हरियाणा के रोहतक की तेज कॉलोनी से लापता हुए युवक का शव झज्जर की नहर में मिला है। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने रोहतक की तेज कॉलोनी में गोहाना रोड पर जाम लगा दिया। परिजनों ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं पुलिस ने परिजनों को समझाकर जाम खुलवाया। तेज कॉलोनी निवासी हरीश ने पुरानी सब्जी मंडी थाना में शिकायत दी थी कि 25 मई को उसका करीब 20 वर्षीय बेटा कुनाल लापता हो गया। इसके बाद परिवार वालों ने कुनाल को तलाश करने का प्रयास किया, लेकिन कहीं पर भी सुराग नहीं लगा। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके युवक की तलाश शुरू कर दी। दोस्तों के साथ नहर पर नहाने गया था कुनाल के चाचा कृष्ण ने बताया कि उनका भतीजा कुनाल अपने दोस्तों के साथ नहर पर नहाने के लिए गया था। इस दौरान वह नहर में डूब गया। उन्होंने संदेह जताया कि कुनाल के साथ गए दोस्तों ने उसे धक्का दे दिया। वहीं उसके दोस्तों ने परिवार वालों को भी नहीं बताया कि कुनाल नहर में डूब गया। जब उसके दोस्तों पर दबाव पड़ा तो उन्होंने नहर में ढूंढने की बात बताई। जिसके बाद कुनाल का शव झज्जर में मिला। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। रोष स्वरूप लोगों ने तेज कॉलोनी में गोहाना रोड पर जाम भी लगा दिया। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से लोगों को समझकर जाम खुलवाया। जांच में जुटी पुलिस जांच अधिकारी जितेंद्र ने बताया कि उन्होंने कुनाल के सूचना मिली थी। जिसके आधार पर उन्होंने केस दर्ज करके तलाश आरंभ कर दी। वहीं कुनाल का शव झज्जर जिले में नहर में मिला है। जिसके बाद परिजनों के बयान दर्ज किए। बयानों के आधार पर कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। हरियाणा के रोहतक की तेज कॉलोनी से लापता हुए युवक का शव झज्जर की नहर में मिला है। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने रोहतक की तेज कॉलोनी में गोहाना रोड पर जाम लगा दिया। परिजनों ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं पुलिस ने परिजनों को समझाकर जाम खुलवाया। तेज कॉलोनी निवासी हरीश ने पुरानी सब्जी मंडी थाना में शिकायत दी थी कि 25 मई को उसका करीब 20 वर्षीय बेटा कुनाल लापता हो गया। इसके बाद परिवार वालों ने कुनाल को तलाश करने का प्रयास किया, लेकिन कहीं पर भी सुराग नहीं लगा। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके युवक की तलाश शुरू कर दी। दोस्तों के साथ नहर पर नहाने गया था कुनाल के चाचा कृष्ण ने बताया कि उनका भतीजा कुनाल अपने दोस्तों के साथ नहर पर नहाने के लिए गया था। इस दौरान वह नहर में डूब गया। उन्होंने संदेह जताया कि कुनाल के साथ गए दोस्तों ने उसे धक्का दे दिया। वहीं उसके दोस्तों ने परिवार वालों को भी नहीं बताया कि कुनाल नहर में डूब गया। जब उसके दोस्तों पर दबाव पड़ा तो उन्होंने नहर में ढूंढने की बात बताई। जिसके बाद कुनाल का शव झज्जर में मिला। दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। रोष स्वरूप लोगों ने तेज कॉलोनी में गोहाना रोड पर जाम भी लगा दिया। पुलिस ने बड़ी मुश्किल से लोगों को समझकर जाम खुलवाया। जांच में जुटी पुलिस जांच अधिकारी जितेंद्र ने बताया कि उन्होंने कुनाल के सूचना मिली थी। जिसके आधार पर उन्होंने केस दर्ज करके तलाश आरंभ कर दी। वहीं कुनाल का शव झज्जर जिले में नहर में मिला है। जिसके बाद परिजनों के बयान दर्ज किए। बयानों के आधार पर कार्रवाई करते हुए शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में BJP की चुनाव समिति पर घमासान:नाराज अनिल विज दिल्ली पहुंचे, इलेक्शन इंचार्ज से मुलाकात; पहले जारी लिस्ट में नाम जुड़वाया हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर बनाई गई BJP की प्रदेश चुनाव समिति को लेकर घमासान मचा है। 2 दिन पहले जारी लिस्ट में पूर्व गृहमंत्री अनिल विज का नाम नहीं था। इससे नाराज अनिल विज सोमवार को अचानक दिल्ली पहुंच गए। यहां उन्होंने केंद्रीय मंत्री और प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर अपनी नाराजगी जाहिर की। इसके बाद सोमवार देर रात ही पार्टी की ओर से चुनाव समिति की संशोधित लिस्ट जारी की गई। इस लिस्ट में 9वें नंबर पर पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का नाम जोड़ा गया है। दिल्ली दौरे पर अनिल विज ने कहा कि दिल्ली में मेरी पब्लिक अंडरटेकिंग कमेटी की बैठक थी। मैं उस बैठक में गया था। वैसे मैं दिल्ली बहुत कम जाता हूं और पिछले साल में 10 या 12 बार ही दिल्ली गया हूं। मैं ही एक ऐसा व्यक्ति हूं जो सबसे कम दिल्ली जाता हूं। अन्यथा लोग तो दो-दो बार हफ्ते में चक्कर लगाते हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं जाता हूं तो देखता हूं कि कोई अगर नेता उपलब्ध है तो मैं उससे मिलता हूं। इस बार मेरी धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात हुई। जब मुलाकात होती है तो राजनीतिक बातें भी होती हैं और स्वाभाविक है चुनाव नजदीक हैं, इसलिए चुनाव की बात भी हुई है। लिस्ट में नाम नहीं होने से रणजीत चौटाला घर बैठे अनिल विज के अलावा हिसार से लोकसभा प्रत्याशी रह चुके सैनी मंत्रिमंडल के जेल और ऊर्जा मंत्री रणजीत सिंह चौटाला का नाम भी लिस्ट में नहीं है। चर्चा है कि वह भी इसको लेकर नाराज हैं, जिससे वह घर बैठ गए हैं। लोकसभा चुनाव से हार के बाद रणजीत चौटाला ने सारा ठीकरा कैप्टन अभिमन्यु और कुलदीप बिश्नोई पर फोड़ा था। कैप्टन अभिमन्यु को प्रदेश चुनाव समिति में जगह दी गई है। वहीं कुलदीप बिश्नोई प्रदेश चुनाव समिति और प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति दोनों कमेटियों में शामिल हैं। किरण चौधरी को कोई जिम्मेदारी नहीं लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं किरण चौधरी को भी किसी कमेटी में शामिल नहीं किया गया। किरण चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल की पुत्रवधू हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर बेटी श्रुति चौधरी का टिकट कटने पर उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया था। वहीं किरण चौधरी की राज्यसभा जाने की बात भी सामने आई थी। लेकिन अभी तक भाजपा ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। सांसद नवीन जिंदल भी किसी कमेटी में नहीं लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए कुरुक्षेत्र से सांसद नवीन जिंदल को भी किसी कमेटी में शामिल नहीं किया गया। उनकी मां सावित्री जिंदल हिसार विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं। इस बाद वह भाजपा के टिकट की दावेदार भी हैं। फिलहाल हिसार सीट से स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता विधायक हैं। सुनीता दुग्गल को साधा भाजपा ने लोकसभा चुनाव में सिरसा सीट पर सुनीता दुग्गल का टिकट काटकर डॉ. अशोक तंवर को उम्मीदवार बनाया था। टिकट कटने पर सुनीता दुग्गल कहीं न कहीं भाजपा से नाराज हो गई थीं। अब विधानसभा चुनाव से पहले सुनीता दुग्गल को दोनों कमेटियों में शामिल किया गया है। चर्चा यह भी है कि वह विधानसभा चुनाव लड़ सकती हैं। राव इंद्रजीत की विरोधी सुधा यादव शामिल अहीरवाल बेल्ट के सहारे तेवर दिखा रहे केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत और उनकी विरोधी भाजपा संसदीय बोर्ड की मेंबर सुधा यादव को भी शामिल किया गया है। दोनों को एक-दूसरे का कट्टर विरोधी माना जाता है। दोनों एक दूसरे के खिलाफ चुनाव भी लड़ चुके हैं। राव इंद्रजीत सिंह ने हाल ही में अपनी ही पार्टी पर गुरुग्राम में इको ग्रीन कंपनी को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। प्रदेश चुनाव समिति की नई लिस्ट… प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति की लिस्ट…
किरण चौधरी बोलीं- भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा सेटिंग करने वाले नेता:बापू-बेटे पर लटक रही तलवार; सैलजा के अपमान से दुख हो रहा, BJP में सुकून मिला
किरण चौधरी बोलीं- भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा सेटिंग करने वाले नेता:बापू-बेटे पर लटक रही तलवार; सैलजा के अपमान से दुख हो रहा, BJP में सुकून मिला हरियाणा में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुई किरण चौधरी का दावा है कि भाजपा जाने और कांग्रेस आने को लेकर भूपेंद्र हुड्डा-दीपेंद्र हुड्डा ने हौव्वा बनाया है। असल में वह भी अंदरखाते सेटिंग करके चल रहे हैं ताकि जेल न जाना पड़े। कांग्रेस में तो CM बनने को लेकर बाप-बेटे ही आपस में लड़ रहे हैं। किरण चौधरी का ये भी कहना है कि जीवित रहते चौधरी बंसीलाल के खिलाफ खड़े होने वाले अनिरुद्ध चौधरी को तोशाम में उनकी बेटी श्रुति चौधरी के मुकाबले कोई फायदा नहीं मिलेगा। बंसीलाल की विरासत हमारी है। किरण ने कहा कि कुमारी सैलजा के कांग्रेस में अपमान से उन्हें दुख होता है। जिसने सैलजा के खिलाफ अपशब्द कहे, उसे कुछ कहा तक नहीं। हरियाणा चुनाव के बीच भाजपा की राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने दैनिक भास्कर से की विस्तृत बातचीत के प्रमुख अंश पढ़ें… सवाल: तोशाम सीट से आपकी बेटी चुनाव लड़ रही हैं, प्रचार कैसा चल रहा है, आपकी क्या उम्मीदें हैं?
किरण चौधरी: श्रुति तोशाम की बेटी और बहन है। सब इस बात को जानते हैं। श्रुति छोटी-सी थी, जब चौधरी बंसीलाल इसको उंगली पकड़कर सारे प्रोग्राम में लाते थे। उसके बाद पिता चौधरी सुरेंद्र सिंह के साथ पूरे चुनाव प्रचार में आती थी। 20 साल से मेरा (किरण चौधरी) तो किया ही है, इसके अलावा खुद भी वह सांसद रही हैं। सांसद होने के नाते उसने इलाके के लिए बहुत काम किया है। सवाल: श्रुति के खिलाफ कांग्रेस ने अनिरुद्ध चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। पूर्व CM बंसीलाल की विरासत का फायदा किसे मिलेगा और क्यों?किरण चौधरी: जब चौधरी बंसीलाल जी जिंदा थे, तब तक चौधरी बंसीलाल का नाम नहीं लिया और खिलाफत की। दोनों बापू और बेटा, सामने खड़े होते थे। सुरेंद्र सिंह जी के सामने खड़े होते थे। इन्होंने तो हमारे सामने इलेक्शन लड़े हुए हैं। इनकी उपलब्धि यह है कि जमानत जब्त कराई हुई है। इनके पिता ने रिकॉर्ड बनाया था, जमानत जब्त करने का। तोशाम हल्के के लोग बावले (नासमझ) नहीं हैं। काम तो कभी किया नहीं। कभी किसी के सुख-दुख में आए नहीं। अब चौधरी बंसीलाल व चौधरी सुरेद्र सिंह के फोटो लगाकर कहना कि मैं विरासत का मालिक हूं, यह तो बेकार की बात है। मैं हमेशा कहती आई हूं कि विरासत होती है काम की। ये किस मुंह से आ रहे हैं, जिन्होंने एक टोंटी (नल) तक नहीं लगाई। इनके पास जबरदस्त पैसा था, रणबीर महेंद्रा क्रिकेट बोर्ड का चेयरमैन था और अनिरुद्ध चौधरी कोषाध्यक्ष था। कहीं एक जगह पर भी एक स्टेडियम बनाया हो, इतना पैसा आता है क्रिकेट बोर्ड में। एक बच्चा खिलाया हो या क्रिकेटर बनाया हो। सवाल: इस चुनाव में भाजपा को लेकर आपको क्या उम्मीदें हैं। क्या वाकई एंटी इनकंबेंसी का नुकसान होगा? पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती क्या मानती हैं?
किरण चौधरी: जो लोकसभा चुनाव था, उससे ज्यादा तो एंटी इनकंबेंसी नहीं हो सकती। उस समय देश में 240 सीटों पर भाजपा जीती और केंद्र में सरकार बनाई। हरियाणा में भी भाजपा एंटी इनकंबेंसी में 44 सीटों पर जीती। 42 पर कांग्रेस आई। अब तक इन्होंने जो टिकटें दी हैं, एक-दूसरे के कपड़े फाड़ने के लिए सारे तैयार हो रहे हैं। सवाल: भूपेंद्र हुड्डा कह रहे हैं कि भाजपा जा रही है, कांग्रेस आ रही है, उनके दावे पर आप क्या कहेंगी?
किरण चौधरी: ये चाहे कुछ भी कह लें, लेकिन सच्चाई यह है कि ये सेटिंग की राजनीति करते हैं। नीचे-नीचे ये भी हाथ मिलाकर चल रहे हैं, हम तो राजी हैं। सवाल: क्या भाजपा से हाथ मिलाया हुआ है?
किरण चौधरी: इनके सिर पर तलवार लटक रही है, इन्हें पता है। खाली हौव्वा बनाया हुआ है, ताकि वह बाहर रहें और जेल न जाए। सवाल: कुमारी सैलजा को लेकर अपशब्द कहे गए, उन्हें हुड्डा समर्थक बताया जा रहा है। आपकी पुरानी साथी रही हैं, उनकी कांग्रेस में स्थिति को लेकर क्या कहेंगी?
किरण चौधरी: यह सुनकर बहुत दुख हुआ मुझे और बहुत दुर्भाग्य की बात है कि इस तरह जातिसूचक शब्द उनके लिए अगर इस्तेमाल किए जा सकते हैं तो आम आदमी का क्या करेंगे। हरियाणा में इन्होंने किया क्या है। सारा पंचकूला से लेकर पूरा फरीदाबाद, गुरुग्राम, रोहतक-झज्जर-सोनीपत की सारी जमीन नाप ली। इनका कच्चा चिट्ठा अखबारों में आता है। इनके समय में रोहतक के अंदर जबरदस्त आगजनी हुई थी। 8 महीने तक इन बाप-बेटे को अंदर जाने नहीं दिया था। औरतों ने इनके घर के बाहर चूड़ियां तोड़ी थी, ये हालात इनके थे। इन्होंने हरियाणा में क्षेत्रवाद किया है। हमारे हक की जो नौकरियां थी और मैं लड़ाई लड़ती थी कि हमारे बच्चों को दे दे, लेकिन सारा कुछ रोहतक… रोहतक… रोहतक…। यह रोहतक से बाहर निकलकर तो राजी ही नहीं था। सवाल: आपकी भी काफी लंबी लड़ाई चली उनके साथ?
किरण चौधरी: मेरी कोई निजी लड़ाई नहीं थी। यह पौधा चौधरी बंसीलाल का लगाया हुआ है। चौधरी बंसीलाल जी के कारण ये आगे राजनीति में बढ़े, चौधरी सुरेंद्र सिंह के कारण बढ़े। अब उन्होंने सोचा की चौधरी बंसीलाल को पूरा खत्म ही कर दें। लेकिन मैं तो लड़ाई लड़ने वालों में से हूं। मैंने कभी घुटने टेके नहीं। ना मैने कभी सीएलयू करवाया और ना कुछ और करवाया। मैं क्यूं डरूं। मैने अपने हित की आवाज उठानी है, वह विधानसभा में भी उठाई और बाहर भी उठाई और उठाती रहूंगी। सवाल: कुमारी सैलजा के अनुसूचित जाति सीएम के दावे को भी नहीं माना, टिकट बंटवारे में भी नहीं चली? उनको कोई सलाह देना चाहेंगी?
किरण चौधरी: यह तो बाबू-बेटा पार्टी है। बाप बनेगा या बेटा बनेगा, आपस में भी लड़ाई हो रखी है। बनेगा कोई भी नहीं इन दोनों में से, पर आपस में 2 लड़ रहे हैं। सवाल: आप लंबे समय तक कांग्रेस में रहीं, अब भाजपा में आ गई हैं। दोनों पार्टियों में आपको क्या अंतर दिखता है?
किरण चौधरी: मेरे को बड़ा सकून आया है। अच्छी व संगठित पार्टी है। मान-सम्मान दिया है। मेरे को सीधा राज्यसभा में भेज दिया। श्रुति यहां से चुनाव लड़ रही है, इससे ज्यादा क्या चाहिए। आने वाले समय में मैं और श्रुति दबाकर लोगों की बात उठाएंगे। सवाल: पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने तो कहा कि किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़ने से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता?
किरण चौधरी: फर्क पड़े या ना पड़े उसको, मैं एक बात जरूर बता दूं कि हमें भी कोई फर्क नहीं पड़ता इन बाबू-बेटे का। हरियाणा के नेताओं के ये VIP इंटरव्यू भी पढ़ें.. 1. सैलजा बोलीं- CM का फैसला कांग्रेस हाईकमान करेगा:पार्टी में हुड्डा की चलने जैसी कोई बात नहीं; BJP में तो मुख्यमंत्री-अध्यक्ष के ही सुर अलग-अलग 2. दुष्यंत चौटाला बोले-BJP का प्रोपेगैंडा सफल नहीं होगा:हमारा विरोध वो लोग कर रहे, जिनके लिए हम चैलेंज हैं; हरियाणा में त्रिशंकु विधानसभा होगी