हरियाणा में निकाय चुनाव को लेकर आज बड़ी अपडेट आने वाली है। करनाल जिले की इंद्री और नीलोखेड़ी नगर पालिकाओं समेत पूरे प्रदेश में आज निकाय चुनाव की तारीख का ऐलान होगा। शाम 4 बजे हरियाणा चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य निर्वाचन अधिकारी धनपत सिंह 8 नगर निगमों, 22 नगर पालिकाओं और 4 नगर परिषदों के चुनाव की तारीखों का ऐलान करेंगे। इसके साथ ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों का इंतजार भी खत्म हो जाएगा। राजनीतिक दलों में हलचल, टिकट के लिए जोर आजमाइश निकाय चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है, लेकिन इससे भी ज्यादा बेचैनी उन लोगों में है जो पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि वह अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस की ओर से अब तक कोई ठोस बयान नहीं आया है। लेकिन कांग्रेस नेता दावा जरूर कर चुके है इस बार पार्टी सिंबल ही कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। उधर, आम आदमी पार्टी भी सिंबल पर ही चुनाव लड़ने के मूड में है। इस बीच, इंद्री और नीलोखेड़ी में चेयरमैन व पार्षद बनने की चाह रखने वाले दावेदार टिकट के लिए जोड़-तोड़ में जुट गए हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव के चलते रुका था निकाय चुनाव दरअसल, हरियाणा में निकाय चुनाव की घोषणा पहले 4 जनवरी तक होनी थी और 4 फरवरी तक मतदान पूरा करने की योजना थी। लेकिन दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने के चलते सभी राजनीतिक दल वहां बिजी थे। ऐसे में हरियाणा सरकार ने फैसला लिया कि निकाय चुनाव 5 फरवरी के बाद कराए जाएंगे। अब इन चुनावों को ईवीएम मशीन से एक ही चरण में पूरा किया जाएगा। हरियाणा में निकाय चुनाव को लेकर आज बड़ी अपडेट आने वाली है। करनाल जिले की इंद्री और नीलोखेड़ी नगर पालिकाओं समेत पूरे प्रदेश में आज निकाय चुनाव की तारीख का ऐलान होगा। शाम 4 बजे हरियाणा चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य निर्वाचन अधिकारी धनपत सिंह 8 नगर निगमों, 22 नगर पालिकाओं और 4 नगर परिषदों के चुनाव की तारीखों का ऐलान करेंगे। इसके साथ ही चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों का इंतजार भी खत्म हो जाएगा। राजनीतिक दलों में हलचल, टिकट के लिए जोर आजमाइश निकाय चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गई है, लेकिन इससे भी ज्यादा बेचैनी उन लोगों में है जो पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि वह अपने सिंबल पर चुनाव लड़ेगी, जबकि कांग्रेस की ओर से अब तक कोई ठोस बयान नहीं आया है। लेकिन कांग्रेस नेता दावा जरूर कर चुके है इस बार पार्टी सिंबल ही कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। उधर, आम आदमी पार्टी भी सिंबल पर ही चुनाव लड़ने के मूड में है। इस बीच, इंद्री और नीलोखेड़ी में चेयरमैन व पार्षद बनने की चाह रखने वाले दावेदार टिकट के लिए जोड़-तोड़ में जुट गए हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव के चलते रुका था निकाय चुनाव दरअसल, हरियाणा में निकाय चुनाव की घोषणा