<p style=”text-align: justify;”><strong>UP</strong> <strong>News</strong><strong>:</strong> उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले आठ वर्षों में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाकर प्रदेश को आतंकियों की पनाहगाह से उनके खात्मे का गढ़ बना दिया है. आतंकवादी संगठनों के 142 स्लीपिंग मॉड्यूल को धर दबोचने के साथ ही एक आतंकी को मुठभेड़ में ढेर किया गया. टेरर फंडिंग, साइबर अपराध, और अवैध धर्मांतरण जैसे देश विरोधी गतिविधियों पर भी कड़ा प्रहार हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2017 </strong><strong>से पहले: आतंक का साया</strong><strong>, </strong><strong>अब कानून का राज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>2017 से पहले उत्तर प्रदेश आतंकी हमलों का गढ़ बन चुका था. 2005 में अयोध्या के रामजन्मभूमि पर हमला, 2006 में वाराणसी और लखनऊ में सिलसिलेवार धमाके, और 2010 में दशाश्वमेध घाट पर बम विस्फोट जैसी घटनाओं ने प्रदेश को दहलाया था. लेकिन योगी सरकार ने सत्ता संभालते ही आतंकवाद पर सख्ती बरती. ATS और STF को हाईटेक संसाधनों और मजबूत खुफिया तंत्र से लैस किया गया, जिसके परिणामस्वरूप आतंकी साजिशें नाकाम हुईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>142 </strong><strong>स्लीपिंग मॉड्यूल धरे गए</strong><strong>, 11 </strong><strong>टेरर फंडिंग में शामिल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>योगी सरकार की मुस्तैदी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ATS ने आठ साल में 142 स्लीपिंग मॉड्यूल को गिरफ्तार किया. इनमें से 131 मॉड्यूल आतंकी नेटवर्क को पनाह देने और खुफिया जानकारी लीक करने में शामिल थे. 11 मॉड्यूल टेरर फंडिंग के जरिए आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे थे. ये मॉड्यूल ISI, अल-कायदा, सिमी, PFI, LeT, JeM, और JMB जैसे कुख्यात संगठनों से जुड़े थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जाली मुद्रा और फर्जी दस्तावेजों पर भी नकेल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ATS ने आतंकी गतिविधियों को फंडिंग देने वाली जाली मुद्रा के रैकेट का भी भंडाफोड़ किया. आठ वर्षों में 47 लाख रुपये की नकली मुद्रा बरामद की गई और 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा, फर्जी पहचान पत्रों के जरिए देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वालों पर भी शिकंजा कसा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>घुसपैठ और धर्मांतरण रैकेट पर करारा प्रहार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आतंकवाद के साथ-साथ ATS ने अवैध घुसपैठ और धर्मांतरण के रैकेट को भी ध्वस्त किया. 173 रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया गया. वहीं, गरीब और अशिक्षित लोगों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराने वाले 20 से अधिक लोगों को जेल भेजा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राम मंदिर आंदोलन के दौरान सख्ती</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अयोध्या में <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> निर्माण के दौरान धार्मिक उन्माद या हिंसा की साजिशों को भी योगी सरकार ने सख्ती से कुचला. ATS ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया, जो धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश में था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ATS </strong><strong>की भूमिका</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>साइबर ठगी और फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड हासिल करने वाले गिरोह भी ATS के निशाने पर रहे. 19 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें चार चीनी नागरिक शामिल थे. ये अपराधी टेरर फंडिंग और अन्य अवैध गतिविधियों के लिए साइबर नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>योगी की जीरो टॉलरेंस नीति की गूंज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> की जीरो टॉलरेंस नीति ने उत्तर प्रदेश को देश के सबसे सुरक्षित राज्यों में शुमार कर दिया है. जहां कभी आतंकी साजिशें पनपती थीं, वहां अब कानून का राज कायम है. ATS और STF की सतर्कता ने आतंकियों को जेल की सलाखों के पीछे या मुठभेड़ में ढेर करने का काम किया.