गुरुग्राम के झोपड़ी होटल के मालिक के मर्डर के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। आरोपी वारदात के बाद जम्मू में छिपा बैठा था। क्राइम ब्रांच मानेसर की टीम ने जम्मू से पकड़कर गुरुग्राम लेकर आ गई है। आरोपी की पहचान गांव जाटौली के रहने वाले रितिक के रूप में हुई। पुलिस जांच में पता चला कि मर्डर की वारदात को अंजाम देने की साजिश रितिक ने रची थी। इसी ने शूटर्स के लिए बाइक और हथियार का इंतजाम करने के लिए रुपए उपलब्ध करवाए थे। आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड के ये भी पता चला है कि उस पर पहले से मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने, अपहरण करने और शस्त्र अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं के तहत 4 केस थाना पटौदी में दर्ज हैं। मर्डर का बदला मर्डर से लेने का आरोप 16 अप्रैल को जाटौली गांव में मुख्य रोड पर स्थित झोपड़ी होटल में आधी रात के समय बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने मालिक दीपेंद्र उर्फ मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमले में उत्तर प्रदेश के रहने वाले महेन्द्र को भी गोली लगी थी। दरअसल मोनू के गांव जाटौली में साल 2020 में इंद्रजीत नामक व्यक्ति की हत्या को गई थी। इस केस में मोनू के भाई रोहित का नाम आया था। आरोपियों ने पुराने मामले की रंजिश रखते हुए ही मोनू का मर्डर कर दिया। ग्वालियर से पकड़े थे आठ आरोपी दीपेंद्र उर्फ मोनू की हत्या के मामले में उसके भाई रोहित ने केस दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने 18 अप्रैल को ग्वालियर से 8 आरोपियों को पकड़ा था। जिनमें विक्की निवासी टोडापुर हेली मंडी, हर्ष निवासी टोडापुर हेली मंडी, विशाल निवासी टोडापुर, पुनीत निवासी गांव बोहडा कलां, विपिन निवासी हेली मंडी, मंथन शर्मा निवासी गांव जाटोली, निखिल निवासी गांव जाटोली और सौरभ निवासी गांव मुरबई का पूरा जिला मुरैना (मध्य-प्रदेश) के रूप में हुई थी। पुनीत और विपिन शूटर थे पुलिस पूछताछ में पता चला था कि वारदात में आरोपी पुनीत और विपिन शूटर थे, और वारदात के समय आरोपी मंथन बाइक लेकर खड़ा था और अन्य आरोपी विक्की, हर्ष, विशाल और निखिल बाहर कुल्हाड़ी इत्यादि हथियार लेकर खड़े थे। वारदात में प्रयोग किए गए हथियार आरोपी सौरभ ने उपलब्ध करवाए थे। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। अब तक मोनू मर्डर केस में नौ आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। गुरुग्राम के झोपड़ी होटल के मालिक के मर्डर के मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। आरोपी वारदात के बाद जम्मू में छिपा बैठा था। क्राइम ब्रांच मानेसर की टीम ने जम्मू से पकड़कर गुरुग्राम लेकर आ गई है। आरोपी की पहचान गांव जाटौली के रहने वाले रितिक के रूप में हुई। पुलिस जांच में पता चला कि मर्डर की वारदात को अंजाम देने की साजिश रितिक ने रची थी। इसी ने शूटर्स के लिए बाइक और हथियार का इंतजाम करने के लिए रुपए उपलब्ध करवाए थे। आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड के ये भी पता चला है कि उस पर पहले से मारपीट करने, जान से मारने की धमकी देने, अपहरण करने और शस्त्र अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं के तहत 4 केस थाना पटौदी में दर्ज हैं। मर्डर का बदला मर्डर से लेने का आरोप 16 अप्रैल को जाटौली गांव में मुख्य रोड पर स्थित झोपड़ी होटल में आधी रात के समय बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने मालिक दीपेंद्र उर्फ मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमले में उत्तर प्रदेश के रहने वाले महेन्द्र को भी गोली लगी थी। दरअसल मोनू के गांव जाटौली में साल 2020 में इंद्रजीत नामक व्यक्ति की हत्या को गई थी। इस केस में मोनू के भाई रोहित का नाम आया था। आरोपियों ने पुराने मामले की रंजिश रखते हुए ही मोनू का मर्डर कर दिया। ग्वालियर से पकड़े थे आठ आरोपी दीपेंद्र उर्फ मोनू की हत्या के मामले में उसके भाई रोहित ने केस दर्ज कराया था। इस मामले में पुलिस ने 18 अप्रैल को ग्वालियर से 8 आरोपियों को पकड़ा था। जिनमें विक्की निवासी टोडापुर हेली मंडी, हर्ष निवासी टोडापुर हेली मंडी, विशाल निवासी टोडापुर, पुनीत निवासी गांव बोहडा कलां, विपिन निवासी हेली मंडी, मंथन शर्मा निवासी गांव जाटोली, निखिल निवासी गांव जाटोली और सौरभ निवासी गांव मुरबई का पूरा जिला मुरैना (मध्य-प्रदेश) के रूप में हुई थी। पुनीत और विपिन शूटर थे पुलिस पूछताछ में पता चला था कि वारदात में आरोपी पुनीत और विपिन शूटर थे, और वारदात के समय आरोपी मंथन बाइक लेकर खड़ा था और अन्य आरोपी विक्की, हर्ष, विशाल और निखिल बाहर कुल्हाड़ी इत्यादि हथियार लेकर खड़े थे। वारदात में प्रयोग किए गए हथियार आरोपी सौरभ ने उपलब्ध करवाए थे। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है। अब तक मोनू मर्डर केस में नौ आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
