पंजाब के लुधियाना में आरती चौक के पास हार्डवेयर की शोरूम में भीषण आग लग गई। आग लगने के तुरंत बाद शोरूम में काम कर रहे कर्मचारी भागकर अपनी जान बचाई। आसपास के दुकानदारों ने आग बुझाने की काफी कोशिश की लेकिन आग बढ़ती देख लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी। आस-पास की दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों से सामान बाहर निकालना शुरू कर दिया। फिलहाल अभी रेस्क्यू जारी है। जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर करीब 3:30 बजे अशोका हार्डवेयर किचन शोरूम की दुकान की दूसरी मंजिल पर शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि आरती चौक धुएं से भर गया। आग के कारण दूसरी मंजिल बुरी तरह जल गई। देखते ही देखते आग ग्राउंड फ्लोर तक पहुंच गई। शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग फायर ब्रिगेड अधिकारी राजिंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें दोपहर 3:30 बजे आग लगने की सूचना मिली। वे कुछ ही देर में मौके पर पहुंच गए। फिलहाल फायर ब्रिगेड की 5 से अधिक गाड़ियां आग बुझाने में लगी हुई हैं। 150 फीट से अधिक ऊंची सीढ़ी वाली विशेष गाड़ी को मौके पर बुलाया गया है। बिल्डिंग ऊंची होने के कारण विशेष गाड़ी की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। पंजाब के लुधियाना में आरती चौक के पास हार्डवेयर की शोरूम में भीषण आग लग गई। आग लगने के तुरंत बाद शोरूम में काम कर रहे कर्मचारी भागकर अपनी जान बचाई। आसपास के दुकानदारों ने आग बुझाने की काफी कोशिश की लेकिन आग बढ़ती देख लोगों ने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी। आस-पास की दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों से सामान बाहर निकालना शुरू कर दिया। फिलहाल अभी रेस्क्यू जारी है। जानकारी के अनुसार रविवार दोपहर करीब 3:30 बजे अशोका हार्डवेयर किचन शोरूम की दुकान की दूसरी मंजिल पर शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि आरती चौक धुएं से भर गया। आग के कारण दूसरी मंजिल बुरी तरह जल गई। देखते ही देखते आग ग्राउंड फ्लोर तक पहुंच गई। शॉर्ट सर्किट के कारण लगी आग फायर ब्रिगेड अधिकारी राजिंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें दोपहर 3:30 बजे आग लगने की सूचना मिली। वे कुछ ही देर में मौके पर पहुंच गए। फिलहाल फायर ब्रिगेड की 5 से अधिक गाड़ियां आग बुझाने में लगी हुई हैं। 150 फीट से अधिक ऊंची सीढ़ी वाली विशेष गाड़ी को मौके पर बुलाया गया है। बिल्डिंग ऊंची होने के कारण विशेष गाड़ी की मदद से आग पर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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पंजाब के जालंधर उपचुनाव में सियासी ड्रामा:AAP में शामिल हुई उम्मीदवार वापस अकाली दल में लौटी; बोलीं- तकड़ी निशान पर चुनाव लड़ूंगी
पंजाब के जालंधर उपचुनाव में सियासी ड्रामा:AAP में शामिल हुई उम्मीदवार वापस अकाली दल में लौटी; बोलीं- तकड़ी निशान पर चुनाव लड़ूंगी पंजाब के जालंधर उपचुनाव में वोटिंग से पहले बड़ा सियासी ड्रामा हो गया। CM भगवंत मान की अध्यक्षता में आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन करने वाली शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार सुरजीत कौर ने दोबारा से देर शाम अकाली दल जॉइन कर ली है। सुरजीत कौर की जॉइनिंग अकाली दल बागी गुट की नेता बीबी जागीर कौर और गुरप्रताप सिंह वडाला ने करवाई है। मंगलवार दोपहर को सुरजीत कौर ने अचानक आम आदमी पार्टी (AAP) जॉइन कर ली थी। CM भगवंत मान से मीटिंग के बाद उन्होंने यह फैसला लिया। जिसके बाद सीएम ने जालंधर स्थित घर में उनका पार्टी में स्वागत किया। सीएम मान ने सुरजीत कौर को जॉइन करवाने के बाद कहा था कि मैं बहन जी को सरकार में अच्छी जिम्मेदारी दूंगा। जिस लेवल पर भी होगा, हम सरकार में सुरजीत कौर को जगह देंगे। सुरजीत कौर सुखबीर बादल की प्रधानगी वाले शिरोमणि अकाली दल की उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भी भर चुकी थीं। जालंधर सीट पर 10 सितंबर को मतदान होना है। आम आदमी पार्टी ने यहां से पूर्व BJP मंत्री चुन्नी लाल भगत के बेटे मोहिंदर भगत को उम्मीदवार बनाया है। शिअद की फूट की वजह से छोड़ी थी पार्टी
सुरजीत कौर को अकाली दल के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भराया गया था। इसी दौरान अकाली दल में फूट पड़ गई। पार्टी प्रधान सुखबीर बादल के खिलाफ बगावत हो गई। जिसकी अगुआई सीनियर नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, बीबी जागीर कौर और पूर्व विधायक गुरप्रताप वडाला समेत कई नेता कर रहे हैं। इन्हीं की सिफारिश पर सुरजीत कौर का अकाली दल से नामांकन भराया गया था। कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में सुखबीर बादल ने मीटिंग बुलाई। जिसमें यह बागी नेता नहीं गए और जालंधर में अलग मीटिंग कर कहा कि अकाली दल में बदलाव की जरूरत है। यह सीधे तौर पर सुखबीर बादल के नेतृत्व पर सवाल उठाना था। जिसके बाद जिसके बाद सुखबीर सिंह बादल के पक्ष के वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने बयान जारी कर कहा था कि जालंधर उपचुनाव में जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया है। अकाली दल उसका समर्थन नहीं करेगा। वह उम्मीदवार बीबी जागीर कौर ने बनाया है। इस बारे में पार्टी नेतृत्व से पूछा ही नहीं गया। इसके बाद अकाली दल ने BSP के उम्मीदवार को समर्थन दे दिया। अकाली उम्मीदवार की 2 तस्वीरें… 1. SAD कैंडिडेट के तौर पर नामांकन भरा 2. CM भगवंत मान से मुलाकात कर AAP में शामिल हुई AAP विधायक के इस्तीफे के बाद उपचुनाव
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले 27 मार्च को इस जालंधर वेस्ट सीट से AAP के विधायक शीतल अंगुराल भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि 29 मई को अंगुराल ने अचानक अपना इस्तीफा वापस लेने का मन बनाया। 30 मई को अंगुराल ने अपना इस्तीफा वापस लेने के लिए स्पीकर को पत्र लिखा था। 3 जून को स्पीकर ने अंगुराल को इस्तीफे पर बातचीत को लेकर बुलाया था। मगर 30 मई को अंगुराल का इस्तीफा मंजूर कर दिया गया। इस पर अंगुराल ने पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की बात कही थी। CM मान बोले- अकाली दल ने कुर्बानी का मोल नहीं मोड़ा
सुरजीत कौर की जॉइनिंग पर सीएम भगवंत मान ने कहा थान कि अकाली दल में अपनी कुर्बानियां देने वाले सुरजीत कौर के परिवार को शिअद ने टिकट दी थी। मगर अकाली दल ने कुर्बानी को मोल नहीं मोड़ा। उनमें बहुत भारी रोष है कि खुद की निजी लड़ाई के कारण शिअद ने कुर्बानियां देने वाले परिवार से जलालत भरा सलूक किया है। मामला इतना बढ़ गया कि वह टिकट से मुकर गए। सीएम मान ने कहा कि पार्टी ने खुद टिकट दी और उसी के आधार पर प्रचार करना शुरू किया गया। देश में पहली बार ऐसा होगा कि कोई पार्टी अपना उम्मीदवार उतारे और उसे समर्थन न देकर विरोधी पार्टी को समर्थन दे रही है। सीएम मान ने आगे कहा- मगर मुझे आज मान हो रहा है कि हमारी पार्टी के साथ ऐसा परिवार जुड़ रहा है। परिवार अपने समर्थकों के साथ आप में शामिल हुआ है। सीएम मान ने कहा कि मैं अपने आप को खुशक़िस्मत समझता हूं कि परिवार ने हमें इस लायक समझा। हम सरकार में सुरजीत कौर को अच्छी जिम्मेदारी देंगे। परिवार ने इतनी कुर्बानियां दी हैं, इसलिए मैं परिवार का स्वागत करता हूं।
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी:कहा-इंटरव्यू के लिए वाईफाई, स्टूडियो जैसे इंतजाम किए गए, नई SIT गठित करने के आदेश
गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट की सख्त टिप्पणी:कहा-इंटरव्यू के लिए वाईफाई, स्टूडियो जैसे इंतजाम किए गए, नई SIT गठित करने के आदेश पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब पुलिस अधिकारियों पर कड़ी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट ने कहा- पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने लॉरेंस बिश्नोई को जेल के अंदर से टीवी इंटरव्यू और उसके लिए वाईफाई अरेंज करवाने की अनुमति दी है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पुलिस और लॉरेंस बिश्नोई के बीच सांठगांठ और साजिश की आगे की जांच करने के लिए एक नई विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित करने का निर्देश दिया है। पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने कहा कि पंजाब पुलिस अधिकारियों ने लॉरेंस बिश्नोई को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करने की अनुमति दी और टीवी इंटरव्यू आयोजित करने के लिए स्टूडियो जैसी सुविधा प्रदान किए गए। जो अपराध का महिमामंडन करता है कोर्ट बोली- मामले में आगे भी जांच की अवश्यकता पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी के कार्यालय का उपयोग इंटरव्यू आयोजित करने के लिए स्टूडियो के रूप में किया गया। इंटरव्यू आयोजित करने के लिए CIA स्टाफ के परिसर में आधिकारिक वाई-फाई प्रदान किया गया। जो आपराधिक साजिश की ओर इशारा करता है। साथ ही कोर्ट ने कहा- मामले में आगे की जांच की आवश्यकता है कि ऐसा किस विचार से किया गया तथा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराधों के विभिन्न पहलुओं के अलावा अन्य अपराधों की भी जांच की जानी चाहिए। पुलिस हिरासत से टीवी इंटरव्यू देने से संबंधित मामले में लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ दायर की गई निरस्तीकरण रिपोर्ट पुलिस अधिकारियों और अपराधी के बीच सांठगांठ और साजिश का संदेह पैदा करती है। इंटरव्यू सीआईए स्टाफ खरड़, एसएएस नगर के परिसर में आयोजित किया गया था। कोर्ट ने पंजाब पुलिस के डीजीपी को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिए गए ऐसे बयान के आधार पर हलफनामे पर खुलासा करने का निर्देश देते हैं। मामले को आगे के विचार के लिए 19 नवंबर के लिए सूचीबद्ध किया गया। इन अधिकारियों पर पुलिस ने कार्रवाई की पंजाब पुलिस की तरफ से पहले इंटरव्यू के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की गई हैं। इसमें DSP से लेकर हेड कॉन्स्टेबल रैंक तक के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। इसमें DSP गुरशेर सिंह (अमृतसर स्थित 9 बटालियन), DSP समर वनीत, सब इंस्पेक्टर रीना (CIA खरड़ में तैनात), सब इंस्पेक्टर जगतपाल जंगू (AGTF में तैनात), सब इंस्पेक्टर शगनजीत सिंह (AGTF), ASI मुखत्यार सिंह और हेड कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश शामिल हैं। जबकि दूसरे इंटरव्यू की जांच राजस्थान पुलिस कर रही है। गैंगस्टर के 2 इंटरव्यू वायरल हुए थे। SIT की रिपोर्ट के मुताबिक पहला इंटरव्यू 3 और 4 सितंबर 2023 को हुआ है। लॉरेंस उस समय पंजाब में CIA खरड़ में रखा गया था। दूसरा इंटरव्यू राजस्थान की जयपुर स्थित सेंट्रल जेल में हुआ है। पहले इंटरव्यू में मूसेवाला के कत्ल की जिम्मेदारी ली लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च 2023 को ब्रॉडकास्ट हुआ था। इसमें लॉरेंस ने सिद्धू मूसेवाला का कत्ल करवाने की बात कबूल की थी। लॉरेंस का कहना था कि मूसेवाला सिंगिंग के बजाय गैंगवार में घुस रहा था। उसके कॉलेज फ्रैंड अकाली नेता विक्की मिड्डूखेड़ा के कत्ल में भी मूसेवाला का हाथ था, इसलिए उसे मरवाया। SIT रिपोर्ट के मुताबिक ये वही इंटरव्यू है, जो उसने CIA की कस्टडी से दिया। दूसरे इंटरव्यू में बैरक से कॉल करने का दिया सबूत लॉरेंस ने अपने दूसरे इंटरव्यू में जेल के अंदर से इंटरव्यू देने का सबूत भी दिया था। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में कहा कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर लेता है। लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी थी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है।
SAD कोर कमेटी की मीटिंग आज:चार विधानसभा उपचुनावों और SGPC इलेक्शन के लिए बनेगी स्ट्रेटजी, भूंदड़ करेंगे अगुवाई
SAD कोर कमेटी की मीटिंग आज:चार विधानसभा उपचुनावों और SGPC इलेक्शन के लिए बनेगी स्ट्रेटजी, भूंदड़ करेंगे अगुवाई शिरोमणि अकाली दल (SAD) की आज कोर कमेटी की मीटिंग होने जा रही है। बैठक पंजाब में 4 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले उप चुनाव और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के प्रधान पद चुनाव को लेकर स्ट्रैटजी बनेगी। बैठक चंडीगढ़ स्थित मुख्यालय में होगी। जबकि बैठक का नेतृत्व कार्यवाहक अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ करेंगे। बैठक में राजनीतिक मुद्दों के अलावा मंडियों में धान की खरीद को लेकर किसानों को आ रही समस्याओं पर भी चर्चा होगी। अकाली दल के लिए भी यह चुनाव काफी अहम चार विधानसभा सीटों होने वाले उप चुनाव SAD के लिए भी अहम हैं। क्योंकि इन चार सीटों में ही गिद्दड़बाहा सीट शामिल है, जो कि पार्टी का गढ़ रहा है। इस सीट के बनने के बाद से अधिकतर समय पर यहां पार्टी ने चुनाव जीता है। प्रकाश सिंह बादल इस सीट सीट से कई बार जीते हैं। वहीं, डिंपी ढिल्लों के आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद से सुखबीर सिंह बादल भी लगातार इस सीट पर एक्टिव है। हरसिमरत कौर बादल खुद हलका संभाल रही है। वहीं, हीरा सिंह गाबड़िया को बरनाला शहरी और इकबाल सिंह झूंदा बरनाला ग्रामीण के प्रचार प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। SAD के संसदीय बोर्ड ने लिया है फीडबैक गिदड़बाहा सीट बादलों की पुरानी सीट है। इसमें केवल कांग्रेस 5 बार जीती है। इसके अलावा यहां से अकाली दल जीता है। वहीं, इस हलके की कमान अब खुद बादल परिवार संभाल रहा है। इससे पहले SAD के संसदीय बोर्ड ने गिद्दड़बाहा सीट को छोड़कर सभी सीटों का दौरा किया है। साथ ही सारे हलकों की स्थिति को लेकर फीडबैक लिया है। वहीं, जहां तक अकाली दल के संभावित उम्मीदवारों की बात की जाए तो डेरा बाबा नानक से सुच्चा सिंह लंगाह पर दांव खेल सकती है। क्योंकि उनकी अकाली दल में वापसी हो गई है। गिद्दड़बाहा को लेकर सुखबीर बादल का नाम भी चल रहा है। बरनाला में कुलवंत सिंह कांता उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं। वह गत 2022 में 25 हजार वोट हासिल करने में कामयाब रहे थे। हालांकि होशियारपुर में भी कई लोग दौड़ में है। इन चारों विधानसभा हलकों में चुनाव इसलिए हो रहे हैं, क्योंकि यहां के विधायक सांसद बन गए हैं। साथ ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद से ये सीटें खाली हैं।