कोरोना के नए वैरिएंट से निपटने के लिए पंजाब सरकार पूरी रणनीति से जुट गई है। सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों (पांच सरकारी व आठ निजी संस्थान) में कोरोना की टेस्टिंग शुरू हो गई है। हालांकि अभी तक कोई भी कोरोना का केस सामने नहीं आया है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि लोगों को कोरोना के नए वैरिएंट से चिंता करने की जरूरत नहीं है। यह वायरस पहले वाले की तरह घातक भी नहीं है। किसी भी इमरजेंसी से निपटने को तैयार स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दिल्ली, केरल और हरियाणा में केस सामने आए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि जेएन.1 माइल्ड वैरिएंट है। यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है। जितने भी मरीज अन्य राज्यों में आए हैं, उनमें से 98% अधिक डिस्चार्ज हो चुके हैं। जहां तक पंजाब की बात है, किसी भी तरह की इमरजेंसी से लड़ने के लिए तैयार है। कुछ समय पहले पाकिस्तान से लड़ाई करके वार कैजुअल्टी आ जाए या कोविड आ जाए, हम पूरी तरह तैयार हैं। मंत्री ने लोगों को विश्वास दिलाया कि घबराने की जरूरत नहीं है। लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग रखनी जरूरी डॉ. गिलाडा कहते हैं कि अभी पहले जैसी स्थिति नहीं होने वाली है, लेकिन मास्क लगाना चाहिए और हाथ साफ रखना चाहिए। अगर आपके आसपास संक्रमण बढ़ जाता है तो सोशल डिस्टेंसिंग बनाने की कोशिश करनी चाहिए। हाथ मिलाने या गले मिलने से बचना चाहिए। ‘जो बजुर्ग हैं या जिन्हें दूसरी बीमारियां भी हैं, ऐसे लोगों को संक्रमण ज्यादा प्रभावित करता है। खांसी ज्यादा दिनों तक रहती है, उन्हें ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।’ हालाकि अन्य इंतजाम किए जा रहे है। कोरोना के नए वैरिएंट से निपटने के लिए पंजाब सरकार पूरी रणनीति से जुट गई है। सभी जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों (पांच सरकारी व आठ निजी संस्थान) में कोरोना की टेस्टिंग शुरू हो गई है। हालांकि अभी तक कोई भी कोरोना का केस सामने नहीं आया है। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि लोगों को कोरोना के नए वैरिएंट से चिंता करने की जरूरत नहीं है। यह वायरस पहले वाले की तरह घातक भी नहीं है। किसी भी इमरजेंसी से निपटने को तैयार स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दिल्ली, केरल और हरियाणा में केस सामने आए हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि जेएन.1 माइल्ड वैरिएंट है। यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है। जितने भी मरीज अन्य राज्यों में आए हैं, उनमें से 98% अधिक डिस्चार्ज हो चुके हैं। जहां तक पंजाब की बात है, किसी भी तरह की इमरजेंसी से लड़ने के लिए तैयार है। कुछ समय पहले पाकिस्तान से लड़ाई करके वार कैजुअल्टी आ जाए या कोविड आ जाए, हम पूरी तरह तैयार हैं। मंत्री ने लोगों को विश्वास दिलाया कि घबराने की जरूरत नहीं है। लोगों को पैनिक होने की जरूरत नहीं है। मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग रखनी जरूरी डॉ. गिलाडा कहते हैं कि अभी पहले जैसी स्थिति नहीं होने वाली है, लेकिन मास्क लगाना चाहिए और हाथ साफ रखना चाहिए। अगर आपके आसपास संक्रमण बढ़ जाता है तो सोशल डिस्टेंसिंग बनाने की कोशिश करनी चाहिए। हाथ मिलाने या गले मिलने से बचना चाहिए। ‘जो बजुर्ग हैं या जिन्हें दूसरी बीमारियां भी हैं, ऐसे लोगों को संक्रमण ज्यादा प्रभावित करता है। खांसी ज्यादा दिनों तक रहती है, उन्हें ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।’ हालाकि अन्य इंतजाम किए जा रहे है। पंजाब | दैनिक भास्कर
