करनाल में युवक की मौत:नशे में पानीपत से लौटा था, अगले दिन शाम तक रहा बेहोश, कमरे में मिला मृत

करनाल में युवक की मौत:नशे में पानीपत से लौटा था, अगले दिन शाम तक रहा बेहोश, कमरे में मिला मृत

करनाल जिले के सेक्टर-16 में किराये के मकान में रह रहे 24 वर्षीय युवक आशीष की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। आशीष मूल रूप से नीलोखेड़ी के समाना गांव का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि आशीष का अपने गांव में कुछ युवकों के साथ करीब चार महीने पहले विवाद हुआ था, जिसके बाद से वह करनाल में किराये पर रह रहा था। करीब दो सप्ताह पहले ही वह एक साथी के साथ कमरे पर रह रहा था। आशीष की मौत कमरे पर ही हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भिजवाया, जहां रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण स्पष्ट होंगे। आधी रात को लौटा था नशे में मृतक के रूममेट कमल शर्मा ने बताया कि आशीष करीब दो सप्ताह पहले ही उसके पास रहने के लिए आया था। 7 मार्च को वह पानीपत अपने एक दोस्त से मिलने गया था, जो कनाडा से आया था। दोपहर में उसने कॉल कर बताया था कि वह करनाल के नमस्ते चौक पर पहुंच चुका है और उसे लेने के लिए आ जाए। इसके बाद वह रात के समय कमरे पर लौटा, लेकिन नशे की हालत में था। वह किसी से फोन पर बात कर रहा था और झगड़ रहा था। रात तीन बजे के करीब वह सोया था। 8 मार्च को दिनभर बेहोश पड़ा रहा कमल ने बताया कि 8 मार्च को जब उसने दोपहर 12:30 बजे आशीष को उठाने का प्रयास किया, तो वह तेज खर्राटे ले रहा था। दो बजे खाने के बाद वह भी सो गया। शाम करीब 5 बजे जब वह उठा, तो आशीष उसी अवस्था में पड़ा था। कमल ने उसे उठाने की कोशिश की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद वह नहाने चला गया। जब वह 6 बजे बाथरूम से आया तो देखा कि आशीष के खर्राटे बंद हो चुके थे। उसने सोचा कि अब उसे होश आ गया होगा, लेकिन जब उसे हिलाया तो कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। अनजान नंबर से आया कॉल, बहन को दी गई सूचना कमल ने आशीष का फोन उठाया, तभी एक अनजान नंबर से कॉल आया। फोन पर लड़की थी, जिसे आशीष की बहन के बारे में जानकारी थी। कमल ने उसे कहा कि आशीष की बहन को फोन करने को कहे। इसके बाद उसकी बहन ने कमल को कॉल किया, तब उसने पूरी घटना बताई। परिवार के लोग तुरंत करनाल पहुंचे और उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गांव में हुआ था झगड़ा, तब से करनाल में रह रहा था मृतक के पिता यशविंद्र सिंह ने बताया कि आशीष पहले समाना गांव के पास एक पेट्रोल पंप पर काम करता था, लेकिन चार महीने पहले गांव के कुछ युवकों से उसकी लड़ाई हो गई थी। इसके बाद वे उसे धमकियां दे रहे थे। डर के कारण आशीष करनाल आकर रहने लगा। हालांकि अब उसने काम छोड़ दिया था। परिवार के अनुसार झगड़े की शिकायत पुलिस को भी की गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। करनाल जिले के सेक्टर-16 में किराये के मकान में रह रहे 24 वर्षीय युवक आशीष की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। आशीष मूल रूप से नीलोखेड़ी के समाना गांव का रहने वाला था। बताया जा रहा है कि आशीष का अपने गांव में कुछ युवकों के साथ करीब चार महीने पहले विवाद हुआ था, जिसके बाद से वह करनाल में किराये पर रह रहा था। करीब दो सप्ताह पहले ही वह एक साथी के साथ कमरे पर रह रहा था। आशीष की मौत कमरे पर ही हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भिजवाया, जहां रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण स्पष्ट होंगे। आधी रात को लौटा था नशे में मृतक के रूममेट कमल शर्मा ने बताया कि आशीष करीब दो सप्ताह पहले ही उसके पास रहने के लिए आया था। 7 मार्च को वह पानीपत अपने एक दोस्त से मिलने गया था, जो कनाडा से आया था। दोपहर में उसने कॉल कर बताया था कि वह करनाल के नमस्ते चौक पर पहुंच चुका है और उसे लेने के लिए आ जाए। इसके बाद वह रात के समय कमरे पर लौटा, लेकिन नशे की हालत में था। वह किसी से फोन पर बात कर रहा था और झगड़ रहा था। रात तीन बजे के करीब वह सोया था। 8 मार्च को दिनभर बेहोश पड़ा रहा कमल ने बताया कि 8 मार्च को जब उसने दोपहर 12:30 बजे आशीष को उठाने का प्रयास किया, तो वह तेज खर्राटे ले रहा था। दो बजे खाने के बाद वह भी सो गया। शाम करीब 5 बजे जब वह उठा, तो आशीष उसी अवस्था में पड़ा था। कमल ने उसे उठाने की कोशिश की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। इसके बाद वह नहाने चला गया। जब वह 6 बजे बाथरूम से आया तो देखा कि आशीष के खर्राटे बंद हो चुके थे। उसने सोचा कि अब उसे होश आ गया होगा, लेकिन जब उसे हिलाया तो कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। अनजान नंबर से आया कॉल, बहन को दी गई सूचना कमल ने आशीष का फोन उठाया, तभी एक अनजान नंबर से कॉल आया। फोन पर लड़की थी, जिसे आशीष की बहन के बारे में जानकारी थी। कमल ने उसे कहा कि आशीष की बहन को फोन करने को कहे। इसके बाद उसकी बहन ने कमल को कॉल किया, तब उसने पूरी घटना बताई। परिवार के लोग तुरंत करनाल पहुंचे और उसे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गांव में हुआ था झगड़ा, तब से करनाल में रह रहा था मृतक के पिता यशविंद्र सिंह ने बताया कि आशीष पहले समाना गांव के पास एक पेट्रोल पंप पर काम करता था, लेकिन चार महीने पहले गांव के कुछ युवकों से उसकी लड़ाई हो गई थी। इसके बाद वे उसे धमकियां दे रहे थे। डर के कारण आशीष करनाल आकर रहने लगा। हालांकि अब उसने काम छोड़ दिया था। परिवार के अनुसार झगड़े की शिकायत पुलिस को भी की गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।   हरियाणा | दैनिक भास्कर