पंजाब पुलिस का नया सिक्योरिटी प्लान:कैमरों से सुरक्षित होंगे थाने और शहर, दो शहरों में प्रोजेक्ट शुरू, कंट्रोल रूम से रहेगी नजर

पंजाब पुलिस का नया सिक्योरिटी प्लान:कैमरों से सुरक्षित होंगे थाने और शहर, दो शहरों में प्रोजेक्ट शुरू, कंट्रोल रूम से रहेगी नजर

पंजाब के बॉर्डर एरिया में पिछले कुछ समय से पुलिस थानों और चौकियों पर हो रहे हमलों के बाद पुलिस अब अपने सुरक्षा चक्र को मजबूत करने में नई स्ट्रेटजी से जुट गई है। अमृतसर सिटी में 140 जगह व जालंधर में 25 थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का बुलेट प्रूफ प्लान तैयार किया है। यह काम जल्दी व तय समय में पूरा हो, इसके लिए प्राइवेट कंपनी के सहयोग से प्रोजेक्ट पूरा होगा। जून महीने के अंत इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की डेडलाइन रखी गई। कैमरे लगाने के लिए लोकेशन की निशानदेही पूरी हाे चुकी है। कैमरे लगाने के बाद शोपीस न बन जाए, ऐसे में इन्हें लगाने वाली कंपनी इनकी देखभाल और अन्य जिम्मेदारियों को भी पूरा करेगीा। इस तरह से इस प्रोजेक्ट में कैमरे होंगे प्रयोग पुलिस की तरफ से सिटी सर्विलांस सिस्टम के तहत प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट को इसलिए भी अहम माना जा रहा है कि क्योंकि इससे जहां अपराधियों को आसानी से काबू किया जा सकेगा। वहीं, ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर भी नंबर रखी जा सकेगी। प्रोजेक्ट में हाई रेजोल्यूशन व नाइट विजन वाले कैमरे, आरपीएन (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन), आरएलडी कैमरे व पीडीजेड कैमरे पैन टिल्ट जूम कैमरा प्रयोग किए जाएंगे। कैमरे तेजी से गुजरने वाली गाड़ियों के नंबर और वाहन सवारो के चेहरे पहचानने में सक्षम होंगे। कैमरों के लिए कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। जहां पर सारा डॉटा सुरक्षित रहेगा। इससे पहले डीजीपी पंजाब गौरव यादव की तरफ से लगभग सभी बड़े शहरों का दौरा किया गया था। साथ ही अपराधियों पर नकेल कसने का प्लान बनाया था। ग्रामीण एरिया में मॉडर्न बीट बॉक्स इतना ही नहीं पुलिस ने ग्रामीण एरिया में अब मॉडर्न बीट बॉक्स प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है। इन बीट बॉक्स पर रियल टाइम हाईटेक कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही फ्लैशर लाइट, इमरजेंसी नंबर व सूचना देने वाली एलईडी लगाई जाएगी। ये बीट बॉक्स ग्रामीण इलाकों और सीमावर्ती इलाकों में बनाए जाएंगे। किसी अपराधी के बारे में कोई सूचना होगी तो पुलिस इसकी जानकारी तुरंत बीट बॉक्स पर डिस्प्ले करेगी। इस प्रोजेक्ट को पुलिस ने पीपीपी मोड पर शुरू किया है। पहले चरण में चंडीगढ़ में राजधानी से सटे बॉर्डर इलाकों में लगाया गया है। पंजाब में पहले भी हो चुके धमाकें 24 नवंबर- अजनाला थाने के बाहर RDX लगाया गया था। हालांकि, यह फटा नहीं। इसकी जिम्मेदारी हैप्पी पासियां ने ली थी, जबकि इस मामले में पुलिस 2 आरोपियों को पकड़ चुकी है। उनसे हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए गए थे। 27 नवंबर- गुरबख्श नगर में बंद पुलिस चौकी में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। यह हमला भी बंद चौकी में हुआ था। 