हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के सुजानपुर में हनुमान मंदिर में चोरी का मामला सामने आया है। सुजानपुर के वार्ड नंबर 9 के मंदिर में मंगलवार रात चोरों ने दान पात्र में रखी नगदी पर हाथ साफ कर दिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। मंदिर में चोरी की इस घटना का पता लोगों को सुबह के वक्त चला। जब स्थानीय लोग पूजा करने मंदिर पहुंचे तो देखा कि दान पात्र खुला हुआ था। बताया जा रहा है कि मंदिर के दान पात्र को लोहे की रॉड से तोड़कर उसमें रखी नकदी चोरी कर ली। स्थानीय लोगों ने खुद ही इस मंदिर का निर्माण किया है। मंदिर के स्थान पर पहले कुआं होता था, जिसका जीर्णोद्धार करके यहां मंदिर बनाया गया है। आसपास लगे सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस- SHO एसएचओ सुजानपुर राकेश धीमान ने बताया कि पुलिस टीम को मौके पर भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस टीम आसपास की सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है। जिससे चोरों के बारे में कोई सुराग मिल सके। सुजानपुर के मंदिरों में चोरी की तीसरी घटना लोगों का कहना है कि सुजानपुर के मंदिरों में चोरी की यह तीसरी घटना है। इससे पहले आलमपुर स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर और काली माता मंदिर में भी चोरी हुई थी। स्थानीय निवासी धीरज गुप्ता ने चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने रात्रि गश्त बढ़ाने की मांग की है। नगर परिषद उपाध्यक्ष मनीष गुप्ता ने पुलिस से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और चोरों को जल्द पकड़ने की मांग की है। हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के सुजानपुर में हनुमान मंदिर में चोरी का मामला सामने आया है। सुजानपुर के वार्ड नंबर 9 के मंदिर में मंगलवार रात चोरों ने दान पात्र में रखी नगदी पर हाथ साफ कर दिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। मंदिर में चोरी की इस घटना का पता लोगों को सुबह के वक्त चला। जब स्थानीय लोग पूजा करने मंदिर पहुंचे तो देखा कि दान पात्र खुला हुआ था। बताया जा रहा है कि मंदिर के दान पात्र को लोहे की रॉड से तोड़कर उसमें रखी नकदी चोरी कर ली। स्थानीय लोगों ने खुद ही इस मंदिर का निर्माण किया है। मंदिर के स्थान पर पहले कुआं होता था, जिसका जीर्णोद्धार करके यहां मंदिर बनाया गया है। आसपास लगे सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस- SHO एसएचओ सुजानपुर राकेश धीमान ने बताया कि पुलिस टीम को मौके पर भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस टीम आसपास की सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है। जिससे चोरों के बारे में कोई सुराग मिल सके। सुजानपुर के मंदिरों में चोरी की तीसरी घटना लोगों का कहना है कि सुजानपुर के मंदिरों में चोरी की यह तीसरी घटना है। इससे पहले आलमपुर स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर और काली माता मंदिर में भी चोरी हुई थी। स्थानीय निवासी धीरज गुप्ता ने चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने रात्रि गश्त बढ़ाने की मांग की है। नगर परिषद उपाध्यक्ष मनीष गुप्ता ने पुलिस से क्षेत्र में गश्त बढ़ाने और चोरों को जल्द पकड़ने की मांग की है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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कंगना की फिल्म ‘इमरजेंसी’ का इंग्लैंड में विरोध:थिएटर में घुसे खालिस्तान समर्थक, स्क्रीनिंग रोकने की कोशिश; कंगना बोली- कुछ लोगों ने आग लगाई
