यूपी में करीब 40 हजार गुर्दा मरीज डायलिसिस पर हैं। इनमें 40 से 50 प्रतिशत मरीज गुर्दा प्रत्यारोपण के इंतजार में हैं। समय पर गुर्दा प्रत्यारोपण न होने से मरीजों की दिक्कतें बढ़ रही है। मरीजों को नई जिंदगी देने के लिए कैडवरिक गुर्दा प्रत्यारोपण के प्रति जागरुकता बढ़ाने की जरूरत है। ये सलाह KGMU नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विश्वजीत सिंह ने दी। वे सोमवार को बलरामपुर अस्पताल के 156वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। अस्पताल प्रेक्षागृह में धूमधाम से समारोह मना। हर साल बढ़ रहे 5 हजार मरीज KGMU नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ.विश्वजीत सिंह ने कहा कि गुर्दे की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। यूपी में हर साल पांच हजार से नए गुर्दा मरीज डायलिसिस पर जा रहे हैं। गुर्दा प्रत्यारोपण चुनिंदा सरकारी संस्थानों में हो रहा है। लगभग 350 से 400 मरीजों का गुर्दा प्रत्यारोपण सरकारी संस्थानों में हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि गुर्दे की बीमारी के लक्षण तब नजर आते हैं जब वह गंभीर हो जाती है। गुर्दे फेल होने से मरीज की डायलिसिस की जरूरत पड़ती है। किडनी ट्रांसप्लांट में न करे देरी डॉ.विश्वजीत सिंह ने कहा कि डायलिसिस मरीज की जितनी जल्दी हो सके गुर्दा प्रत्यारोपण करा लेना चाहिए। क्योंकि बीमारी के दौरान मरीज डायबिटीज व ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं की चपेट में भी आ जाता है। समय पर गुर्दा प्रत्यारोपण की सफलता दर बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि प्रत्यारोपण के बाद मरीज को संक्रमण से बचाना सबसे बड़ी चुनौती होती है। क्योंकि प्रत्यारोपण के बाद दवाओं से मरीज में रोग प्रतिरोधक क्षमता बिलकुल घट जाती है। लिहाजा मरीज की सेहत की निगरानी लगातार करनी चाहिए। गुणवत्तापरक इलाज मिल सके स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी शर्मा ने कहा कि सरकारी अस्पतालों के प्रति मरीजों का भरोसा बढ़ रहा है। मरीजों को गुणवत्तापरक इलाज मिल रहा है। आधुनिक इलाज की सुविधा भी जुटाई जा रही है। इलाज की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शोध व सेमिनार को बढ़ावा देने की जरूरत है। ताकि ज्ञान का आदान-प्रदान किया जा सके। इसका सीधा फायदा मरीजों को होगा। उन्हें बेहतर व आधुनिक इलाज मिल सकेगा। टीबी उन्मूलन पर 100 दिवसीय अभियान KGMU रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ.सूर्यकांत ने कहा कि टीबी को खत्म करने के लिए सभी की सहभागिता की जरूरत है। लगातार खांसी, बुखार व बेवजह वजन गिरने पर संजीदा हो जाएं। जांच कराएं। ताकि टीबी का खात्मा किया जा सके। टीबी का पूरा इलाज है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार 100 दिवसीय विशेष अभियान के तहत टीबी उन्मूलन की रणनीतियों पर प्रकाश डाला। ये विशेषज्ञ मौजूद रहे कार्यक्रम में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.रतन पाल सिंह, परिवार कल्याण महानिदेशक डॉ. सुषमा सिंह, महानिदेशक प्रशिक्षण डॉ. पवन कुमार अरुण, बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी, निदेशक डॉ. सुशील प्रकाश, अस्पताल के वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएच उस्मानी, KGMU सर्जरी विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ. अरशद अहमद, हिमैटोलॉजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एके त्रिपाठी, SGPGI कॉर्डियोलॉजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. नुकुल सिन्हा, डॉ. सुहाग वर्मा ने अपने विचार रखे। यूपी में करीब 40 हजार गुर्दा मरीज डायलिसिस पर हैं। इनमें 40 से 50 प्रतिशत मरीज गुर्दा