रिपोर्ट ओके तो लड़का, निगेटिव तो गर्भ में लड़की है:लेडी डॉक्टर कर रही थी जेंडर टेस्ट, अल्ट्रासाउंड सेंटर में छापेमारी, दलालों ने बताई कहानी​​​​​​​

रिपोर्ट ओके तो लड़का, निगेटिव तो गर्भ में लड़की है:लेडी डॉक्टर कर रही थी जेंडर टेस्ट, अल्ट्रासाउंड सेंटर में छापेमारी, दलालों ने बताई कहानी​​​​​​​

मेरठ में मेडिकल अस्पताल के ठीक सामने अल्ट्रासाउंड सेंटर में भ्रूण लिंग परीक्षण का अवैध धंधा चल रहा था। इस अल्ट्रासाउंड सेंटर में जांचों के नाम पर गर्भस्थ शिशु का लिंग परीक्षण किया जाता था। हरियाणा से पहुंची टीम ने छापेमारी कर डॉक्टर संचालिका को रंगे हाथों पकड़ा। मैडम कोड वर्ड में ओके बोलती थी, जिससे पेट में लड़का होने का पता चल जाता था। अगर निगेटिव बोलती थी तो लड़की। मौके पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए सेंटर संचालिका और तीन दलालों को गिरफ्तार कर लिया है। हरियाणा से मेरठ पहुंची पीसीपीएनडीटी (ये संस्था भ्रूण जांच करने वाले के खिलाफ एक्शन लेती है।) की टीम को कई दिनों से इस अल्ट्रासाउंड सेंटर के गैर-कानूनी कामों के बारे में खबर मिल रही थी। जिसके चलते मंगलवार को संस्था की टीम ने सेंटर पर चल रहे अवैध जांचों की पोल खोलने के लिए जाल बिछाया। इसके बाद सारा सच सामने आ गया। सबसे पहले सेंटर पर छापेमारी का प्लान पढ़िए… मेरठ के ग्लोबल डायगनोस्टिक सेंटर में लिंग परीक्षण की शिकायत काफी दिनों से हरियाणा पीसीपीएनडीटी को मिल रही थी। टीम काफी दिनों से यहां नजर रखे थी और छापेमारी की ताक में थी। मंगलवार को टीम अपने साथ एक गर्भवती महिला को लेकर आई। महिला की बात अनिल नाम के एजेंट से कराई। जोकि ग्लोबल डायग्नोस्टिक के लिए काम करता है। एजेंट अनिल भ्रूण लिंग परीक्षण अल्ट्रासाउंड कराने के लिए तैयार हो गया। उसने अल्ट्रासाउंड की फीस 700 रुपए बताई। छापेमारी टीम ने महिला को सीरीज वाले 2 नोट दिए। जो उसे फीस के तौर पर अल्ट्रासाउंड सेंटर पर पेमेंट देने थे। इसके बाद एजेंट अनिल अपने दो और साथी हेमेंद्र और पवन के साथ महिला को लेकर डॉ. छवि बंसल के ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर पर ले गया। यहां टीम मेंबर की महिला का अल्ट्रासाउंड हुआ। उसने सेम सीरीज के 500-500 के 2 नोट फीस के तौर पर दिए। जिससे स्टाफ ने 300 रुपए महिला को वापस किए। फीस देकर जैसे ही महिला बाहर निकली, तो उससे कहा गया रिपोर्ट ओके है। इस कोड वर्ड का मतलब है कि गर्भ में लड़का है। इतना सुनते ही दूर खड़ी छापेमारी की टीम सेंटर के अंदर आती है और सेम सीरीज के नोटों के आधार पर सेंटर में छापा मारकर जांच करती है। मौके से तीनों एजेंट और डॉक्टर को अरेस्ट कर लेती है। रेड डालने आए ऑफिसर बोले- एजेंट के साथ पैसों की डील की डॉ. विश्वजीत राठी पीसीपीएनडीटी नोडल अफसर रोहतक ने बताया कि ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर मेडिकल अस्पताल