हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बीती रात को तेज बारिश हुई है। नाहन शहर व आसपास के इलाकों में रात में भारी बारिश हुई। इससे क्षेत्र की 25 से ज्यादा सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गई है। लोक निर्माण विभाग इन्हें बहाल करने में जुट गया है। प्रदेश के अलग अलग इलाकों में लगभग 60 सड़कें वाहनों के लिए बंद पड़ी है। मौसम विभाग (IMD) की माने तो आज भी प्रदेश के आठ जिलों में कुछेक स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए सात जिले बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना में येलो अलर्ट की चेतावनी दी गई है। कल भी इन्हीं जिलों अलर्ट दिया गया है। IMD के अनुसार, प्रदेश में अगले छह दिन तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान मानसून बहुत ज्यादा एक्टिव नहीं रहेगा। मगर कुछेक स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। कमजोर पड़ा मानसून, नॉर्मल से 39% कम बारिश प्रदेश में इस बार मानसून कमजोर पड़ा हुआ है। पूरे मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में नॉर्मल से 39 प्रतिशत और बीते सप्ताह (19 से 26 जुलाई) तक सामान्य से 30 प्रतिशत कम बादल बरसे है। मानसून सीजन में लाहौल स्पीति में नॉर्मल से 78 प्रतिशत कम, किन्नौर में 54 प्रतिशत, सिरमौर में 55 प्रतिशत कम बारिश हुई है। कांगड़ा में बीते सप्ताह नॉर्मल से 14% ज्यादा बादल बरसे वहीं बीते एक सप्ताह की बात करे तो मंडी और कांगड़ा दो जिलों में ही नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई है। कांगड़ा में 19 से 26 जुलाई के बीच 150.8 मिलीमटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 171.7 मिलीमीटर बादल बरसे है, जो कि सामान्य से 14 प्रतिशत ज्यादा है। मंडी जिला में भी नॉर्मल से बीते सप्ताह में 1 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे हैं, जबकि अन्य सभी 10 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। सोलन, ऊना, लाहौल स्पीति और किन्नौर में सबसे कम बारिश हुई है। बारिश नहीं होने से तापमान में आ रहा उछाल प्रदेश में बारिश नहीं होने से तापमान में भी उछाल आ रहा है। प्रदेश का औसत तापमान नॉर्मल से 2.4 डिग्री ज्यादा हो गया है। कुछ शहरों का तापमान नॉर्मल से 5 डिग्री तक ज्यादा हो गया है। भुंतर के तापमान में सबसे ज्यादा 5.1 डिग्री का उछाल आया है और यहां का तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। मंडी का तापमान 3.4 डिग्री के उछाल के बाद 34.5 डिग्री, ऊना का तापमान 3.7 डिग्री के उछाल के बाद 37.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। हिमाचल प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बीती रात को तेज बारिश हुई है। नाहन शहर व आसपास के इलाकों में रात में भारी बारिश हुई। इससे क्षेत्र की 25 से ज्यादा सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गई है। लोक निर्माण विभाग इन्हें बहाल करने में जुट गया है। प्रदेश के अलग अलग इलाकों में लगभग 60 सड़कें वाहनों के लिए बंद पड़ी है। मौसम विभाग (IMD) की माने तो आज भी प्रदेश के आठ जिलों में कुछेक स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए सात जिले बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन और ऊना में येलो अलर्ट की चेतावनी दी गई है। कल भी इन्हीं जिलों अलर्ट दिया गया है। IMD के अनुसार, प्रदेश में अगले छह दिन तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान मानसून बहुत ज्यादा एक्टिव नहीं रहेगा। मगर कुछेक स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। कमजोर पड़ा मानसून, नॉर्मल से 39% कम बारिश प्रदेश में इस बार मानसून कमजोर पड़ा हुआ है। पूरे मानसून सीजन के दौरान प्रदेश में नॉर्मल से 39 प्रतिशत और बीते सप्ताह (19 से 26 जुलाई) तक सामान्य से 30 प्रतिशत कम बादल बरसे है। मानसून सीजन में लाहौल स्पीति में नॉर्मल से 78 प्रतिशत कम, किन्नौर में 54 प्रतिशत, सिरमौर में 