प्रत्यारोपण के इंतजार में हैं। समय पर गुर्दा प्रत्यारोपण न होने से मरीजों की दिक्कतें बढ़ रही है। मरीजों को नई जिंदगी देने के लिए कैडवरिक गुर्दा प्रत्यारोपण के प्रति जागरुकता बढ़ाने की जरूरत है। ये सलाह KGMU नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. विश्वजीत सिंह ने दी। वे सोमवार को बलरामपुर अस्पताल के 156वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। अस्पताल प्रेक्षागृह में धूमधाम से समारोह मना। हर साल बढ़ रहे 5 हजार मरीज KGMU नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ.विश्वजीत सिंह ने कहा कि गुर्दे की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। यूपी में हर साल पांच हजार से नए गुर्दा मरीज डायलिसिस पर जा रहे हैं। गुर्दा प्रत्यारोपण चुनिंदा सरकारी संस्थानों में हो रहा है। लगभग 350 से 400 मरीजों का गुर्दा प्रत्यारोपण सरकारी संस्थानों में हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि गुर्दे की बीमारी के लक्षण तब नजर आते हैं जब वह गंभीर हो जाती है। गुर्दे फेल होने से मरीज की डायलिसिस की जरूरत पड़ती है। किडनी ट्रांसप्लांट में न करे देरी डॉ.विश्वजीत सिंह ने कहा कि डायलिसिस मरीज की जितनी जल्दी हो सके गुर्दा प्रत्यारोपण करा लेना चाहिए। क्योंकि बीमारी के दौरान मरीज डायबिटीज व ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं की चपेट में भी आ जाता है। समय पर गुर्दा प्रत्यारोपण की सफलता दर बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि प्रत्यारोपण के बाद मरीज को संक्रमण से बचाना सबसे बड़ी चुनौती होती है। क्योंकि प्रत्यारोपण के बाद दवाओं से मरीज में रोग प्रतिरोधक क्षमता बिलकुल घट जाती है। लिहाजा मरीज की सेहत की निगरानी लगातार करनी चाहिए। गुणवत्तापरक इलाज मिल सके स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी शर्मा ने कहा कि सरकारी अस्पतालों के प्रति मरीजों का भरोसा बढ़ रहा है। मरीजों को गुणवत्तापरक इलाज मिल रहा है। आधुनिक इलाज की सुविधा भी जुटाई जा रही है। इलाज की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए शोध व सेमिनार को बढ़ावा देने की जरूरत है। ताकि ज्ञान का आदान-प्रदान किया जा सके। इसका सीधा फायदा मरीजों को होगा। उन्हें बेहतर व आधुनिक इलाज मिल सकेगा। टीबी उन्मूलन पर 100 दिवसीय अभियान KGMU रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ.सूर्यकांत ने कहा कि टीबी को खत्म करने के लिए सभी की सहभागिता की जरूरत है। लगातार खांसी, बुखार व बेवजह वजन गिरने पर संजीदा हो जाएं। जांच कराएं। ताकि टीबी का खात्मा किया जा सके। टीबी का पूरा इलाज है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार 100 दिवसीय विशेष अभियान के तहत टीबी उन्मूलन की रणनीतियों पर प्रकाश डाला। ये विशेषज्ञ मौजूद रहे कार्यक्रम में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ.रतन पाल सिंह, परिवार कल्याण महानिदेशक डॉ. सुषमा सिंह, महानिदेशक प्रशिक्षण डॉ. पवन कुमार अरुण, बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी, निदेशक डॉ. सुशील प्रकाश, अस्पताल के वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएच उस्मानी, KGMU सर्जरी विभाग के पूर्व प्रोफेसर डॉ. अरशद अहमद, हिमैटोलॉजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. एके त्रिपाठी, SGPGI कॉर्डियोलॉजी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. नुकुल सिन्हा, डॉ. सुहाग वर्मा ने अपने विचार रखे। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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कपूरथला में पास्टर के बेटे का किडनैप करने की धमकी:पाकिस्तान के नंबर से आई कॉल, पुलिस ने सवा दो महीने बाद दर्ज की FIR
कपूरथला में पास्टर के बेटे का किडनैप करने की धमकी:पाकिस्तान के नंबर से आई कॉल, पुलिस ने सवा दो महीने बाद दर्ज की FIR कपूरथला के गांव खोजेवाल में ओपन डोर चर्च के पास्टर हरप्रीत सिंह देओल के नाबालिग बेटे को स्कूल से किडनैप करने की धमकी मिली है। यह धमकी बेटे की दादी के मोबाइल पर पाकिस्तान के नंबर से आई कॉल में दी गई। घटना के बाद सवा दो महीने की तफ्तीश के बाद अज्ञात के खिलाफ थाना सदर में FIR दर्ज कर ली है। इसकी पुष्टि जांच अधिकारी ASI पाल सिंह ने की है। जानकारी के अनुसार, शिकायतकर्ता पास्टर धर्मेंदर बाजवा (उप प्रधान टेकेशटल कमेटी पंजाब) ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि पिछले 32 वर्षो से ओपन डोर चर्च कपूरथला, यीशु मसीह के प्रचार की सेवा को समर्पित है। इस चर्च के प्रमुख प्रचारक पास्टर हरप्रीत सिंह देओल प्रचार के साथ-साथ पेंटीकोस्टल क्रिश्चियन प्रबंधक कमेटी पंजाब के चैयरमेन भी है। उनको और उनके परिवार को आए दिन जान से मारने की धमकियां मिलती रहती हैं। जिससे उनका पूरा परिवार परेशानी में है। पुलिस से कई बार की गई शिकायत शिकायतकर्ता ने यह भी बताया कि 27 अगस्त 2024 को सुबह 10:21 बजे पर पास्टर देओल की माता के मोबाइल पर पाकिस्तान के नंबर से कॉल में अज्ञात व्यक्ति ने धमकी दी है। जिसमें फोन करने वाले ने कहा कि हरप्रीत देओल के नाबालिग बेटे को स्कूल से किडनैप करके वह अपने साथ ले जाएगा। उसकी हर बात मानने को भी कहा गया। इस फ़ोन काल के बाद स्थिति गंभीर रूप धारण कर गई। पास्टर हरप्रीत देओल तथा उनके परिवार को एंटी सोशल एलिमेंट्स से गंभीर खतरा है। पास्टर धर्मेंदर बाजवा बाजवा ने कहा कि इस घटना बारे पहले भी पुलिस को शिकायत दी गई थी। लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। वहीं, थाना सदर पुलिस ने पास्टर धर्मेंदर बाजवा की शिकायत पर पास्टर देओल के नाबालिग बेटे को स्कूल से किडनैप करने की कोशिश के आरोप में अज्ञात के खिलाफ BNS की विभिन्न धाराओं 308(2), 351(2) के तहत FIR दर्ज कर ली है। सदर थाना SHO सोनमदीप कौर ने बताया कि FIR दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
सुखबीर बादल पर फायरिंग, अकाली दल ने पुलिस को घेरा:मजीठिया ने CCTV फुटेज जारी किया, हमले से एक दिन पहले SP आतंकी चौड़ा से मिल रहे
सुखबीर बादल पर फायरिंग, अकाली दल ने पुलिस को घेरा:मजीठिया ने CCTV फुटेज जारी किया, हमले से एक दिन पहले SP आतंकी चौड़ा से मिल रहे पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर बादल पर फायरिंग को लेकर शिरोमणि अकाली दल और पंजाब पुलिस व AAP सरकार आमने-सामने हो गए हैं। एक तरफ CM भगवंत मान से लेकर समूची AAP लीडरशिप और मंत्री पंजाब पुलिस को सुखबीर की जान बचाने का क्रेडिट दे रहे हैं। वहीं अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने कहा कि वह फायरिंग की घटना की सुखबीर के प्रति सहानुभूति के एंगल से जांच करेंगे। इसके बाद अकाली नेता बिक्रम मजीठिया ने गोल्डन टेंपल का एक सीसीटीवी जारी कर दिया। जिसमें उनका दावा है कि 3 दिसंबर को अमृतसर पुलिस के SP हरपाल सिंह हमलावर आतंकी नारायण सिंह चौड़ा से मिले। अकाली नेता परमबंस सिंह रोमाणा ने भी इसको लेकर सवाल खड़े किए कि एसपी ने चौड़ा से हाथ मिलाया। उसके साथ बात की। आखिर चौड़ा को उसी वक्त गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। इसको लेकर अभी अमृतसर पुलिस की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में बुधवार को पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर खालिस्तानी आतंकी ने फायरिंग की। सुखबीर गोल्डन टेंपल के गेट पर सेवादार बनकर बैठे थे। डेरा सच्चा सौदा के मुखी राम रहीम को माफी देने को लेकर