गुरुग्राम में सदर बाजार स्थित राजकीय कन्या प्राथमिक स्कूल के स्टाफ की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां प्राइमरी की एक बच्ची को कमरे में बंद करके टीचर घर चले गए। बच्ची कक्षा में ही सो गई थी और टीचरों ने बिना देखे की कमरे में ताला लगा दिया। स्टूडेंट को घर ले जाने वाला रिक्शा चालक जब स्कूल पहुंचा तो उसे बच्ची नहीं मिली। कमरे में रोती मिली बच्ची ढूंढते हुए वह स्कूल के अंदर गया तो क्लास रूम से रोने की आवाज सुनाई दी। जिस पर रिक्शा चालक दौड़कर कमरे के पास गया। जिसके बाद उसने स्कूल के बाहर दुकान करने वाले आशु को को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद आसपास के लोगों की मदद से ताला तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला गया। तब तक बच्ची के परिजन भी मौके पर पहुंच चुके थे। परिजनों ने कहा कि यह टीचरों की बड़ी लापरवाही है, अगर उनकी बच्ची को कुछ हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता। उन्होंने स्कूल के टीचरों पर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना था कि बच्ची इतनी डर गई थी कि उसका रो रोकर बुरा हाल था और अपने कपड़े भी निकाल लिए थे। हालांकि यह घटना कई दिन पहले की है, लेकिन इसका वीडियो अब वायरल हो रहा है। कक्षा में सो गई थी हालांकि स्कूल टीचर अपनी गलती स्वीकार कर रहे हैं और बताया जा रहा है कि छात्रा अपनी कक्षा में ही सो गई थी। स्कूल में कोई भी सिक्योरिटी गार्ड मौजूद नहीं है। इसी वजह से स्कूल स्टाफ स्वयं ही कक्षा को ताला लगाकर चाबी स्कूल की देखरेख करने वाले एक दुकानदार को दे जाते हैं। विभागीय कार्रवाई होगी इस बारे में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुनीराम का कहना है कि यह कई दिन पुराना मामला है, जिसके बारे में स्टाफ से जवाब मांगा गया है। अगर किसी टीचर की लापरवाही निकलती है तो विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अभी बोर्ड की परीक्षा चल रही है और मैं स्कूलों का निरीक्षण कर रहा हूं। जल्द ही टीचरों से बात करूंगा। गुरुग्राम में सदर बाजार स्थित राजकीय कन्या प्राथमिक स्कूल के स्टाफ की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां प्राइमरी की एक बच्ची को कमरे में बंद करके टीचर घर चले गए। बच्ची कक्षा में ही सो गई थी और टीचरों ने बिना देखे की कमरे में ताला लगा दिया। स्टूडेंट को घर ले जाने वाला रिक्शा चालक जब स्कूल पहुंचा तो उसे बच्ची नहीं मिली। कमरे में रोती मिली बच्ची ढूंढते हुए वह स्कूल के अंदर गया तो क्लास रूम से रोने की आवाज सुनाई दी। जिस पर रिक्शा चालक दौड़कर कमरे के पास गया। जिसके बाद उसने स्कूल के बाहर दुकान करने वाले आशु को को मामले की जानकारी दी। जिसके बाद आसपास के लोगों की मदद से ताला तोड़कर बच्ची को बाहर निकाला गया। तब तक बच्ची के परिजन भी मौके पर पहुंच चुके थे। परिजनों ने कहा कि यह टीचरों की बड़ी लापरवाही है, अगर उनकी बच्ची को कुछ हो जाता तो कौन जिम्मेदार होता। उन्होंने स्कूल के टीचरों पर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना था कि बच्ची इतनी डर गई थी कि उसका रो रोकर बुरा हाल था और अपने कपड़े भी निकाल लिए थे। हालांकि यह घटना कई दिन पहले की है, लेकिन इसका वीडियो अब वायरल हो रहा है। कक्षा में सो गई थी हालांकि स्कूल टीचर अपनी गलती स्वीकार कर रहे हैं और बताया जा रहा है कि छात्रा अपनी कक्षा में ही सो गई थी। स्कूल में कोई भी सिक्योरिटी गार्ड मौजूद नहीं है। इसी वजह से स्कूल स्टाफ स्वयं ही कक्षा को ताला लगाकर चाबी स्कूल की देखरेख करने वाले एक दुकानदार को दे जाते हैं। विभागीय कार्रवाई होगी इस बारे में जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी मुनीराम का कहना है कि यह कई दिन पुराना मामला है, जिसके बारे में स्टाफ से जवाब मांगा गया है। अगर किसी टीचर की लापरवाही निकलती है तो विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अभी बोर्ड की परीक्षा चल रही है और मैं स्कूलों का निरीक्षण कर रहा हूं। जल्द ही टीचरों से बात करूंगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
