फाजिल्का में अबोहर के गांव दानेवाला सतकोसी में एक 45 वर्षीय किसान रणजीत सिंह ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। रणजीत सिंह तीन बच्चों के पिता थे। घटना देर रात की है। रणजीत सिंह ने 25 दिन पहले ही लोन लेकर नया ट्रैक्टर खरीदा था। ट्रैक्टर की पहली किस्त का भुगतान भी अभी नहीं हुआ था। वह दिहाड़ी मजदूरी करके अपना परिवार चला रहे थे। परिजनों को बंद मिला कमरा घटना के दिन रणजीत का पूरा परिवार पास के गांव में सरसों की कटाई के लिए गया था। रात को जब परिवार वापस लौटा तो रणजीत का कमरा बंद मिला। दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। परिजनों ने खिड़की से देखा तो रणजीत फंदे पर लटके हुए थे। परिवार ने तुरंत दरवाजा तोड़कर उन्हें बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। थाना खुईयां सरवर पुलिस ने बीएनएस की धारा 194 के तहत कार्रवाई करते हुए शव को अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। फाजिल्का में अबोहर के गांव दानेवाला सतकोसी में एक 45 वर्षीय किसान रणजीत सिंह ने अपने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। रणजीत सिंह तीन बच्चों के पिता थे। घटना देर रात की है। रणजीत सिंह ने 25 दिन पहले ही लोन लेकर नया ट्रैक्टर खरीदा था। ट्रैक्टर की पहली किस्त का भुगतान भी अभी नहीं हुआ था। वह दिहाड़ी मजदूरी करके अपना परिवार चला रहे थे। परिजनों को बंद मिला कमरा घटना के दिन रणजीत का पूरा परिवार पास के गांव में सरसों की कटाई के लिए गया था। रात को जब परिवार वापस लौटा तो रणजीत का कमरा बंद मिला। दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। परिजनों ने खिड़की से देखा तो रणजीत फंदे पर लटके हुए थे। परिवार ने तुरंत दरवाजा तोड़कर उन्हें बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। थाना खुईयां सरवर पुलिस ने बीएनएस की धारा 194 के तहत कार्रवाई करते हुए शव को अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
