हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक महिला ने अपने पति को दूसरी महिला के साथ पकड़ लिया। दोनों के बीच काफी देर बहसबाजी हुई और आरोपी पति ने पत्नी को बुरी तरह पीट दिया। महिला ने इसकी सूचना अपने मायके वाले को दे दी। इसके बाद मायके से आए महिला के परिजनों ने आरोपी पति की धुनाई कर दी। पीड़ित महिला ने अपने पति और महिला के खिलाफ रामपुरा थाना में केस दर्ज कराया है। मिली जानकारी के अनुसार, रामपुरा निवासी पीड़ित महिला ने बताया कि उसका पति हंसराज पूरे दिन से घर से लापता था। उसने काफी तलाश भी की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। इसी दौरान उसे पता चला कि उसका पति जसप्रीत नाम की महिला के साथ घूम रहा है। वह तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों को एक साथ पकड़ लिया। इस दौरान पति-पत्नी के बीच बहसबाजी हुई। पीड़िता का आरोप है कि उसके पति हंसराज और महिला जसप्रीत ने उसे बुरी तरह पीटा। ससुरालियों ने आरोपी की धुनाई की किसी तरह बीच बचाव के बाद पीड़िता अपने घर पहुंची। पीड़िता के बेटे ने इसकी सूचना तुरंत महिला के परिजनों को दी। सूचना के बाद पीड़िता के मायके से आए परिजनों ने आरोपी हंसराज की धुनाई कर दी। जिससे उसे काफी चोटें भी आई। पीड़िता का आरोप है कि उसका पति जसप्रीत के साथ रहता है। इतना ही नहीं उसे खर्चा देने की बजाय अपनी कमाई का सारा पैसा भी उसी महिला को देता है। रामपुरा थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक महिला ने अपने पति को दूसरी महिला के साथ पकड़ लिया। दोनों के बीच काफी देर बहसबाजी हुई और आरोपी पति ने पत्नी को बुरी तरह पीट दिया। महिला ने इसकी सूचना अपने मायके वाले को दे दी। इसके बाद मायके से आए महिला के परिजनों ने आरोपी पति की धुनाई कर दी। पीड़ित महिला ने अपने पति और महिला के खिलाफ रामपुरा थाना में केस दर्ज कराया है। मिली जानकारी के अनुसार, रामपुरा निवासी पीड़ित महिला ने बताया कि उसका पति हंसराज पूरे दिन से घर से लापता था। उसने काफी तलाश भी की, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। इसी दौरान उसे पता चला कि उसका पति जसप्रीत नाम की महिला के साथ घूम रहा है। वह तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों को एक साथ पकड़ लिया। इस दौरान पति-पत्नी के बीच बहसबाजी हुई। पीड़िता का आरोप है कि उसके पति हंसराज और महिला जसप्रीत ने उसे बुरी तरह पीटा। ससुरालियों ने आरोपी की धुनाई की किसी तरह बीच बचाव के बाद पीड़िता अपने घर पहुंची। पीड़िता के बेटे ने इसकी सूचना तुरंत महिला के परिजनों को दी। सूचना के बाद पीड़िता के मायके से आए परिजनों ने आरोपी हंसराज की धुनाई कर दी। जिससे उसे काफी चोटें भी आई। पीड़िता का आरोप है कि उसका पति जसप्रीत के साथ रहता है। इतना ही नहीं उसे खर्चा देने की बजाय अपनी कमाई का सारा पैसा भी उसी महिला को देता है। रामपुरा थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
कुरूक्षेत्र में दोषी को 10 साल की सजा:अदालत ने लगाया 25 हजार का लगाया जुर्माना, आंगनबाड़ी वर्कर से की थी लूट
कुरूक्षेत्र में दोषी को 10 साल की सजा:अदालत ने लगाया 25 हजार का लगाया जुर्माना, आंगनबाड़ी वर्कर से की थी लूट हरियाणा के कुरुक्षेत्र की अदालत ने आंगनबाड़ी वर्कर से छीना झपटी करने के दोषी को 10 साल कैद की सजा सुनाई है। अदालत ने दोषी विनोद कुमार उर्फ गोरखा निवासी डेरा लाडवा पर 25 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है। दोषी महिला के कानों से बालियां छीनकर फरार हो गया था। एक साल पहले की घटना थाना लाडवा में 15 जून 2023 को दर्ज शिकायत में पीड़ित नीलम रानी निवासी लाडवा ने बताया था कि वह आंगनबाड़ी में पोटली गांव जिला यमुनानगर में कार्यरत है। 15 जून 2023 की दोपहर करीब 3 बजे वह अपने घर लौट रही थी। जैसे ही पालिका कार्यालय लाडवा के पास पहुंची तो, पीछे से आया युवक उसके कानों से सोने की बालियां पर झपट्टा मार छीनकर फरार हो गया था। जख्मी होने पर परिजनों ने उसे अस्पताल भर्ती कराया था। शिकायत पर मामला दर्ज करके जांच करते हुए पुलिस ने आरोपी विनोद कुमार को गिरफ्तार किया था। काटनी होगी अलग से सजा जिला न्यायवादी मैनपाल सिंह ने बताया कि इस मामले की नियमित सुनवाई करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश आराधना साहनी की अदालत ने गवाहों व सबूतों के आधार पर विनोद कुमार को दोषी मानते हुए आईपीसी की धारा 379-बी के तहत 10 वर्ष कारावास व 25 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न भरने पर दोषी को 3 महीने की अतिरिक्त सजा काटनी पड़ेगी।
