हरियाणा में आज-कल गर्मी से राहत मिली है। दो दिन की बारिश और आंधी से प्रदेश में अधिकतम तापमान में 11 डिग्री की गिरावट आई है। मौसम विभाग ने इसको देखते हुए 7 जून यानी आज और 8 जून यानी कल भी प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। हवा की स्पीड 70 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। हालांकि दो दिन बाद यानी 9 जून को फिर से हीटवेव का सेकेंड फेज शुरू होगा। इस दौरान पारे में 8 से 10 डिग्री की बढ़ोतरी के आसार हैं। सूबे में दिन के साथ ही रात के औसत तापमान में 6.3 डिग्री की कमी आई है। अब प्रदेश में रात का पारा सामान्य से 2.3 डिग्री तक कम हो चुका है। तेज आंधी और बारिश के कारण गर्मी कम हुई है। आंधी से 8 जिलों में नुकसान प्रदेश में बुधवार की रात 8 जिलों में इलाकों में आंधी के कारण पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं। इनमें पानीपत, हिसार, अंबाला, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, जींद व भिवानी शामिल हैं। इसके अलावा सोनीपत, गुरुग्राम, रेवाड़ी, फतेहाबाद, डबवाली, महेंद्रगढ़ समेत कई जिलों में धूलभरी तेज हवाएं चलीं। इससे करीब आधे हरियाणा में बिजली सप्लाई बाधित हुई है। पानीपत शहर के कई क्षेत्रों में करीब 21 घंटे से बिजली नहीं है। यहां पढ़िए कहां गिरा कितना तापमान सबसे ज्यादा दिन के पारे में गिरावट हिसार में दर्ज की गई। यहां 11 डिग्री तक अधिकतम तापमान में कमी आई। यहां का अधिकतम तापमान 21.7 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं अंबाला का तामपान 23.4 रिकार्ड किया गया, यहां 5.7 डिग्री की गिरावट आई। करनाल में 23.2 डिग्री पारा पहुंचा, यहां 4.7 डिग्री की गिरावट आई। नारनौल में 2.0 डिग्री की, रोहतक में 5.2, सिरसा में 7.2, दादरी में 5.5, गुरुग्राम में 5.6, जींद में 8.1, कुरुक्षेत्र में 6.2 महेंद्रगढ़ में 7.0, पलवल में 5.0, पानीपत में 6.5 रेवाड़ी में 5.3, सोनीपत में 9.4 और यमुनानगर में 4.1 डिग्री की गिरावट देखी गई। अलर्ट मोड में सरकार हरियाणा में बढ़ती गर्मी को लेकर सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। दिन-प्रतिदिन बदल रहे मौसम को लेकर कार्ययोजना का मसौदा तैयार कर लिया गया है। अब इसे केंद्र सरकार से मंजूरी मिलेगी। साथ ही, गर्मी में होने वाली बीमारियों से बचने के लिए सभी जिलों को 26.75 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की वीरवार को केंद्र के साथ एक मीटिंग भी हुई है। इसके बाद सीएस ने बताया कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से इस संबंध में सभी डीसी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इनमें लू से निपटने के लिए राहत कार्यों की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जलाशयों से गाद निकालने के लिए भी जल्द ही कार्ययोजना बनाकर उसे क्रियान्वित किया जाएगा। हरियाणा में आज-कल गर्मी से राहत मिली है। दो दिन की बारिश और आंधी से प्रदेश में अधिकतम तापमान में 11 डिग्री की गिरावट आई है। मौसम विभाग ने इसको देखते हुए 7 जून यानी आज और 8 जून यानी कल भी प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। हवा की स्पीड 70 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। हालांकि दो दिन बाद यानी 9 जून को फिर से हीटवेव का सेकेंड फेज शुरू होगा। इस दौरान पारे में 8 से 10 डिग्री की बढ़ोतरी के आसार हैं। सूबे में दिन के साथ ही रात के औसत तापमान में 6.3 डिग्री की