के सामने मेरठ में छापेमारी की है। हमारी टीम को सूचना मिली थी कि यहां मेरठ मेडिकल अस्पताल के सामने ग्लोब्ल डायग्नोस्टिक सेंटर में भ्रूणलिंग की जांच होती है। अनिल नाम के एजेंट से संपर्क किया गया था। उसने कहा कि हम लिंग परीक्षण करा देंगे। दोपहर 1 बजे मंगलवार को मेरठ आ जाना। पूरी प्लानिंग के साथ हमारी टीम उसकी बताई जगह पर पहुंची। अनिल के साथ हमारी पैसों की डील हुई। अनिल के साथ पवन और हेमेंद्र भी जुड़े थे। हेमेंद्र और पवन हमारी महिला मरीज को लेकर ग्लोबल डायग्नोसिटक सेंटर में अंदर लेकर गए। फिर उसका अल्ट्रासाउंड कराया। अल्ट्रासाउंड सेंटर से बाहर निकलकर एजेंट ने कहा कि आपकी भ्रूण लिंग जांच हो गई। उसने लड़का-लड़की नहीं बल्कि इशारे में कहा कि रिपोर्ट सही है आपकी। ये कहना ही इशारा है कि गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का है। मेरठ के हेल्थ ऑफिसर भी पहुंचे सेंटर सीएमओ महेश चंद्रा नोडल पीसीपीएनडीटी ने कहा कि रोहतक की टीम यहां छापेमारी के लिए आ रही है। इसकी मुझे सूचना मिली थी। उसके तहत मैं उस टीम को फॉलो करने के लिए यहां ग्लोबल अल्ट्रासाउंड सेंटर पर पहुंचा। यहां रोहतक की टीम के साथ मेरी मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि मैंने देखा कि हरियाणा की टीम यहां तीन लोगों से पूछताछ कर रही थी। टीम ने अल्ट्रासाउंड सेंटर में छापेमारी की। साथ ही वो नोट भी बरामद किए, जो टीम द्वारा दिए गए। कब से यहां क्या चल रहा था, उसको अभी नहीं बता सकते। पकड़ा गया एजेंट बोला- रिपोर्ट ओके, मतलब लड़का पकड़े गए एजेंट ने बताया कि उसे ये लोग काली नदी नाम की जगह पर मिले थे। मैं उनको लेकर अल्ट्रासाउंड सेंटर पर आया। तब मैडम ने उनको चैक किया और बताया कि रिपोर्ट ठीक है। लड़का है लड़की है ऐसा कुछ नहीं था। पीड़ित पक्ष के वकील ने लगाए षड्यंत्र के आरोप
वहीं पीड़ित डॉक्टर पक्ष के वकील डॉ. रामकुमार शर्मा ने कहा कि लिंग परीक्षण का कहीं कोई एविडेंस नहीं है ये टीम भी प्राइवेट गाड़ी से यहां रेड डालने आई है। भ्रूण परीक्षण कराना भी अपराध है। सेंटर पर ऐसे कोई भी सुबूत नहीं मिले हैं जो ये बताते हों यहां भ्रूण लिंग परीक्षण होता है या हुआ है। ये षड्यंत्र के तहत डॉक्टर को फंसाने के लिए किया गया है। ——————– पढ़ें ये भी जरूरी खबर… बरेली में कुली ने दो ठेकेदार भाइयों को मारी गोली: पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ा, आरोपी ने तमंचा दिखाकर कहा- मर्डर करके आ रहा हूं बरेली में कुली ने दो ठेकेदार भाइयों को गोली मार दी। बड़े भाई की मौत हो गई। जबकि छोटा भाई गंभीर रूप से घायल है। गोली मारने के बाद कुली हवा में तमंचा लहराते हुए भाग रहा था। ट्रैफिक पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया, इस दौरान आरोपी ने पुलिस पर भी तमंचा तान दिया। ट्रैफिक पुलिस ने आरोपी कुली को थाना पुलिस को सौंप दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों को हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने बड़े भाई को मृत घोषित कर दिया। पढ़ें पूरी खबर… मेरठ में मेडिकल अस्पताल के ठीक सामने अल्ट्रासाउंड सेंटर में भ्रूण लिंग परीक्षण का अवैध धंधा चल रहा था। इस अल्ट्रासाउंड सेंटर में जांचों के नाम पर गर्भस्थ शिशु का लिंग परीक्षण किया जाता था। हरियाणा से पहुंची टीम ने छापेमारी कर डॉक्टर संचालिका को रंगे हाथों पकड़ा। मैडम कोड वर्ड में ओके बोलती थी, जिससे पेट में लड़का होने का पता चल जाता था। अगर निगेटिव बोलती थी तो लड़की। मौके पर पुलिस ने एक्शन लेते हुए सेंटर संचालिका और तीन दलालों को गिरफ्तार कर लिया है। हरियाणा से मेरठ पहुंची पीसीपीएनडीटी (ये संस्था भ्रूण जांच करने वाले के खिलाफ एक्शन लेती है।) की टीम को कई दिनों से इस अल्ट्रासाउंड सेंटर के गैर-कानूनी कामों के बारे में खबर मिल रही थी। जिसके चलते मंगलवार को संस्था की टीम ने सेंटर पर चल रहे अवैध जांचों की पोल खोलने के लिए जाल बिछाया। इसके बाद सारा सच सामने आ गया। सबसे पहले सेंटर पर छापेमारी का प्लान पढ़िए… मेरठ के ग्लोबल डायगनोस्टिक सेंटर में लिंग परीक्षण की शिकायत काफी दिनों से हरियाणा पीसीपीएनडीटी को मिल रही थी। टीम काफी दिनों से यहां नजर रखे थी और छापेमारी की ताक में थी। मंगलवार को टीम अपने साथ एक गर्भवती महिला को लेकर आई। महिला की बात अनिल नाम के एजेंट से कराई। जोकि ग्लोबल डायग्नोस्टिक के लिए काम करता है। एजेंट अनिल भ्रूण लिंग परीक्षण अल्ट्रासाउंड कराने के लिए तैयार हो गया। उसने अल्ट्रासाउंड की फीस 700 रुपए बताई। छापेमारी टीम ने महिला को सीरीज वाले 2 नोट दिए। जो उसे फीस के तौर पर अल्ट्रासाउंड सेंटर पर पेमेंट देने थे। इसके बाद एजेंट अनिल अपने दो और साथी हेमेंद्र और पवन के साथ महिला को लेकर डॉ. छवि बंसल के ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर पर ले गया। यहां टीम मेंबर की महिला का अल्ट्रासाउंड हुआ। उसने सेम सीरीज के 500-500 के 2 नोट फीस के तौर पर दिए। जिससे स्टाफ ने 300 रुपए महिला को वापस किए। फीस देकर जैसे ही महिला बाहर निकली, तो उससे कहा गया रिपोर्ट ओके है। इस कोड वर्ड का मतलब है कि गर्भ में लड़का है। इतना सुनते ही दूर खड़ी छापेमारी की टीम सेंटर के अंदर आती है और सेम सीरीज के नोटों के आधार पर सेंटर में छापा मारकर जांच करती है। मौके से तीनों एजेंट और डॉक्टर को अरेस्ट कर लेती है। रेड डालने आए ऑफिसर बोले- एजेंट के साथ पैसों की डील की डॉ. विश्वजीत राठी पीसीपीएनडीटी नोडल अफसर रोहतक ने बताया कि ग्लोबल डायग्नोस्टिक सेंटर मेडिकल अस्पताल के सामने मेरठ में छापेमारी की है। हमारी टीम को सूचना मिली थी कि यहां मेरठ मेडिकल अस्पताल के सामने ग्लोब्ल डायग्नोस्टिक सेंटर में भ्रूणलिंग की जांच होती है। अनिल नाम के एजेंट से संपर्क किया गया