यूपी लोक निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार में लिप्त दो अवर अभियंताओं के ट्रांसफर को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय ने विभाग को पत्र लिखा था। मुख्यमंत्री से मामले की शिकायत समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड ने किया है। इन्होंने अवर अभियंता अंजेश पटेल एवं सुचित कुमार के स्थानांतरण को लेकर सीएम को पत्र भेजा था। मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने कार्रवाई के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र भेजा है। पर विभाग में अभी तक PWD ने मुख्यमंत्री कार्यालय के इस पत्र का संज्ञान नहीं लिया। राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड ने बीते नौ जनवरी को मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में दोनों अवर अभियंताओं पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया है। इन अवर अभियंताओं पर राजनीतिक दलों के प्रचार में संलिप्तता तथा 15 वर्षों से एक ही जनपद में तैनाती की शिकायत की गई है। चन्दौली भ्रमण के दौरान जनप्रतिनिधियों ने राज्यमंत्री से इन अभियंताओं के विरुद्ध शिकायत करते हुए इनका अन्य जनपद में स्थानांतरण कराने का अनुरोध किया था। इसके बाद राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर आवश्यक कार्रवाई करने व अभियंताओं को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने लोक निर्माण विभाग को पत्र भेजकर आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है पर विभाग ने अभी तक न तो इस पत्र का संज्ञान लिया, न ही कोई जवाब दिया। यूपी लोक निर्माण विभाग में भ्रष्टाचार में लिप्त दो अवर अभियंताओं के ट्रांसफर को लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय ने विभाग को पत्र लिखा था। मुख्यमंत्री से मामले की शिकायत समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड ने किया है। इन्होंने अवर अभियंता अंजेश पटेल एवं सुचित कुमार के स्थानांतरण को लेकर सीएम को पत्र भेजा था। मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने कार्रवाई के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र भेजा है। पर विभाग में अभी तक PWD ने मुख्यमंत्री कार्यालय के इस पत्र का संज्ञान नहीं लिया। राज्यमंत्री संजीव कुमार गोंड ने बीते नौ जनवरी को मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में दोनों अवर अभियंताओं पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया है। इन अवर अभियंताओं पर राजनीतिक दलों के प्रचार में संलिप्तता तथा 15 वर्षों से एक ही जनपद में तैनाती की शिकायत की गई है। चन्दौली भ्रमण के दौरान जनप्रतिनिधियों ने राज्यमंत्री से इन अभियंताओं के विरुद्ध शिकायत करते हुए इनका अन्य जनपद में स्थानांतरण कराने का अनुरोध किया था। इसके बाद राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर आवश्यक कार्रवाई करने व अभियंताओं को अन्यत्र स्थानांतरित करने की मांग की थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने लोक निर्माण विभाग को पत्र भेजकर आवश्यक कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है पर विभाग ने अभी तक न तो इस पत्र का संज्ञान लिया, न ही कोई जवाब दिया। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
कांगड़ा में SBI कैशियर को लगी ऑनलाइन सट्टेबाजी की लत:बैंक का 54.64 लाख जुए में गंवाया, ATM में कैश लोड करते टाइम करता था हेराफेरी
कांगड़ा में SBI कैशियर को लगी ऑनलाइन सट्टेबाजी की लत:बैंक का 54.64 लाख जुए में गंवाया, ATM में कैश लोड करते टाइम करता था हेराफेरी कांगड़ा जिले में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया धर्मशाला ब्रांच के एक कैशियर को ऑनलाइन गेम का ऐसा चस्का लगा कि वो बैंक का 54.64 लाख रुपया दांव पर लगा बैठा। ऑनलाइन बेटिंग (सट्टेबाजी) के चक्कर में बैंक कैशियर ने पहले अपना पैसा बर्बाद किया, फिर धीरे-धीरे बैंक के एटीएम में कैश डालते समय उसमें हेराफेरी कर ऑनलाइन क्रिकेट बेटिंग ऐप 4RaBet पर बैंक के रुपए को इन्वेस्ट करता रहा और गंवाता रहा। कई सालों से कोतवाली बाजार ब्रांच में है तैनात
