यूपी बजट- 92 हजार नौकरी, छात्राओं को फ्री स्कूटी:9 लाख आउटसोर्स कर्मियों की सैलरी बढ़ाई, योगी बोले- सनातन को समर्पित

यूपी बजट- 92 हजार नौकरी, छात्राओं को फ्री स्कूटी:9 लाख आउटसोर्स कर्मियों की सैलरी बढ़ाई, योगी बोले- सनातन को समर्पित

यूपी की योगी सरकार ने गुरुवार को विधानसभा में 2025-26 का बजट पेश किया। इसमें बहुत ज्यादा नए ऐलान नहीं हुए। हां, प्रदेश का यह अब तक का सबसे बड़ा बजट जरूर है। 8 लाख 8 हजार 736 करोड़ का। यानी पिछली बार से करीब 9.8 फीसदी ज्यादा। बजट में विधानसभा चुनाव- 2027 की तैयारियां दिखीं। योगी ने इसे ‘सनातन को समर्पित’ बताया। बजट में सरकार ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाने का ऐलान किया है। इससे 9 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा। अब उन्हें 16 हजार की जगह न्यूनतम मानदेय 20 हजार रुपए दिया जाएगा। यूपी और सीबीएसई बोर्ड में 12वीं में मेरिट में आने वाली छात्राओं को फ्री स्कूटी देने का ऐलान किया गया। हर जिले में लेबर अड्‌डे बनाएंगे, जहां कैंटीन और टॉयलेट की सुविधा रहेगी। लखनऊ में AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिटी बनाई जाएगी। बजट में सरकार ने अल्पसंख्यकों का भी ध्यान रखा है। अल्पसंख्यक समुदाय की तरक्की के लिए भी 1998 करोड़ रुपए दिए गए हैं। पहले वित्र मंत्री की 6 बड़ी घोषणाएं- बजट में किसे क्या मिला, यह जानने से पहले पढ़िए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने किस अंदाज में इसे पेश किया और विपक्षी दलों ने इस पर क्या कहा… वित्तमंत्री ने सदन में 8 शायरी पढ़ीं, योगी
वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार को 1 घंटे 41 मिनट का बजट भाषण दिया। उन्होंने पहले श्रीरामचरितमानस की चौपाई पढ़ी। फिर भाषण के बीच शेर-ओ-शायरी से सपा पर निशाना साधते रहे। पूरे भाषण के दौरान मंत्री ने 8 शायरी पढ़ीं। इस दौरान सीएम योगी और अन्य विधायक हंसते दिखे। इससे पहले, वित्त मंत्री ने सुबह घर में पूजा की। फिर सीएम आवास पहुंचे। यहां बजट को कैबिनेट की मंजूरी दी गई। फिर बजट लेकर वित्तमंत्री विधानसभा पहुंचे। सुरेश खन्ना ने आज लगातार छठवीं बार बजट पेश किया। वह 2020 से लगातार बजट पेश कर रहे हैं। यूपी के लिहाज से यह एक रिकॉर्ड है। अब पढ़िए बजट पर विपक्षी दलों ने क्या कहा अखिलेश बोले- ये बजट नहीं, बड़ा ढोल; अंदर से खोखला
बजट पर अखिलेश यादव ने कहा- इस बार के बजट में पिछड़े, दलित और मुसलमानों के साथ भेदभाव किया है। बुंदेलखंड का किसान बर्बाद हो गया। उसकी मूंगफली खरीदी नहीं गई। अगले 5 साल में सरकार फसलों का न्यूनतम दाम देने की बात कह रही है। मंडियां तो चौपट हो गईं। नई मंडी एक भी नहीं बनाई। भाजपा ने संकल्प लिया था कि 14 दिन में किसानों का भुगतान नहीं किया तो उस पर ब्याज सहित भुगतान देंगे। सरकार यह नहीं बता रही कि गन्ने की कीमत कितनी बढ़ाई। कितना बकाया है, यह नहीं बताती। अखिलेश ने बजट को ‘बड़ा ढोल’ बताया। कहा कि यह सिर्फ दिखावा है, जो वास्तविक विकास और सुधार की बजाय सिर्फ प्रचार पर आधारित है। सरकार कहती है कि यूपी में 6 मेगा फूड पार्क विकसित किए जाएंगे। अब तक सरकार ने एक भी मेगा फूड पार्क विकसित किया है तो बताए। जो लोग सशक्त नारी की बात कर रहे हैं, जिन्होंने कहा कि UPPSC में हम महिलाओं की संख्या दोगुनी कर देंगे…आज बताएं कि कितनी दोगुनी हुईं। शिवपाल बोले- अगली बार जुमला नहीं, बजट बनाएं
सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा, मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि अगली बार जुमलों की किताब की जगह जनता की जरूरत का बजट बनाएं। हम 2027 में जनता के हित में एक बेहतर बजट लाएंगे। मायावती बोलीं- करोड़ों परिवारों की दरिद्रता दूर कैसे होगी
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा- बजट महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन को दूर करने, आम जनता की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसे में विकास कैसे संभव है। कुल मिलाकर यूपी सरकार का बजट भी पेट भरे मध्यम वर्ग के तुष्टीकरण वाला है। जबकि सरकारों का दायित्व करोड़ों परिवारों की दरिद्रता को दूर करके सुख-चैन पहुंचाना होता है। लेकिन, बजट में ऐसा न होना चिंतनीय है। अब 7 स्लाइड में पढ़िए बजट में किसे क्या मिला… ———————————————- यूपी बजट से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें यूपी में हर व्यक्ति 36 हजार का कर्जदार, 50% बजट सैलरी-पेंशन और कर्ज पर खर्च हो रहा; एक्सपर्ट ने दिए आपके सवालों के जवाब उत्तर प्रदेश के बजट को लेकर आपके मन में भी कई सवाल होंगे कि सरकार कमाई कैसे करती है? वह किस तरह अपने पैसे को खर्च करती है। योजनाओं को पूरा करने के लिए उसने कितना कर्ज लिया है? बजट से जुड़े कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब हमने एक्सपर्ट से समझा। पढ़िए ये रिपोर्ट… यूपी की योगी सरकार ने गुरुवार को विधानसभा में 2025-26 का बजट पेश किया। इसमें बहुत ज्यादा नए ऐलान नहीं हुए। हां, प्रदेश का यह अब तक का सबसे बड़ा बजट जरूर है। 8 लाख 8 हजार 736 करोड़ का। यानी पिछली बार से करीब 9.8 फीसदी ज्यादा। बजट में विधानसभा चुनाव- 2027 की तैयारियां दिखीं। योगी ने इसे ‘सनातन को समर्पित’ बताया। बजट में सरकार ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाने का ऐलान किया है। इससे 9 लाख कर्मचारियों को फायदा होगा। अब उन्हें 16 हजार की जगह न्यूनतम मानदेय 20 हजार रुपए दिया जाएगा। यूपी और सीबीएसई बोर्ड में 12वीं में मेरिट में आने वाली छात्राओं को फ्री स्कूटी देने का ऐलान किया गया। हर जिले में लेबर अड्‌डे बनाएंगे, जहां कैंटीन और टॉयलेट की सुविधा रहेगी। लखनऊ में AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिटी बनाई जाएगी। बजट में सरकार ने अल्पसंख्यकों का भी ध्यान रखा है। अल्पसंख्यक समुदाय की तरक्की के लिए भी 1998 करोड़ रुपए दिए गए हैं। पहले वित्र मंत्री की 6 बड़ी घोषणाएं- बजट में किसे क्या मिला, यह जानने से पहले पढ़िए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने किस अंदाज में इसे पेश किया और विपक्षी दलों ने इस पर क्या कहा… वित्तमंत्री ने सदन में 8 शायरी पढ़ीं, योगी
वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार को 1 घंटे 41 मिनट का बजट भाषण दिया। उन्होंने पहले श्रीरामचरितमानस की चौपाई पढ़ी। फिर भाषण के बीच शेर-ओ-शायरी से सपा पर निशाना साधते रहे। पूरे भाषण के दौरान मंत्री ने 8 शायरी पढ़ीं। इस दौरान सीएम योगी और अन्य विधायक हंसते दिखे। इससे पहले, वित्त मंत्री ने सुबह घर में पूजा की। फिर सीएम आवास पहुंचे। यहां बजट को कैबिनेट की मंजूरी दी गई। फिर बजट लेकर वित्तमंत्री विधानसभा पहुंचे। सुरेश खन्ना ने आज लगातार छठवीं बार बजट पेश किया। वह 2020 से लगातार बजट पेश कर रहे हैं। यूपी के लिहाज से यह एक रिकॉर्ड है। अब पढ़िए बजट पर विपक्षी दलों ने क्या कहा अखिलेश बोले- ये बजट नहीं, बड़ा ढोल; अंदर से खोखला
बजट पर अखिलेश यादव ने कहा- इस बार के बजट में पिछड़े, दलित और मुसलमानों के साथ भेदभाव किया है। बुंदेलखंड का किसान बर्बाद हो गया। उसकी मूंगफली खरीदी नहीं गई। अगले 5 साल में सरकार फसलों का न्यूनतम दाम देने की बात कह रही है। मंडियां तो चौपट हो गईं। नई मंडी एक भी नहीं बनाई। भाजपा ने संकल्प लिया था कि 14 दिन में किसानों का भुगतान नहीं किया तो उस पर ब्याज सहित भुगतान देंगे। सरकार यह नहीं बता रही कि गन्ने की कीमत कितनी बढ़ाई। कितना बकाया है, यह नहीं बताती। अखिलेश ने बजट को ‘बड़ा ढोल’ बताया। कहा कि यह सिर्फ दिखावा है, जो वास्तविक विकास और सुधार की बजाय सिर्फ प्रचार पर आधारित है। सरकार कहती है कि यूपी में 6 मेगा फूड पार्क विकसित किए जाएंगे। अब तक सरकार ने एक भी मेगा फूड पार्क विकसित किया है तो बताए। जो लोग सशक्त नारी की बात कर रहे हैं, जिन्होंने कहा कि UPPSC में हम महिलाओं की संख्या दोगुनी कर देंगे…आज बताएं कि कितनी दोगुनी हुईं। शिवपाल बोले- अगली बार जुमला नहीं, बजट बनाएं
सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा, मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि अगली बार जुमलों की किताब की जगह जनता की जरूरत का बजट बनाएं। हम 2027 में जनता के हित में एक बेहतर बजट लाएंगे। मायावती बोलीं- करोड़ों परिवारों की दरिद्रता दूर कैसे होगी
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा- बजट महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन को दूर करने, आम जनता की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। ऐसे में विकास कैसे संभव है। कुल मिलाकर यूपी सरकार का बजट भी पेट भरे मध्यम वर्ग के तुष्टीकरण वाला है। जबकि सरकारों का दायित्व करोड़ों परिवारों की दरिद्रता को दूर करके सुख-चैन पहुंचाना होता है। लेकिन, बजट में ऐसा न होना चिंतनीय है। अब 7 स्लाइड में पढ़िए बजट में किसे क्या मिला… ———————————————- यूपी बजट से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें यूपी में हर व्यक्ति 36 हजार का कर्जदार, 50% बजट सैलरी-पेंशन और कर्ज पर खर्च हो रहा; एक्सपर्ट ने दिए आपके सवालों के जवाब उत्तर प्रदेश के बजट को लेकर आपके मन में भी कई सवाल होंगे कि सरकार कमाई कैसे करती है? वह किस तरह अपने पैसे को खर्च करती है। योजनाओं को पूरा करने के लिए उसने कितना कर्ज लिया है? बजट से जुड़े कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब हमने एक्सपर्ट से समझा। पढ़िए ये रिपोर्ट…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर