हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र में एसजेवीएन की 210 मेगावाट की लुहरी जलविद्युत परियोजना चरण एक का निर्माण कार्य प्रभावित लोगों ने बंद करवा दिया है। प्रभावित लोगों ने परियोजना द्वारा निर्मित पुल पर धरना देना शुरू कर दिया है। हिमाचल किसान प्रभावित संघ के अध्यक्ष कृष्णा राणा और महासचिव देवकी नंद के अनुसार परियोजना से 16 पंचायतों के लोग प्रभावित हैं। प्रभावित लोग लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। घरों में आई दरारों का मुआवजा भी मांगा वहीं प्रभावितों की प्रमुख मांगों में धूल प्रदूषण का मुआवजा शामिल है। विस्फोट से घरों में आई दरारों का मुआवजा भी मांगा जा रहा है। पानी की समस्या का समाधान, रोजगार और लाडा के तहत भूमि का मुआवजा भी प्रमुख मांगों में शामिल है। प्रभावितों का कहना है कि सरकार, प्रशासन और परियोजना प्रबंधन से कई बार बातचीत की गई, लेकिन हर बार सिर्फ खोखले आश्वासन ही मिले। नीरथ बाजार से निकाली रैली वहीं नाराज होकर सभी पंचायतों के प्रभावित एकजुट हुए। उन्होंने नीरथ बाजार से परियोजना स्थल तक रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक निर्माण कार्य बंद रहेगा। प्रभावितों में प्रशासन की उदासीनता को लेकर भारी रोष है। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र में एसजेवीएन की 210 मेगावाट की लुहरी जलविद्युत परियोजना चरण एक का निर्माण कार्य प्रभावित लोगों ने बंद करवा दिया है। प्रभावित लोगों ने परियोजना द्वारा निर्मित पुल पर धरना देना शुरू कर दिया है। हिमाचल किसान प्रभावित संघ के अध्यक्ष कृष्णा राणा और महासचिव देवकी नंद के अनुसार परियोजना से 16 पंचायतों के लोग प्रभावित हैं। प्रभावित लोग लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। घरों में आई दरारों का मुआवजा भी मांगा वहीं प्रभावितों की प्रमुख मांगों में धूल प्रदूषण का मुआवजा शामिल है। विस्फोट से घरों में आई दरारों का मुआवजा भी मांगा जा रहा है। पानी की समस्या का समाधान, रोजगार और लाडा के तहत भूमि का मुआवजा भी प्रमुख मांगों में शामिल है। प्रभावितों का कहना है कि सरकार, प्रशासन और परियोजना प्रबंधन से कई बार बातचीत की गई, लेकिन हर बार सिर्फ खोखले आश्वासन ही मिले। नीरथ बाजार से निकाली रैली वहीं नाराज होकर सभी पंचायतों के प्रभावित एकजुट हुए। उन्होंने नीरथ बाजार से परियोजना स्थल तक रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक निर्माण कार्य बंद रहेगा। प्रभावितों में प्रशासन की उदासीनता को लेकर भारी रोष है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