2 दिसंबर- एसबीएस नगर के काठगढ़ थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस मामले में भी पुलिस ने 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया था और उनसे हथियार बरामद किए गए थे। 4 दिसंबर- मजीठा थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ तो पुलिस ने हमला मानने से ही इनकार कर दिया। पुलिस का कहना था कि उनके एक कर्मी की बाइक का टायर फटा है। हालांकि, इलाके के पूर्व विधायक बिक्रम मजीठिया ने थाने की तस्वीरों के साथ इसे आतंकी घटना बताया था। 13 दिसंबर- अलीवाल बटाला थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस घटना की जिम्मेदारी भी हैप्पी पासियां और उसके साथी ने ली थी। इस घटना को भी रात के समय ही अंजाम दिया गया। 17 दिसंबर- इस्लामाबाद थाने में ग्रेनेड विस्फोट किया गया। सुबह जब खबर फैली तो पुलिस कमिश्नर और लोकल पुलिस ने इसे ब्लास्ट नहीं बताया, लेकिन दोपहर DGP पंजाब खुद अमृतसर पहुंचे और उन्होंने माना कि यह एक आतंकी घटना थी और बम फोड़ा गया था। 19 दिसंबर- पंजाब के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे गुरदासपुर जिले की बंद पड़ी पुलिस चौकी बख्शीवाला पर आतंकी हमला हुआ। पुलिस द्वारा किसी मामले में जब्त किए गए ऑटो पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका। 21 दिसंबर- गुरदासपुर के कलानौर क्षेत्र में बंगा वडाला गांव की पुलिस चौकी रात को धमाके से दहल गई। इस हमले की जिम्मेदारी भी बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली थी। 19 जनवरी- अमृतसर की गुमटाला चौकी पर धमाका हुआ था। बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। 16 जनवरी- अमृतसर जिले के गांव जैंतीपुर में रात को शराब कारोबारी अमनदीप जैंतीपुरिया के घर पर ग्रेनेड हमला हुआ। 03 फरवरी – अमृतसर बाईपास स्थित फतेहगढ़ चूड़ियां पुलिस पर ब्लॉस्ट हुआ था। पंजाब के बॉर्डर एरिया में पिछले कुछ समय से पुलिस थानों और चौकियों पर हो रहे हमलों के बाद पुलिस अब अपने सुरक्षा चक्र को मजबूत करने में नई स्ट्रेटजी से जुट गई है। अमृतसर सिटी में 140 जगह व जालंधर में 25 थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने का बुलेट प्रूफ प्लान तैयार किया है। यह काम जल्दी व तय समय में पूरा हो, इसके लिए प्राइवेट कंपनी के सहयोग से प्रोजेक्ट पूरा होगा। जून महीने के अंत इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की डेडलाइन रखी गई। कैमरे लगाने के लिए लोकेशन की निशानदेही पूरी हाे चुकी है। कैमरे लगाने के बाद शोपीस न बन जाए, ऐसे में इन्हें लगाने वाली कंपनी इनकी देखभाल और अन्य जिम्मेदारियों को भी पूरा करेगीा। इस तरह से इस प्रोजेक्ट में कैमरे होंगे प्रयोग पुलिस की तरफ से सिटी सर्विलांस सिस्टम के तहत प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट को इसलिए भी अहम माना जा रहा है कि क्योंकि इससे जहां अपराधियों को आसानी से काबू किया जा सकेगा। वहीं, ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर भी नंबर रखी जा सकेगी। प्रोजेक्ट में हाई रेजोल्यूशन व नाइट विजन वाले कैमरे, आरपीएन (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन), आरएलडी कैमरे व पीडीजेड कैमरे पैन टिल्ट जूम कैमरा प्रयोग किए जाएंगे। कैमरे तेजी से गुजरने वाली गाड़ियों के नंबर और वाहन सवारो के चेहरे पहचानने में सक्षम होंगे। कैमरों