अमृतसर | इस्लामाबाद पुलिस ने केंद्रीय जेल फताहपुर से हवालातियों से 8 मोबाइल और 4 सिम व 1 चार्जर मिलने के आरोप में केस दर्ज किया है। केंद्रीय जेल के सहायक सुपरिंटेंडेंट साहेब की शिकायत पर पुलिस ने हवालाती विनय प्रताप निवासी ढपई, गगनदीप सिंह निवासी महिसामपुर, सुखजिंदर सिंह निवासी महिसामपुर, मनजीत सिंह उर्फ बब्बा निवासी भिक्खीविंड, हरप्रीत सिंह उर्फ चकना निवासी कंबो, आदित्य कपूर उर्फ मक्खन निवासी लाहोरी गेट, विजयपाल सिंह उर्फ टिड्डू निवासी घरिंडा के रूप में हुई है। जिस पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। अमृतसर | इस्लामाबाद पुलिस ने केंद्रीय जेल फताहपुर से हवालातियों से 8 मोबाइल और 4 सिम व 1 चार्जर मिलने के आरोप में केस दर्ज किया है। केंद्रीय जेल के सहायक सुपरिंटेंडेंट साहेब की शिकायत पर पुलिस ने हवालाती विनय प्रताप निवासी ढपई, गगनदीप सिंह निवासी महिसामपुर, सुखजिंदर सिंह निवासी महिसामपुर, मनजीत सिंह उर्फ बब्बा निवासी भिक्खीविंड, हरप्रीत सिंह उर्फ चकना निवासी कंबो, आदित्य कपूर उर्फ मक्खन निवासी लाहोरी गेट, विजयपाल सिंह उर्फ टिड्डू निवासी घरिंडा के रूप में हुई है। जिस पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पटियाला में 2 युवकों पर जानलेवा हमला:लूट के लिए आरोपियों को पहचानने पर की वारदात, गाड़ियों में की तोड़फोड़ पटियाला के माता कौशल्या अस्पताल से दवा लेकर वापस लौट रहे एक युवक को लूटने की कोशिश करने वाले को पहचान जाने पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले के दौरान शेरे पंजाब मार्केट के रहने वाले दीपक और उसका दोस्त सुरेंद्र कुमार गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इन दोनों को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है और दीपक की स्टेटमेंट पर थाना लाहौरी गेट पुलिस स्टेशन में आरोपी कालू उसके भाई रोनित और 10 अनजान लोगों के खिलाफ एफआईआर रजिस्टर कर ली है। पीड़ित बोला आरोपी खुद को कहते हैं गैंगस्टर अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती दीपक ने बताया कि 21 जून को देर रात उसका दोस्त सुरेंद्र कुमार तबीयत खराब होने पर माता कौशल्या अस्पताल से वापस लौट रहा था। जिसने उसे फोन करके बुलाया। रास्ते में लाहौरी गेट मल्होत्रा स्वीट्स के नजदीक वह अपने दोस्त सुरेंद्र कुमार के साथ बातचीत कर उसका हाल पूछ रहा था तो इस दौरान तीन लोग उसके पास आए जिन्होंने तेज धार हथियार दिखाते हुए पर्स और मोबाइल छीनने की कोशिश की। गाड़ी में की तोड़फोड़ इनमें से एक आरोपी को दीपक को मारने वाले को पहचान लिया तो पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने अपने अन्य साथियों को बुला लिया जिसमें कालू और रोनित भी शामिल था। इन सभी लोगों ने मिलकर उन पर तेजधार हथियारों से हमला करते घायल कर दिया इतना ही नहीं आरोपियों ने दोनों लोगों की गाड़ियों में भी तोड़फोड़ कर दी।

नवजोत सिद्धू ने 5 महीनों में 33 किलो वजन घटाया:बोले- पहला सुख निरोगी काया; इच्छाशक्ति व अनुशासन से कुछ भी संभव
नवजोत सिद्धू ने 5 महीनों में 33 किलो वजन घटाया:बोले- पहला सुख निरोगी काया; इच्छाशक्ति व अनुशासन से कुछ भी संभव पंजाब के दिग्गज नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने 5 महीनों में 33 किलो वजन कम कर लिया है। इसकी जानकारी उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया पर अपनी बिफोर एंड ऑफटर तस्वीर को सांझा कर बताया। इसके साथ ही उन्होंने अपने फैंस व फॉलोअर्स के लिए फिटनेस का संदेश भी दिया है। अपनी फिटनेस जर्नी का खुलासा करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया कि उन्होंने पिछले 5 महीनों में 33 किलोग्राम वजन घटाया है। अगस्त 2024 से शुरू हुई इस यात्रा में उन्होंने प्राणायाम, वेट ट्रेनिंग, सख्त डाइट और वॉकिंग को अपनाया, जिससे उन्होंने यह चौंकाने वाला ट्रांसफॉर्मेशन हासिल किया। सिद्धू ने सोशल मीडिया पर अपनी पहले और बाद की तस्वीरें शेयर करते हुए लिखा- “असंभव कुछ भी नहीं, पहला सुख निरोगी काया। इच्छाशक्ति, अनुशासन, सही प्रक्रिया और डाइट ने मुझे यह मुकाम हासिल करने में मदद की।” जानें कैसे घटाया 33 किलो वजन नवजोत सिंह सिद्धू का यह ट्रांसफॉर्मेशन सिर्फ एक्सरसाइज तक सीमित नहीं था, बल्कि इसमें एक सख्त डाइट प्लान भी शामिल था। एक डाइट प्लॉन के बारे में उन्होंने कुछ समय पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भी बताया और कहा था कि कैंसर से निजात पाने के लिए उनकी पत्नी को इसी डाइट प्लान ने मदद की। इसके साथ ही बताया था कि वे खुद भी इस डाइट प्लान को फॉलो कर रहे हैं। उन्होंने अपनी दिनचर्या में योग, प्राणायाम, वेट ट्रेनिंग और तेज़ चलने को जगह दी। फिटनेस के प्रति उनके इस समर्पण को देखकर उनके समर्थक और चाहने वाले काफी प्रभावित हुए हैं। डाइट प्लान के प्रमुख पॉइंट्स… अन्य महत्वपूर्ण टिप्स : फिटनेस का संदेश सिद्धू ने अपने संदेश में “पहला सुख निरोगी काया” का जिक्र करते हुए बताया कि एक स्वस्थ शरीर से ही जीवन में असली आनंद आता है। उन्होंने अपने फॉलोअर्स को फिटनेस अपनाने और जीवनशैली में बदलाव लाने की प्रेरणा दी।

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खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की नई पार्टी का नाम जारी:अकाली दल पर आधारित रखा, माघी मेले के दौरान घोषणा होगी; सांसद सरबजीत ने दी जानकारी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तान समर्थक और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह अपनी पार्टी का नाम अकाली दल (श्री आनंदपुर साहिब) रखने जा रहे हैं। 14 जनवरी को उनके कहने पर पंजाब की नई क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी का गठन किया जाएगा। श्री मुक्तसर साहिब में माघी पर्व के अवसर पर आयोजित “माघी दा मेला” के दौरान इसकी घोषणा की जाएगी। यह जानकारी तेजतर्रार और फरीदकोट से सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने मीडिया से जानकारी साझा करते हुए दी। उन्होंने कहा कि खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह द्वारा गठित की जाने वाली नई क्षेत्रीय पार्टी का नाम अकाली दल (श्री आनंदपुर साहिब) रखा जाएगा। इस अवसर पर पंथ बचाओ, पंजाब बचाओ रैली का आयोजन किया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। रैली के दौरान अमृतपाल सिंह के पिता और उनके करीबी सहयोगी पार्टी की घोषणा करेंगे। पंजाब की राजनीति में हलचल खालिस्तान के समर्थन में बयान देकर अक्सर चर्चा में रहने वाले अमृतपाल सिंह के इस कदम से क्षेत्रीय राजनीति में हलचल मच गई है। उनकी पार्टी के मुद्दे राज्य में सिख समुदाय के हितों की रक्षा करना और पंजाब की स्थानीय समस्याओं जैसे बेरोजगारी, कृषि संकट और पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करना होगा। इसके साथ ही वह नशे के खिलाफ भी आवाज उठाएंगे। अकाली दल के लिए विचार का समय शिरोमणि अकाली दल (बादल) जो खुद को पंथ हिमायती पार्टी कहती है, उनके लिए ये चिंता की घड़ी है। अकाली दल (बादल) के पास मात्र एक सांसद हरसिमरत कौर बादल हैं। जबकि नई घोषित होने जा रही पार्टी के पास दो सांसद अमृतपाल सिंह और सर्बजीत सिंह खालसा हैं। वहीं, दूसरी तरफ अकाली दल का बागी गुट एक बार फिर बगावती सुर अपना रहा है। वे श्री अकाल तख्त साहिब के 2 दिसंबर के आदेश की पालन की मांग कर रहा है। अगर ऐसा ना हुआ तो अकाली दल के नाम पर एक और पार्टी खड़ी हो सकती है। अकाली दल में बागी सुरों का उठाया जा रहा फायदा पंजाब के सिख समुदाय के लिए ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माघी पर्व और माघी मेले को इस घोषणा के लिए चुना गया है। दरअसल, इस दिन पंथक पार्टियां अपने एजेंडा को लोगों के सामने रखते हैं। इस अवसर पर राज्य भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु और समर्थक श्री मुक्तसर साहिब पहुंचते हैं। अमृतपाल सिंह का यह कदम पंजाब की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता है, खासकर ऐसे समय में जब मौजूदा अकाली दल कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रही हैं। अमृतपाल की नई पार्टी, जो पूरी तरह से क्षेत्रीय और स्थानीय मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगी, राज्य में मतदाताओं के लिए एक वैकल्पिक विकल्प बन सकती है।