खडूर साहिब सीट पर पुलिसकर्मियों ने लगाई शर्त:10 हजार के लेन-देन का वीडियो वायरल; पंजाब में सबसे बड़े अंतर से जीते अमृतपाल

खडूर साहिब सीट पर पुलिसकर्मियों ने लगाई शर्त:10 हजार के लेन-देन का वीडियो वायरल; पंजाब में सबसे बड़े अंतर से जीते अमृतपाल

पंजाब की सबसे रोचक सीट बनकर उभरी खडूर साहिब पर पुलिस वालों ने भी शर्त लगाई थी। खालिस्तान समर्थक व गर्मख्याली अमृतपाल सिंह की जीत के बाद पुलिस वालों के पैसे देने का वीडियो वायरल हो रहा है। गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह ने जेल में रह कर चुनाव लड़ते हुए इस सीट पर पंजाब के सबसे बड़े अंतर से जीत हासिल की है। वायरल वीडियो में 7 से 8 पुलिसकर्मी ड्रेस व सिविल कपड़ों में दिख रहे हैं। पैसों का लेन-देन करने वाले दोनों ही ASI रैंक के अधिकारी हैं और वीडियो बनाने वाला इस शर्त के बारे में विस्तृत जानकारी भी देता है। वीडियो बनाने वाला साफ कहता है कि आज बड़ा अच्छा दिन है। भुपिंदर सिंह जी 10 हजार रुपए के विजेता रहे हैं, भाई अमृतपाल सिंह जीत गए हैं और अंग्रेज सिंह बहुत बुरी तरह से हार कर 10 हजार रुपए दे रहे हैं। अंत में सभी बोले सोहने हाल का जकारा भी छोड़ते हैं। पंजाब की सबसे बड़ी जीत लेकर जीता है अमृतपाल गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह पंजाब की सबसे बड़ी जीत लेकर जीता है। अमृतपाल सिंह ने इन चुनावों में सभी रिवायती पार्टियों को बहुत पीछे छोड़ 4 लाख 4 हजार 430 वोट हासिल किए। जिसमें अमृतपाल सिंह दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के प्रत्याशी कुलबीर सिंह जीरा से 1 लाख 97 हजार 120 वोटों से जीते हैं। ये आंकड़ा पंजाब की जीत का सबसे बड़ा अंतर है। जानें कौन है अमृतपाल अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लू खेड़ा गांव के रहने वाले हैं। अमृतपाल दुबई में रहते थे। वे लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटे। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे के चीफ बन गए। इसके बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसी दौरान अमृतपाल ने नशा छुड़ाओ मुहिम भी शुरू की। हालांकि इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया। पंजाब की सबसे रोचक सीट बनकर उभरी खडूर साहिब पर पुलिस वालों ने भी शर्त लगाई थी। खालिस्तान समर्थक व गर्मख्याली अमृतपाल सिंह की जीत के बाद पुलिस वालों के पैसे देने का वीडियो वायरल हो रहा है। गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह ने जेल में रह कर चुनाव लड़ते हुए इस सीट पर पंजाब के सबसे बड़े अंतर से जीत हासिल की है। वायरल वीडियो में 7 से 8 पुलिसकर्मी ड्रेस व सिविल कपड़ों में दिख रहे हैं। पैसों का लेन-देन करने वाले दोनों ही ASI रैंक के अधिकारी हैं और वीडियो बनाने वाला इस शर्त के बारे में विस्तृत जानकारी भी देता है। वीडियो बनाने वाला साफ कहता है कि आज बड़ा अच्छा दिन है। भुपिंदर सिंह जी 10 हजार रुपए के विजेता रहे हैं, भाई अमृतपाल सिंह जीत गए हैं और अंग्रेज सिंह बहुत बुरी तरह से हार कर 10 हजार रुपए दे रहे हैं। अंत में सभी बोले सोहने हाल का जकारा भी छोड़ते हैं। पंजाब की सबसे बड़ी जीत लेकर जीता है अमृतपाल गौरतलब है कि अमृतपाल सिंह पंजाब की सबसे बड़ी जीत लेकर जीता है। अमृतपाल सिंह ने इन चुनावों में सभी रिवायती पार्टियों को बहुत पीछे छोड़ 4 लाख 4 हजार 430 वोट हासिल किए। जिसमें अमृतपाल सिंह दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के प्रत्याशी कुलबीर सिंह जीरा से 1 लाख 97 हजार 120 वोटों से जीते हैं। ये आंकड़ा पंजाब की जीत का सबसे बड़ा अंतर है। जानें कौन है अमृतपाल अमृतपाल मूल रूप से अमृतसर के जल्लू खेड़ा गांव के रहने वाले हैं। अमृतपाल दुबई में रहते थे। वे लाल किला हिंसा से चर्चा में आए पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू की मौत के बाद 2022 में पंजाब लौटे। यहां आकर दीप सिद्धू के संगठन वारिस पंजाब दे के चीफ बन गए। इसके बाद अमृतपाल ने भड़काऊ और खालिस्तान समर्थित बयानबाजी शुरू कर दी। इस दौरान पुलिस ने अमृतपाल के एक साथी को हिरासत में ले लिया। उसे छुड़ाने के लिए अमृतपाल ने साथियों के साथ अजनाला पुलिस थाने में धरना दिया। अमृतपाल पर आरोप लगे कि उन्होंने थाने पर हमला किया। पुलिस से टकराव हुआ। इसी दौरान अमृतपाल ने नशा छुड़ाओ मुहिम भी शुरू की। हालांकि इसके बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल पर केस दर्ज कर घेराबंदी शुरू कर दी। कई दिनों की फरारी के बाद अमृतपाल को जनरैल सिंह भिंडरावाले के गांव रोडे से गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा एक्ट (NSA) के तहत केस दर्ज कर असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया।   पंजाब | दैनिक भास्कर