रोहतक में भी अब बच्चों के कैंसर का इलाज हो सकेगा। निजी अस्पताल में बच्चों के कैंसर की ओपीडी शुरू कर दी गई है, जिससे अब मरीजों को दिल्ली भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कैंसर विशेषज्ञ रोहतक में ही बच्चों का इलाज करेंगे। इससे मरीजों को भी सुविधा होगी। रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. दीपिका चौहान ने बताया कि बच्चों में कैंसर का पता नहीं चल पाता है। छोटे बच्चों में कैंसर की जानकारी भी नहीं मिल पाती, क्योंकि माता-पिता भी इसके प्रति जागरूक नहीं होते। ऐसे बच्चों का इलाज पीजीआई या अन्य सरकारी अस्पतालों में भी नहीं हो पाता। जिसके चलते मरीज को दिल्ली भागना पड़ता है। लेकिन अब वी केयर अस्पताल में ही ऐसे मरीजों का इलाज हो सकेगा। किडनी व न्यूरोसर्जरी की मिलेगी बेहतर सुविधाएं
वेंकटेश्वर हॉस्पिटल के डॉ. पीके सचदेवा ने बताया कि किडनी रोग से ग्रस्त मरीजों को भी बेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जाएगा। अभी तक मरीज दिल्ली के अस्पतालों में महंगा इलाज करवाते है, लेकिन अब उन्हें दिल्ली जाने की जरूरत नहीं होगी। वहीं न्यूरोसर्जरी के विशेषज्ञ भी रोहतक में ही ओपीडी शुरू कर रहे हैं, ताकि समय पर मरीजों का इलाज किया जा सके। मरीजों को करना पड़ता है चुनौतियों का सामना
डॉ. पीके सचदेवा ने कहा कि छोटे शहरों में मरीजों को अक्सर विशेष सुपर स्पेशियलिटी परामर्श के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब मरीजों को विशेषज्ञों की सलाह के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। डॉक्टर का धर्म है कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाएं। इसी उद्देश्य के साथ ओपीडी की शुरुआत की गई है। इन बीमारियों के इलाज की मिलेगी सुविधा
रोहतक में मरीजों को अब कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली जाने की जरूरत नहीं रहेगी। रोहतक में ही कैंसर मरीजों के लिए मॉडर्न सुविधाओं से लैस आईसीयू मिलेगा। इसके साथ ही आपातकालीन और गंभीर देखभाल, मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, उन्नत नैदानिक प्रयोगशालाएं, कैंसर स्क्रीनिंग और कैंसर का इलाज उपलब्ध करवाया जाएगा। रोहतक में भी अब बच्चों के कैंसर का इलाज हो सकेगा। निजी अस्पताल में बच्चों के कैंसर की ओपीडी शुरू कर दी गई है, जिससे अब मरीजों को दिल्ली भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कैंसर विशेषज्ञ रोहतक में ही बच्चों का इलाज करेंगे। इससे मरीजों को भी सुविधा होगी। रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. दीपिका चौहान ने बताया कि बच्चों में कैंसर का पता नहीं चल पाता है। छोटे बच्चों में कैंसर की जानकारी भी नहीं मिल पाती, क्योंकि माता-पिता भी इसके प्रति जागरूक नहीं होते। ऐसे बच्चों का इलाज पीजीआई या अन्य सरकारी अस्पतालों में भी नहीं हो पाता। जिसके चलते मरीज को दिल्ली भागना पड़ता है। लेकिन अब वी केयर अस्पताल में ही ऐसे मरीजों का इलाज हो सकेगा। किडनी व न्यूरोसर्जरी की मिलेगी बेहतर सुविधाएं
वेंकटेश्वर हॉस्पिटल के डॉ. पीके सचदेवा ने बताया कि किडनी रोग से ग्रस्त मरीजों को भी बेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जाएगा। अभी तक मरीज दिल्ली के अस्पतालों में महंगा इलाज करवाते है, लेकिन अब उन्हें दिल्ली जाने की जरूरत नहीं होगी। वहीं न्यूरोसर्जरी के विशेषज्ञ भी रोहतक में ही ओपीडी शुरू कर रहे हैं, ताकि समय पर मरीजों का इलाज किया जा सके। मरीजों को करना पड़ता है चुनौतियों का सामना
डॉ. पीके सचदेवा ने कहा कि छोटे शहरों में मरीजों को अक्सर विशेष सुपर स्पेशियलिटी परामर्श के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब मरीजों को विशेषज्ञों की सलाह के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। डॉक्टर का धर्म है कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाएं। इसी उद्देश्य के साथ ओपीडी की शुरुआत की गई है। इन बीमारियों के इलाज की मिलेगी सुविधा
रोहतक में मरीजों को अब कैंसर के इलाज के लिए दिल्ली जाने की जरूरत नहीं रहेगी। रोहतक में ही कैंसर मरीजों के लिए मॉडर्न सुविधाओं से लैस आईसीयू मिलेगा। इसके साथ ही आपातकालीन और गंभीर देखभाल, मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, उन्नत नैदानिक प्रयोगशालाएं, कैंसर स्क्रीनिंग और कैंसर का इलाज उपलब्ध करवाया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