कमी आई है। अब प्रदेश में रात का पारा सामान्य से 2.3 डिग्री तक कम हो चुका है। तेज आंधी और बारिश के कारण गर्मी कम हुई है। आंधी से 8 जिलों में नुकसान प्रदेश में बुधवार की रात 8 जिलों में इलाकों में आंधी के कारण पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं। इनमें पानीपत, हिसार, अंबाला, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, जींद व भिवानी शामिल हैं। इसके अलावा सोनीपत, गुरुग्राम, रेवाड़ी, फतेहाबाद, डबवाली, महेंद्रगढ़ समेत कई जिलों में धूलभरी तेज हवाएं चलीं। इससे करीब आधे हरियाणा में बिजली सप्लाई बाधित हुई है। पानीपत शहर के कई क्षेत्रों में करीब 21 घंटे से बिजली नहीं है। यहां पढ़िए कहां गिरा कितना तापमान सबसे ज्यादा दिन के पारे में गिरावट हिसार में दर्ज की गई। यहां 11 डिग्री तक अधिकतम तापमान में कमी आई। यहां का अधिकतम तापमान 21.7 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं अंबाला का तामपान 23.4 रिकार्ड किया गया, यहां 5.7 डिग्री की गिरावट आई। करनाल में 23.2 डिग्री पारा पहुंचा, यहां 4.7 डिग्री की गिरावट आई। नारनौल में 2.0 डिग्री की, रोहतक में 5.2, सिरसा में 7.2, दादरी में 5.5, गुरुग्राम में 5.6, जींद में 8.1, कुरुक्षेत्र में 6.2 महेंद्रगढ़ में 7.0, पलवल में 5.0, पानीपत में 6.5 रेवाड़ी में 5.3, सोनीपत में 9.4 और यमुनानगर में 4.1 डिग्री की गिरावट देखी गई। अलर्ट मोड में सरकार हरियाणा में बढ़ती गर्मी को लेकर सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। दिन-प्रतिदिन बदल रहे मौसम को लेकर कार्ययोजना का मसौदा तैयार कर लिया गया है। अब इसे केंद्र सरकार से मंजूरी मिलेगी। साथ ही, गर्मी में होने वाली बीमारियों से बचने के लिए सभी जिलों को 26.75 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद की वीरवार को केंद्र के साथ एक मीटिंग भी हुई है। इसके बाद सीएस ने बताया कि राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से इस संबंध में सभी डीसी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इनमें लू से निपटने के लिए राहत कार्यों की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जलाशयों से गाद निकालने के लिए भी जल्द ही कार्ययोजना बनाकर उसे क्रियान्वित किया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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JJP नेता की हत्या के लिए 5 दिन की रैकी:15 दिन पहले बनाई प्लानिंग, एक दूसरे को फोन करना कर दिया था बंद हरियाणा के हिसार में JJP नेता रविंद्र सैनी की हत्या के लिए कई साल तक प्लानिंग चली। वारदात को अंजाम देने से पहले बदमाशों ने रविंद्र सैनी की 5 दिन तक रैकी की। इस दौरान रविंद्र सैनी की हर छोटी से छोटी जानकारी नोट की गई। वह कब शोरूम आता है और शोरूम से कब बाहर निकलता है। रविंद्र शोरूम बंद होने से पहले बाहर आकर खड़ा हो जाता है और अकसर फोन पर बात करता था। बदमाशों ने रैकी के बाद इसलिए शाम का समय चुना। यह खुलासा गुजरात से पकड़े गए 4 आरोपियों के पहले दिन की रिमांड की गई पूछताछ से हुआ है। रिमांड के दौरान आरोपियों ने बताया कि जेल में बैठकर विकास नेहरा ने हत्या की योजना बनाई थी। विकास को सजा होने के बाद से वह रविंद्र सैनी की हत्या करना चाहता था। विकास ने अपने भाई प्रवीण के जरिये प्लानिंग की। इस काम को अंजाम देने के लिए 2 टीमें बनाई गई। एक टीम घटना की प्लानिंग और दूसरी टीम में शूटर थे, जिनको घटना को अंजाम देना था। यह था मामला
10 जुलाई 2024 को करीब 6 बजे हीरो एजेंसी के मालिक व JJP नेता रविंद्र सैनी की 3 शूटरों द्वारा गोलियां बरसा कर हत्या कर दी थी। रविंद्र सैनी फोन सुनने के लिए हीरो एजेंसी से बाहर आए थे। इसी दौरान उसकी हत्या कर दी गई थी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपितों के भागते हुए की सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी। 3 शूटरों के अलावा एक अन्य युवक हत्यारों को मोटरसाइकिल पर बैठाकर फरार हुआ था। व्यापारियों द्वारा सैनी की हत्या के विरोध में हांसी बंद का आह्वान किया गया था। मुख्यमंत्री ने 12 जुलाई को 2 दिन के अंदर हत्यारोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया था। गुजरात से पकड़े गए 4 आरोपित
जजपा नेता रवींद्र सैनी की हत्या के मामले में हांसी पुलिस व एसटीएफ की टीम ने चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों की पहचान वकील कालोनी हांसी निवासी प्रवीन 32 साल, राजस्थान के खिवाड़ा पानी निवासी प्रवीन 40 साल, रविंदर 29 साल निवासी सिसाय कालीरामण हांसी, रमेश उर्फ योगी शिवनाथ 40 साल निवासी गामड़ा थाना नारनौंद हाल निवासी पाली राजस्थान के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए आरोपितों को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया है। यह सभी मुख्य आरोपित से जुड़े हुए थे। हत्या के इस मामले में कुल 5 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। कई दिनों तक फोन न करने की बनाई थी प्लानिंग
सैनी की हत्या के लिए बहुत पहले से प्लानिंग की जा रही थी। प्लानिंग में पहले से ही तय किया गया था कि सैनी की हत्या के बाद सभी आरोपित हांसी से ही अलग-अलग फरार होंगे। साथ ही यह भी प्लानिंग की गई थी कि सभी अपने ठिकाने खुद चुनेंगे और बाद में एक-दूसरे को अपनी लोकेशन की ना तो जानकारी देंगे और ना ही फोन पर बात करेंगे। पहले से ही प्लान बनाया गया था कि वारदात के करीब 15-20 दिन ही वे फोन पर एक दूसरे से बात करेंगे। परंतु 5 दिन ही बाद ही हत्या की प्लानिंग करने वाले आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ गए। योगी शिवनाथ ने साधुओं की तरह रखे थे कान
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए चारों आरोपितों पर पहले कोई बड़ा आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। इस प्लानिंग में गिरफ्तार किया गया आरोपित रमेश उर्फ योगी शिवनाथ साधु बना हुआ था। हालांकि वह किसी डेरे से नहीं जुड़ा था। रमेश उर्फ योगी शिवनाथ ने साधु बनने के लिए साधुओं की तरह ही कान भी बिंदवाए हुए हैं। पुलिस के अनुसार, योगी शिवनाथ पहले से ही क्रिमिनल तरह का युवक था।
हरियाणा में BJP को इंटरनल रिपोर्ट ने चौंकाया:2 सीटों पर हालत खराब, 4 पर टफ फाइट; जीत का मार्जिन भी घटने की संभावना
हरियाणा में BJP को इंटरनल रिपोर्ट ने चौंकाया:2 सीटों पर हालत खराब, 4 पर टफ फाइट; जीत का मार्जिन भी घटने की संभावना हरियाणा में लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद अब राजनीतिक दलों ने समीक्षा शुरू कर दी है। 27 मई को पंचकूला में भाजपा की रिव्यू मीटिंग हुई, जिसमें इंटरनल रिपोर्ट पेश की गई। रिपोर्ट के मुताबिक, 2 सीटें सिरसा और रोहतक की रिपोर्ट खराब मिली है। वहीं, 4 सीटें सोनीपत, अंबाला, कुरुक्षेत्र और भिवानी-महेंद्रगढ़ पर टफ फाइट निकलकर सामने आई है। हालांकि, समीक्षकों ने यह भी कहा है कि जीत पार्टी उम्मीदवार की ही होगी, लेकिन जीत का मार्जिन कम हो जाएगा। करनाल, गुरुग्राम, हिसार और फरीदाबाद की समीक्षा में रिपोर्ट सही मिली है। इसमें करनाल के समीक्षकों ने दावा किया है कि इस सीट को बड़े मार्जिन से भाजपा जीतेगी। इस लोकसभा सीट पर हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने उनके खिलाफ दिव्यांशु बुद्धिराजा को टिकट दी है। रोहतक और सिरसा की खराब रिपोर्ट की ये वजहें रोहतक : पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा को रोहतक से कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है। वहीं, भाजपा ने डॉ. अरविंद शर्मा को टिकट दिया। इस लोकसभा चुनाव में यहां 65.68 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2019 के मुकाबले 4.83% कम है। चूंकि 2019 में ही भाजपा का इस सीट पर मार्जिन मात्र 7500 वोटों का था, अब इस मार्जिन को कवर करना बड़ी चुनौती है। इसके अलावा इस सीट पर जाटों और किसानों के विरोध ने भाजपा का चुनावी गणित बिगाड़ दिया। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा 3 बार सांसद रह चुके हैं। 2014 में मोदी लहर के बाद भी दीपेंद्र यहां से चुनाव जीत गए थे। इस बार अन्य सीटों की अपेक्षा कांग्रेस इस सीट को लेकर ज्यादा एक्टिव रही। सिरसा : सिरसा में कांग्रेस ने कुमारी सैलजा को मैदान में उतारा है। कुमारी सैलजा सिरसा लोकसभा सीट से पहले भी 2 बार सांसद रह चुकी हैं। इस सीट से उनके मजबूत होने की एक वजह यह भी रही कि उनके पिता चौधरी दलबीर सिंह सिरसा में कांग्रेस के बड़े नेता थे। वहीं, भाजपा के अशोक तंवर यहां से मैदान में हैं। अशोक तंवर कांग्रेस पृष्ठभूमि के ही हैं। 2019 में सिरसा लोकसभा सीट से अशोक तंवर ने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था। पार्टी बदलने को लेकर यहां के लोग तंवर से नाराज चल रहे हैं। इसके अलावा किसानों का विरोध भी उन्हें झेलना पड़ा। अन्य सीटों की तरह इस सीट पर 2019 के मुकाबले 6.21% कम वोटिंग हुई। जानिए, 4 सीटों पर क्यों है फाइट सोनीपत : सोनीपत में कांग्रेस ने सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट दिया, जबकि भाजपा ने सीटिंग MP रमेश चंद्र कौशिक का टिकट काटकर विधायक मोहन लाल बड़ौली को उम्मीदवार बनाया। सतपाल ब्रह्मचारी सन्यासी हैं और हरिद्वार में उनके आश्रम हैं। मूलतः वह जींद के गांगोली गांव के रहने वाले हैं। कांग्रेस ने जींद जिले की जो 3 विधानसभाएं आती हैं, उनमें से लोकसभा का उम्मीदवार बनाकर कड़ी चुनौती दी है। भाजपा की रिपोर्ट में इसका जिक्र किया गया है। यह सीट जाट बाहुल्य है और जाट पहले से ही भाजपा का विरोध कर रहे थे। चूंकि इस सीट पर ब्राह्मण डिसाइडिंग फैक्टर है, इसलिए दोनों ब्राह्मणों में कड़ी टक्कर भी है। अंबाला : अंबाला लोकसभा से BJP के सांसद रहे रतनलाल कटारिया की धर्मपत्नी बंतो कटारिया इस बार मैदान में हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस ने मुलाना से MLA वरुण चौधरी को टिकट दी है। बंतो कटारिया को टिकट देने की वजह रतनलाल कटारिया के देहांत के बाद भावनात्मक लहर से जीतने की उम्मीद थी। इसके अलावा भाजपा ने यहां मोदी मैजिक को लेकर चुनाव लड़ा। उनके मुकाबले में वरुण मुलाना युवा चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं। वह विधानसभा में बेस्ट विधायक का खिताब जीत चुके हैं। वरुण मुलाना के पिता फूलचंद मुलाना कांग्रेस के बड़े नेता रहे और प्रदेश कांग्रेस के लंबे समय तक अध्यक्ष भी रहे हैं। यह उनके फेवर के लिए बड़ा