हरियाणा के महेंद्रगढ़ क्षेत्र के एक गांव से एक लड़की संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। वह घर से अपने पिता के साथ पेपर देने के लिए महेंद्रगढ़ के एक निजी कॉलेज में आई थी। पिता कॉलेज के बाहर इंतजार करता रहा। पुलिस ने लड़की के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। महेंद्रगढ़ शहर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि 28 मई को उसकी लड़की का पेपर महेंद्रगढ़ के एक निजी कॉलेज में था। वह उसे लगभग 1:30 बजे कॉलेज के गेट के पास छोड़कर आया था। पेपर का समय पूरा होने के बाद जब वह शाम 5 बजे कॉलेज के गेट के पास लेने पहुंचा तो उसकी लड़की उसे वहां नहीं मिली। पेपर में रही गैर हाजिर उसने बताया कि कुछ समय इंतजार करने के बाद जब वह कॉलेज के अंदर जाकर अपनी बेटी के बारे में पता किया। उसे बताया गया कि लड़की पेपर में अनुपस्थित थी। उसके बाद हमने अपनी सभी रिश्तेदारियों में पता किया, लेकिन उसका कहीं भी सुराग नहीं लगा। फिर हमें रमन नाम के लड़के पर शक हुआ। वह लड़की के संपर्क में था। लड़का भी घर से मिला लापता उसने बताया कि इसके बाद वे लड़के के घर पहुंचे। उनको पता चला कि लड़का भी घर पर नहीं था। उसके घर वालों ने बताया कि लड़का लगभग 1:30 बजे से घर से बाहर है। लड़का व लड़की दोनों का मोबाइल फोन बंद आ रहे हैं। लड़की के पिता ने शहर थाना पुलिस में लड़की के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई। हरियाणा के महेंद्रगढ़ क्षेत्र के एक गांव से एक लड़की संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। वह घर से अपने पिता के साथ पेपर देने के लिए महेंद्रगढ़ के एक निजी कॉलेज में आई थी। पिता कॉलेज के बाहर इंतजार करता रहा। पुलिस ने लड़की के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। महेंद्रगढ़ शहर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी एक व्यक्ति ने पुलिस में दी शिकायत में बताया कि 28 मई को उसकी लड़की का पेपर महेंद्रगढ़ के एक निजी कॉलेज में था। वह उसे लगभग 1:30 बजे कॉलेज के गेट के पास छोड़कर आया था। पेपर का समय पूरा होने के बाद जब वह शाम 5 बजे कॉलेज के गेट के पास लेने पहुंचा तो उसकी लड़की उसे वहां नहीं मिली। पेपर में रही गैर हाजिर उसने बताया कि कुछ समय इंतजार करने के बाद जब वह कॉलेज के अंदर जाकर अपनी बेटी के बारे में पता किया। उसे बताया गया कि लड़की पेपर में अनुपस्थित थी। उसके बाद हमने अपनी सभी रिश्तेदारियों में पता किया, लेकिन उसका कहीं भी सुराग नहीं लगा। फिर हमें रमन नाम के लड़के पर शक हुआ। वह लड़की के संपर्क में था। लड़का भी घर से मिला लापता उसने बताया कि इसके बाद वे लड़के के घर पहुंचे। उनको पता चला कि लड़का भी घर पर नहीं था। उसके घर वालों ने बताया कि लड़का लगभग 1:30 बजे से घर से बाहर है। लड़का व लड़की दोनों का मोबाइल फोन बंद आ रहे हैं। लड़की के पिता ने शहर थाना पुलिस में लड़की के गुम होने की शिकायत दर्ज कराई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा नर्सिंग स्टॉफ ने किया CM आवास का घेराव:पुलिस ने रोका तो सड़क जाम कर दिया धरना, मुख्यमंत्री से मीटिंग की