55 प्रतिशत कम बारिश हुई है। कांगड़ा में बीते सप्ताह नॉर्मल से 14% ज्यादा बादल बरसे वहीं बीते एक सप्ताह की बात करे तो मंडी और कांगड़ा दो जिलों में ही नॉर्मल से ज्यादा बारिश हुई है। कांगड़ा में 19 से 26 जुलाई के बीच 150.8 मिलीमटर सामान्य बारिश होती है, लेकिन इस बार 171.7 मिलीमीटर बादल बरसे है, जो कि सामान्य से 14 प्रतिशत ज्यादा है। मंडी जिला में भी नॉर्मल से बीते सप्ताह में 1 प्रतिशत ज्यादा बादल बरसे हैं, जबकि अन्य सभी 10 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। सोलन, ऊना, लाहौल स्पीति और किन्नौर में सबसे कम बारिश हुई है। बारिश नहीं होने से तापमान में आ रहा उछाल प्रदेश में बारिश नहीं होने से तापमान में भी उछाल आ रहा है। प्रदेश का औसत तापमान नॉर्मल से 2.4 डिग्री ज्यादा हो गया है। कुछ शहरों का तापमान नॉर्मल से 5 डिग्री तक ज्यादा हो गया है। भुंतर के तापमान में सबसे ज्यादा 5.1 डिग्री का उछाल आया है और यहां का तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। मंडी का तापमान 3.4 डिग्री के उछाल के बाद 34.5 डिग्री, ऊना का तापमान 3.7 डिग्री के उछाल के बाद 37.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
Related Posts
हिमाचल में अब मुस्लिमों के आधार कार्ड पर विवाद:पुलिस के पास पहुंची शिकायत; गुम्मा बाजार में 88 में 46 की जन्मतिथि 1 जनवरी
हिमाचल में अब मुस्लिमों के आधार कार्ड पर विवाद:पुलिस के पास पहुंची शिकायत; गुम्मा बाजार में 88 में 46 की जन्मतिथि 1 जनवरी हिमाचल प्रदेश में मस्जिद विवाद के बीच मुस्लिम समुदाय के आधार कार्ड को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। इसकी वजह बाहरी राज्यों से आए ज्यादातर मुस्लिम कारोबारियों की डेट ऑफ बर्थ है। शिमला जिला के गुम्मा बाजार में भी ऐसा ही मामला सामने आया है। गुम्मा व्यापार मंडल ने कोटखाई पुलिस थाना में शिकायत दी है, जिसमें 88 कारोबारियों के दस्तावेज पुलिस को दिए और इनकी जांच की मांग की गई। व्यापार मंडल का दावा है कि 88 में से 46 लोगों की जन्म तिथि एक जनवरी है। बर्थ ईयर अलग अलग है। इनमें बाहरी राज्यों के चार हिंदू कारोबारी भी शामिल हैं। एक जैसी डेट ऑफ बर्थ होना संदिग्ध: देवेंद्र गुम्मा व्यापार मंडल के प्रधान देवेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने बाहरी राज्यों से आए कारोबारियों के दस्तावेज की जांच की तो पता चला कि इनमें ज्यादातर प्रवासी कारोबारियों की डेट ऑफ बर्थ एक जनवरी है। उन्होंने बताया कि एक जैसी जन्म तिथि वाले ज्यादातर कारोबारी उत्तर प्रदेश के है। इससे मामला संदिग्ध लग रहा है। 13 से 23 साल के युवाओं को भी अपनी जन्म तिथि याद नहीं देवेंद्र सिंह ने बताया कि संभव है कि अधैड़ लोगों को अपनी डेट ऑफ बर्थ याद न हो। इसलिए ज्यादातर ने अपनी जन्म तिथि एक जनवरी लिखा दी हो, लेकिन 2001 से 2009 के बीच जन्मे मुस्लिम युवाओं को भी अपनी जन्म तिथि याद नहीं है। इससे शक ओर गहरा जाता है। उन्होंने बताया कि गुम्मा बाजार में 16 ऐसे मुस्लिम लड़के हैं, जिनकी जन्म 2001 से 2009 के बीच हुआ है। लिहाजा इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने इसकी शिकायत कोटखाई पुलिस थाना और एसडीएम कोटखाई को दी है। संजौली मस्जिद के बाहर उठी बाहरी राज्यों से आए लोगों की वैरिफिकेशन की मांग शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद के बाद प्रदेशभर में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किए। इस दौरान बाहरी राज्यों से आए लोगों की वैरिफिकेशन की मांग की गई। जांच में सामने आ रहा है कि एक विशेष समुदाय के बहुत सारे लोगों की डेट ऑफ बर्थ एक जैसी है। मस्जिद विवाद शांत होने के बाद अब डेट ऑफ बर्थ को लेकर विवाद खड़ा हो रहा है।
हिमाचल में डॉक्टरों की हड़ताल जारी:OPD में लग रही लंबी लाईनें, मरीज परेशान, कोलकाता रेप कांड पर भड़के
