केंद्र में भाजपा सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने यमुनानगर में एक कार्यक्रम में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। इस दौरान उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध के बाद हुए सीजफायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता के दावे पर तीखा प्रहार किया। सांसद रेखा शर्मा ने स्पष्ट किया कि भारत-पाकिस्तान युद्ध में सीजफायर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर नहीं हुआ था। उन्होंने ट्रंप के दावे को “बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना” वाला व्यवहार करार दिया। “मोदी तब बोलेंगे, जब वो बोलना चाहेंगे” मीडिया से बातचीत के दौरान शर्मा ने कहा, “भारत की मजबूत विदेश नीति के कारण आज अमेरिका जैसे देश भी थोड़ा डरे हुए हैं। भारत की बढ़ती ताकत को देखकर कुछ देश भारत को लीडरशिप लेने से रोकने के लिए ऐसी बयानबाजी करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत सरकार ने देश और विदेश में यह साफ कर दिया है कि ट्रंप ने युद्ध में कोई मध्यस्थता नहीं की थी, न ही उनके कहने पर सीजफायर हुआ। जब सांसद से पूछा गया कि ट्रंप के मध्यस्थता के दावे का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या किसी अन्य मंत्री ने खुलकर विरोध क्यों नहीं किया, तो शर्मा ने जवाब दिया, “मोदी नहीं बोलेंगे, क्योंकि वो तब बोलेंगे जब वो बोलना चाहेंगे। आप किसी को बार-बार उकसाते रहें और वो जवाब देता रहे, ऐसा नहीं होता।” उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री ने इस मुद्दे पर स्पष्ट बयान दिया है और अन्य देशों में भी यह बात रखी है कि ट्रंप की कोई भूमिका नहीं थी। भारत की बढ़ती ताकत से ट्रंप की “इनसिक्योरिटी” सांसद ने कहा कि जब कोई देश या व्यक्ति मजबूत होता है, तो दूसरा ताकतवर देश या व्यक्ति उससे डरता है। उन्होंने ट्रंप की बयानबाजी को उनकी असुरक्षा (इनसिक्योरिटी) का परिणाम बताया। शर्मा ने कहा, “भारत लगातार सशक्त हो रहा है और हमारे नेता नरेंद्र मोदी वैश्विक स्तर पर भी मजबूत स्थिति में हैं। यही कारण है कि ट्रंप थोड़े परेशान हैं।” सांसद ने अमेरिका में भारतीय छात्र के साथ एयरपोर्ट पर हुए कथित दुर्व्यवहार के मामले पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “इस मामले में हमारी विदेश मंत्रालय और वहां की दूतावास ने तुरंत संज्ञान लिया है। दूतावास छात्र और उनके परिजनों के संपर्क में है, और इस मुद्दे को गंभीरता से देखा जा रहा है।” कार्यक्रम में रेखा शर्मा ने केंद्र सरकार की 11 साल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने विकास, सुरक्षा, और विदेश नीति के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया है, जिसने भारत को वैश्विक मंच पर एक मजबूत स्थिति प्रदान की है। प्रेसवार्ता के दौरान उनके साथ विधायक घनश्याम दास अरोड़ा भी मौजूद रहे। केंद्र में भाजपा सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने यमुनानगर में एक कार्यक्रम में सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। इस दौरान उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध के बाद हुए सीजफायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मध्यस्थता के दावे पर तीखा प्रहार किया। सांसद रेखा शर्मा ने स्पष्ट किया कि भारत-पाकिस्तान युद्ध में सीजफायर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर नहीं हुआ था। उन्होंने ट्रंप के दावे को “बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना” वाला व्यवहार करार दिया। “मोदी तब बोलेंगे, जब वो बोलना चाहेंगे” मीडिया से बातचीत के दौरान शर्मा ने कहा, “भारत की मजबूत विदेश नीति के कारण आज अमेरिका जैसे देश भी थोड़ा डरे हुए हैं। भारत की बढ़ती ताकत को देखकर कुछ देश भारत को लीडरशिप लेने से रोकने के लिए ऐसी बयानबाजी करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत सरकार ने देश और विदेश में यह साफ कर दिया है कि ट्रंप ने युद्ध में कोई मध्यस्थता नहीं की थी, न ही उनके कहने पर सीजफायर हुआ। जब सांसद से पूछा गया कि ट्रंप के मध्यस्थता के दावे का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या किसी अन्य मंत्री ने खुलकर विरोध क्यों नहीं किया, तो शर्मा ने जवाब दिया, “मोदी नहीं बोलेंगे, क्योंकि वो तब बोलेंगे जब वो बोलना चाहेंगे। आप किसी को बार-बार उकसाते रहें और वो जवाब देता रहे, ऐसा नहीं होता।” उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री ने इस मुद्दे पर स्पष्ट बयान दिया है और अन्य देशों में भी यह बात रखी है कि ट्रंप की कोई भूमिका नहीं थी। भारत की बढ़ती ताकत से ट्रंप की “इनसिक्योरिटी” सांसद ने कहा कि जब कोई देश या व्यक्ति मजबूत होता है, तो दूसरा ताकतवर देश या व्यक्ति उससे डरता है। उन्होंने ट्रंप की बयानबाजी को उनकी असुरक्षा (इनसिक्योरिटी) का परिणाम बताया। शर्मा ने कहा, “भारत लगातार सशक्त हो रहा है और हमारे नेता नरेंद्र मोदी वैश्विक स्तर पर भी मजबूत स्थिति में हैं। यही कारण है कि ट्रंप थोड़े परेशान हैं।” सांसद ने अमेरिका में भारतीय छात्र के साथ एयरपोर्ट पर हुए कथित दुर्व्यवहार के मामले पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “इस मामले में हमारी विदेश मंत्रालय और वहां की दूतावास ने तुरंत संज्ञान लिया है। दूतावास छात्र और उनके परिजनों के संपर्क में है, और इस मुद्दे को गंभीरता से देखा जा रहा है।” कार्यक्रम में रेखा शर्मा ने केंद्र सरकार की 11 साल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने विकास, सुरक्षा, और विदेश नीति के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम किया है, जिसने भारत को वैश्विक मंच पर एक मजबूत स्थिति प्रदान की है। प्रेसवार्ता के दौरान उनके साथ विधायक घनश्याम दास अरोड़ा भी मौजूद रहे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
