ग्रीन वेजिटेबल्स, नट्स, फ्रेश फ्रूट्स और हेल्दी फैट्स से भरपूर डाइट लें। ओमेगा-3 फैटी एसिड्स (अखरोट, अलसी, चिया सीड्स) स्किन के लिए फायदेमंद होते हैं। दिनभर में 8-10 गिलास पानी पीने से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और स्किन हेल्दी बनी रहती है। योग, मेडिटेशन और एक्सरसाइज से स्ट्रेस लेवल कंट्रोल में रहता है, जिससे हार्मोन बैलेंस होते हैं। स्किन टाइप के अनुसार क्लींजिंग, मॉइश्चराइजिंग और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। हार्ड केमिकल वाले प्रोडक्ट्स से बचें। अगर हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण स्किन प्रॉब्लम्स बढ़ रही हैं, तो एंडोक्राइनोलॉजिस्ट या डर्मेटोलॉजिस्ट से संपर्क करें। अगर सही लाइफस्टाइल और स्किन केयर फॉलो किया जाए, तो हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण होने वाली स्किन समस्याओं को कंट्रोल किया जा सकता है। भास्कर न्यूज| लुधियाना। हार्मोनल इम्बैलेंस सिर्फ हेल्थ को ही नहीं, बल्कि आपकी स्किन को भी प्रभावित करता है। हार्मोन्स में बदलाव के कारण चेहरे पर एक्ने, पिगमेंटेशन, ड्राइनेस, ऑयली स्किन और प्रीमेच्योर एजिंग जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। खासतौर पर युवाओं, महिलाओं और मिडिल एज ग्रुप के लोगों में यह परेशानी ज्यादा देखने को मिलती है। पीसीओएस, थायरॉइड, स्ट्रेस, खराब लाइफस्टाइल इसके मुख्य कारण हैं। शहर के एक प्रमुख स्किन एक्सपर्ट के मुताबिक जब शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन, टेस्टोस्टेरोन या कॉर्टिसोल जैसे हार्मोन्स असंतुलित होते हैं, तो स्किन की ऑयल प्रोडक्शन, इलास्टिसिटी और टेक्सचर पर असर पड़ता है। कुछ लोगों को अचानक से चेहरे पर पिंपल्स की समस्या होती है, तो कुछ को त्वचा का रूखापन या रेडनेस झेलनी पड़ती है। वहीं, कुछ महिलाओं को मेनोपॉज के दौरान स्किन टोन और टेक्सचर में बड़े बदलाव नजर आते हैं। अगर सही खानपान, स्किन केयर और लाइफस्टाइल में बैलेंस रखा जाए, तो हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स से राहत पाई जा सकती है। हार्मोनल बदलावों से स्किन सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। टेस्टोस्टेरोन बढ़ने से ऑयली स्किन और एक्ने की समस्या होती है, जबकि एस्ट्रोजन लेवल घटने से ड्राइनेस और एजिंग साइन्स दिखते हैं। सही स्किन केयर रूटीन अपनाना बेहद जरूरी है। ऑयली स्किन वालों को सैलिसिलिक एसिड बेस्ड क्लींजर इस्तेमाल करना चाहिए, जबकि ड्राई स्किन के लिए हाइलूरोनिक एसिड और सेरामाइड्स युक्त मॉइश्चराइजर फायदेमंद रहेगा। साथ ही, हार्मोन बैलेंस करने के लिए पर्याप्त नींद, हाइड्रेशन और सही डाइट लेना जरूरी है। हार्मोनल इम्बैलेंस का स्किन पर असर तभी कम होगा जब हम अंदरूनी कारणों को भी समझें। पीसीओएस, थायरॉइड, स्ट्रेस और इंसुलिन रेजिस्टेंस स्किन प्रॉब्लम्स को बढ़ाते हैं। खाने में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फूड्स शामिल करें। अत्यधिक प्रोसेस्ड फूड, कैफीन और शुगर से बचें, क्योंकि ये हार्मोन को और असंतुलित कर सकते हैं। ग्रीन वेजिटेबल्स, नट्स, फ्रेश फ्रूट्स और हेल्दी फैट्स से भरपूर डाइट लें। ओमेगा-3 फैटी एसिड्स (अखरोट, अलसी, चिया सीड्स) स्किन के लिए फायदेमंद होते हैं। दिनभर में 8-10 गिलास पानी पीने से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और स्किन हेल्दी बनी रहती है। योग, मेडिटेशन और एक्सरसाइज से स्ट्रेस लेवल कंट्रोल में रहता है, जिससे हार्मोन बैलेंस होते हैं। स्किन टाइप के अनुसार क्लींजिंग, मॉइश्चराइजिंग और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। हार्ड केमिकल वाले प्रोडक्ट्स से बचें। अगर हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण स्किन प्रॉब्लम्स बढ़ रही हैं, तो एंडोक्राइनोलॉजिस्ट या डर्मेटोलॉजिस्ट से संपर्क करें। अगर सही लाइफस्टाइल और स्किन केयर फॉलो किया जाए, तो हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण होने वाली स्किन समस्याओं को कंट्रोल किया जा सकता है। भास्कर न्यूज| लुधियाना। हार्मोनल इम्बैलेंस सिर्फ हेल्थ को ही नहीं, बल्कि आपकी स्किन को भी प्रभावित करता है। हार्मोन्स में बदलाव के कारण चेहरे पर एक्ने, पिगमेंटेशन, ड्राइनेस, ऑयली स्किन और प्रीमेच्योर एजिंग जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। खासतौर पर युवाओं, महिलाओं और मिडिल एज ग्रुप के लोगों में यह परेशानी ज्यादा देखने को मिलती है। पीसीओएस, थायरॉइड, स्ट्रेस, खराब लाइफस्टाइल इसके मुख्य कारण हैं। शहर के एक प्रमुख स्किन एक्सपर्ट के मुताबिक जब शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन, टेस्टोस्टेरोन या कॉर्टिसोल जैसे हार्मोन्स असंतुलित होते हैं, तो स्किन की ऑयल प्रोडक्शन, इलास्टिसिटी और टेक्सचर पर असर पड़ता है। कुछ लोगों को अचानक से चेहरे पर पिंपल्स की समस्या होती है, तो कुछ को त्वचा का रूखापन या रेडनेस झेलनी पड़ती है। वहीं, कुछ महिलाओं को मेनोपॉज के दौरान स्किन टोन और टेक्सचर में बड़े बदलाव नजर आते हैं। अगर सही खानपान, स्किन केयर और लाइफस्टाइल में बैलेंस रखा जाए, तो हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण होने वाली स्किन प्रॉब्लम्स से राहत पाई जा सकती है। हार्मोनल बदलावों से स्किन सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। टेस्टोस्टेरोन बढ़ने से ऑयली स्किन और एक्ने की समस्या होती है, जबकि एस्ट्रोजन लेवल घटने से ड्राइनेस और एजिंग साइन्स दिखते हैं। सही स्किन केयर रूटीन अपनाना बेहद जरूरी है। ऑयली स्किन वालों को सैलिसिलिक एसिड बेस्ड क्लींजर इस्तेमाल करना चाहिए, जबकि ड्राई स्किन के लिए हाइलूरोनिक एसिड और सेरामाइड्स युक्त मॉइश्चराइजर फायदेमंद रहेगा। साथ ही, हार्मोन बैलेंस करने के लिए पर्याप्त नींद, हाइड्रेशन और सही डाइट लेना जरूरी है। हार्मोनल इम्बैलेंस का स्किन पर असर तभी कम होगा जब हम अंदरूनी कारणों को भी समझें। पीसीओएस, थायरॉइड, स्ट्रेस और इंसुलिन रेजिस्टेंस स्किन प्रॉब्लम्स को बढ़ाते हैं। खाने में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर फूड्स शामिल करें। अत्यधिक प्रोसेस्ड फूड, कैफीन और शुगर से बचें, क्योंकि ये हार्मोन को और असंतुलित कर सकते हैं। पंजाब | दैनिक भास्कर
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संगरूर पहुंचे सीएम भगवंत मान:बोले-पंजाब के पास बांटने के लिए पानी नहीं है; राज्य में भूजल स्तर गंभीर, एसवाईएल नहर कभी नहीं बनेगी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान आज संगरूर दौरे पर थे। जहां उन्होंने भवानीगढ़ में नवनिर्मित उप-मंडल परिसर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि पंजाब के पास किसी अन्य राज्य के साथ बांटने के लिए एक बूंद पानी भी नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर कभी भी हकीकत नहीं बन पाएगी। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार राज्य के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। राज्य की जल स्थिति पर चिंता जताते हुए मान ने कहा कि अधिकांश ब्लॉकों में भूजल स्तर काफी नीचे चला गया है। राज्य के अधिकतर नदी संसाधन सूख चुके हैं। सिंचाई की जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिक पानी की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने हाल ही में रावी ब्यास ट्रिब्यूनल से अपील की है। उन्होंने कहा कि ट्रिब्यूनल राज्य में जल की उपलब्धता का अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार पुनर्मूल्यांकन करे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि चुनाव में नकारे गए नेताओं से लोग कभी मुंह नहीं मोड़ेंगे। रवनीत बिट्टू पर साधा निशाना उन्होंने कहा कि बिट्टू ऐसी घटिया चालों के जरिए मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर कब्जा करने का सपना देख रहा है, लेकिन इससे उसे कुछ नहीं मिलने वाला है। क्योंकि यह सही मायनों में आम लोगों का घर है, जो अपनी पसंद के नेताओं को चुनकर यहां भेजते हैं। उन्होंने कहा कि लोग ऐसे नेताओं को कभी नहीं चुनेंगे, क्योंकि वे उनके संदिग्ध चरित्र से अच्छी तरह वाकिफ हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने घोटालों और जबरन वसूली के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। ऐसे मामलों में कानून अपना काम करेगा और हम किसी दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। विदेश जाने के बजाय यहीं मेहनत करें युवा मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिका से युवाओं को वापस भेजने की घटना हम सभी के लिए आंख खोलने वाली है। बेहतर अवसरों की तलाश में विदेश जाने के बजाय, राज्य के युवाओं को यहां कड़ी मेहनत करनी चाहिए और विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में अवसर उपलब्ध करा रही है। भगवंत सिंह मान ने उदाहरण देते हुए कहा कि कड़ी मेहनत, लगन और प्रतिबद्धता के साथ राज्य में 51,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां मिली हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां युवाओं को पिछले एक साल के दौरान राज्य में दो से तीन नौकरियां मिली हैं। उन्होंने कहा कि इसके कारण स्वदेश लौटने का रुझान शुरू हुआ है। क्योंकि जो युवा पहले विदेश में बस गए थे, वे अब नौकरी पाने और सरकारी परिवार का हिस्सा बनने के लिए वापस आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में एक दम्पति सरकारी सेवा में शामिल होने के लिए कनाडा से वापस लौटा है तथा ऐसे कई अन्य लोगों को यहां नौकरी मिली है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उनकी सरकार हर दिन युवाओं को नौकरियां मुहैया करा रही है और उन्हें इस स्थिति का फायदा उठाकर यहां काम करना चाहिए। डिपोर्ट हुए पंजाबियों के साथ है सरकार मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हाल ही में अमेरिका से वापस लाए गए पंजाबियों के साथ पूरी तरह खड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उन्हें पुनर्वास के अवसर उपलब्ध कराएगी, ताकि वे पंजाब के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बन सकें। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार ने इस उद्यम में उन युवाओं को भी जोड़ा है, जिन्होंने इसी तरह की कठिनाइयों का सामना करने के बाद सफलतापूर्वक अपना खुद का व्यवसाय स्थापित किया है। ताकि निर्वासित लोगों को यहां एक नया जीवन शुरू करने के लिए प्रेरित किया जा सके। अवैध ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त है सरकार मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अवैध एजेंटों पर पहले ही शिकंजा कस दिया है और उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अवैध ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ बहुत सख्त है, जिनके कारण ये निर्दोष भारतीय अवैध रूप से विदेश चले गए और अब उन्हें अमेरिका की तरह निर्वासित कर दिया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि आम भारतीयों को धोखा देने वाले ऐसे ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, ताकि अन्य लोगों को सबक मिल सके। अवैध गतिविधियों से सख्ती से निपटा जा रहा है मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने नशीले पदार्थों के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को अपने अधिकार क्षेत्र में होने वाले बड़े अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अवैध गतिविधियों से सख्ती से निपटा जा रहा है और इस अपराध में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। भगवंत सिंह मान ने कहा कि नशे के खिलाफ जंग को जन आंदोलन बनाया जा रहा है और इसके लिए पंचायतों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। 6 करोड़ का लागत से बना उपमंडलीय परिसर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज लोगों को समर्पित उपमंडलीय परिसर 6 करोड़ रुपए की लागत से बना है और यह मॉडर्न भवन अनेक सुविधाओं से सुसज्जित है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने लोगों की बेहतर सेवा के लिए ऐसी अति आवश्यक परियोजनाओं पर शायद ही कोई ध्यान दिया हो। उन्होंने कहा कि ऐसे भवनों का निर्माण लोगों की भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।

