फिलीपींस की यात्रा के दौरान राज्यसभा सदस्य और पर्यावरण प्रेमी संत बलवीर सिंह सीचवाल ने पनकी शहर में रक्तदान कैंप का आयोजन किया। कैंप में 67 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। इसमें पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। संत सीचवाल ने कहा कि रक्त को किसी भी प्रयोगशाला में नहीं बनाया जा सकता। यह केवल मानव द्वारा ही दिया जा सकता है। उन्होंने थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की जरूरतों का जिक्र करते हुए रक्तदान को महादान बताया। यह कैंप रेड क्रॉस पनकी के सहयोग से आयोजित किया गया। गुरु ग्रंथ साहिब के महत्व पर प्रकाश डाला निर्मल कुटिया पनकी में आयोजित धार्मिक दीवान में संत सीचवाल ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने गुरु नानक देव के “किरत करना, नाम जापना और वंड के छकना” के संदेश को याद दिलाया। संत सीचवाल ने जुलाई में होने वाली काली वेईं की कार सेवा की 25वीं वर्षगांठ के समारोह में सेवादारों को आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि बाबा नानक की पवित्र वेईं ने दुनिया को जल स्रोतों की सफाई और संरक्षण का मार्ग दिखाया है। उन्होंने समाज सेवा में योगदान देने वाले सभी सेवादारों का आभार व्यक्त किया। फिलीपींस की यात्रा के दौरान राज्यसभा सदस्य और पर्यावरण प्रेमी संत बलवीर सिंह सीचवाल ने पनकी शहर में रक्तदान कैंप का आयोजन किया। कैंप में 67 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। इसमें पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। संत सीचवाल ने कहा कि रक्त को किसी भी प्रयोगशाला में नहीं बनाया जा सकता। यह केवल मानव द्वारा ही दिया जा सकता है। उन्होंने थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों की जरूरतों का जिक्र करते हुए रक्तदान को महादान बताया। यह कैंप रेड क्रॉस पनकी के सहयोग से आयोजित किया गया। गुरु ग्रंथ साहिब के महत्व पर प्रकाश डाला निर्मल कुटिया पनकी में आयोजित धार्मिक दीवान में संत सीचवाल ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने गुरु नानक देव के “किरत करना, नाम जापना और वंड के छकना” के संदेश को याद दिलाया। संत सीचवाल ने जुलाई में होने वाली काली वेईं की कार सेवा की 25वीं वर्षगांठ के समारोह में सेवादारों को आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि बाबा नानक की पवित्र वेईं ने दुनिया को जल स्रोतों की सफाई और संरक्षण का मार्ग दिखाया है। उन्होंने समाज सेवा में योगदान देने वाले सभी सेवादारों का आभार व्यक्त किया। पंजाब | दैनिक भास्कर