पलवल की तनू की विदेश में हादसे में मौत:एमबीबीएस करने किर्गिस्तान गई थी; दादा पुलिस इंस्पेक्टर, पिता एडवोकेट हैं
पलवल की तनू की विदेश में हादसे में मौत:एमबीबीएस करने किर्गिस्तान गई थी; दादा पुलिस इंस्पेक्टर, पिता एडवोकेट हैं हरियाणा के पलवल में हथीन उपमंडल के लखनाका गांव निवासी एडवोकेट जाहुल खान की बीस वर्षीय बेटी तनू का किर्गिस्तान में एक सड़क हादसे में निधन हो गया। तनू एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी। उसके निधन से पूरे गांव में शोक की लहर है। शुक्रवार शाम को उसका शव गांव पहुंचा ओर वहां उसे सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। जानकारी के अनुसार हथीन उपमंडल के लखनाका गांव निवासी जाहुल खान एडवोकेट के दो बच्चे हैं। उनमें एक बेटा और दूसरी बेटी तनू खान है। तनू खान के दादा हरियाणा पुलिस में बतौर इंस्पेक्टर तैनात हैं। तनू के पिता की इच्छा थी कि उनकी बेटी पढ़ लिखकर मेवात के लोगों के लिये बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करे। इसके लिए उसने तनू को एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिये पिछले वर्ष किर्गिस्तान भेजा था। तनू ने एक वर्ष तक किर्गिस्तान में एमबीबीएस की पढ़ाई की। अब दूसरे वर्ष में तनू की एक सडक हादसे में मौत हो गई। तनू की सड़क दुर्घटना में मौत की खबर मिलते ही परिवार व गांव में मातम छा गया। परिजन शुक्रवार को देर शाम तनू के शव को लेकर पैतृक गांव लखनाका पहुंचे। जहां तनू को अपने गांव की मिट्टी में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। ग्रामीणों का कहना था कि उन्हें क्या पता था कि तनू डॉक्टर बनने गई है और जब वापस लौटेगी तो इस तरह। तनू खान के रूप में उन्हें एक अच्छा डॉक्टर मिलने वाला था, जिसे उन्होंने खो दिया।
हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में
हरियाणा के कृष्णपाल लगातार तीसरी बार मंत्री बने:सियासत की शुरुआत कॉलेज से, मोदी का करीबी होने पर मिला 2014 में टिकट; बेटा भी पॉलिटिक्स में हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट से भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर को मोदी 3.0 सरकार में मंत्री बनाया गया है। गुर्जर मोदी सरकार के पिछले दोनों कार्यकाल में भी राज्यमंत्री रहे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार उन पर भरोसा जताकर साफ कर दिया कि गुर्जर उनके भरोसेमंद हैं। फरीदाबाद के सरकारी कॉलेज में छात्र राजनीति से शुरुआत करने वाले कृष्णपाल गुर्जर का केंद्रीय मंत्री की कुर्सी तक पहुंचने का सफर काफी संघर्ष भरा रहा। किसान परिवार में जन्मे 67 साल के गुर्जर की पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं रही। गुर्जर ने अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत लोकदल से की थी। वर्ष 1994 में उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली और फरीदाबाद में पार्षद का चुनाव जीता। मोदी-खट्टर की जोड़ी के साथ मिलकर कर चुके काम
वर्ष 1994 में पार्टी जॉइन करने के महज 2 साल बाद, BJP ने गुर्जर को 1996 के विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से टिकट दे दिया। यही वो समय था जब तेजतर्रार कृष्णपाल गुर्जर को भाजपा के हरियाणा मामलों के प्रभारी नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काम करने का मौका मिला। उस समय नरेंद्र मोदी और मनोहर लाल खट्टर की जोड़ी हरियाणा में पार्टी संगठन का कामकाज देख रही थी। भाजपा ने 1996 में हरियाणा विधानसभा का चुनाव पूर्व सीएम बंसीलाल की हरियाणा विकास पार्टी (हविपा) के साथ मिलकर लड़ा था। पहले ही चुनाव में जीत दर्ज करने वाले कृष्णपाल गुर्जर चुनाव रिजल्ट आने के बाद बंसीलाल की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में परिवहन मंत्री बनाए गए। प्रदेशाध्यक्ष बनकर पार्टी का ग्राफ बढ़ाया
गुर्जर के 3 बार विधायक बनने के बाद पार्टी ने उन्हें संगठन की जिम्मेदारी देते हुए वर्ष 2010 में हरियाणा इकाई का प्रदेशाध्यक्ष बना दिया। उस समय हरियाणा में भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस की सरकार थी और BJP ओमप्रकाश चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की छाया से निकलकर अपना अलग वजूद बनाने की कोशिश कर रही थी। संगठन से जुड़ा होने के कारण गुर्जर ने प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए तेजी से पार्टी का ग्राफ बढ़ाने का काम किया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले BJP ने नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री चेहरा घोषित कर दिया। इसके बाद टिकट बंटवारे में कृष्णपाल गुर्जर को फरीदाबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा गया। गुर्जर ने अपने इस पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के अवतार भड़ाना को हरा दिया। इसके बाद मोदी ने अपनी सरकार में गुर्जर को सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्यमंत्री बनाया। 2019 के लोकसभा चुनाव में गुर्जर दूसरी बार फरीदाबाद सीट से जीते। उस समय विनिंग मार्जिन के लिहाज से देशभर में वह तीसरे स्थान पर रहे। गुर्जर 6 लाख से ज्यादा वोटों से जीतकर दूसरी बार संसद पहुंचे तो मोदी ने फिर से उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल करते हुए उद्योग राज्यमंत्री बना दिया। किसान परिवार से आकर बनाई राजनीति में पहचान
कृष्णपाल गुर्जर पेशे से एडवोकेट हैं। कृष्णपाल के पिता हंसराज जैलदार का अपने एरिया में अच्छा नाम था लेकिन वह कभी राजनीति में नहीं उतरे। दूसरी ओर कृष्णपाल की शुरू से राजनीति में रुचि रही। पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक नहीं होते हुए भी उन्होंने राजनीति के तौर-तरीके पढ़ाई के दौरान ही सीख लिए। फरीदाबाद के कॉलेज में पढ़ते हुए वह छात्र संगठन के अध्यक्ष चुने गए और वहीं से उनके पॉलिटिकल करियर की शुरुआत हुई। ग्रेजुएशन के बाद गुर्जर कानून की डिग्री लेने मेरठ चले गए। वहां से लौटकर अपनी राजनीतिक पारी दोबारा शुरू की। उनकी पत्नी का नाम निर्मला देवी है और वह सियासत से दूर रहती हैं। गुर्जर के बेटे देवेंद्र चौधरी राजनीति में एक्टिव हैं और इस समय फरीदाबाद नगर निगम में सीनियर डिप्टी मेयर हैं। गुर्जर नेता के तौर पर बनाई पहचान
कृष्णपाल की गिनती गुर्जर बिरादरी के बड़े नेताओं में होती है। उन्होंने अपने पहले विधानसभा चुनाव में मेवला महाराजपुर सीट से जिस चौधरी महेंद्र प्रताप और फरीदाबाद लोकसभा सीट से अवतार भड़ाना को हराया, वह दोनों भी गुर्जर समाज के बड़े नेताओं में आते हैं। राजनीति में एक बाद एक मिली जीत ने कृष्णपाल गुर्जर का कद गुर्जर बिरादी के नेताओं में बढ़ा दिया। BJP के अंदर भी उनकी गिनती गुर्जर समाज के प्रमुख नेताओं के रूप में होती है। संगठन में मजबूत पकड़ और तेज-तर्रार नेता की छवि के चलते वह BJP शीर्ष नेतृत्व की पसंद बन गए। ये खबरें भी पढ़ें… हरियाणा से 3 मंत्री बनाने के पीछे विधानसभा चुनाव:जीटी रोड बेल्ट समेत 2 इलाके साधे, 50 विस सीटों पर नजर; नॉन जाट पॉलिटिक्स पर अडिग शूटर रहे राव तीसरी बार मोदी कैबिनेट में:मोदी के PM फेस बनने के 10 दिन बाद छोड़ी कांग्रेस, पिता से मिलने चप्पल में पहुंची थीं इंदिरा मोदी को बाइक पर घुमाने वाले खट्टर बने मंत्री:दिल्ली का दुकानदार पहले CM और अब केंद्रीय मंत्री बना, गरीबी के कारण नहीं बन पाए डॉक्टर हिमाचल के नड्डा दूसरी बार बने केंद्रीय मंत्री:अनुराग के पिता से मतभेद के बाद छोड़ा हिमाचल, मोदी घर आते-जाते रहे, शाह के करीबी