सिरसा में एक कोर्ट बैलिक से झगड़ा हो गया। कोर्ट बैलिक अरेस्ट वारंट देने के लिए आरोपी के घर पर गया था। उस दौरान आरोपी ने बैलिक से वारंट कॉपी छीनने का प्रयास किया और मोबाइल से फोटो लेने को हाथापाई पर उतर आया। कोर्ट बैलिक ने वहां से निकलकर बचाव किया। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता मांगेराम ने एक्सीडेंट केस में कोर्ट में याचिका दायर की थी। उसमें आरोपी बाजेकां निवासी रमेश कुमार है। मगर आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हुआ। इसके बाद जिला एवं सत्र न्यायधीश वाणी गोपाल शर्मा ने अरेस्ट वारंट जारी किया था। यह अरेस्ट वारंट देने के लिए कोर्ट बैलिक आरोपी रमेश के घर पर गया था। उसी समय यह विवाद हो गया। पुलिस को दी शिकायत में कोर्ट बैलिक राजेश कुमार ने बताया कि वह कोर्ट के आदेशानुसार एक्सीडेंट केस में आरोपी गांव बाजेकां निवासी रमेश कुमार का अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद उसके घर पर पता लगाने के लिए गया था। इस बारे में गांव के चौकीदार रमेश कुमार से मिला और आरोपी रमेश के बारे में पूछताछ की। अरेस्ट वारंट में ये था नाम दरअसल अरेस्ट वारंट में आरोपी का पूरा नाम रमेश कुमार S/O मदनलाल दर्ज था। जब चौकीदार से बात की तो पता चला कि इस नाम का गांव में कोई व्यक्ति नहीं है। हालांकि, रमेश कुमार है, जिनके पिता का नाम फूलचंद है और उनका पहले कोई केस चल रहा है। इसके बाद वह रमेश कुमार S/O फूलचंद के घर पर पता करने गए थे कि यह अरेस्ट वारंट उनका है या नहीं। आरोपी का नाम रमेश पुत्र फूलचंद मिला बैलिक ने बताया कि जब वह रमेश के घर पर पहुंचे तो वहां पर रमेश के पिता फूलचंद मौके पर मिला और वारंट के बारे में बताया। रमेश के पिता फूलचंद ने कहा कि यह एक्सीडेंट केस हमारे से संबंधित है, लेकिन उसके बेटे का नाम रमेश पुत्र मदन लाल नहीं है। बेटे का नाम रमेश कुमार पुत्र फूल चन्द है और मौके पर नहीं मिला। आधार कार्ड की कॉपी मांगने पर किया विवाद जब बैलिक ने रमेश कुमार के आधार कार्ड की फोटोकॉपी मांगी तो फूलचंद ने कहा कि उसके पास रमेश कुमार के आधार कार्ड की फोटो कॉपी नहीं है, क्योकि रमेश कुमार का आधार कार्ड उसी के पास है। उसके बाद अचानक से एक अनजान व्यक्ति आया, जिसका नाम रमेश कुमार पुत्र फूल चन्द पता चला। वह घर पर आ गया और गिरफ्तारी वारंट की मोबाईल से फोटो खींचने लगा। फोटो खींचने से मना किया, झगड़े पर आया इसी पर प्रार्थी राजेश ने उसे वारंट की फोटो खींचने से मना किया तो वह वारंट छीनने लगा। उसके बाद मोबाइल से वीडियो बनाने लगा और झगड़ा करने पर उतारु हो गया और उसने वारंट की तफ्तीश ना करने दी और सरकारी काम में बाधा डाली। वहां पर ज्यादा झगडा होने का आशंका हुई तो प्रार्थी बैलिक राजेश व चौकीदार रमेश कुमार वहा से वापस आ गए। सिरसा में एक कोर्ट बैलिक से झगड़ा हो गया। कोर्ट बैलिक अरेस्ट वारंट देने के लिए आरोपी के घर पर गया था। उस दौरान आरोपी ने बैलिक से वारंट कॉपी छीनने का प्रयास किया और मोबाइल से फोटो लेने को हाथापाई पर उतर आया। कोर्ट बैलिक ने वहां से निकलकर बचाव किया। जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता मांगेराम ने एक्सीडेंट केस में कोर्ट में याचिका दायर की थी। उसमें आरोपी बाजेकां निवासी रमेश कुमार है। मगर आरोपी कोर्ट में पेश नहीं हुआ। इसके बाद जिला एवं सत्र न्यायधीश वाणी गोपाल शर्मा ने अरेस्ट वारंट जारी किया था। यह अरेस्ट वारंट देने के लिए कोर्ट बैलिक आरोपी रमेश के घर पर गया था। उसी समय यह विवाद हो गया। पुलिस को दी शिकायत में कोर्ट बैलिक राजेश कुमार ने बताया कि वह कोर्ट के आदेशानुसार एक्सीडेंट केस में आरोपी गांव बाजेकां निवासी रमेश कुमार का अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद उसके घर पर पता लगाने के लिए गया था। इस बारे में गांव के चौकीदार रमेश कुमार से मिला और आरोपी रमेश के बारे में पूछताछ की। अरेस्ट वारंट में ये था नाम दरअसल अरेस्ट वारंट में आरोपी का पूरा नाम रमेश कुमार S/O मदनलाल दर्ज था। जब चौकीदार से बात की तो पता चला कि इस नाम का गांव में कोई व्यक्ति नहीं है। हालांकि, रमेश कुमार है, जिनके पिता का नाम फूलचंद है और उनका पहले कोई केस चल रहा है। इसके बाद वह रमेश कुमार S/O फूलचंद के घर पर पता करने गए थे कि यह अरेस्ट वारंट उनका है या नहीं। आरोपी का नाम रमेश पुत्र फूलचंद मिला बैलिक ने बताया कि जब वह रमेश के घर पर पहुंचे तो वहां पर रमेश के पिता फूलचंद मौके पर मिला और वारंट के बारे में बताया। रमेश के पिता फूलचंद ने कहा कि यह एक्सीडेंट केस हमारे से संबंधित है, लेकिन उसके बेटे का नाम रमेश पुत्र मदन लाल नहीं है। बेटे का नाम रमेश कुमार पुत्र फूल चन्द है और मौके पर नहीं मिला। आधार कार्ड की कॉपी मांगने पर किया विवाद जब बैलिक ने रमेश कुमार के आधार कार्ड की फोटोकॉपी मांगी तो फूलचंद ने कहा कि उसके पास रमेश कुमार के आधार कार्ड की फोटो कॉपी नहीं है, क्योकि रमेश कुमार का आधार कार्ड उसी के पास है। उसके बाद अचानक से एक अनजान व्यक्ति आया, जिसका नाम रमेश कुमार पुत्र फूल चन्द पता चला। वह घर पर आ गया और गिरफ्तारी वारंट की मोबाईल से फोटो खींचने लगा। फोटो खींचने से मना किया, झगड़े पर आया इसी पर प्रार्थी राजेश ने उसे वारंट की फोटो खींचने से मना किया तो वह वारंट छीनने लगा। उसके बाद मोबाइल से वीडियो बनाने लगा और झगड़ा करने पर उतारु हो गया और उसने वारंट की तफ्तीश ना करने दी और सरकारी काम में बाधा डाली। वहां पर ज्यादा झगडा होने का आशंका हुई तो प्रार्थी बैलिक राजेश व चौकीदार रमेश कुमार वहा से वापस आ गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