</p> <p style=”text-align: justify;”><strong>UP</strong> <strong>News</strong><strong>:</strong> उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले आठ वर्षों में आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाकर प्रदेश को आतंकियों की पनाहगाह से उनके खात्मे का गढ़ बना दिया है. आतंकवादी संगठनों के 142 स्लीपिंग मॉड्यूल को धर दबोचने के साथ ही एक आतंकी को मुठभेड़ में ढेर किया गया. टेरर फंडिंग, साइबर अपराध, और अवैध धर्मांतरण जैसे देश विरोधी गतिविधियों पर भी कड़ा प्रहार हुआ है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>2017 </strong><strong>से पहले: आतंक का साया</strong><strong>, </strong><strong>अब कानून का राज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>2017 से पहले उत्तर प्रदेश आतंकी हमलों का गढ़ बन चुका था. 2005 में अयोध्या के रामजन्मभूमि पर हमला, 2006 में वाराणसी और लखनऊ में सिलसिलेवार धमाके, और 2010 में दशाश्वमेध घाट पर बम विस्फोट जैसी घटनाओं ने प्रदेश को दहलाया था. लेकिन योगी सरकार ने सत्ता संभालते ही आतंकवाद पर सख्ती बरती. ATS और STF को हाईटेक संसाधनों और मजबूत खुफिया तंत्र से लैस किया गया, जिसके परिणामस्वरूप आतंकी साजिशें नाकाम हुईं.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>142 </strong><strong>स्लीपिंग मॉड्यूल धरे गए</strong><strong>, 11 </strong><strong>टेरर फंडिंग में शामिल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>योगी सरकार की मुस्तैदी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ATS ने आठ साल में 142 स्लीपिंग मॉड्यूल को गिरफ्तार किया. इनमें से 131 मॉड्यूल आतंकी नेटवर्क को पनाह देने और खुफिया जानकारी लीक करने में शामिल थे. 11 मॉड्यूल टेरर फंडिंग के जरिए आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे थे. ये मॉड्यूल ISI, अल-कायदा, सिमी, PFI, LeT, JeM, और JMB जैसे कुख्यात संगठनों से जुड़े थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>जाली मुद्रा और फर्जी दस्तावेजों पर भी नकेल</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>ATS ने आतंकी गतिविधियों को फंडिंग देने वाली जाली मुद्रा के रैकेट का भी भंडाफोड़ किया. आठ वर्षों में 47 लाख रुपये की नकली मुद्रा बरामद की गई और 41 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा, फर्जी पहचान पत्रों के जरिए देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वालों पर भी शिकंजा कसा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>घुसपैठ और धर्मांतरण रैकेट पर करारा प्रहार</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>आतंकवाद के साथ-साथ ATS ने अवैध घुसपैठ और धर्मांतरण के रैकेट को भी ध्वस्त किया. 173 रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया गया. वहीं, गरीब और अशिक्षित लोगों को बहला-फुसलाकर धर्मांतरण कराने वाले 20 से अधिक लोगों को जेल भेजा गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>राम मंदिर आंदोलन के दौरान सख्ती</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>अयोध्या में <a title=”राम मंदिर” href=”https://www.abplive.com/topic/ram-mandir” data-type=”interlinkingkeywords”>राम मंदिर</a> निर्माण के दौरान धार्मिक उन्माद या हिंसा की साजिशों को भी योगी सरकार ने सख्ती से कुचला. ATS ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया, जो धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश में था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ATS </strong><strong>की भूमिका</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>साइबर ठगी और फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड हासिल करने वाले गिरोह भी ATS के निशाने पर रहे. 19 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें चार चीनी नागरिक शामिल थे. ये अपराधी टेरर फंडिंग और अन्य अवैध गतिविधियों के लिए साइबर नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे थे.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>योगी की जीरो टॉलरेंस नीति की गूंज</strong></p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री <a title=”योगी आदित्यनाथ” href=”https://www.abplive.com/topic/yogi-adityanath” data-type=”interlinkingkeywords”>योगी आदित्यनाथ</a> की जीरो टॉलरेंस नीति ने उत्तर प्रदेश को देश के सबसे सुरक्षित राज्यों में शुमार कर दिया है. जहां कभी आतंकी साजिशें पनपती थीं, वहां अब कानून का राज कायम है. ATS और STF की सतर्कता ने आतंकियों को जेल की सलाखों के पीछे या मुठभेड़ में ढेर करने का काम किया.</p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Uttarakhand Ka Mausam: उत्तराखंड में आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम? जानें मौसम विभाग की ताजा अपडेट
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