जिला कांगड़ा के धर्मशाला में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में काम करने वाले कैशियर रजनीश कुमार की करतूत का पता जब तक बैंक को लगता, तब तक 54.64 लाख रुपए का चूना लग चुका था। रजनीश कुमार SBI की कोतवाली बाजार ब्रांच में पिछले कई सालों से काम कर रहा है। इसी दौरान उसे ऑनलाइन गेम खेलने का नशा चढ़ गया। बैंक प्रबंधक ने रजनीश कुमार को एटीएम में कैश डालने की जिम्मेदारी दे रखी थी। रजनीश कुमार जब भी एटीएम में कैश लोड करने जाता तो हर बार उसमें से दो-तीन लाख रुपए कम कैश लोड करता, जबकि बैंक को सारी रकम का मैसेज सेंड हो जाता था। इंटरनल ऑडिट में घोटाले का हुआ खुलासा
बैंक में कैश मिलान की प्रक्रिया में हुए बिलंब के कारण रजनीश कुमार द्वारा गबन की गई राशि का बैंक प्रबंधन को पता ही नहीं चला। इंटरनल ऑडिट में गबन किए हुए अमाउंट का पता चला। जैसे ही मामला सामने आया तो एसबीआई बैंक मैनेजर ने इस मामले की शिकायत धर्मशाला पुलिस में दर्ज करवाई। पुलिस ने बैंक कैशियर रजनीश कुमार के खिलाफ धर्मशाला पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 409 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुट गयी है। आरोपी से की गई पूछताछ
आरोपी कैशियर रजनीश कुमार को पुलिस सेशन में बुलाकर पूछताछ की गई और बैंक से एटीएम में कैश लोड करने से संबंधित रिकॉर्ड कब्जे में लिया गया है। वहीं एसबीआई धर्मशाला की सीनियर बैंक मैनेजर मोनिका शर्मा ने कहा- इस मामले में वह कोई भी जानकारी साझा करने के लिए बैंक की तरफ से अधिकृत नहीं हैं। एएसपी कांगड़ा हितेश लखनपाल ने बताया कि एसबीआई बैंक मैनेजर की शिकायत पर धर्मशाला पुलिस स्टेशन में बैंक कैशियर रजनीश कुमार के खिलाफ 54.64 लाख रुपए के गबन का मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। क्या है धारा 409
भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 409 सरकारी कर्मचारियों, बैंकरों, व्यापारियों, फैक्टर, दलालों, वकीलों या एजेंटों द्वारा किए गए आपराधिक विश्वासघात से संबंधित है। इस अपराध की सज़ा है: आजीवन कारावास, 10 साल तक का कारावास और जुर्माना। आसानी से पैसा कमाने की चाहत
आसानी से पैसा कमाने की चाहत में करोड़ों लोग ऑनलाइन बेटिंग ऐप का इस्तेमाल करते हैं। खासकर क्रिकेट से जुड़े बेटिंग ऐप का इस्तेमाल करने वालों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। लेकिन इस तरह आसानी से इसमें आपकी जेब भरने से ज़्यादा जेब में रखे पैसे चले जाने की संभावना होती है। इसमें सफलता की संभावना बहुत कम होती है। साथ ही इस बेटिंग ऐप की लत लगने से लोग गंभीर आर्थिक तंगी का शिकार हो जाते हैं।
लंबलू में चढ़ाई पर अनियंत्रित हुआ ट्रक खड्ड में गिरा, चालक की माैत
हमीरपुर के तहत लंबलू के शनि देव मंदिर के पास ईंटों से भरा ट्रक खड्ड में गिरने से चालक की…
Maharashtra News: महाराष्ट्र में कब होगा महायुति सरकार का गठन? सामने आई तारीख
Maharashtra News: महाराष्ट्र में कब होगा महायुति सरकार का गठन? सामने आई तारीख <p style=”text-align: justify;”><strong>Maharashtra Assembly Election Result 2024:</strong> महाराष्ट्र में महायुति 30 नवंबर तक सरकार का गठन कर देगी. अगले तीन दिनों में विधायक दल की बैठक होगी. अगले सप्ताहांत आखिरी निर्णय होने की संभावना है. गवर्नर ने एडवोकेट जनरल और अन्य कानूनी दिग्गजों से राय ली है. ऐसा कहा गया है कि 26 नवंबर से पहले सरकार बनाने की कोई बाध्यता नहीं है. पूर्व में ऐसे उदाहऱण रहे हैं जब नई सरकार का गठन निवर्तमान सरकार के कार्यकाल की समाप्ति के 11 दिन बाद भी हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”> </p>