1984 में ऑपरेशन ब्लूस्टार की सालगिरह पर पंजाब भाजपा द्वारा फेसबुक पर डाली गई श्रद्धांजलि पोस्ट को कुछ ही घंटों में हटा दिया गया। पोस्ट में भाजपा ने इस ऑपरेशन को भारत के इतिहास का एक काला और पीड़ादायक अध्याय बताया था और इस सैन्य कार्रवाई के पहले दिन स्वर्ण मंदिर परिसर में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी थी। भाजपा की इस पोस्ट में 1984 की कुछ दुर्लभ तस्वीरें भी शामिल थीं, जिसमें अकाल तख्त और गोल्डन टेंपल परिसर में तैनात सेना के टैंकों को हुए नुकसान को साफ तौर पर देखा जा सकता था। पोस्ट में लिखा था, “1 जून, 1984 – कांग्रेस सरकार द्वारा गोल्डन टेंपल पर किए गए हमले, ऑपरेशन ब्लूस्टार के पहले दिन शहीद हुए सभी बहादुरों को श्रद्धांजलि।” हालांकि, इस पोस्ट को महज चार घंटे में ही हटा दिया गया और इसे 6 हजार से ज्यादा लोगों ने देखा। इससे पहले पोस्ट में कांग्रेस सरकार की उस सैन्य कार्रवाई की भी आलोचना की गई थी, जो जून 1984 में गोल्डन टेंपल और श्री अकाल तख्त साहिब पर की गई थी। जत्थेदार ने शहीदी सप्ताह मनाने का आग्रह किया इस घटनाक्रम के बीच, अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने सिख समुदाय से अपील की है कि 1 जून से 6 जून तक ‘शहीदी सप्ताह’ के रूप में मनाया जाए। उन्होंने कहा, “सिख समुदाय ऑपरेशन ब्लूस्टार को कभी नहीं भूल सकता। ये वो समय था जब सिख श्रद्धालु श्री गुरु अर्जन देव जी की शहादत को स्मरण करने के लिए गोल्डन टेंपल में एकत्र हुए थे, और तभी भारतीय सेना ने वहां हमला कर दिया।” जत्थेदार गड़गज ने कहा कि इस कार्रवाई में जरनैल सिंह भिंडरां वाले, अमरीक सिंह, बाबा थारा सिंह, जनरल शबेग सिंह समेत अनेक लोग शहीद हुए। उन्होंने सिख संस्थाओं और गुरुद्वारा प्रबंधनों से अपील की कि इस सप्ताह गुरमत समागम, सेमिनार, और डिबेट का आयोजन करें और श्री सुखमनी साहिब का पाठ करवाएं। सिख समुदाय के प्रति चिंता व्यक्त की उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि “कुछ ताकतें गुप्त रूप से सिख समुदाय को 1984 के शहीदों को याद करने से रोकने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन हमारा समुदाय हमेशा अपने शहीदों को सम्मानपूर्वक याद करता रहा है और आगे भी करता रहेगा।” अकाली दल ने भी ऑपरेशन का वीडियो जारी किया इधर, शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने भी इस अवसर पर एक वीडियो जारी किया है जिसमें कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया गया है कि उसने बिना किसी चेतावनी के गोल्डन टेंपल परिसर को सेना से घेर लिया और दोपहर से लेकर रात तक गोलीबारी की, जिसमें कई निर्दोष श्रद्धालुओं की मौत हो गई। 1984 में ऑपरेशन ब्लूस्टार की सालगिरह पर पंजाब भाजपा द्वारा फेसबुक पर डाली गई श्रद्धांजलि पोस्ट को कुछ ही घंटों में हटा दिया गया। पोस्ट में भाजपा ने इस ऑपरेशन को भारत के इतिहास का एक काला और पीड़ादायक अध्याय बताया था और इस सैन्य कार्रवाई के पहले दिन स्वर्ण मंदिर परिसर में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी थी। भाजपा की इस पोस्ट में 1984 की कुछ दुर्लभ तस्वीरें भी शामिल थीं, जिसमें अकाल तख्त और गोल्डन टेंपल परिसर में तैनात सेना के टैंकों को हुए नुकसान को साफ तौर पर देखा जा सकता था। पोस्ट में लिखा था, “1 जून, 1984 – कांग्रेस सरकार द्वारा गोल्डन टेंपल पर किए गए हमले, ऑपरेशन ब्लूस्टार के पहले दिन शहीद हुए सभी बहादुरों को श्रद्धांजलि।” हालांकि, इस पोस्ट को महज चार घंटे में ही हटा दिया गया और इसे 6 हजार से ज्यादा लोगों ने देखा। इससे पहले पोस्ट में कांग्रेस सरकार की उस सैन्य कार्रवाई की भी आलोचना की गई थी, जो जून 1984 में गोल्डन टेंपल और श्री अकाल तख्त साहिब पर की गई थी। जत्थेदार ने शहीदी सप्ताह मनाने का आग्रह किया इस घटनाक्रम के बीच, अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज ने सिख समुदाय से अपील की है कि 1 जून से 6 जून तक ‘शहीदी सप्ताह’ के रूप में मनाया जाए। उन्होंने कहा, “सिख समुदाय ऑपरेशन ब्लूस्टार को कभी नहीं भूल सकता। ये वो समय था जब सिख श्रद्धालु श्री गुरु अर्जन देव जी की शहादत को स्मरण करने के लिए गोल्डन टेंपल में एकत्र हुए थे, और तभी भारतीय सेना ने वहां हमला कर दिया।” जत्थेदार गड़गज ने कहा कि इस कार्रवाई में जरनैल सिंह भिंडरां वाले, अमरीक सिंह, बाबा थारा सिंह, जनरल शबेग सिंह समेत अनेक लोग शहीद हुए। उन्होंने सिख संस्थाओं और गुरुद्वारा प्रबंधनों से अपील की कि इस सप्ताह गुरमत समागम, सेमिनार, और डिबेट का आयोजन करें और श्री सुखमनी साहिब का पाठ करवाएं। सिख समुदाय के प्रति चिंता व्यक्त की उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि “कुछ ताकतें गुप्त रूप से सिख समुदाय को 1984 के शहीदों को याद करने से रोकने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन हमारा समुदाय हमेशा अपने शहीदों को सम्मानपूर्वक याद करता रहा है और आगे भी करता रहेगा।” अकाली दल ने भी ऑपरेशन का वीडियो जारी किया इधर, शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने भी इस अवसर पर एक वीडियो जारी किया है जिसमें कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया गया है कि उसने बिना किसी चेतावनी के गोल्डन टेंपल परिसर को सेना से घेर लिया और दोपहर से लेकर रात तक गोलीबारी की, जिसमें कई निर्दोष श्रद्धालुओं की मौत हो गई। पंजाब | दैनिक भास्कर