पहले 4 जनवरी तक होनी थी और 4 फरवरी तक मतदान पूरा करने की योजना थी। लेकिन दिल्ली में 5 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने के चलते सभी राजनीतिक दल वहां बिजी थे। ऐसे में हरियाणा सरकार ने फैसला लिया कि निकाय चुनाव 5 फरवरी के बाद कराए जाएंगे। अब इन चुनावों को ईवीएम मशीन से एक ही चरण में पूरा किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में SC चेहरे को राज्यसभा भेजेगी BJP:लोकसभा में अंबाला-सिरसा रिजर्व सीट हारी; इंटरनल रिपोर्ट- लोकसभा में जाट-एससी वोटर्स इकट्ठे हुए
हरियाणा में SC चेहरे को राज्यसभा भेजेगी BJP:लोकसभा में अंबाला-सिरसा रिजर्व सीट हारी; इंटरनल रिपोर्ट- लोकसभा में जाट-एससी वोटर्स इकट्ठे हुए हरियाणा में लोकसभा चुनाव में जाट-SC वोट बैंक के गठजोड़ ने BJP में खलबली मचा दी है। इसी वजह से BJP न केवल अंबाला और सिरसा की रिजर्व लोकसभा सीट हार गई बल्कि राव इंद्रजीत जैसे दिग्गज भी कड़े मुकाबले में फंस गए। चुनाव निपटने के बाद BJP ने समीक्षा की तो इंटरनल रिपोर्ट में सामने आया कि जाट पहले भाजपा के खिलाफ थे। कांग्रेस के BJP पर पूर्ण बहुमत मिलने के बाद संविधान बदलने की तैयारी के आरोप से SC वोटर भी जाटों के साथ जुड़ गए। यही वजह है कि चुनाव निपटते ही CM नायब सैनी ने तुरंत गरीब परिवारों को 100-100 गज के प्लाट दिलाने शुरू कर दिए। वहीं अब दीपेंद्र हुड्डा के रोहतक से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट पर भी किसी SC चेहरे को उतारा जा सकता है। 5 लोकसभा सीट हार गई भाजपा
लोकसभा चुनाव में भाजपा को 5 ही लोकसभा सीटों पर जीत मिली। 5 पर भाजपा के उम्मीदवार हार गए। किसान आंदोलन और गैर जाट पॉलिटिक्स की वजह से जाट कम्युनिटी पहले ही भाजपा से दूर है। जिसका असर रोहतक जैसी सीट पर देखने को मिला। जहां दीपेंद्र हुड्डा 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीते। सोनीपत में भी कांग्रेस के सतपाल ब्रह्मचारी जाटों के एकतरफा होने से जीत गए। अंबाला की रिजर्व सीट पर सांसद रतन लाल कटारिया के निधन के बाद बंतो कटारिया को उतारने का भावनात्मक कार्ड भी नहीं चला। सिरसा में मौजूदा सांसद सुनीता दुग्गल को हटा अशोक तंवर को लाने का दांव भी फेल हो गया। भाजपा सिर्फ करनाल और फरीदाबाद सीट ही कंफर्टेबल तरीके से जीत सकी। गुरुग्राम, भिवानी-महेंद्रगढ़ और कुरूक्षेत्र में BJP कड़े मुकाबले में फंसी रही। गुरुग्राम में जहां राव इंद्रजीत का निजी रसूख काम आया। वहीं कुरूक्षेत्र में भाजपा के नवीन जिंदल को I.N.D.I.A. ब्लॉक के तहत AAP कैंडिडेट से फायदा हुआ। आप के सुशील गुप्ता को कांग्रेस का समर्थन था लेकिन चुनाव निशान कांग्रेस का पंजा नहीं बल्कि आप का झाड़ू था। भिवानी-महेंद्रगढ़ में भाजपा ने जाट उम्मीदवार चौधरी धर्मवीर को उतारा था। इसलिए वे यहां एक हद तक जाटों के भाजपा का एकतरफा विरोध को थामने में कामयाब रहे। जिसकी वजह से चुनाव जीतने में कामयाब रहे। SC वोटर BJP से नाराज, इसके 2 संकेत समझिए 1. राव इंद्रजीत ने कहा- एक समुदाय हमसे नाराज हुआ