कंगना की फिल्म ‘इमरजेंसी’ का इंग्लैंड में विरोध:थिएटर में घुसे खालिस्तान समर्थक, स्क्रीनिंग रोकने की कोशिश; कंगना बोली- कुछ लोगों ने आग लगाई बॉलीवुड एक्टर और हिमाचल के मंडी से BJP सांसद कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी का इंग्लैंड के बर्मिंघम शहर में खालिस्तानी समर्थकों ने विरोध किया। स्टार सिटी व्यू सिनेमाघर में फिल्म का शो चल रहा था, तभी वहां खालिस्तानी समर्थक घुस गए और भारत के खिलाफ नारे लगाने लगे। इस दौरान उन्होंने खालिस्तान जिंदाबाद के भी नारे लगाए। कंगना ने लोगों से अपील की है कि देखने के बाद फिल्म पर निर्णय लें। खालिस्तानी समर्थकों ने फिल्म की स्क्रीनिंग रोकने की कोशिश की। इससे सिनेमा हॉल में तनावपूर्ण माहौल बन गया। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने उनका विरोध किया और उन्हें वहां से जाना पड़ा। उधर, पंजाब में भी इस फिल्म का विरोध हो रहा है। 17 जनवरी को सिनेमाघरों के बाहर सिख संगठनों ने प्रदर्शन किया था। PVR ग्रुप के 70 से 80 थिएटरों पर ये फिल्म दिखाई जानी थी, विरोध के बाद इन थिएटरों पर फिल्म नहीं लगी। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने फिल्म में सिखों की छवि खराब करने और इतिहास को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाया है। कंगना: देश के प्रति मेरा प्यार इस फिल्म से प्रदर्शित होता है कंगना ने कहा कि मेरे दिल में अभी भी कुछ दर्द है। पंजाब, एक समय था जब पंजाब में मेरी फिल्में सबसे अधिक परफोर्म करती थी। लेकिन आज मेरी फिल्म को पंजाब में रिलीज नहीं होने दिया जा रहा। कनाडा, यूके में लोगों पर हमले हुए हैं। कुछ चुनिंदा लोगों ने ये आग लगाई हुई है। जिनमें हम सभी जल रहे हैं। मेरी फिल्म, मेरे विचार और मेरा देश के प्रति प्यार इस फिल्म से प्रदर्शित होता है। आप खुद एक बार ये फिल्म देखिए। फिर बताएं, कि ये फिल्म हमें जोड़ती है या तोड़ती है। मैं और नहीं कहूंगी, धन्यवाद। पंजाब में फिल्म पर रोक के लिए SGPC ने CM को लिखा था लेटर
करीब 4 दिन पहले SGPC के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान को फिल्म पर बैन लगाने के लिए पत्र लिखा था। उन्होंने पत्र में लिखा था कि ‘इमरजेंसी’ को पंजाब में बैन किया जाए। फिल्म में 1975 के आपातकाल के दौरान सिखों और उनके संघर्ष को जैसा दिखाया गया है, वह इतिहास से मेल नहीं खाता और सिखों की गलत छवि बना रहा है। धामी का आरोप है, फिल्म में सिखों के बलिदान और योगदान को नजरअंदाज किया गया। उन्हें नकारात्मक दिखाया गया। सिखों की भावनाओं का सम्मान करते हुए पंजाब में फिल्म रिलीज रोकी जाए।’ उन्होंने कहा था कि यदि यह फिल्म रिलीज होती है, तो सिख समुदाय में आक्रोश और गुस्सा पैदा होगा। SGPC को फिल्म के इन सीन पर आपत्ति
फिल्म में 1975-77 के दौरान इंदिरा गांधी के पीएम रहते हुए लगाए गए आपातकाल के समय की घटनाओं को दिखाया गया है। खासतौर पर इसमें सिखों के खिलाफ हुई ज्यादतियों, गोल्डन टेंपल पर सेना की कार्रवाई और बाकी घटनाओं को दिखाया गया है। SGPC का दावा है कि फिल्म में इन घटनाओं को गलत रूप में पेश किया है। लॉ स्टूडेंट भेज चुका कंगना को नोटिस
पंजाब का एक लॉ स्टूडेंट सफल हरप्रीत सिंह की तरफ से कंगना को कानूनी नोटिस भेजा गया है, जिसमें पूरे पंजाब व सिख कम्युनिटी से माफी मांगने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर वे लीगल नोटिस का जवाब नहीं देतीं, तो इस मामले में कानून का सहारा लेंगे। कंगना कह चुकी- कला और कलाकार का उत्पीड़न