था। उसने कहा कि हम लिंग परीक्षण करा देंगे। दोपहर 1 बजे मंगलवार को मेरठ आ जाना। पूरी प्लानिंग के साथ हमारी टीम उसकी बताई जगह पर पहुंची। अनिल के साथ हमारी पैसों की डील हुई। अनिल के साथ पवन और हेमेंद्र भी जुड़े थे। हेमेंद्र और पवन हमारी महिला मरीज को लेकर ग्लोबल डायग्नोसिटक सेंटर में अंदर लेकर गए। फिर उसका अल्ट्रासाउंड कराया। अल्ट्रासाउंड सेंटर से बाहर निकलकर एजेंट ने कहा कि आपकी भ्रूण लिंग जांच हो गई। उसने लड़का-लड़की नहीं बल्कि इशारे में कहा कि रिपोर्ट सही है आपकी। ये कहना ही इशारा है कि गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का है। मेरठ के हेल्थ ऑफिसर भी पहुंचे सेंटर सीएमओ महेश चंद्रा नोडल पीसीपीएनडीटी ने कहा कि रोहतक की टीम यहां छापेमारी के लिए आ रही है। इसकी मुझे सूचना मिली थी। उसके तहत मैं उस टीम को फॉलो करने के लिए यहां ग्लोबल अल्ट्रासाउंड सेंटर पर पहुंचा। यहां रोहतक की टीम के साथ मेरी मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि मैंने देखा कि हरियाणा की टीम यहां तीन लोगों से पूछताछ कर रही थी। टीम ने अल्ट्रासाउंड सेंटर में छापेमारी की। साथ ही वो नोट भी बरामद किए, जो टीम द्वारा दिए गए। कब से यहां क्या चल रहा था, उसको अभी नहीं बता सकते। पकड़ा गया एजेंट बोला- रिपोर्ट ओके, मतलब लड़का पकड़े गए एजेंट ने बताया कि उसे ये लोग काली नदी नाम की जगह पर मिले थे। मैं उनको लेकर अल्ट्रासाउंड सेंटर पर आया। तब मैडम ने उनको चैक किया और बताया कि रिपोर्ट ठीक है। लड़का है लड़की है ऐसा कुछ नहीं था। पीड़ित पक्ष के वकील ने लगाए षड्यंत्र के आरोप
वहीं पीड़ित डॉक्टर पक्ष के वकील डॉ. रामकुमार शर्मा ने कहा कि लिंग परीक्षण का कहीं कोई एविडेंस नहीं है ये टीम भी प्राइवेट गाड़ी से यहां रेड डालने आई है। भ्रूण परीक्षण कराना भी अपराध है। सेंटर पर ऐसे कोई भी सुबूत नहीं मिले हैं जो ये बताते हों यहां भ्रूण लिंग परीक्षण होता है या हुआ है। ये षड्यंत्र के तहत डॉक्टर को फंसाने के लिए किया गया है। ——————– पढ़ें ये भी जरूरी खबर… बरेली में कुली ने दो ठेकेदार भाइयों को मारी गोली: पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ा, आरोपी ने तमंचा दिखाकर कहा- मर्डर करके आ रहा हूं बरेली में कुली ने दो ठेकेदार भाइयों को गोली मार दी। बड़े भाई की मौत हो गई। जबकि छोटा भाई गंभीर रूप से घायल है। गोली मारने के बाद कुली हवा में तमंचा लहराते हुए भाग रहा था। ट्रैफिक पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया, इस दौरान आरोपी ने पुलिस पर भी तमंचा तान दिया। ट्रैफिक पुलिस ने आरोपी कुली को थाना पुलिस को सौंप दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों भाइयों को हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने बड़े भाई को मृत घोषित कर दिया। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर