HSGMC करेगी पंजाब के सेवामुक्त जत्थेदारों का सम्मान:कार्यकारी अध्यक्ष बोले-सेवामुक्ति की प्रक्रिया परंपरा के खिलाफ; कुरुक्षेत्र या जींद में होगा कार्यक्रम

HSGMC करेगी पंजाब के सेवामुक्त जत्थेदारों का सम्मान:कार्यकारी अध्यक्ष बोले-सेवामुक्ति की प्रक्रिया परंपरा के खिलाफ; कुरुक्षेत्र या जींद में होगा कार्यक्रम

कुरुक्षेत्र में हरियाणा गुरुद्वारा सिख मैनेजमेंट कमेटी (HSGMC) ने पंजाब के 3 तख्त साहिबान के जत्थेदारों को सेवामुक्त करने पर कड़ा रोष जताया है। कमेटी के कार्यकारी प्रधान जत्थेदार भूपेंद्र सिंह असंध का कहना है कि यह फैसला गुरुमत मर्यादा और सिख परंपरा के खिलाफ है। कमेटी जल्द ही सेवामुक्त किए गए जत्थेदारों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन करेगी। यह कार्यक्रम कुरुक्षेत्र या जींद के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में किया जाएगा। सेवामुक्त करने की प्रक्रिया गलत जत्थेदार भूपेंद्र सिंह असंध के मुताबिक, तख्त साहिब के जत्थेदारों को हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह से अनुचित और तानाशाही है। इस संबंध में निहंग जत्थेबंदियों और संत महापुरुषों से कोई सलाह नहीं की गई। सिख कौम के सर्वोच्च पदों पर अपनी मनमर्जी के फैसले थोपना निंदनीय है। उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) पर आधी रात को तख्त केसगढ़ साहिब पर नए जत्थेदार की नियुक्ति को अमर्यादित बताया, क्योंकि उस समय श्री गुरुग्रंथ साहिब जी का प्रकाश नहीं होता। इसलिए यह रस्म पूरी करना गलत है। बादल कौम पर थोप रहे अनुचित फैसले कमेटी के पूर्व प्रवक्ता कंवलजीत सिंह अजराना ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब सिख समुदाय की सर्वोच्च संस्था है, लेकिन सुखबीर सिंह बादल राजनैतिक दबाव डालकर इसे कमजोर कर रहे हैं। आरोप लगाया कि बादल ने खुद श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष स्वीकार किया था कि “बहिबल कलां गोलीकांड, सच्चा सौदा प्रमुख को माफी और बेअदबी मामलों में दोषियों को संरक्षण देने में उनकी भूमिका रही। इसलिए उनको सजा देने वाले जत्थेदार साहिबान को जबरदस्ती हटाया जा रहा है। इससे पूरी सिख कौम में रोष फैल रहा है। कुरुक्षेत्र में हरियाणा गुरुद्वारा सिख मैनेजमेंट कमेटी (HSGMC) ने पंजाब के 3 तख्त साहिबान के जत्थेदारों को सेवामुक्त करने पर कड़ा रोष जताया है। कमेटी के कार्यकारी प्रधान जत्थेदार भूपेंद्र सिंह असंध का कहना है कि यह फैसला गुरुमत मर्यादा और सिख परंपरा के खिलाफ है। कमेटी जल्द ही सेवामुक्त किए गए जत्थेदारों के सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन करेगी। यह कार्यक्रम कुरुक्षेत्र या जींद के ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में किया जाएगा। सेवामुक्त करने की प्रक्रिया गलत जत्थेदार भूपेंद्र सिंह असंध के मुताबिक, तख्त साहिब के जत्थेदारों को हटाने की प्रक्रिया पूरी तरह से अनुचित और तानाशाही है। इस संबंध में निहंग जत्थेबंदियों और संत महापुरुषों से कोई सलाह नहीं की गई। सिख कौम के सर्वोच्च पदों पर अपनी मनमर्जी के फैसले थोपना निंदनीय है। उन्होंने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) पर आधी रात को तख्त केसगढ़ साहिब पर नए जत्थेदार की नियुक्ति को अमर्यादित बताया, क्योंकि उस समय श्री गुरुग्रंथ साहिब जी का प्रकाश नहीं होता। इसलिए यह रस्म पूरी करना गलत है। बादल कौम पर थोप रहे अनुचित फैसले कमेटी के पूर्व प्रवक्ता कंवलजीत सिंह अजराना ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब सिख समुदाय की सर्वोच्च संस्था है, लेकिन सुखबीर सिंह बादल राजनैतिक दबाव डालकर इसे कमजोर कर रहे हैं। आरोप लगाया कि बादल ने खुद श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष स्वीकार किया था कि “बहिबल कलां गोलीकांड, सच्चा सौदा प्रमुख को माफी और बेअदबी मामलों में दोषियों को संरक्षण देने में उनकी भूमिका रही। इसलिए उनको सजा देने वाले जत्थेदार साहिबान को जबरदस्ती हटाया जा रहा है। इससे पूरी सिख कौम में रोष फैल रहा है।   पंजाब | दैनिक भास्कर