यूपी के 12 शहरों में आंधी-बारिश, ओले गिरे:नोएडा में कई होर्डिंग-पोल गिरे, बदायूं में ट्रांसफॉर्मर से 4 गांवों में आग; सिपाही समेत 19 की मौत

यूपी के 12 शहरों में आंधी-बारिश, ओले गिरे:नोएडा में कई होर्डिंग-पोल गिरे, बदायूं में ट्रांसफॉर्मर से 4 गांवों में आग; सिपाही समेत 19 की मौत

पश्चिमी यूपी का मौसम बुधवार देर शाम बदल गया। मेरठ, संभल, अमरोहा, हापुड़, आगरा समेत 12 जिलों में बारिश हुई। 11 जिलों में हुए हादसे में 19 की मौत हो गई। मरने वालों में सिपाही भी शामिल है। नोएडा में तेज आंधी के साथ बारिश हो हुई। इस दौरान करीब 80 KM की रफ्तार से हवा चली। कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। हाईवे पर करीब 10 किमी लंबा जाम लग गया। मेरठ में आंधी इतनी तेज थी कि 50 से ज्यादा जगहों पर पेड़, होर्डिंग और बिजली के खंभे गिर गए। बारिश के साथ ओले गिरे। यहां नौचंदी मेले में जलभराव हो गया। झूले गिर गए। यहां लिसाड़ी गेट क्षेत्र में कच्चा मकान ढह गया। परिवार के कई सदस्य घायल हुए। जिस वक्त हादसा हुआ, परिवार की महिलाएं रोटी बना रही थीं। यहां पोल की चपेट में आकर एक मूर्तिकार की मौत हो गई। दौराला में बाइक सवार पिता-पुत्र पर पेड़ गिरा। पिता की मौत हो गई। बिजनौर में अफजलगढ़ थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल पुष्पेंद्र कुमार की बाइक सड़क पर गिरे पेड़ से टकरा गई। इससे उनकी मौत हो गई। अलीगढ़ में आंधी से भुजपुरा पुलिस चौकी की दीवार भरभराकर ढह गई। बागपत में भी बारिश के साथ ओले गिरे। गन्ने और तरबूज की फसल को नुकसान पहुंचा है। सहारनपुर के देवबंद में बिजली गिरने से 2 की मौत हो गई। गाजियाबाद में 30 किमी की स्पीड से धूल भरी आंधी चली। हापुड़ रोड पर पेड़ गिरने से एक बाइक सवार व्यक्ति की मौत मौत हो गई। दिल्ली बॉर्डर से सटे खोड़ा कॉलोनी क्षेत्र में दीवार गिरने से महिला की मौत हुई। हिंडन का छोटा पुल आंधी से झुक गया। बदायूं में ट्रांसफॉर्मर की चिंगारी से घूर (कूड़े का ढेर) में आग लग गई। आंधी से सोनभुडी, जामुनी, नगला वरन समेत 4 गांवों में आग लग गई। सड़क पर पेड़ गिरने से राहत-बचाव का काम बाधित है। बुलंदशहर में टीनशेड और दीवार गिरने से बच्चे की मौत हो गई। 8 लोग घायल हुए। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इससे पहले बुधवार सुबह लखीमपुर खीरी में बारिश और आंधी से दीवार गिर गई। मलबे में दबने से एक पिता और उसकी 10 साल की बेटी की मौत हो गई। श्रावस्ती में भी सुबह तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। महाराजगंज में सुबह साढ़े आठ बजे अंधेरा छा गया। वहां तेज हवाएं चल रही हैं। बलरामपुर में भी तेज बारिश हुई। कौशांबी में मंगलवार देर रात तेज आंधी के बाद बारिश हुई। आंधी में सैकड़ों पेड़ और बिजली के पोल उखड़ गए। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के लिए लगा टेंट 200 मीटर दूर उड़ गया। कुर्सियां और गद्दे भीग गए। आज यहां 200 जोड़ों की शादी होनी थी। अब यह कार्यक्रम गुरुवार यानी कल होगा। बिजली के पोल गिरने से कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। गुरुवार को पूर्वी यूपी में बारिश का अनुमान है। आंधी-बारिश के 6 फोटो देखिए 11 जिलों में 19 की मौत क्यों बदला मौसम? लखनऊ के मौसम विज्ञानी अतुल कुमार ने बताया- बंगाल की खाड़ी की नमी से मौसम बदला है। यूपी में एक नया विक्षोभ और वेदर सिस्टम एक्टिव हो रहा है। बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी लिए हुए पूर्वा हवा आ रही है। इससे लू का असर कुछ जिलों में कम पड़ सकता है।हालांकि, अगले 3-4 दिन बाद दोबारा तापमान में बढ़ोतरी होगी। इस महीने के आखिरी तक पारा 47 डिग्री पार जाने का अनुमान है। मानसून के 4-5 दिनों में केरल पहुंचने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले चार-पांच दिनों में केरल पहुंच सकता है। हालांकि पूर्वानुमान 27 मई का है। ऐसा होता है तो यह 2009 के बाद समय से पहले पहुंचने वाला पहला मानसून होगा। 2009 में मानसून 23 मई को ही केरल में पहुंच गया था। विभाग के मुताबिक आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। वहीं, 17 सितंबर के आस-पास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से हट जाता है। मानसून पिछले साल 30 मई को केरल में पहुंचा था। मौसम से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए… पश्चिमी यूपी का मौसम बुधवार देर शाम बदल गया। मेरठ, संभल, अमरोहा, हापुड़, आगरा समेत 12 जिलों में बारिश हुई। 11 जिलों में हुए हादसे में 19 की मौत हो गई। मरने वालों में सिपाही भी शामिल है। नोएडा में तेज आंधी के साथ बारिश हो हुई। इस दौरान करीब 80 KM की रफ्तार से हवा चली। कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। हाईवे पर करीब 10 किमी लंबा जाम लग गया। मेरठ में आंधी इतनी तेज थी कि 50 से ज्यादा जगहों पर पेड़, होर्डिंग और बिजली के खंभे गिर गए। बारिश के साथ ओले गिरे। यहां नौचंदी मेले में जलभराव हो गया। झूले गिर गए। यहां लिसाड़ी गेट क्षेत्र में कच्चा मकान ढह गया। परिवार के कई सदस्य घायल हुए। जिस वक्त हादसा हुआ, परिवार की महिलाएं रोटी बना रही थीं। यहां पोल की चपेट में आकर एक मूर्तिकार की मौत हो गई। दौराला में बाइक सवार पिता-पुत्र पर पेड़ गिरा। पिता की मौत हो गई। बिजनौर में अफजलगढ़ थाने में तैनात हेड कॉन्स्टेबल पुष्पेंद्र कुमार की बाइक सड़क पर गिरे पेड़ से टकरा गई। इससे उनकी मौत हो गई। अलीगढ़ में आंधी से भुजपुरा पुलिस चौकी की दीवार भरभराकर ढह गई। बागपत में भी बारिश के साथ ओले गिरे। गन्ने और तरबूज की फसल को नुकसान पहुंचा है। सहारनपुर के देवबंद में बिजली गिरने से 2 की मौत हो गई। गाजियाबाद में 30 किमी की स्पीड से धूल भरी आंधी चली। हापुड़ रोड पर पेड़ गिरने से एक बाइक सवार व्यक्ति की मौत मौत हो गई। दिल्ली बॉर्डर से सटे खोड़ा कॉलोनी क्षेत्र में दीवार गिरने से महिला की मौत हुई। हिंडन का छोटा पुल आंधी से झुक गया। बदायूं में ट्रांसफॉर्मर की चिंगारी से घूर (कूड़े का ढेर) में आग लग गई। आंधी से सोनभुडी, जामुनी, नगला वरन समेत 4 गांवों में आग लग गई। सड़क पर पेड़ गिरने से राहत-बचाव का काम बाधित है। बुलंदशहर में टीनशेड और दीवार गिरने से बच्चे की मौत हो गई। 8 लोग घायल हुए। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इससे पहले बुधवार सुबह लखीमपुर खीरी में बारिश और आंधी से दीवार गिर गई। मलबे में दबने से एक पिता और उसकी 10 साल की बेटी की मौत हो गई। श्रावस्ती में भी सुबह तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। महाराजगंज में सुबह साढ़े आठ बजे अंधेरा छा गया। वहां तेज हवाएं चल रही हैं। बलरामपुर में भी तेज बारिश हुई। कौशांबी में मंगलवार देर रात तेज आंधी के बाद बारिश हुई। आंधी में सैकड़ों पेड़ और बिजली के पोल उखड़ गए। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के लिए लगा टेंट 200 मीटर दूर उड़ गया। कुर्सियां और गद्दे भीग गए। आज यहां 200 जोड़ों की शादी होनी थी। अब यह कार्यक्रम गुरुवार यानी कल होगा। बिजली के पोल गिरने से कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। गुरुवार को पूर्वी यूपी में बारिश का अनुमान है। आंधी-बारिश के 6 फोटो देखिए 11 जिलों में 19 की मौत क्यों बदला मौसम? लखनऊ के मौसम विज्ञानी अतुल कुमार ने बताया- बंगाल की खाड़ी की नमी से मौसम बदला है। यूपी में एक नया विक्षोभ और वेदर सिस्टम एक्टिव हो रहा है। बंगाल की खाड़ी से पर्याप्त मात्रा में नमी लिए हुए पूर्वा हवा आ रही है। इससे लू का असर कुछ जिलों में कम पड़ सकता है।हालांकि, अगले 3-4 दिन बाद दोबारा तापमान में बढ़ोतरी होगी। इस महीने के आखिरी तक पारा 47 डिग्री पार जाने का अनुमान है। मानसून के 4-5 दिनों में केरल पहुंचने की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले चार-पांच दिनों में केरल पहुंच सकता है। हालांकि पूर्वानुमान 27 मई का है। ऐसा होता है तो यह 2009 के बाद समय से पहले पहुंचने वाला पहला मानसून होगा। 2009 में मानसून 23 मई को ही केरल में पहुंच गया था। विभाग के मुताबिक आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। वहीं, 17 सितंबर के आस-पास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से हट जाता है। मानसून पिछले साल 30 मई को केरल में पहुंचा था। मौसम से जुड़े अपडेट्स के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर