जालंधर| अंबेडकर सेना पंजाब व निहंग जत्थेबंदियों की तरफ से सात मई को करतारपुर थाने का घेराव किया जाएगा। प्रधान तीर्थ मट्टू ने बताया कि करतारपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें पुलिस ने कुछ युवाओं के नाम गलत तरीके से शामिल किए हैं। लंबे समय में करतारपुर के अंदर दो ग्रुपों में आपसी झगड़ा चल रहा है। पिछले दिनों एक शरारती तत्व ने भगवान वाल्मीकि के खिलाफ गलत शब्दावली का इस्तेमाल किया था, जब युवाओं ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो झगड़ा हो गया। लेकिन पुलिस की तरफ से गलत तरीके से पर्चा दर्ज किया गया। जालंधर| अंबेडकर सेना पंजाब व निहंग जत्थेबंदियों की तरफ से सात मई को करतारपुर थाने का घेराव किया जाएगा। प्रधान तीर्थ मट्टू ने बताया कि करतारपुर थाने में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें पुलिस ने कुछ युवाओं के नाम गलत तरीके से शामिल किए हैं। लंबे समय में करतारपुर के अंदर दो ग्रुपों में आपसी झगड़ा चल रहा है। पिछले दिनों एक शरारती तत्व ने भगवान वाल्मीकि के खिलाफ गलत शब्दावली का इस्तेमाल किया था, जब युवाओं ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो झगड़ा हो गया। लेकिन पुलिस की तरफ से गलत तरीके से पर्चा दर्ज किया गया। पंजाब | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ में कांग्रेस वर्करों-पुलिस की धक्का मुक्की:पंजाब यूथ नेताओं को हिरासत में लिया, नशे-बेरोजगारी के खिलाफ सीएम आवास घेरने का था प्लान
चंडीगढ़ में कांग्रेस वर्करों-पुलिस की धक्का मुक्की:पंजाब यूथ नेताओं को हिरासत में लिया, नशे-बेरोजगारी के खिलाफ सीएम आवास घेरने का था प्लान पंजाब यूथ कांग्रेस की तरफ से नशे और बेरोजगारी के मुद्दे पर आज (मंगलवार) को पंजाब सीएम भगवंत मान की रिहायश घेरने का फैसला लिया गया था। लेकिन जैसे ही कांग्रेस नेता और समर्थक कांग्रेस भवन से बाहर निकले तो चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें बैरिकेड लगाकर रोक दिया। इस दौरान वाटर कैनन और अन्य इंतजाम किए गए थे। पुलिस और कांग्रेस नेताओं में काफी देर धक्का मुक्की हुई। लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। हालांकि कांग्रेस नेता आगे बढ़ने की मांग पर अड़े हुए थे। इसके बाद पुलिस की तरफ से कई लोगों को हिरासत में ले लिया गया। पंजाब के यूथ कांग्रेस के प्रधान मोहित मोहिंद्रा समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया गया। प्रदर्शन के बाद तुरंत सड़क से बैरिकेड हटा दिए गए। पुलिस व कांग्रेस कार्यकर्ताओं में धक्का मुक्की चंडीगढ़ के सेक्टर-15 में एक तरफ यूथ कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता और दूसरी साइड चंडीगढ़ पुलिस के जवान तैनात थे। इस दौरान यूथ कांग्रेस के नेता आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन इन्हें बैरिकेड के आगे नहीं बढ़ने दिया। हालांकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस में धक्का मुक्की हुई। नेताओं का कहना था कि आज किसान से लेकर युवा तक सरकार परेशान है। न ही पंजाब और न ही केंद्र सरकार कोई सुध ले रही है। ऐसे में उनके पास कोई विकल्प शेष नहीं रह गया है।

अमृतसर एयरपोर्ट पर 7.7 किलो गांजा पकड़ा:बैंकॉक से लौटे यात्री की कस्टम चेकिंग, भारतीय पासपोर्ट धारक गिरफ्तार
अमृतसर एयरपोर्ट पर 7.7 किलो गांजा पकड़ा:बैंकॉक से लौटे यात्री की कस्टम चेकिंग, भारतीय पासपोर्ट धारक गिरफ्तार अमृतसर जिले के श्री गुरु रामदास इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। बैंकॉक से लौटे एक यात्री के पास से 7.7 किलो गांजा बरामद किया गया है। इसकी कीमत बाजार में साढ़े सात करोड़ रुपए आंकी गई है। पकड़े गए आरोपी से पुलिस की टीम द्वारा पूछताछ की जा रही है। कस्टम अधिकारियों को हुआ संदेह जानकारी के अनुसार पकड़े गए आरोपी की पहचान चन्नन सिंह के रूप में हुई है। वह एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट संख्या आईएक्स 167 से सोमवार को अमृतसर पहुंचा था। कस्टम विभाग के अधिकारियों को यात्री पर संदेह हुआ। जांच में उसके बैग से गांजा बरामद हुआ। कपड़ों के बीच छिपाया था आरोपी ने गांजे को चिप्स और कैंडी के डिब्बों में छिपाकर रखा था। इन डिब्बों को कपड़ों के बीच छिपाया गया था। कस्टम विभाग ने आरोपी को हिरासत में लेकर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। अधिकारी आरोपी से पूछताछ कर रहे हैं। वे उसका पुराना रिकॉर्ड और अन्य संबंधित लोगों के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं। चन्नन सिंह कुछ दिन पहले ही बैंकॉक गया था और भारतीय पासपोर्ट धारक है।

शपथ ग्रहण से पहले मोदी ने बादल को किया:बोले- NDA में उनका बड़ा योगदान, किसान आंदोलन पर टूटा था गठबंधन
शपथ ग्रहण से पहले मोदी ने बादल को किया:बोले- NDA में उनका बड़ा योगदान, किसान आंदोलन पर टूटा था गठबंधन नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने से पहले पंजाब के पांच बार के मुख्यमंत्री रहे स्व. प्रकाश सिंह बादल को याद किया है। उन्होंने एनडीए संसदीय दल की मीटिंग में कहा कि NDA में प्रकाश सिंह बादल का योगदान काफी अहम रहा है। हालांकि किसान आंदोलन की वजह से गठबंधन टूट गया था। इस बार अकेले लड़े थे चुनाव इस बार शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के मिलकर लाेकसभा चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी थी। दोनों दलों में मीटिंगों का दौर भी शुरू हो गया था। लेकिन चुनाव की तारीखें घोषित होने से पहले फिर से किसान आंदोलन शुरू हो गया था। इसके अलावा बंदी सिखों की रिहाई जैसे कई मुद्दे थे। जिस पर दोनों दलों में सहमति नहीं बन पाई थी। इसके बाद दोनों दलों ने अपने दम पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया गया। दोनों दलों की तरफ से सभी 13 सीटों पर अपने-अपने उम्मीदवार उतार गए। हालांकि इससे पहले साल 2022 विधानसभा चुनाव भी दोनों ने अकेले लड़ा था। साथ लड़ते तो 5 सीटें जीत सकते थे साल 2024 के लोकसभा चुनाव में गत वर्षों की तुलना में अकाली दल और बीजेपी का परिणाम बहुत ही खराब रहा है। भाजपा एक भी सीट राज्य में नहीं जीत पाई है। जबकि शिरोमणि अकाली दल अपनी बठिंडा सीट को बचाने में कामयाब रही है। यहां से पार्टी प्रधान सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत कौर चौथी बार सांसद बनी है। हालांकि चुनाव नतीजों की तरफ देखे तो अगर यह दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ते थे, तो पांच सीटें जीते सकते थे। क्योंकि इन सीटों पर मिले वोटों की संख्या विजेता रहे उम्मीदवारों से काफी अधिक हैं। इन सीटों में गुरदासपुर, पटियाला, लुधियाना, फिरोजपुर व अमृतसर शामिल हैं। हालांकि शिरोमणि अकाली दल के नेता भी इस चीज को मान रहे हैं कि अलग चुनाव लड़ने का फैसला गलत था। अकाली नेता प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा का कहना है कि हमारी हालत तो नोटा जैसी हो गई है। गठजोड़ किया होता तो शायद जीते जाते। जबकि 2019 के चुनाव में चार सीटें दोनों दलों ने जीती थी। कौन थे प्रकाश सिंह बादल प्रकाश सिंह बादल ने साल 1947 में राजनीति शुरू की थी। उन्होंने सरपंच का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। तब वे सबसे कम उम्र के सरपंच बने थे। 1957 में उन्होंने पहला विधानसभा चुनाव लड़ा। 1969 में उन्होंने दोबारा जीत हासिल की। 1969-70 तक वे पंचायत राज, पशु पालन, डेयरी आदि मंत्रालयों के मंत्री रहे। इसके अलावा वे 1970-71, 1977-80, 1997-2002 में पंजाब के मुख्यमंत्री बने। वे 1972, 1980 और 2002 में विरोधी दल के नेता भी बने। मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्री रहते वे सांसद भी चुने गए। 2022 का पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद वे सबसे अधिक उम्र के उम्मीदवार भी बने। हालांकि चुनाव में वह हार गए थे।