राव इंद्रजीत गुरुग्राम सीट पर कांग्रेस के सेलिब्रिटी कैंडिडेट राज बब्बर से कड़े मुकाबले में फंसे। शुरुआत में तो राज बब्बर लगातार लीड ले रहे थे। हालांकि राव ने अपनी सीट बचा ली और छठी बार सांसद बन गए। इसके बाद उन्होंने समर्थकों के बीच जीत को लेकर कई बातें कहीं। इसी में उन्होंने कहा कि सिर्फ एक समुदाय के चलते उन्हें ही नहीं बल्कि भाजपा को हर जगह नुकसान हुआ। इस दौरान उन्होंने एक SC नेता को पुकारते हुए इशारा भी किया कि उनका मतलब नूंह का मुस्लिम समुदाय नहीं बल्कि एससी समुदाय है। 2. CM ने अलॉट प्लाटों के कब्जे देने शुरू किए
राज्य में सरकार ने गरीब परिवारों को 100-100 गज के प्लाट देने की स्कीम बनाई थी। इन परिवारों को प्लाट अलॉट भी हो गए। हालांकि कब्जे नहीं दिए। लोकसभा चुनाव में झटका लगा तो सोनीपत में विशेष कार्यक्रम किया गया। जिसमें CM नायब सैनी ने प्लाटों के कब्जे-कागजात देने शुरू किए। खास बात यह है कि इन प्लाटों के लाभार्थियों में सबसे बड़ा तबका SC वर्ग है। इसी वजह से न केवल इस काम को तेजी से किया गया बल्कि सीएम खुद इसे लीड कर रहे हैं। SC से सरकार में एक ही मंत्री, एक राज्यसभा सांसद
मौजूदा वक्त में भाजपा के 4 राज्यसभा सांसद हैं। इनमें जाट चेहरे के तौर पर सुभाष बराला, जांगिड़ समाज से रामचंद्र जांगिड़, ब्राह्मण चेहरे के तौर पर निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा को समर्थन दिया है। वहीं चौथे सांसद कृष्णलाल पंवार एससी चेहरा हैं। वहीं सरकार में सिर्फ लोक निर्माण मंत्री डॉ. बनवारी लाल ही एससी समुदाय से हैं। ऐसे में एक और एससी चेहरे को राज्यसभा भेजकर भाजपा उन्हें फिर से अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर सकती है। भाजपा की टेंशन, 5 महीने बाद विधानसभा चुनाव
लोकसभा चुनाव में तो भाजपा 2019 की 10 सीटों के मुकाबले हाफ यानी 5 सीटों पर आ गई। मगर, असली टेंशन 5 महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव हैं। लोकसभा चुनाव को विधानसभा सीटों पर जीत के लिहाज से देखें तो भाजपा सिर्फ 44 पर जीत पाई। बाकी 46 सीटों पर कांग्रेस आगे रही। ऐसे में अगर जाट वोटर्स के बाद एससी वोटरों की भी नाराजगी जारी रही तो फिर विधानसभा में तीसरी बार लगातार सत्ता नहीं मिल पाएगी। इसी वजह से भाजपा ने जहां मनोहर लाल खट्टर, राव इंद्रजीत और कृष्णपाल गुर्जर को केंद्र में मंत्री बना लोगों को खुश करने की कोशिश की है, वहीं अब राज्यसभा सांसद के जरिए भाजपा एससी वोटरों को रिझा सकती है। ये खबर भी पढ़ें… हरियाणा में एक राज्यसभा सीट खाली:रोहतक लोकसभा से जीत चुके दीपेंद्र हुड्डा; उपचुनाव में BJP सरकार का बहुमत का भी टेस्ट होगा हरियाणा की 5 में से एक राज्यसभा सीट खाली हो गई है। यह सीट अभी तक कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के पास थी। दीपेंद्र ने हाल ही में रोहतक लोकसभा सीट से चुनाव जीत लिया। जिसके बाद उनकी राज्यसभा सीट को खाली करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा विधानसभा में मिला सांप:खतरनाक प्रजाति का रसेल वाइपर स्नेक, कर्मचारियों में हड़कंप; रेस्क्यू टीम पकड़ ले गई