फैक्टर है। कुरुक्षेत्र : भाजपा की रिव्यू मीटिंग में कुरुक्षेत्र में कड़ा मुकाबला दिखाया गया है। इसकी वजह कांग्रेस और AAP गठबंधन के उम्मीदवार डॉ. सुशील गुप्ता रहे। इसके साथ ही यहां से INLD उम्मीदवार अभय सिंह चौटाला और उन्हें किसान नेता गुरनाम सिंह चढृूनी के समर्थन रहा है। हालांकि, शहरी क्षेत्रों में पार्टी को अच्छे वोट पड़े हैं, लेकिन गांवों में वोटिंग प्रतिशत अधिक होने से भाजपा चिंतित है। BJP ने उद्योगपति नवीन जिंदल पर दांव खेला है। कुरुक्षेत्र में मुकाबला त्रिकोणीय है। भिवानी-महेंद्रगढ़ : इस सीट पर भाजपा की टिकट से 2 बार MP बन चुके धर्मबीर सिंह को मैदान उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने महेंद्रगढ़ से विधायक राव दान सिंह पर भरोसा जताया है। राव दान सिंह जहां अहीरवाल बेल्ट से आते हैं तो वहीं धर्मबीर जाट जाति से संबंध रखते हैं। ऐसे में चुनाव जाट बनाम यादव में बंटा रहा। यही वजह है कि भाजपा इस सीट को लेकर कांटे का मुकाबला मान रही है। करनाल, गुरुग्राम, हिसार और फरीदाबाद में जीत तय मान रहे
हरियाणा लोकसभा चुनाव में भाजपा की रिव्यू मीटिंग में करनाल, गुरुग्राम, हिसार और फरीदाबाद पर जीत तय मानी जा रही है। करनाल तो इस चुनाव की सबसे हॉट सीट रही। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर चुनाव मैदान में हैं। उनके जीतने की सबसे बड़ी वजह यह भी बताई जा रही है कि वह सूबे के करीब 10 साल मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने उनके मुकाबले कोई बड़ा चेहरा मैदान में नहीं उतारा। वहीं, गुरुग्राम लोकसभा सीट में राव इंद्रजीत सिंह का अच्छा प्रभाव है। साथ ही भाजपा का भी शहरी क्षेत्रों में कैडर अच्छा है। हिसार में भाजपा की समीक्षा में रणजीत सिंह चौटाला और फरीदाबाद से पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर की रिपोर्ट अच्छी बताई है।
हरियाणा BJP की निकाय चुनाव के लिए मेगा प्लानिंग:नए चेहरों को मौका देगी; कांग्रेस की मदद करने वाले पार्षदों के टिकट कटेंगे
हरियाणा BJP की निकाय चुनाव के लिए मेगा प्लानिंग:नए चेहरों को मौका देगी; कांग्रेस की मदद करने वाले पार्षदों के टिकट कटेंगे हरियाणा में विधानसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही अब निगम इलेक्शन को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। BJP ने इसको लेकर मेगा प्लान बनाने पर काम शुरू कर दिया है। शहरों में सरकार बनाने के लिए BJP विधानसभा चुनाव की तरह ही नए चेहरों पर दांव खेलने की तैयारी कर रही है। इसके साथ ही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की मदद करने वाले पार्षदों की लिस्ट तैयार की जा रही है। चुनाव में इन पार्षदों की पार्टी टिकट काटने की प्लानिंग पर काम कर रही है। इसको लेकर केंद्रीय नेतृत्व से भी मंजूरी मिल चुकी है। निगम चुनाव की सुगबुगाहट के बाद राज्य चुनाव आयोग (SEC) भी अलर्ट हो गया है। इसे लेकर हरियाणा सरकार को लेटर लिखा है। लोकसभा चुनाव से पहले ही आयोग के द्वारा नगर निकाय चुनाव को लेकर वार्ड वाइज वोटर लिस्ट की तैयारी शुरू की जा चुकी है। विधानसभा चुनाव में अंबाला मेयर शक्ति रानी व सोनीपत मेयर निखिल मदान भाजपा की टिकट पर विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बन गए हैं। अब इनके समेत 10 नगर निगमों के चुनाव लंबित हो गए हैं। सिर्फ पंचकूला नगर निगम ही है, जहां अभी मेयर है, जिसका कार्यकाल जनवरी 2026 तक बाकी है। इनके अलावा यमुनानगर, करनाल, पानीपत, रोहतक, हिसार, गुरुग्राम, फरीदाबाद में भी कार्यकाल पूरा हो चुका है। मानेसर नगर निगम गठित होने के बाद वहां अभी तक चुनाव ही नहीं हुए हैं। 11 में से अब 10 नगर निगमों में चुनाव लंबित हो गए हैं। अभी वहां की व्यवस्था प्रशासनिक अधिकारी संभाल रहे हैं। कई निगमों के चुनाव तो दो-दो साल से लंबित है। इसलिए जल्द बन रहे चुनाव के आसार
राज्य चुनाव आयुक्त (SEC) की ओर से मई 2024 में इस बारे में हरियाणा सरकार के सचिव को पत्र लिखे जाने के बावजूद सरकार के स्तर पर इस बारे में अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। चर्चा है कि विधानसभा चुनाव के परिणाम को देखते हुए सरकार सूबे में जल्द ही निकाय चुनाव करवाने का मन बना रही है। 6 महीने में करवाने होते हैं चुनाव
किसी भी इकाई का कार्यकाल खत्म होने के बाद 6 महीने के भीतर उसका गठन करवाना होता है। फिर वह चाहे स्थानीय निकाय हो या फिर विधानसभा, लेकिन यहां कई महीने गुजर जाने पर भी स्थानीय निकाय के चुनाव नहीं करवाए जा रहे, जोकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का भी उल्लंघन है। इसलिए सरकार ने शुरू की चुनाव की तैयारियां 1. विधानसभा चुनाव की जीत का मिलेगा फायदा
हरियाणा में विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली जीत का फायदा होगा। 2019 के मुकाबले इस बार बीजेपी ने रिकॉर्ड 48 सीटों पर जीत पर दर्ज की है। यह दूसरा मौका है, जब बीजेपी ने 2014 के बाद पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई है। यदि निकाय चुनाव होते हैं और उसमें पार्टी को जीत मिलती है तो विधानसभा चुनाव की जीत का बड़ा फैक्टर होगा। 2. चेहरे बदलने का विधानसभा चुनाव में दिखा फायदा
भाजपा ने हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कई सीटों पर चेहरे बदले थे। इनमें से अधिकतर प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। यानी साफ है कि भाजपा का प्रत्याशी बदलने का फॉर्मूला काम कर गया। इस फॉर्मूले को देखते हुए अब बीजेपी निगम चुनाव में भी इस पर फोकस करेगी। इससे पार्टी के दो उद्देश्य हल होंगे। एक तो बागियों का पत्ता साफ होगा और जिताऊ और नए चेहरे को मौका मिलेगा। 3. शहरी सीटों पर बीजेपी की अच्छी पकड़
एक वजह यह भी है कि हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में बीजेपी की कांग्रेस के मुकाबले अच्छी पकड़ है। लोकसभा चुनाव में पांच सीटों पर मिली हार के बाद भी भाजपा को शहरी सीटों पर कांग्रेस के मुकाबले ज्यादा जीत मिली थी। विधानसभा चुनाव में भी BJP का शहरी सीटों पर अच्छा प्रदर्शन रहा। दोनों चुनाव के आंकड़ों को देखते हुए निकाय चुनाव में बीजेपी इसको फायदे के रूप में देख रही है। शहरी वोटरों पर शुरू किया फोकस
चुनाव की चर्चा के बीच सरकार ने शहरी वोटरों पर फोकस करना शुरू कर दिया है। सीएम नायब सैनी ने दिल्ली दौरे से आते ही सबसे पहले निकाय विभाग की मीटिंग बुलाई। इसके साथ ही सभी जिलों में समाधान शिविर शुरू करने के आदेश जारी कर दिए। इसके साथ ही 24 अक्टूबर को सभी नगर निगमों के आयुक्तों को भी सीएम ने चंडीगढ़ तलब कर लिया है। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपने कार्यकाल में शहरी मतदाताओं को कई राहत दे चुके हैं। शहरी क्षेत्रों में करीब 1500 कॉलोनियों को नियमित कर चुके हैं। पानी के बिलों व संपत्ति कर में भी राहत दे चुके हैं। ऐसे में पार्टी की पूरी कोशिश रहेगी कि इन रियायतों का विधानसभा चुनाव से पहले लाभ लिया जाए।