मांग पर अडिग हरियाणा के करनाल में आज प्रदेशभर की नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। अपनी लंबित मांगों को लेकर उन्होंने प्रेम नगर स्थित मुख्यमंत्री के आवास का घेराव किया। इस दौरान पुलिस द्वारा बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोक दिया गया। जिसके बाद सड़क जाम कर सभी नर्स धरना देकर बैठ गई। CM आवास के बाहर सड़क पर धरना देकर बैठी नर्सिंग स्टॉफ की पदाधिकारियों से प्रशासनिक अधिकारी लगातार बात कर हैं, लेकिन उनकी एक ही मांग है जब तक उन्हें मुख्यमंत्री नायब सैनी से मीटिंग का समय नहीं दिया जाता तब तक वह सड़क से नहीं उठेगी। सरकार द्वारा की जा रही अनदेखी नर्सिंग एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष सुनीता ने बताया कि उनकी मांगें लंबे समय से लंबित हैं और सरकार द्वारा अनदेखी की जा रही हैं। 23 जुलाई को नर्सिंग एसोसिएशन ने काले बिल्ले लगाकर प्रदर्शन किया था, लेकिन उसके बाद भी सरकार उनको अनदेखा कर रही है। नर्सिंग अलाउंस देने में भेदभाव प्रदेश अध्यक्ष सुनीता ने कहा कि हमारी मांगें 1998 से चली आ रही हैं। 1998 में हमने दो महीने की हड़ताल की थी और जेल भरो आंदोलन भी किया था। यहां मौजूद कई नर्स जेल में भी रहकर आई हैं। केंद्र सरकार हमें 7200 रुपए का नर्सिंग अलाउंस दे रही है, लेकिन हरियाणा सरकार ने नर्सिंग अलाउंस देने में भेदभाव किया है। हरियाणा में मेडिकल कॉलेज के स्टाफ को नर्सिंग अलाउंस मिलता है, जबकि सिविल अस्पतालों के नर्सिंग स्टाफ को यह अलाउंस नहीं दिया जाता। हमारी योग्यता और कार्य समान होने के बावजूद इस तरह का भेदभाव किया जा रहा है। 2018 में सौंपा था सरकार को ड्राफ्ट 2018 में हमारी मांगों का ड्राफ्ट सरकार को सौंपा गया था, लेकिन आज तक उसका नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया। सुनीता ने बताया कि हम अपनी ड्यूटी एडजस्ट करके आए हैं और प्रदर्शन से किसी भी व्यक्ति या मरीज को दिक्कत नहीं आने देंगे। जब तक हमें ठोस आश्वासन नहीं मिलता, तब तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। समय-समय पर करवाया सरकार को अवगत नर्सिंग वेलफेयर एसोसिएशन ने केंद्र के समान नर्सिंग अलाउंस 7200 रुपए, केंद्र के समान ग्रुप-सी से ग्रुप-बी में पदोन्नति, डिप्टी डायरेक्टर और असिस्टेंट डायरेक्टर नर्सिंग के पदों को भरने जैसी मांगों को लेकर समय-समय पर सरकार को अवगत कराया है। लेकिन विभाग और सरकार द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत नर्सिंग कैडर में काफी रोष है।
हरियाणा में 90 सीटों पर कांग्रेस के 2556 आवेदन:पूर्व CM हुड्डा की सीट पर 1, देवीलाल परिवार की डबवाली सीट पर केवल 4 दावेदार
हरियाणा में 90 सीटों पर कांग्रेस के 2556 आवेदन:पूर्व CM हुड्डा की सीट पर 1, देवीलाल परिवार की डबवाली सीट पर केवल 4 दावेदार हरियाणा विधानसभा चुनाव की घोषणा अब कभी भी हो सकती है। राजनीति पार्टियां अपनी तरफ से तैयारियों में लगी है। वहीं कांग्रेस ने हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों पर हुए आवेदन के हिसाब से दूसरा सर्वे शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने 10 अगस्त तक आवेदन मांगे थे। इसमें 90 सीटों पर 2556 दावेदार सामने आए हैं। कांग्रेस की नीलोखेड़ी सीट पर सबसे अधिक 88 आवेदन आए हैं। इसके बाद जुलाना से 86, बवानीखेड़ा से 78, बाढ़डा से 60 और उकलाना से 57 लोगों ने आवेदन किया है। जबकि सबसे कम आवदेन पूर्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा की गढ़ी सांपला किलोई से महज 1 आवेदन आया है। यह आदेवन भी हुड्डा की तरफ से है। हुड्डा के सामने किसी कांग्रेसी ने आवेदन ही नहीं किया। इसके अलावा देवीलाल परिवार की पैतृक सीट माने जाने वाली डबवाली से महज 4 आवेदन प्राप्त हुए हैं। सबसे खास बात है कि कैथल विधानसभा से रणदीप सिंह सुरजेवाला ने अपने किसी समर्थक का आवेदन नहीं करवाया है। चर्चाएं हैं कि सुरजेवाला खुद या बेटे आदित्य सुरजेवाला को यहां से चुनाव लड़वा सकते हैं मगर सुरजेवाला परिवार में किसी ने आवेदन नहीं किया है। तोशाम सीट पर अनिरुद्ध चौधरी दावेदार
किरण चौधरी के भाजपा में जाने के बाद तोशाम सीट पर चौधरी बंसीलाल के पौते और रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी ने आवेदन किया है। इस बार बाढ़डा सीट से परिवार ने दावेदारी पेश नहीं की है। पिछले बार अनिरुद्ध चौधरी के पिता रणबीर महेंद्रा नैना चौटाला के सामने बाढड़ा विधानसभा से लड़े और वह दूसरे नंबर पर रहे थे। नैना चौटाला से हार के बाद अबकी बार रणबीर महेंद्रा अपनी पारंपारिक सीट पर शिफ्ट हो गया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस बंसीलाल की पुत्रवधु किरण चौधरी के सामने पौते अनिरुद्ध चौधरी को लड़ा सकती है। अनिरुद्ध चौधरी ने दावेदारी जताकर इसके संकेत भी दे दिए हैं। रिजर्व सीटों पर सर्वाधिक नामांकन
खास बात यह है कि हरियाणा की 14 रिजर्व सीटों पर सबसे ज्यादा दावेदार हैं। लोकसभा चुनाव में भाजपा रिजर्व सीटों पर पिछड़ गई थी यही कारण है कि हरियाणा की रिजर्व सीटों पर सबसे ज्यादा दावेदार हैं। रिजर्व सीटों को देखें तो मुलाना विधानसभा में 45, शाहबाद में 56, गुहला में 45, नीलोखेड़ी में 88, इसराना में 33, खरखौदा 54, नरवाना 44, रतिया 38, कालांवाली 14, बवानीखेड़ा 75, कलानौर 55, झज्जर 12 बावल 52 और पटौदी में 42 आवेदन कांग्रेस के आए हैं। 2019 में किस पार्टी ने कितनी विधानसभा जीती थी… किसी ने 2 से 3 सीटों पर तो कहीं पिता-पुत्र, पति-पत्नी ने दावेदारी जताई
विधानसभा में कई सीटें ऐसी हैं जहां पिता-पुत्र, पति-पत्नी ने एक ही सीट पर दावेदारी जताई है तो कुछ लोगों ने एक से अधिक सीटों पर दावेदारी जताई है। सिरसा में 3 पिता-पुत्रों ने दावेदारी जताई है। इसमें राजकुमार शर्मा उनके बेटे मोहित शर्मा, वीरभान मेहता और बेटे राजन मेहता, अमीरचंद चावला, करण चावला ने आवेदन किया है। नलवा सीट पर पूर्व मंत्री प्रो. संपत सिंह और उनके बेटे गौरव सिंह ने आवेदन किया है। फतेहाबाद में प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा और उनके बेटे ने एक सीट से ही दावेदारी जताई है। हांसी में पूर्व मंत्री सुभाष गोयल और उनके बेटे सुशील गोयल ने आवेदन किया है। हिसार में हनुमान ऐरन और उनकी पत्नी रेखा ऐरन ने आवेदन किया है। जजपा विधायकों वाली सीट पर अधिक आवेदन