के लिए कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। जहां पर सारा डॉटा सुरक्षित रहेगा। इससे पहले डीजीपी पंजाब गौरव यादव की तरफ से लगभग सभी बड़े शहरों का दौरा किया गया था। साथ ही अपराधियों पर नकेल कसने का प्लान बनाया था। ग्रामीण एरिया में मॉडर्न बीट बॉक्स इतना ही नहीं पुलिस ने ग्रामीण एरिया में अब मॉडर्न बीट बॉक्स प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया है। इन बीट बॉक्स पर रियल टाइम हाईटेक कैमरे लगाए जाएंगे। साथ ही फ्लैशर लाइट, इमरजेंसी नंबर व सूचना देने वाली एलईडी लगाई जाएगी। ये बीट बॉक्स ग्रामीण इलाकों और सीमावर्ती इलाकों में बनाए जाएंगे। किसी अपराधी के बारे में कोई सूचना होगी तो पुलिस इसकी जानकारी तुरंत बीट बॉक्स पर डिस्प्ले करेगी। इस प्रोजेक्ट को पुलिस ने पीपीपी मोड पर शुरू किया है। पहले चरण में चंडीगढ़ में राजधानी से सटे बॉर्डर इलाकों में लगाया गया है। पंजाब में पहले भी हो चुके धमाकें 24 नवंबर- अजनाला थाने के बाहर RDX लगाया गया था। हालांकि, यह फटा नहीं। इसकी जिम्मेदारी हैप्पी पासियां ने ली थी, जबकि इस मामले में पुलिस 2 आरोपियों को पकड़ चुकी है। उनसे हैंड ग्रेनेड भी बरामद किए गए थे। 27 नवंबर- गुरबख्श नगर में बंद पुलिस चौकी में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। यह हमला भी बंद चौकी में हुआ था। 2 दिसंबर- एसबीएस नगर के काठगढ़ थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस मामले में भी पुलिस ने 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया था और उनसे हथियार बरामद किए गए थे। 4 दिसंबर- मजीठा थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ तो पुलिस ने हमला मानने से ही इनकार कर दिया। पुलिस का कहना था कि उनके एक कर्मी की बाइक का टायर फटा है। हालांकि, इलाके के पूर्व विधायक बिक्रम मजीठिया ने थाने की तस्वीरों के साथ इसे आतंकी घटना बताया था। 13 दिसंबर- अलीवाल बटाला थाने में ग्रेनेड विस्फोट हुआ था। इस घटना की जिम्मेदारी भी हैप्पी पासियां और उसके साथी ने ली थी। इस घटना को भी रात के समय ही अंजाम दिया गया। 17 दिसंबर- इस्लामाबाद थाने में ग्रेनेड विस्फोट किया गया। सुबह जब खबर फैली तो पुलिस कमिश्नर और लोकल पुलिस ने इसे ब्लास्ट नहीं बताया, लेकिन दोपहर DGP पंजाब खुद अमृतसर पहुंचे और उन्होंने माना कि यह एक आतंकी घटना थी और बम फोड़ा गया था। 19 दिसंबर- पंजाब के भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे गुरदासपुर जिले की बंद पड़ी पुलिस चौकी बख्शीवाला पर आतंकी हमला हुआ। पुलिस द्वारा किसी मामले में जब्त किए गए ऑटो पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका। 21 दिसंबर- गुरदासपुर के कलानौर क्षेत्र में बंगा वडाला गांव की पुलिस चौकी रात को धमाके से दहल गई। इस हमले की जिम्मेदारी भी बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली थी। 19 जनवरी- अमृतसर की गुमटाला चौकी पर धमाका हुआ था। बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने इसकी जिम्मेदारी ली थी। 16 जनवरी- अमृतसर जिले के गांव जैंतीपुर में रात को शराब कारोबारी अमनदीप जैंतीपुरिया के घर पर ग्रेनेड हमला हुआ। 03 फरवरी – अमृतसर बाईपास स्थित फतेहगढ़ चूड़ियां पुलिस पर ब्लॉस्ट हुआ था।   पंजाब | दैनिक भास्कर