महेंद्रगढ़ के नारनौल डिपो की एक बस का टायर खाटू श्याम मेले से आते हुए निकल गया और दूसरा टायर फट गया। जिससे बस डगमगा गई। गनीमत यह रही कि बस में बैठी सभी 52 सवारियां बाल-बाल बच गई। वहीं इस हादसे के बाद करीब एक घंटे तक यात्रियों को वापस लाने के लिए कोई बस नहीं मिली। जिसके कारण यात्री राजस्थान के पाटन गांव के पास सुनसान जगह पर खड़े रहे। नारनौल से खाटू श्याम के लिए हरियाणा रोडवेज ने स्पेशल बसें चलाई हुई हैं। ये बसें राजस्थान के पाटन, नीम का थाना व रिंग्स होते हुए खाटू के लिए जाती हैं, वहीं इसी रूट से वापस आती हैं। शाम साढ़े 7 खाटू श्याम से निकली थी बस हरियाणा रोडवेज की नारनौल डीपो की बस शाम को करीब साढ़े 7 बजे खाटू श्याम से नारनौल की सवारियां लेकर चली थी। बस सही प्रकार से नारनौल से करीब 40 किलोमीटर दूर राजस्थान के गांव पाटन तक पहुंच गई। जैसे ही बस पाटन के पास सुनसान रास्ते में आई, तो पहले बस का एक टायर निकल गया। वहीं दूसरा टायर फट गया। जिससे बस डगमगा गई। हालांकि ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा होते हुए टल गया। बाल-बाल बची 52 सवारियां, घटों नहीं आई दूसरी बस बस में मोहल्ला पुरानी सराय के रामबिलास सैनी अपनी पत्नी के साथ खाटू श्याम से वापस नारनौल आ रहे थे। रामबिलास सैनी ने बताया कि पाटन के पास रात को करीब साढ़े 9 बजे बस अचानक डगमगाई। सवारियों को अचानक झटका लगा। हालांकि ड्राइवर ने बस को जल्दी संभाल लिया। जिसके कारण सभी सवारियां बच गई। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद सभी सवारियां बस से बाहर आकर खड़ी हो गई, मगर रात होने के कारण उनको कोई दूसरा साधन नहीं मिला। ड्राइवर दूसरी बस की व्यवस्था में लगे थे, मगर बहुत देर तक बस नहीं पहुंची। महेंद्रगढ़ के नारनौल डिपो की एक बस का टायर खाटू श्याम मेले से आते हुए निकल गया और दूसरा टायर फट गया। जिससे बस डगमगा गई। गनीमत यह रही कि बस में बैठी सभी 52 सवारियां बाल-बाल बच गई। वहीं इस हादसे के बाद करीब एक घंटे तक यात्रियों को वापस लाने के लिए कोई बस नहीं मिली। जिसके कारण यात्री राजस्थान के पाटन गांव के पास सुनसान जगह पर खड़े रहे। नारनौल से खाटू श्याम के लिए हरियाणा रोडवेज ने स्पेशल बसें चलाई हुई हैं। ये बसें राजस्थान के पाटन, नीम का थाना व रिंग्स होते हुए खाटू के लिए जाती हैं, वहीं इसी रूट से वापस आती हैं। शाम साढ़े 7 खाटू श्याम से निकली थी बस हरियाणा रोडवेज की नारनौल डीपो की बस शाम को करीब साढ़े 7 बजे खाटू श्याम से नारनौल की सवारियां लेकर चली थी। बस सही प्रकार से नारनौल से करीब 40 किलोमीटर दूर राजस्थान के गांव पाटन तक पहुंच गई। जैसे ही बस पाटन के पास सुनसान रास्ते में आई, तो पहले बस का एक टायर निकल गया। वहीं दूसरा टायर फट गया। जिससे बस डगमगा गई। हालांकि ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा होते हुए टल गया। बाल-बाल बची 52 सवारियां, घटों नहीं आई दूसरी बस बस में मोहल्ला पुरानी सराय के रामबिलास सैनी अपनी पत्नी के साथ खाटू श्याम से वापस नारनौल आ रहे थे। रामबिलास सैनी ने बताया कि पाटन के पास रात को करीब साढ़े 9 बजे बस अचानक डगमगाई। सवारियों को अचानक झटका लगा। हालांकि ड्राइवर ने बस को जल्दी संभाल लिया। जिसके कारण सभी सवारियां बच गई। उन्होंने बताया कि हादसे के बाद सभी सवारियां बस से बाहर आकर खड़ी हो गई, मगर रात होने के कारण उनको कोई दूसरा साधन नहीं मिला। ड्राइवर दूसरी बस की व्यवस्था में लगे थे, मगर बहुत देर तक बस नहीं पहुंची। हरियाणा | दैनिक भास्कर