खास बात है कि जिन सीटों पर जजपा के विधायक हैं उन सीटों पर कांग्रेस की ओर से ज्यादा आवेदन हैं। इसका कारण है कि जजपा के वोट बैंक में कांग्रेस सेंधमारी कर चुकी है। लोकसभा चुनाव में भी जजपा के अधिकांश सीटों में कांग्रेस आगे रही थी। टोहाना, नारनौंद, उचाना, जुलाना, बाढड़ा, उकलाना, नरवाना, शाहबाद और गुहला जैसी सीटों पर कांग्रेस को बढ़त मिली थी। टोहाना में कांग्रेस के 21, उचाना में 17, जुलाना में 86, बाढड़ा में 60, शाहबाद में 56, गुहला में 45, उकलाना में 57, नरवाना में 44 और बरवाला में 55 लोगों ने आवेदन किया है।
रोहतक में हुड्डा खाप की महापंचायत:दो पत्ती फिल्म के बहिष्कार का ऐलान, एक माह में हुड्डाज शब्द नहीं हटा तो करेंगे कार्रवाई
रोहतक में हुड्डा खाप की महापंचायत:दो पत्ती फिल्म के बहिष्कार का ऐलान, एक माह में हुड्डाज शब्द नहीं हटा तो करेंगे कार्रवाई रोहतक के गांव बसंतपुर स्थित हुड्डा खाप के चबूतरे पर रविवार को हुड्डा खाप के 45 गांवों की महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें दो पत्ती फिल्म में हुड्डा गोत्र को लेकर की गई टिप्पणी पर पर रोष जताया गया। साथ ही फिल्म से हुड्डा शब्द हटाने की मांग की। साथ ही फिल्म का सामाजिक बहिष्कार करने का फैसला भी लिया गया। हुड्डा खाप की महापंचायत में एक महीने का अल्टीमेटम दिया गया। साथ ही कहा कि कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। हुड्डा खाप ने कहा कि पंचायत में दो पत्ती फिल्म में हुड्डा गोत्र पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया है। हुड्डा खाप प्रधान ओम प्रकाश की अध्यक्षता में हुई महापंचायत में पांच प्रस्ताव पारित किए गए। हुड्डा खाप ने फिल्म के एक सीन में कोर्ट के अंदर मर्डर पर बोला गया कि हमारे पास हुड्डाज है, उन्होंने खुले में अपनी बहू का मर्डर कर दिया मर्डर तो यह है। इसको लेकर हुड्डा गोत्र की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है। इसको लेकर हुड्डा खाप कड़ी आपत्ति है। सांसद व पूर्व सीएम से मिलेंगे
महापंचायत में फैसला लिया गया कि एक महीने के अंदर फिल्म से “हुड्डाज” शब्द हटाया जाए। साथ ही पंचायत ने फिल्म का सामाजिक बहिष्कार करने की बात भी कही। खाप ने कहा कि सांसद दीपेंद्र हुड्डा और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा से मुलाकात कर इस संदर्भ में अवगत करवाया जाएगा। फिल्म से इस सीन को नहीं हटाया गया, कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं बीजेपी द्वारा ईवीएम में गड़बड़ी व पैसों का सहारा लेकर जीत हासिल का आरोप लगाते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ खड़े होने का प्रस्ताव पारित किया। पांच सदस्यीय कमेटी का गठन
इस महापंचायत में आवश्यक कार्रवाई के लिए 5 सदस्यीय कमेटी का गठन भी किया गया। इस कमेटी में हुड्डा खाप के प्रधान ओमप्रकाश हुड्डा, हुड्डा खाप के महासचिव कृष्ण हुड्डा, सामाजिक कार्यकर्ता सुरेंद्र सिंह हुड्डा, कुलदीप गंगाना व मुकेश हुड्डा घुसकानी को शामिल किया गया है। साथ ही चेतावनी दी कि एक माह में कोई उचित कार्रवाई नहीं की तो वे फिर से बैठक बुलाकर कड़ा कदम उठाएंगे।