अकाली दल नेता के बेटों समेत 8 को उम्रकैद:फतेहगढ़ साहिब कोर्ट का फैसला, साढ़े चार साल पहले की थी हत्या
अकाली दल नेता के बेटों समेत 8 को उम्रकैद:फतेहगढ़ साहिब कोर्ट का फैसला, साढ़े चार साल पहले की थी हत्या पंजाब के फतेहगढ़ साहिब कोर्ट ने पंचायती जमीन विवाद में हुई एक व्यक्ति की हत्या के मामले में फैसला सुनाया है। कोर्ट ने शिरोमणि अकाली दल के पूर्व जिला जत्थेदार स्वर्ण सिंह चनार्थल के दो बेटों समेत 8 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। घटना 24 जून 2020 की है, जब तीन गाड़ियों में सवार होकर आए हथियारबंद लोगों ने गांव चनार्थल खुर्द में फायरिंग कर दी थी। इस हमले में कुलविंदर सिंह की मौत हो गई थी, जबकि गांव के सरपंच गुरबाज सिंह समेत चार अन्य लोग घायल हुए थे। हमलावरों के पास 12 बोर बंदूक, रिवाल्वर और अन्य तेजधार हथियार थे। दोषी करार दिए गए लोगों में गुरमुख सिंह, बलविंदर सिंह, अर्शदीप सिंह, गुरजीत सिंह, गुरमुख सिंह, कुलवंत सिंह, जगदीप सिंह और जसदीप सिंह शामिल हैं। इनमें से गुरमुख सिंह और बलविंदर सिंह अकाली नेता स्वर्ण सिंह के बेटे हैं। गुरमुख सिंह गांव का पूर्व सरपंच भी रह चुका है। इन धाराओं के तहत पुलिस ने दर्ज किया था मामला पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302, 307, 325, 323, 506, 148, 149, 120बी और आर्म्स एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। मामले में एक आरोपी पहले से पुलिस हिरासत में था, जबकि 7 जमानत पर थे। फतेहगढ़ साहिब सेशन कोर्ट ने 28 जनवरी को बाकी सभी सात दोषियों को भी हिरासत में ले लिया। पीड़ित पक्ष ने मुआवजे की मांग भी की है, जिस पर कोर्ट के आदेश का इंतजार है।

लुधियाना में मेयर चुनाव से पहले AAP को झटका:पार्षद चतरवीर की घर वापसी; SAD ने किया स्वागत, 6 दिन पहले छोड़ी थी पार्टी
लुधियाना में मेयर चुनाव से पहले AAP को झटका:पार्षद चतरवीर की घर वापसी; SAD ने किया स्वागत, 6 दिन पहले छोड़ी थी पार्टी पंजाब के लुधियाना में मेयर के चुनाव से पहले ही आम आदमी पार्टी को झटका लगा है। 6 दिन पहले आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हुए अकाली दल के पार्षद चतरवीर सिंह ने घर वापसी कर ली है। AAP में शामिल होने पर पार्षद चतरवीर सिंह उर्फ कमल अरोड़ा का मंत्री लालजीत भुल्लर ने अरोड़ा का पार्टी में स्वागत किया था। आज फिर से चतरवीर सिंह ने अकाली दल में घर वापसी कर ली है। अकाली दल के पूर्व विधायक रणजीत सिंह ढिल्लों ने चतरवीर का पटका पहना कर स्वागत किया। चतरवीर ने वार्ड 20 से चुनाव जीता। जहां उन्होंने AAP के ही उम्मीदवार अंकुर गुलाटी को 415 वोटों से हराया था। इसके बाद 22 दिसंबर को उनके खिलाफ संजय गांधी कॉलोनी में रहने वाले AAP के कार्यकर्ता राकेश कुमार ने किडनैपिंग और मारपीट का केस दर्ज कर दिया। इसके अगले ही दिन 23 दिसंबर को वह AAP में शामिल हो गए थे। चतरवीर के AAP में शामिल हो जाने के बाद AAP के कुल 44 पार्षद हो गए थे, लेकिन अब फिर से AAP के पास 43 पार्षद रह गए है। वहीं अकाली दल के पूर्व विधायक रणजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि पार्षदों पर दबाव बनाकर उन्हें AAP में शामिल करवाया जा रहा है। लेकिन अकाली दल के वर्कर मजबूत है। वह AAP की किसी धक्केशाही से डरने वाले नहीं है। अब पढ़िए वह मामला, जिसमें पार्षद पर FIR हुई… पोलिंग बूथ पर हुआ था विवाद
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