हरियाणा विधानसभा में मिला सांप:खतरनाक प्रजाति का रसेल वाइपर स्नेक, कर्मचारियों में हड़कंप; रेस्क्यू टीम पकड़ ले गई हरियाणा विधानसभा में आज सुबह सांप मिलने से हड़कंप मच गया। सुबह जब कर्मचारी ड्यूटी पर आए तो विधानसभा में सांप देखकर उनके होश उड़ गए। कर्मचारियों ने तुरंत सीनियर अधिकारियों को फोन कर इसकी सूचना दी। इसके बाद वन विभाग को सूचना दी गई। वन विभाग ने स्नेक एक्सपर्ट को मौके पर भेजा और सांप को पकड़ लिया। इसके बाद कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। सांप खतरनाक प्रजाति का रसेल वाइपर है। यह दुनिया के सबसे खतरनाक सांपों में से एक माना जाता है। इसके जहर की एक बूंद भी कई लोगों की जान ले सकती है। बता दें कि आगामी 13 नवंबर से विधानसभा सत्र शुरू हो रहा है। विधायक सत्र के दौरान मुख्यमंत्री समेत पूरी कैबिनेट और दूसरी पार्टियों के विधायक मौजूद रहेंगे। ऐसे में सांप मिलने से उनकी सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं। फिलहाल सांप को पकड़ लिया गया है और इसे दूर जंगल में छोड़ा जाएगा। 4 महीने पहले हरियाणा सचिवालय में निकला था सांप
इससे पहले करीब 4 महीने पहले चंडीगढ़ में हरियाणा सचिवालय में सांप मिलने से हड़कंप मच गया था। सांप सचिवालय की चौथी मंजिल तक पहुंच गया था। सांप को देखकर सभी के हाथ-पांव फूल गए। इसके बाद फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को इसकी सूचना दी गई थी। स्नेक एक्सपर्ट ने थोड़ी ही देर में सांप को पकड़ लिया था। सचिवालय की चौथी मंजिल पर ही CM कार्यालय है। यहां महत्वपूर्ण विभागों के ऑफिस भी हैं। यह सांप डिपार्टमेंट में फाइलों के पीछे छिपकर बैठा था। जैसे ही फाइल निकाली तो सांप निकलकर बाहर आ गया था।
कैथल में सड़क किनारे मिला युवती का शव:कुत्तों ने नोचा. पास में ट्रक भी खड़ा था; लोगों ने जताई हत्या की आशंका
कैथल में सड़क किनारे मिला युवती का शव:कुत्तों ने नोचा. पास में ट्रक भी खड़ा था; लोगों ने जताई हत्या की आशंका कैथल में सड़क किनारे युवती का शव मिला है। जिसे कुत्तों ने नोच लिया है। सुबह जब कुछ युवक दौड़ने पहुंचे, तो उन्होंने शव देखकर पुलिस को सूचना दी। युवती की अभी पहचान नहीं हुई है। लोगों ने हत्या करने की आशंका जताई है। वहीं मौके पर ट्रक भी खड़ा मिला है। घटना कलायत में मटौर रोड की है। युवती की उम्र 25 से 30 वर्ष के बीच बताई जा रही है। सूचना मिलते ही डीएसपी ललित यादव, कलायत थाना प्रभारी, सीआईए पुलिस और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल भेज दिया है। घटना स्थल पर मिला ट्रक घटना स्थल पर एक ट्रक भी सड़क किनारे खड़ा मिला है। अनुमान लगाया जा रहा है कि युवती की हत्या करने के बाद सड़क किनारे फेंका गया, जिसे बाद में कुत्ते नोचते व घसीटते हुए खेतों में ले गए। इसके अलावा घटना स्थल पर ही कंबल व अन्य सामान भी बरामद हुआ है। मौत के कारण अभी स्पष्ट नहीं डीएसपी ललित यादव ने बताया कि प्रथम जांच में मौत के कारण स्पष्ट नहीं हैं। इस संबंध में पुलिस की ओर से मामले की गहनता से जांच की जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उन्हीं के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी। टीमें जांच में लगा दी गई हैं।