट नंबर 1 पर उतारा था. जिस पर टीम ने भीम राव अंबेडकर अस्पताल में सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें आरोपी महिला बच्चे और दो अन्य व्यक्तियों के साथ मारुति स्विफ्ट कार में वहां से जाती हुई नजर आयी. स्विफ्ट कार अलीपुर गांव के अंबेडकर कॉलोनी के रहने वाले राजीव नाम के शख्स के नाम पर रजिस्टर्ड पाई गई.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बच्चा न होने के कारण महिला ने बनाई बच्चे के अपहरण की योजना</strong><br />जिस पर पुलिस ने 30 जनवरी की सुबह-सुबह शिकायतकर्ता महिला के साथ उस पते पर छापेमारी की और आरोपी महिला, नीतू पत्नी राजीव को दबोच लिया और अपहृत बच्चे को उसके कब्जे से बरामद कर लिया. आरोपी महिला से पूछताछ में पता चला कि, आरोपी महिला गर्भवती होने का बहाना कर अपने पति और ससुर को धोखा दिया और 27 जनवरी 2025 को वह अस्पताल में भर्ती होने के बहाने सफदरजंग अस्पताल चली गई और 29 जनवरी 2025 को लगभग 1:00 बजे फोन करके बताया कि उसने लड़के को जन्म दिया है. उन्हें ले जाने के लिये उसने अपने पति और ससुर को बीआर अंबेडकर अस्पताल आने को कहा और फिर वह वहां से उनके साथ चली गयी.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के मुताबिक, 35 वर्षीय आरोपी महिला नीतू की शादी 07 साल पहले हुई थी और वह अपने ससुराल वालों के साथ रह रही थी. लेकिन शादी के सात साल पूरे होने के बाद भी उसे कोई बच्चा नहीं था. इसलिए उसने सफदरजंग अस्पताल से बच्चे का अपहरण करने का फैसला किया. इस मामले में पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”दिल्ली चुनाव में गर्माया जमीन कब्जे का मुद्दा, BJP के आरोप पर क्या बोले सोमनाथ भारती?” href=”https://www.abplive.com/states/delhi-ncr/delhi-election-2025-aap-somnath-bharti-attack-bjp-on-land-grabbing-case-ann-2875867″ target=”_self”>दिल्ली चुनाव में गर्माया जमीन कब्जे का मुद्दा, BJP के आरोप पर क्या बोले सोमनाथ भारती?</a></strong></p> दिल्ली NCR गुजरात में नए मुख्य सचिव बनते ही हुआ बड़े बदलाव, 68 IAS अधिकारियों का तबादला