हिमाचल में डॉक्टरों की हड़ताल जारी:OPD में लग रही लंबी लाईनें, मरीज परेशान, कोलकाता रेप कांड पर भड़के हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर की हड़ताल आज भी जारी है। इनकी हड़ताल का सेहत सेवाओं पर बुरा असर देखने को मिल रहा है। कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर घटना के विरोध में डॉक्टर काम पर लौटने को तैयार नहीं है। रेजिडेंट डॉक्टरों ने ओपीडी में सेवाएं देना बंद कर दिया है और केवल आपातकालीन सेवाएं ही दे रहे हैं। इससे मरीजों को परेशानियां झेलनी पड़ रही है। ओपीडी में मरीजो को समय पर उपचार नहीं मिल रहा है। मरीजों को ओपीडी के बाहर उपचार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। मरीजों के रूटीन के ऑपरेशन भी प्रभावित हुए है। ओपीडी में 3-3 घण्टे बाद आ रहा नम्बर
मंडी जिला के सरकाघाट से उपचार को IGMC शिमला पहुंची हुसैन बेबी ने कहा कि सुबह 8:30 बजे हॉस्पिटल पहुंच गए है, लेकिन यहां बोला जा रहा है कि ओपीडी में डॉक्टर नहीं बैठेंगे। उन्हें लाइन में 2 घंटे से ज्यादा का समय बीत गया। मेडिसिन ओपीडी में पहुंचे ठियोग से राम स्वरूप शर्मा ने बताया कि सुबह 9 बजे ले लाइन में खड़े हैं। 2 घंटे हो गए। अभी तक नंबर नहीं आया। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीज परेशान है। सरकार को मरीजों की सुध लेनी चाहिए। शिमला के नेरी से आए राम सिंह ने कहा कि वो अपनी पत्नी को लेकर हॉस्पिटल आए हैं, लेकिन डॉक्टर हड़ताल पर है इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। कंसल्टेंट डॉक्टर कर रहे इलाज
IGMC शिमला में राहत की बात यह है कि कंसल्टेंट ( सीनियर डॉक्टर) ड्यूटी पर हैं और रोजाना ओपीडी में मरीजों को देख रहे है। मगर इन पर भी बोझ अधिक बड़ गया है। प्रदेश के मेडिकल कालेज के अलावा दूसरे अस्पतालों में सेहत सेवाएं सुचारु रूप से चल रही है। IGMC शिमला के अलावा मेडिकल कॉलेज नेरचौक, नाहन, हमीरपुर, एम्स बिलासपुर और टांडा मेडिकल कालेज में भी हेल्थ सेवाओं पर बुरा असर पड़ा है। 9 अगस्त को मिली थी लाश
बता दें कि 9 अगस्त की सुबह कोलकाता के मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की अर्धनग्न बॉडी मिली थी। डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट, आंखों और मुंह से खून बह रहा था। उनकी गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई पाई गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई की रेप के बाद मर्डर किया गया। 13 अगस्त को कलकत्ता हाईकोर्ट ने मामले की जांच CBI सौंपीं। डॉक्टरों का आरोप है कि सबूतों से छेड़छाड़ की गई। इससे डॉक्टर सीबीआई जांच के आदेशों के बाद भी काम पर लौटने को तैयार नहीं है।
शिमला में सड़क हादसे में युवक की मौत:बाइक से कर रहा था सफर, कार ने मारी टक्कर
शिमला में सड़क हादसे में युवक की मौत:बाइक से कर रहा था सफर, कार ने मारी टक्कर शिमला में कार और बाइक के बीच जोरदार टक्कर हो गई। जिससे हादसे में बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई। घटना सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कॉलेज संजौली के करीब रविवार की है। जब दोपहर करीब 12 बजे कार ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। जिससे 28 वर्षीय युवक की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक कार संजौली की ओर जा रही थी और उसी रास्ते पर बाइक सवार संजौली से लकड़ बाजार की तरफ जा रहा था। दोनों संजौली कॉलेज के समीप पहुंचने पर आपस में टकरा गए। हादसे में बाइक सवार बुरी तरह घायल हो गया और उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मृतक व्यक्ति की पहचान विक्रांत उम्र 28 वर्ष पुत्र देसराज गांव गवार, डाकखाना बागी, जिला मंडी हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए IGMC भेज दिया है। माना जा रहा है कि तेज रफ्तार में होने के चलते ये हादसा हुआ है लेकिन गलती किसकी थी इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल सकी है। फिलहाल पुलिस हादसे के कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। जांच के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी