पहचान बदलकर सालों से दिल्ली में रह रही महिला नक्सली गिरफ्तार, खतरनाक हथियार चलाने में माहिर

पहचान बदलकर सालों से दिल्ली में रह रही महिला नक्सली गिरफ्तार, खतरनाक हथियार चलाने में माहिर

<p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Police Arrested Female Naxalite:</strong> दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने झारखंड की वांछित महिला नक्सली को गिरफ्तार किया है. यह महिला पिछले कई सालों से अपनी पहचान छिपाकर दिल्ली में रह रही थी और घरेलू कामकाज कर रही थी.&nbsp;4 मार्च 2025 को क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कि महिला नक्सली पीतमपुरा इलाके में रह रही है और वहीं नौकरी कर रही है. इसके बाद पुलिस टीम ने छापा मारा और महिला को गिरफ्तार कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2016 में नक्सली संगठन से जुड़ी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के मुताबिक इस नक्सली महिला को बचपन में ही उसके गांव के एक नक्सली ने अपने साथ ले लिया था और अच्छी जिंदगी का झांसा देकर उसे नक्सली संगठन में शामिल कर लिया. 2016 में नक्सली संगठन ‘सीपीआई माओवादी’ से जुड़ गई थी. वहां उसे पांच साल तक सख्त ट्रेनिंग दी गई, जिसमें हथियार चलाना, गुरिल्ला युद्ध और बम बनाना सिखाया गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खतरनाक हथियार चलाने में माहिर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वह एसएलआर, इंसास राइफल, एलएमजी, हैंड ग्रेनेड और .303 राइफल जैसे खतरनाक हथियार चलाने में माहिर हो गई थी. तीन एनकाउंटर में रही शामिल. इस महिला का झारखंड पुलिस से तीन बार सामना हो चुका है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2018 में कोल्हान जंगल में पुलिस से हुई थी मुठभेड़</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>2018 में कोल्हान जंगल में झारखंड पुलिस से मुठभेड़ भी हुई. 2019 में पोड़ाहाट जंगल में पुलिस पर हमला किया था. इसके साथ ही 2020 में सोनुआ इलाके में बड़ा एनकाउंटर हुआ था, जिसमें ये शामिल थी. इसके बाद संगठन के आदेश पर उसने दिल्ली का रुख किया और अपनी पहचान बदलकर घरेलू काम करने लगी.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>&nbsp;</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Delhi Police Arrested Female Naxalite:</strong> दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने झारखंड की वांछित महिला नक्सली को गिरफ्तार किया है. यह महिला पिछले कई सालों से अपनी पहचान छिपाकर दिल्ली में रह रही थी और घरेलू कामकाज कर रही थी.&nbsp;4 मार्च 2025 को क्राइम ब्रांच को जानकारी मिली थी कि महिला नक्सली पीतमपुरा इलाके में रह रही है और वहीं नौकरी कर रही है. इसके बाद पुलिस टीम ने छापा मारा और महिला को गिरफ्तार कर लिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2016 में नक्सली संगठन से जुड़ी</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस के मुताबिक इस नक्सली महिला को बचपन में ही उसके गांव के एक नक्सली ने अपने साथ ले लिया था और अच्छी जिंदगी का झांसा देकर उसे नक्सली संगठन में शामिल कर लिया. 2016 में नक्सली संगठन ‘सीपीआई माओवादी’ से जुड़ गई थी. वहां उसे पांच साल तक सख्त ट्रेनिंग दी गई, जिसमें हथियार चलाना, गुरिल्ला युद्ध और बम बनाना सिखाया गया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>खतरनाक हथियार चलाने में माहिर</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>वह एसएलआर, इंसास राइफल, एलएमजी, हैंड ग्रेनेड और .303 राइफल जैसे खतरनाक हथियार चलाने में माहिर हो गई थी. तीन एनकाउंटर में रही शामिल. इस महिला का झारखंड पुलिस से तीन बार सामना हो चुका है.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2018 में कोल्हान जंगल में पुलिस से हुई थी मुठभेड़</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>2018 में कोल्हान जंगल में झारखंड पुलिस से मुठभेड़ भी हुई. 2019 में पोड़ाहाट जंगल में पुलिस पर हमला किया था. इसके साथ ही 2020 में सोनुआ इलाके में बड़ा एनकाउंटर हुआ था, जिसमें ये शामिल थी. इसके बाद संगठन के आदेश पर उसने दिल्ली का रुख किया और अपनी पहचान बदलकर घरेलू काम करने लगी.&nbsp;</p>
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