हिमाचल प्रदेश में मौसम करवट लेने वाला है। मौसम विभाग ने अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अगले 4 दिन तक हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना जताई है। IMD के अनुसार प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। इसका असर प्रदेश के 5 जिलों में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से लाहौल स्पीति, कुल्लू, किन्नौर, कांगड़ा और मंडी जिले की अधिक ऊंची चोटियों पर हल्की बारिश-बर्फबारी होगी। विशेष रूप से इसका असर 10 फरवरी को देखने को मिलेगा। इस दिन पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा मजबूती से सक्रिय रहेगा। इससे मध्यम ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भी बारिश-बर्फबारी हो सकती है। प्रदेश के अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। ऊंचे क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी से तापमान में भी गिरावट आएगी। वहीं मौसम विभाग ने प्रदेश मैदानी जिलों ऊना और बिलासपुर सहित प्रदेश के मैदानी इलाकों के लिए शीत लहर का भी अलर्ट जारी किया है । राजधानी शिमला से ठंडे हुए मैदानी इलाके वहीं प्रदेश के मैदानी इलाके शिमला से ठंडे हो गए है। शिमला का न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि प्रदेश के सबसे गर्म शहर ऊना का न्यूनतम तापमान गिरकर 2.1 डिग्री तक लुढ़क गया है। भुंतर का 2.0 डिग्री, धर्मशाला का 4.8 डिग्री, पालमपुर का 3.5 डिग्री, सोलन का 2.6 डिग्री, मनाली का 1.1 डिग्री और बिलासपुर का न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री रह गया है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.3 डिग्री नीचे रिकॉर्ड किया गया। ताबो में माइनस 10.3 पहुंचा पारा लाहौल स्पीति जिले के कुकुमसैरी का न्यूनतम तापमान माइनस -8.6 डिग्री, ताबो का माइनस 10.3 डिग्री, केलांग का माइनस 9.1 डिग्री और कल्पा का माइनस 1 डिग्री तक न्यूनतम तापमान गिर चुका है। विंटर सीजन में सामान्य से 73% कम बादल बरसे हिमाचल प्रदेश में विंटर सीजन यानी एक जनवरी से 7 फरवरी तक सामान्य से 73 प्रतिशत कम बारिश बर्फबारी हुई है। इस अवधि में 104.7 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 29.5 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। हिमाचल प्रदेश में मौसम करवट लेने वाला है। मौसम विभाग ने अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अगले 4 दिन तक हल्की बारिश-बर्फबारी की संभावना जताई है। IMD के अनुसार प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) एक्टिव हो रहा है। इसका असर प्रदेश के 5 जिलों में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से लाहौल स्पीति, कुल्लू, किन्नौर, कांगड़ा और मंडी जिले की अधिक ऊंची चोटियों पर हल्की बारिश-बर्फबारी होगी। विशेष रूप से इसका असर 10 फरवरी को देखने को मिलेगा। इस दिन पश्चिमी विक्षोभ ज्यादा मजबूती से सक्रिय रहेगा। इससे मध्यम ऊंचाई वाले कुछ स्थानों पर भी बारिश-बर्फबारी हो सकती है। प्रदेश के अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा। ऊंचे क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी से तापमान में भी गिरावट आएगी। वहीं मौसम विभाग ने प्रदेश मैदानी जिलों ऊना और बिलासपुर सहित प्रदेश के मैदानी इलाकों के लिए शीत लहर का भी अलर्ट जारी किया है । राजधानी शिमला से ठंडे हुए मैदानी इलाके वहीं प्रदेश के मैदानी इलाके शिमला से ठंडे हो गए है। शिमला का न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि प्रदेश के सबसे गर्म शहर ऊना का न्यूनतम तापमान गिरकर 2.1 डिग्री तक लुढ़क गया है। भुंतर का 2.0 डिग्री, धर्मशाला का 4.8 डिग्री, पालमपुर का 3.5 डिग्री, सोलन का 2.6 डिग्री, मनाली का 1.1 डिग्री और बिलासपुर का न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री रह गया है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.3 डिग्री नीचे रिकॉर्ड किया गया। ताबो में माइनस 10.3 पहुंचा पारा लाहौल स्पीति जिले के कुकुमसैरी का न्यूनतम तापमान माइनस -8.6 डिग्री, ताबो का माइनस 10.3 डिग्री, केलांग का माइनस 9.1 डिग्री और कल्पा का माइनस 1 डिग्री तक न्यूनतम तापमान गिर चुका है। विंटर सीजन में सामान्य से 73% कम बादल बरसे हिमाचल प्रदेश में विंटर सीजन यानी एक जनवरी से 7 फरवरी तक सामान्य से 73 प्रतिशत कम बारिश बर्फबारी हुई है। इस अवधि में 104.7 मिलीमीटर सामान्य बारिश होती है। मगर इस बार 29.5 मिलीमीटर बादल बरसे हैं। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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