सिखों की सर्वोच्च अदालत अकाल तख्त ने उन्हें यह सजा दी है। वारदात के वक्त हमलावर ने जैसे ही सुखबीर पर गोली चलाई, उसी समय सिविल वर्दी में तैनात उनके सुरक्षाकर्मियों ने उसका हाथ पकड़कर ऊपर उठा दिया। जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर जा लगी। इससे सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए। इसके बाद हमलावर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। सुखबीर बादल को तुरंत सुरक्षा घेरे में ले लिया गया। गोल्डन टेंपल के बाहर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अमृतसर पुलिस ने गोल्डन टेंपल के पास से एक संदिग्ध NRI को गिरफ्तार किया है। NRI से एक पिस्टल बरामद की है, जो बिना लाइसेंस की है। वारदात के बाद पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर गोल्डन टेंपल पहुंचे। उन्होंने बताया कि आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार चौड़ा ने बयान दिया कि सुखबीर बादल पर बेअदबी और डेरा मुखी राम रहीम को माफी दिलाने के आरोप थे। इसी से आहत होकर उसने यह कदम उठाया। अकाली नेता डॉ. दलजीत चीमा ने कहा कि गुरदासपुर से कांग्रेस सांसद सुखजिंदर रंधावा का साथी मार्केट कमेटी का चेयरमैन है। गोली चलाने वाला व्यक्ति चेयरमैन के साथी का भाई है। सुखबीर बादल पर कैसे हुआ हमला 1. गोल्डन टेंपल में माथा टेकने के बहाने आया
सुखबीर बादल के गोल्डन टेंपल में होने की वजह से उनके सुरक्षाकर्मी अलर्ट थे। हमलावर नारायण सिंह चौड़ा दल खालसा का मेंबर है। उस पर 1984 में आतंकवाद के दौर में सक्रिय रहने और चंडीगढ़ बुड़ैल जेल ब्रेक जैसे आरोप रहे हैं। बुधवार को वह गोल्डन टेंपल में माथा टेकने के बहाने आया। 2. सुरक्षाकर्मियों की पहले से नजर थी
सुखबीर के सुरक्षाकर्मियों को भी इसकी भनक लग गई। उन्होंने चौड़ा पर नजर रखी। चौड़ा पहले वहां घूमता रहा। इसके बाद वह धीरे-धीरे गोल्डन टेंपल के गेट की तरफ बढ़ा, जहां सुखबीर बादल व्हीलचेयर पर बैठकर सेवादार की ड्यूटी कर रहे थे। 3. चंद कदम की दूरी पर जैकेट से पिस्टल निकालकर फायर किया
जब उसकी सुखबीर बादल से दूरी चंद मीटर की रह गई तो उसने अपनी जैकेट से पिस्टल निकाली और सुखबीर पर निशाना साधकर फायरिंग करने लगा। सुखबीर के सुरक्षाकर्मी उस पर पहले से नजर रख रहे थे। उन्होंने उसका हाथ पकड़कर ऊपर उठा दिया। जिससे गोली गोल्डन टेंपल की दीवार पर लगी। इसके बाद पुलिस कॉन्स्टेबल रछपाल सिंह और परमिंदर सिंह ने आरोपी को पकड़ लिया। 3 तस्वीरों में देखिए हमले का पूरा घटनाक्रम… ———————– सुखबीर बादल मामले से जुड़ी ये खबरें पढ़ें… आतंकी चौड़ा की हिटलिस्ट में था बादल परिवार, 1984 में खालिस्तानियों से जुड़ा पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर फायरिंग करने वाला नारायण सिंह चौड़ा गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक का रहने वाला है। नारायण सिंह चौड़ा की हिटलिस्ट में बादल परिवार पहले से था। वह बादल परिवार को सिख पंथ का गद्दार मानता है। चौड़ा आतंकियों के साथ जेल काट चुका है और खुद भी आतंकी गतिविधियों में शामिल रहा है। पूरी खबर पढ़ें… सुखबीर बादल के हमलावर संग नहीं रहते वकील बेटे, गांव में 2 मंजिला मकान पंजाब के पूर्व डिप्टी CM सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल में खालिस्तानी आतंकी नारायण सिंह चौड़ा ने फायरिंग की। सुरक्षाकर्मियों की मुस्तैदी की वजह से गोली दीवार पर जाकर लगी, जिसके चलते सुखबीर बादल बाल-बाल बच गए। आरोपी गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक के चौड़ा गांव का नारायण सिंह है। पूरी खबर पढ़ें… केंद्रीय मंत्री बिट्टू बोले- आरोपी चौड़ा ने मुझे भी मारने की कोशिश की पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल पर फायरिंग के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि आरोपी नारायण सिंह चौड़ा ने मुझे भी मारने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा कि जब वह 2009 में श्री आनंदपुर साहिब के सांसद थे, तब इस हमले का आरोपी नारायण सिंह चौड़ा उन्हें भी मारने की कोशिश कर रहा था। रूपनगर के तत्कालीन एसएसपी ने उन्हें चेतावनी दी थी। पूरी खबर पढ़ें…
‘स्कूल संचालक ने तंत्र-मंत्र में बेटे को मार डाला’:रामपुर में पिता बोले–नए कपड़े दिलाए, फिर नदी में डुबो दिया
‘स्कूल संचालक ने तंत्र-मंत्र में बेटे को मार डाला’:रामपुर में पिता बोले–नए कपड़े दिलाए, फिर नदी में डुबो दिया रामपुर में 11 साल के बच्चे की नदी में डूबने से मौत हो गई। सुबह घटनास्थल से 10 किमी दूर SDRF की टीम ने बच्चे के शव बरामद किया। परिजनों का आरोप है कि एक युवक बाइक से आया और खेत में खेल रहे दो बच्चों को बहला-फुसला कर अपहरण कर ले गया। आरोपी स्कूल संचालक है। उसका स्कूल नहीं चल रहा है। तंत्र-मंत्र करने के लिए दोनों मासूमों को अपने साथ नदी के किनारे ले गया। एक बच्चे को नदी में डुबाकर मार डाला। दूसरा बच्चा जान बचाकर वहां से भाग गया। घटना अजीम नगर थाना क्षेत्र के ढक्का हाजी नगर की है। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया है। उससे घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है। मासूमों को पहले दिलवाए नए कपड़े
हाजी नगर निवासी साबिर हसन ने बताया कि उनका बेटा समी (11) 5वीं में पढ़ता था। गुरुवार सुबह घर के बाहर खेल रहा था। उसके साथ पड़ोस में रहने वाला शानिब (12) पुत्र अफसर अली भी खेल रहा था। इस दौरान ग्राम नगलिया आकिल निवासी सलमान बाइक से आया और दोनों मासूमों को फुसलाकर साथ ले गया। सलमान ने एक दुकान से दोनों को नए कपड़े दिलवाए। इसका पेमेंट गूगल पे से किया। इसके बाद दोनों मासूमों को दरिया गढ़ थाना भोट गांव की पीला खार नदी के पास ले गया। लोगों ने मासूम से रोने का पूछा कारण
सलमान जब बच्चों को नदी में डुबाने लगा, तो शानिब नदी से निकलकर भाग गया, जबकि समी को उसने डुबाकर मार दिया। शानिब कुछ दूर आकर रोने लगा। वहां से गुजर रहे लोगों ने उससे रोने का कारण पूछा, तो उसने पूरी बात बताई। तब तक सलमान वहां से फरार हो गया था। घटना का पता चलते ही गांव वालों के साथ बच्चों के परिजन मौके पर पहुंचे। समी की तलाश शुरू कर दी। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सुबह मासूम समी के शव को एसडीआरएफ ने पीला खार नदी से निकाला। पीला खार नदी में मिला शव
परिजनों ने बताया कि सलमान का दिल्ली में बिरयानी का होटल है। उसका स्कूल भी है। वह स्कूल को चलाना चाहता है। इसके लिए तंत्र-मंत्र के लिए बच्चों की बलि चढ़ाने के लिए मासूमों का अपहरण कर साथ लेकर गया था। सलमान ने एक मासूम को डुबाकर मार दिया। जिसका शव नदी में सुबह मिला। पुलिस ने आरोपी सलमान को हिरासत में लिया है। एएसपी अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि बच्चे का शव बरामद कर लिया गया है। साथ ही आरोपी से पूछताछ की जा रही है। मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। ये भी पढ़ें… अयोध्या गैंगरेप केस…मोईद खान और राजू पर आरोप तय:सपा नेता से DNA मैच नहीं हुआ था, 15 अक्टूबर को पीड़िता की होगी गवाही अयोध्या गैंगरेप मामले में सपा नेता मोईद खान और उनके नौकर राजू पर आरोप तय हो गए हैं। गवाही के लिए 15 अक्टूबर की तारीख कोर्ट ने तय की है। 12 साल की पीड़ित बच्ची और मां के बयान इसी दिन दर्ज किए जाएंगे। घटना में विवेचक को कोर्ट से 25 दिन की रिमांड मिली थी। गुरुवार को सुनवाई विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट निरुपमा विक्रम की अदालत में हुई। पढ़ें पूरी खबर…