हरियाणा के फतेहाबाद जिले में अविवाहित युवक के मर्डर का मामला सामने आया है। युवक के मर्डर का आरोप उसी के बड़े भाई और भाभी पर लगा है। युवक की डेडबॉडी ढाणी बीजा लांबा के पास नहर में से मिली है। नहर में पानी नहीं था। पुलिस शव को सिविल अस्पताल लेकर आई। युवक के ताऊ के बेटे की शिकायत पर पुलिस ने उसके सगे भाई-भाभी पर केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। आशंका है कि रात में दोनों भाइयों का झगड़ा हुआ। इसी झगड़े के दौरान बड़े भाई ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर छोटे भाई को चोटें मारी। जिससे उसकी मौत हो गई। बाद में शव नहर में फेंक दिया। गांव के पास खेत में बने मकान में रहते थे… पुलिस को दिए बयान में गांव फूलां निवासी देवेंद्र कुमार ने बताया है कि उसके चाचा-चाची का निधन हो चुका है। उसके चाचा देवीलाल के दो बेटे हैं, जिनमें बड़ा बेटा राजेश उर्फ घोना विवाहित है जबकि छोटा बेटा अशबीर अविवाहित था। दोनों चचेरे भाई शराब पीने के आदी है और दोनों आम तौर पर झगड़ा करते रहते थे। उसके चाचा का मकान गांव के नजदीक ही खेत में हैं, जिसमें अब दोनों चचेरे भाई रहते हैं। देवेंद्र ने बताया कि हमारा खेत भी चाचा के मकान के साथ ही लगता है, इसलिए जब भी खेत में जाता था तो अपने चचेरे भाई अशबीर से मिलने उनके मकान पर चला जाता था। 8 अप्रैल की रात को हुआ था झगड़ा देवेंद्र कुमार ने बताया कि 9 अप्रैल को अपने खेत में गया तो चचेरे भाई अशबीर से मिलने उसके घर पर गया तो वहां मुझे राजेश उर्फ घोना मिला, जिसने बताया कि अशबीर कल रात से घर पर नहीं आया है और न उसे मालूम है कि वह कहां पर है। देवेंद्र ने बताया कि राजेश के बात करने के तरीके पर उसे शक हुआ और उसने अपने चचेरे भाई अशबीर के बारे में आस पड़ोस में पता किया तो जानकारी मिली कि रात को उसके चचेरे भाई अशबीर का अपने भाई राजेश व भाभी लक्ष्मीना के साथ झगड़ा हुआ था। इसके बाद वह अपने तौर पर भाई अशबीर की तलाश करने लगा। पैर व हाथों पर थे चोट के निशान देवेंद्र के अनुसार, दोपहर बाद उसे सूचना मिली कि फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में कोई शव रखा हुआ है। जिस पर वह परिवार से विजय कुमार व सुरेश को साथ लेकर पहले पुलिस के पास पहुंचा और फिर सिविल अस्पताल जाकर शव की शिनाख्त की। यह शव उसके चचेरे भाई अशबीर का ही था। उसने देखा कि अशबीर के दाहिने पैर व हाथों की अंगुलियों पर चोट व रगड़ के निशान है। बायां पैर का पंजा जला हुआ सा लग रहा था। उसे शक है कि उसके चचेरे भाई राजेश उर्फ घोना ने ही अपने भाई अशबीर की हत्या की है। इसमें उसकी पत्नी लक्ष्मीना ने उसकी मदद की है। जमीन हड़पने की मंशा से की वारदात देवेंद्र का आरोप है कि इस हत्या के पीछे जमीन हड़पने की मंशा रही है। राजेश व अशबीर दोनों के साढ़े चार एकड़ जमीन है। इनमें से राजेश अपने हिस्से की कुछ जमीन बेच भी चुका है। अशबीर अविवाहित था, इसलिए उसको रास्ते से हटाकर उसकी जमीन हड़पने की मंशा से ही इस वारदात को अंजाम दिया गया है। हरियाणा के फतेहाबाद जिले में अविवाहित युवक के मर्डर का मामला सामने आया है। युवक के मर्डर का आरोप उसी के बड़े भाई और भाभी पर लगा है। युवक की डेडबॉडी ढाणी बीजा लांबा के पास नहर में से मिली है। नहर में पानी नहीं था। पुलिस शव को सिविल अस्पताल लेकर आई। युवक के ताऊ के बेटे की शिकायत पर पुलिस ने उसके सगे भाई-भाभी पर केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। आशंका है कि रात में दोनों भाइयों का झगड़ा हुआ। इसी झगड़े के दौरान बड़े भाई ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर छोटे भाई को चोटें मारी। जिससे उसकी मौत हो गई। बाद में शव नहर में फेंक दिया। गांव के पास खेत में बने मकान में रहते थे… पुलिस को दिए बयान में गांव फूलां निवासी देवेंद्र कुमार ने बताया है कि उसके चाचा-चाची का निधन हो चुका है। उसके चाचा देवीलाल के दो बेटे हैं, जिनमें बड़ा बेटा राजेश उर्फ घोना विवाहित है जबकि छोटा बेटा अशबीर अविवाहित था। दोनों चचेरे भाई शराब पीने के आदी है और दोनों आम तौर पर झगड़ा करते रहते थे। उसके चाचा का मकान गांव के नजदीक ही खेत में हैं, जिसमें अब दोनों चचेरे भाई रहते हैं। देवेंद्र ने बताया कि हमारा खेत भी चाचा के मकान के साथ ही लगता है, इसलिए जब भी खेत में जाता था तो अपने चचेरे भाई अशबीर से मिलने उनके मकान पर चला जाता था। 8 अप्रैल की रात को हुआ था झगड़ा देवेंद्र कुमार ने बताया कि 9 अप्रैल को अपने खेत में गया तो चचेरे भाई अशबीर से मिलने उसके घर पर गया तो वहां मुझे राजेश उर्फ घोना मिला, जिसने बताया कि अशबीर कल रात से घर पर नहीं आया है और न उसे मालूम है कि वह कहां पर है। देवेंद्र ने बताया कि राजेश के बात करने के तरीके पर उसे शक हुआ और उसने अपने चचेरे भाई अशबीर के बारे में आस पड़ोस में पता किया तो जानकारी मिली कि रात को उसके चचेरे भाई अशबीर का अपने भाई राजेश व भाभी लक्ष्मीना के साथ झगड़ा हुआ था। इसके बाद वह अपने तौर पर भाई अशबीर की तलाश करने लगा। पैर व हाथों पर थे चोट के निशान देवेंद्र के अनुसार, दोपहर बाद उसे सूचना मिली कि फतेहाबाद के नागरिक अस्पताल में कोई शव रखा हुआ है। जिस पर वह परिवार से विजय कुमार व सुरेश को साथ लेकर पहले पुलिस के पास पहुंचा और फिर सिविल अस्पताल जाकर शव की शिनाख्त की। यह शव उसके चचेरे भाई अशबीर का ही था। उसने देखा कि अशबीर के दाहिने पैर व हाथों की अंगुलियों पर चोट व रगड़ के निशान है। बायां पैर का पंजा जला हुआ सा लग रहा था। उसे शक है कि उसके चचेरे भाई राजेश उर्फ घोना ने ही अपने भाई अशबीर की हत्या की है। इसमें उसकी पत्नी लक्ष्मीना ने उसकी मदद की है। जमीन हड़पने की मंशा से की वारदात देवेंद्र का आरोप है कि इस हत्या के पीछे जमीन हड़पने की मंशा रही है। राजेश व अशबीर दोनों के साढ़े चार एकड़ जमीन है। इनमें से राजेश अपने हिस्से की कुछ जमीन बेच भी चुका है। अशबीर अविवाहित था, इसलिए उसको रास्ते से हटाकर उसकी जमीन हड़पने की मंशा से ही इस वारदात को अंजाम दिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
