योगी सरकार का ‘मिशन शक्ति’ बना महिलाओं की ताकत, 9 करोड़ से ज्यादा बहनों-बेटियों तक पहुंचा संदेश

योगी सरकार का ‘मिशन शक्ति’ बना महिलाओं की ताकत, 9 करोड़ से ज्यादा बहनों-बेटियों तक पहुंचा संदेश

<p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से शुरू किया गया &lsquo;मिशन शक्ति&rsquo; अभियान अब प्रदेश की 9 करोड़ से ज्यादा महिलाओं और बच्चियों तक पहुंच चुका है. महिला सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता को समर्पित यह अनोखा अभियान गांवों से लेकर शहरों तक, स्कूलों से लेकर पंचायतों तक और घरों से लेकर दफ्तरों तक महिलाओं को जागरूक और सशक्त बना रहा है.<br />&nbsp;<br />यह अभियान 17 अक्टूबर 2020 को मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने शुरू किया था. तब से अब तक इसके पांच चरण पूरे हो चुके हैं. इसमें महिला कल्याण, गृह, स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, पंचायती राज सहित 28 विभागों ने मिलकर काम किया है. समाजसेवी संस्थाएं, स्कूल-कॉलेज और स्वयंसेवी संगठनों ने भी इसमें बड़ी भूमिका निभाई है. जागरूकता कार्यक्रमों, प्रशिक्षणों, रैलियों और वर्कशॉप के ज़रिए इसे एक जन आंदोलन का रूप दे दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुरक्षा से लेकर सम्मान तक की पूरी सोच</strong><br />&nbsp;<br />इस अभियान के तहत महिला हेल्पलाइन 1090, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, वन स्टॉप सेंटर, पिंक बूथ, पिंक टॉयलेट और पुलिस सहायता जैसी सेवाएं जन-जन तक पहुंची हैं. अब तक 7.78 लाख से ज्यादा महिलाओं को हेल्पलाइन से मदद मिली है, 2.10 लाख पीड़िताओं को वन स्टॉप सेंटर पर सहायता दी गई है और 1700 से ज्यादा बाल विवाह रोके गए हैं. साथ ही पिंक पुलिस बूथों और नए कॉल सेंटर टर्मिनलों की स्थापना की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महिलाओं के खिलाफ अपराध पर लगाम</strong><br />&nbsp;<br />सरकार ने महिला अपराधों पर भी सख्ती दिखाई है. पास्को कानून, दहेज हत्या और अन्य मामलों में 40 हजार से ज्यादा आरोपियों को सजा दिलाई गई है. महिलाओं के लिए बनाए गए 1100 पिंक शौचालयों ने उनकी गरिमा और सुविधा दोनों का ख्याल रखा है. आठ आकांक्षात्मक जिलों में दो लाख से ज्यादा बच्चियों की पहचान कर उन्हें शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य से जोड़ा गया.<br />&nbsp;<br /><strong>सामाजिक बदलाव की मिसाल बन गया अभियान</strong><br />&nbsp;<br />&lsquo;मिशन शक्ति&rsquo; के जरिए योगी सरकार ने प्रदेश में सामाजिक बदलाव की नींव रखी है. महिला स्वास्थ्य, शिक्षा, कानूनी जागरूकता, मानसिक स्वास्थ्य और आत्मरक्षा जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दी गई है. नुक्कड़ नाटक, रेडियो, सोशल मीडिया, दीवार लेखन और पोस्टर के जरिए लोगों तक सीधे संपर्क किया गया है.<br />&nbsp;<br />राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में महिला अपराधों की दर में पहले की तुलना में गिरावट आई है. महिला हेल्पलाइन, महिला थाने और तेज कार्रवाई ने इस दिशा में अहम भूमिका निभाई है. वहीं, बालिकाओं को जन्म से लेकर शिक्षा तक हर स्तर पर सहायता देने के लिए &ldquo;कन्या सुमंगला योजना&rdquo; जैसे कार्यक्रम ने भी व्यापक असर डाला है.