पंजाब में फिल्म के विरोध के बाद कंगना ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट डाली थी। उन्होंने लिखा- ‘यह पूरी तरह से कला और कलाकार का उत्पीड़न है। मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं। चंडीगढ़ में पढ़ाई और बड़े होने के बाद मैंने सिख धर्म को करीब से देखा और उसका पालन किया है। यह मेरी छवि खराब करने और मेरी फिल्म इमरजेंसी को नुकसान पहुंचाने के लिए सरासर झूठ और दुष्प्रचार है।’ ऐसे शुरू हुआ विवाद… सेंसर बोर्ड ने पहले रोका था सर्टिफिकेट
फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह के अलावा SGPC ने सबसे पहले इस फिल्म पर एतराज जताया था। पहले ये फिल्म 6 सितंबर 2024 को रिलीज होने वाली थी, लेकिन विरोध के बाद इसे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से क्लीयरेंस ही नहीं मिला था। 5 महीने पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले उनके सुरक्षाकर्मी बेअंत सिंह के बेटे एवं फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए सीन्स पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि फिल्म इमरजेंसी में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है। अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। सरबजीत ने कहा था कि यह फिल्म एक मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए। बदलावों के बाद रिलीज हुई है फिल्म
CM सुक्खू बोले- प्रियंका की एंट्री से कांग्रेस मजबूत होगी:BJP को बताया दिशाहीन पार्टी, बोले- भाजपा 5 गुटों में बंटी
CM सुक्खू बोले- प्रियंका की एंट्री से कांग्रेस मजबूत होगी:BJP को बताया दिशाहीन पार्टी, बोले- भाजपा 5 गुटों में बंटी हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने महाराष्ट्र व झारखंड में आए चुनावी नतीजों पर कहा कि लोकतंत्र में एक पार्टी चुनाव जीतती है और एक चुनाव हारती है। उन्होंने कहा कि झारखंड में कांग्रेस गठबंधन सरकार बना रहा है। सीएम सुक्खू ने कहा कि केरल की वायनाड सीट से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 4 लाख से ज्यादा वोटों की बढ़त बना रखी है, उनकी जीत तय है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी की संसदीय राजनीति में एंट्री से कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। भाजपा पर साधा निशाना वही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने दिल्ली दौरे से लौटते ही भाजपा पर बड़ा निशान साधा है। सीएम ने कहा कि भाजपा दिशाहीन पार्टी बनकर रह गई है। कभी टॉयलेट टैक्स की बात करती तो कभी समोसे की। उन्होंने कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने शिक्षा में हिमाचल 21वें रैंक पर पहुंच गया, प्रदेश में स्वास्थ्य का स्तर क्यों गिर गया है। जयराम ठाकुर इसकी बात नही करते। हमारी सरकार इसमें सुधार कर रही है। बोले- भाजपा व्यक्तिगत टिप्पणी कर रही सीएम सुक्खू ने भाजपा पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं में वर्चस्व की लड़ाई चली हुई है। हिमाचल में भाजपा 5 गुटों में बंट चुकी है। सीएम सुक्खू ने कहा कि एक गुट जेपी नड्डा, दूसरा जयराम ठाकुर, तीसरा अनुराग ठाकुर, चौथा राजीव बिंदल और पांचवा ग्रुप ने भाजपा को गुलाम बना रखा है। सीएम ने आगे कहा कि भाजपा उन पर व्यक्तिगत टिपण्णी कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा जितनी मर्जी टिप्पणी कर लें, लेकिन वह सत्ता में सत्ता