हुड्डा के गढ़ में कांग्रेस सिर्फ 2 वार्डों में जीती:रोहतक निगम में पूर्व मंत्री की बेटी भी हारी, वार्ड 14 से कंचन खुराना तीसरी बार विजयी

हुड्डा के गढ़ में कांग्रेस सिर्फ 2 वार्डों में जीती:रोहतक निगम में पूर्व मंत्री की बेटी भी हारी, वार्ड 14 से कंचन खुराना तीसरी बार विजयी

रोहतक जिले में नगर निगम चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह से हार गई। चुनाव से पहले किए गए दावे सभी खोखले साबित हुए। भाजपा ने एक बार फिर रोहतक की सत्ता पर कब्जा किया और मेयर के साथ-साथ 14 पार्षद भी जीतने में कामयाब रही। नगर निगम के 22 वार्डों की बात करें तो कांग्रेस के पास सिर्फ 2 सीटें बची हैं, जो पहली बार कांग्रेस की झोली में आई हैं। जबकि जिन वार्डों में कांग्रेस को जीत की उम्मीद थी, वहां भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। अब प्रत्याशी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि समीकरण कैसे बदल गए, कहां खामियां रह गईं। वार्ड 19 में पहली बार दिखा पंजा वार्ड 19 की बात करें तो यहां अब तक भाजपा का कमल ही खिलता रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता जयकिशन राजोतिया लगातार 5 बार एमसी रहे। इसके बाद भाजपा की दीपिका नारा पार्षद बनीं। लेकिन इस बार कांग्रेस प्रत्याशी विजय गोयल ने बाजी मार ली और जीत दर्ज की। वार्ड 14 में फिर खिला कमल पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कलानौर विधायक शकुंतला खटक का घर जिस वार्ड में है, वहां एक बार फिर भाजपा कमल खिलाने में कामयाब रही। भाजपा की कंचन खुराना लगातार तीसरी बार जीतीं, जबकि इससे पहले कंचन खुराना के पति अशोक खुराना इसी वार्ड से एमसी रह चुके हैं। वार्ड 14 में कंचन का मुकाबला पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा की बेटी से था। पूर्व मंत्री भी अपनी बेटी को जिताने में सफल नहीं हो पाए। जबकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी पूर्व मंत्री की बेटी के लिए वार्ड में एक दिन प्रचार किया था। इसके बावजूद कंचन खुराना सीट जीतने में कामयाब रहीं। वार्ड 17 में कांग्रेस के दिग्गज हारे वार्ड 17 की बात करें तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लगातार पार्षद चुने जा रहे गुलशन ईशपुनियानी का मुकाबला भाजपा पार्षद डिंपल जैन से था। पहले दोनों अलग-अलग वार्ड से पार्षद थे, लेकिन इस बार जब उनके वार्ड एक हो गए तो डिंपल जैन ने गुलशन ईशपुनियानी को हराकर जीत हासिल की। मेयर प्रत्याशी निराश कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी सूरजमल किलोई की बात करें तो वे निराश दिखे। 13 राउंड की मतगणना के दौरान सूरजमल किलोई और राम अवतार वाल्मीकि के बीच एक बार भी मुकाबला नहीं हुआ। हर राउंड में राम अवतार की बढ़त बढ़ती गई। अंत तक राम अवतार वाल्मीकि की बढ़त 45 हजार को पार कर गई, जिससे सूरजमल निराश दिखे। रोहतक जिले में नगर निगम चुनाव में कांग्रेस पूरी तरह से हार गई। चुनाव से पहले किए गए दावे सभी खोखले साबित हुए। भाजपा ने एक बार फिर रोहतक की सत्ता पर कब्जा किया और मेयर के साथ-साथ 14 पार्षद भी जीतने में कामयाब रही। नगर निगम के 22 वार्डों की बात करें तो कांग्रेस के पास सिर्फ 2 सीटें बची हैं, जो पहली बार कांग्रेस की झोली में आई हैं। जबकि जिन वार्डों में कांग्रेस को जीत की उम्मीद थी, वहां भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। अब प्रत्याशी इस बात पर विचार कर रहे हैं कि समीकरण कैसे बदल गए, कहां खामियां रह गईं। वार्ड 19 में पहली बार दिखा पंजा वार्ड 19 की बात करें तो यहां अब तक भाजपा का कमल ही खिलता रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता जयकिशन राजोतिया लगातार 5 बार एमसी रहे। इसके बाद भाजपा की दीपिका नारा पार्षद बनीं। लेकिन इस बार कांग्रेस प्रत्याशी विजय गोयल ने बाजी मार ली और जीत दर्ज की। वार्ड 14 में फिर खिला कमल पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कलानौर विधायक शकुंतला खटक का घर जिस वार्ड में है, वहां एक बार फिर भाजपा कमल खिलाने में कामयाब रही। भाजपा की कंचन खुराना लगातार तीसरी बार जीतीं, जबकि इससे पहले कंचन खुराना के पति अशोक खुराना इसी वार्ड से एमसी रह चुके हैं। वार्ड 14 में कंचन का मुकाबला पूर्व मंत्री सुभाष बत्रा की बेटी से था। पूर्व मंत्री भी अपनी बेटी को जिताने में सफल नहीं हो पाए। जबकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी पूर्व मंत्री की बेटी के लिए वार्ड में एक दिन प्रचार किया था। इसके बावजूद कंचन खुराना सीट जीतने में कामयाब रहीं। वार्ड 17 में कांग्रेस के दिग्गज हारे वार्ड 17 की बात करें तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लगातार पार्षद चुने जा रहे गुलशन ईशपुनियानी का मुकाबला भाजपा पार्षद डिंपल जैन से था। पहले दोनों अलग-अलग वार्ड से पार्षद थे, लेकिन इस बार जब उनके वार्ड एक हो गए तो डिंपल जैन ने गुलशन ईशपुनियानी को हराकर जीत हासिल की। मेयर प्रत्याशी निराश कांग्रेस के मेयर प्रत्याशी सूरजमल किलोई की बात करें तो वे निराश दिखे। 13 राउंड की मतगणना के दौरान सूरजमल किलोई और राम अवतार वाल्मीकि के बीच एक बार भी मुकाबला नहीं हुआ। हर राउंड में राम अवतार की बढ़त बढ़ती गई। अंत तक राम अवतार वाल्मीकि की बढ़त 45 हजार को पार कर गई, जिससे सूरजमल निराश दिखे।   हरियाणा | दैनिक भास्कर