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से शुरू किया गया &lsquo;मिशन शक्ति&rsquo; अभियान अब प्रदेश की 9 करोड़ से ज्यादा महिलाओं और बच्चियों तक पहुंच चुका है. महिला सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता को समर्पित यह अनोखा अभियान गांवों से लेकर शहरों तक, स्कूलों से लेकर पंचायतों तक और घरों से लेकर दफ्तरों तक महिलाओं को जागरूक और सशक्त बना रहा है.<br />&nbsp;<br />यह अभियान 17 अक्टूबर 2020 को मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> ने शुरू किया था. तब से अब तक इसके पांच चरण पूरे हो चुके हैं. इसमें महिला कल्याण, गृह, स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन, पंचायती राज सहित 28 विभागों ने मिलकर काम किया है. समाजसेवी संस्थाएं, स्कूल-कॉलेज और स्वयंसेवी संगठनों ने भी इसमें बड़ी भूमिका निभाई है. जागरूकता कार्यक्रमों, प्रशिक्षणों, रैलियों और वर्कशॉप के ज़रिए इसे एक जन आंदोलन का रूप दे दिया गया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>सुरक्षा से लेकर सम्मान तक की पूरी सोच</strong><br />&nbsp;<br />इस अभियान के तहत महिला हेल्पलाइन 1090, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, वन स्टॉप सेंटर, पिंक बूथ, पिंक टॉयलेट और पुलिस सहायता जैसी सेवाएं जन-जन तक पहुंची हैं. अब तक 7.78 लाख से ज्यादा महिलाओं को हेल्पलाइन से मदद मिली है, 2.10 लाख पीड़िताओं को वन स्टॉप सेंटर पर सहायता दी गई है और 1700 से ज्यादा बाल विवाह रोके गए हैं. साथ ही पिंक पुलिस बूथों और नए कॉल सेंटर टर्मिनलों की स्थापना की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>महिलाओं के खिलाफ अपराध पर लगाम</strong><br />&nbsp;<br />सरकार ने महिला अपराधों पर भी सख्ती दिखाई है. पास्को कानून, दहेज हत्या और अन्य मामलों में 40 हजार से ज्यादा आरोपियों को सजा दिलाई गई है. महिलाओं के लिए बनाए गए 1100 पिंक शौचालयों ने उनकी गरिमा और सुविधा दोनों का ख्याल रखा है. आठ आकांक्षात्मक जिलों में दो लाख से ज्यादा बच्चियों की पहचान कर उन्हें शिक्षा, पोषण और स्वास्थ्य से जोड़ा गया.<br />&nbsp;<br /><strong>सामाजिक बदलाव की मिसाल बन गया अभियान</strong><br />&nbsp;<br />&lsquo;मिशन शक्ति&rsquo; के जरिए योगी सरकार ने प्रदेश में सामाजिक बदलाव की नींव रखी है. महिला स्वास्थ्य, शिक्षा, कानूनी जागरूकता, मानसिक स्वास्थ्य और आत्मरक्षा जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दी गई है. नुक्कड़ नाटक, रेडियो, सोशल मीडिया, दीवार लेखन और पोस्टर के जरिए लोगों तक सीधे संपर्क किया गया है.<br />&nbsp;<br />राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में महिला अपराधों की दर में पहले की तुलना में गिरावट आई है. महिला हेल्पलाइन, महिला थाने और तेज कार्रवाई ने इस दिशा में अहम भूमिका निभाई है. वहीं, बालिकाओं को जन्म से लेकर शिक्षा तक हर स्तर पर सहायता देने के लिए &ldquo;कन्या सुमंगला योजना&rdquo; जैसे कार्यक्रम ने भी व्यापक असर डाला है.</p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड ‘क्यों ढह जाते हैं पुल? हम जो कहते हैं वह नहीं होता’, अपनी ही सरकार के खिलाफ क्या-क्या बोल गए मांझी