सुख के लिए नही बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए आए हैं। “हिमाचल की अर्थव्यस्था हो रही मजबूत” सीएम सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार के सख्त निर्णयों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है। भाजपा को उससे तकलीफ है क्योंकि अपने शासन काल मे भाजपा ने प्रदेश की संपदा को बेचा है। सीएम सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार ने आत्मनिर्भर हिमाचल की नींव रख दी है। उनका लक्ष्य 2032 तक हिमाचल को भारत का सबसे समृद्धशाली राज्य बनाने का है। जिसके लिए उनकी सरकार कार्य कर रही है।
हिमाचल: ढली मंडी का तीसरी बार शिलान्यास आज:2 बार पहले लाखों फूंके जा चुके; विस्तारीकरण के नाम पर एक इंट भी नहीं लगाई
हिमाचल: ढली मंडी का तीसरी बार शिलान्यास आज:2 बार पहले लाखों फूंके जा चुके; विस्तारीकरण के नाम पर एक इंट भी नहीं लगाई हिमाचल प्रदेश की सबसे बढ़ी ढली सब्जी मंडी का तीसरी बार शिलान्यास किया जा रहा है। मुख्यमंत्री सुखविंदरसुक्खू कुछ देर बाद इसका फाउंडेशन स्टोन रखेंगे। राज्य का मार्केटिंग बोर्ड और कृषि उपज विपणन समिति (APMC) शिमला किन्नौर दो बार पहले शिलान्यास पर लाखों रुपए फूंक चुका है। अब तीसरी बार लाखों फूंकने की तैयारी है। बता दें कि साल 2017 में सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने चुनावी साल में 2017 में ढली सब्जी मंडी के विस्तारीकरण का शिलान्यास किया। इसके बाद APMC शिमला-किन्नौर ने यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में डाल दिया। किसानों और आढ़तियों की बार-बार मांग के बावजूद APMC ने मंडी का विस्तार नहीं किया। प्रदेश में लगभग तीन महीने बाद सत्ता परिवर्तन हुए। तब जयराम ठाकुर मुख्यमंत्री बने। पूर्व बीजेपी सरकार के कार्यकाल में मार्केटिंग बोर्ड और APMC ने दोबारा शिलान्यास कराया। मगर फाउंडेशन स्टोन लगाने के अलावा मंडी में विस्तारीकरण के नाम पर एक इंट नहीं लगाई गई। 36 करोड़ से मंडी बनाने का दावा अब सूबे के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू हैं। इनसे तीसरी बार शिलान्यास करवाया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि मंडी के विस्तारीकरण का काम लगभग 36 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। ढली में आधुनिक सुविधाओं से लैस मंडी बनाई जाएगी। मंडी में नई दुकानें और पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। बजट होने के बावजूद मंडी का निर्माण नहीं हैरानी इस बात की है कि APMC शिमला-किन्नौर बजट होने के बावजूद मंडी का निर्माण नहीं किया जा रहा है। APMC का सबसे अहम जरिया सेब है। सेब पर APMC द्वारा एक फीसदी मार्केट फीस ली जाती है। इससे APMC को करोड़ों रुपए की इनकम होती है। इसी मंडी से एपीएमसी को सबसे ज्यादा इनकम होती है। अच्छी फसल होने पर यह 50 करोड़ से ज्यादा की हो जाती है। इसी तरह मंडियों से भी APMC करोड़ों रुपए कमाता है। मगर मंडी के विस्तारीकरण के नाम पर बार बार किसानों और आढ़तियों को बेवकूफ बनाया जा रहा है। पूर्व दो मुख्यमंत्रियों द्वारा लगाई गई शिलान्यास पट्टिकाएं हटाकर तीसरी लगा दी गई है। प्रदेश की सबसे बड़ी मंडी, इसलिए विस्तारीकरण जरूरी: देवानंद APMC शिमला किन्नौर के चेयरमैन देवानंद वर्मा से जब इसे लेकर पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पहले दो बार शिलान्यास जरूर हुए है। मगर मंडी बनाने को पहल नहीं की गई, जबकि यह सबसे जरूरी मंडी है। इसलिए विस्तारीकरण किया जा रहा है।