यूपी में पेपर लीक रोकने के लिए नया कानून बनेगा:सीएम ने चयन आयोग के अध्यक्षों की ली बैठक, सॉल्वर गैंग पर होगा सख्त एक्शन

यूपी में पेपर लीक रोकने के लिए नया कानून बनेगा:सीएम ने चयन आयोग के अध्यक्षों की ली बैठक, सॉल्वर गैंग पर होगा सख्त एक्शन

यूपी में पेपर लीक रोकने के लिए जल्द नया कानून बनेगा। शनिवार शाम को सीएम योगी ने चयन आयोग के अध्यक्षों के साथ हुई हाई लेवल मीटिंग में इसके आदेश दिए। चयन प्रक्रिया भी समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। योगी ने पेपर लीक पर रोक लगाने के साथ ही सॉल्वर गैंग पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही। अब केवल सरकारी या वित्त पोषित शिक्षण संस्थानों को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। इन केंद्रों पर हर कमरे में सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। हर शिफ्ट के लिए दो या ज्यादा पेपर सेट तैयार होंगे
पेपर सेट होने से लेकर रिजल्ट तक पूरे प्रोसेस में सुधार किया जाएगा। हर शिफ्ट में दो या ज्यादा पेपर सेट बनाए जाएंगे। हर सेट के प्रश्नपत्र की छपाई अलग-अलग एजेंसी करेगी। परीक्षा से पहले और बाद में शासन स्तर के सीनियर अधिकारी अलर्ट रहकर निगरानी करेंगे। चयन आयोग STF के संपर्क में रहेगा। बैठक में सीएम ने कहा- हर एक युवा की मेहनत और प्रतिभा का सम्मान है। पेपर लीक जैसी अराजक गतिविधियों को कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। ऐसे अपराध में शामिल हर अपराधी के खिलाफ ऐसा एक्शन लेंगे, जो नजीर बने। एक दिन में दो परीक्षाएं नहीं होंगी
सीएम ने कहा- चयन आयोग भर्ती परीक्षाओं के लिए समय से शेड्यूल जारी करें। एक दिन में एक ही परीक्षा आयोजित की जाए, इसका ध्यान रखना होगा। अगर एडेड कॉलेज को सेंटर बनाया जाता है, तो वहां के मैनेजर को परीक्षा व्यवस्था में शामिल नहीं किया जाए। केंद्र व्यवस्थापक के रूप में दूसरे संस्थान के प्रिंसिपल को जिम्मेदारी दी जाए। डीएम और जिला विद्यालय निरीक्षक को भी व्यवस्था से जोड़ा जाए। गड़बड़ी हुई, तो इनकी भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। शिक्षा सेवा आयोग को जल्द मिलेगा अध्यक्ष
प्राथमिक, माध्यमिक, प्राविधिक, व्यवसायिक आदि शिक्षण संस्थानों में शिक्षक चयन की प्रक्रिया में बड़ा सुधार किया गया है। इसके लिए शिक्षा सेवा आयोग का गठन किया गया है। इसके सदस्यों की घोषणा हो गई है। जल्द ही अध्यक्ष की नियुक्ति भी की जाएगी। अलग-अलग एजेंसियों को दिया जाएगा काम
सीएम ने कहा- पेपर सेट करने से लेकर उनकी छपाई, ट्रेजरी तक पहुंचाने, यहां से परीक्षा केंद्रों तक भेजने, परीक्षा के बाद OMR आयोग तक पहुंचाने, OMR की स्कैनिंग, रिजल्ट तैयार करने सहित पूरे प्रोसेस में बदलाव किया जाएगा। अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग एजेंसियों को लगाया जाएगा। एजेंसी का रिकॉर्ड भी चेक किया जाएगा। इस लिंक को भी पढ़ें… योगी की मीटिंग में दोनों डिप्टी सीएम नहीं पहुंचे:केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक दिल्ली में रुके; मंत्रियों से कामकाज की रिपोर्ट मांगी लोकसभा चुनाव के बाद सीएम योगी की मंत्रियों के साथ पहली बैठक लखनऊ के लोकभवन में हुई। करीब 1.25 घंटे चली बैठक में बिजली कटौती भ्रष्टाचार समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। योगी ने मंत्रियों से उनके विभाग के कामकाज की रिपोर्ट मांगी। योजनाओं को और तेज गति से बढ़ाने की बात कही। पढ़ें पूरी खबर… यूपी में पेपर लीक रोकने के लिए जल्द नया कानून बनेगा। शनिवार शाम को सीएम योगी ने चयन आयोग के अध्यक्षों के साथ हुई हाई लेवल मीटिंग में इसके आदेश दिए। चयन प्रक्रिया भी समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए। योगी ने पेपर लीक पर रोक लगाने के साथ ही सॉल्वर गैंग पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही। अब केवल सरकारी या वित्त पोषित शिक्षण संस्थानों को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। इन केंद्रों पर हर कमरे में सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे। हर शिफ्ट के लिए दो या ज्यादा पेपर सेट तैयार होंगे
पेपर सेट होने से लेकर रिजल्ट तक पूरे प्रोसेस में सुधार किया जाएगा। हर शिफ्ट में दो या ज्यादा पेपर सेट बनाए जाएंगे। हर सेट के प्रश्नपत्र की छपाई अलग-अलग एजेंसी करेगी। परीक्षा से पहले और बाद में शासन स्तर के सीनियर अधिकारी अलर्ट रहकर निगरानी करेंगे। चयन आयोग STF के संपर्क में रहेगा। बैठक में सीएम ने कहा- हर एक युवा की मेहनत और प्रतिभा का सम्मान है। पेपर लीक जैसी अराजक गतिविधियों को कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा। ऐसे अपराध में शामिल हर अपराधी के खिलाफ ऐसा एक्शन लेंगे, जो नजीर बने। एक दिन में दो परीक्षाएं नहीं होंगी
सीएम ने कहा- चयन आयोग भर्ती परीक्षाओं के लिए समय से शेड्यूल जारी करें। एक दिन में एक ही परीक्षा आयोजित की जाए, इसका ध्यान रखना होगा। अगर एडेड कॉलेज को सेंटर बनाया जाता है, तो वहां के मैनेजर को परीक्षा व्यवस्था में शामिल नहीं किया जाए। केंद्र व्यवस्थापक के रूप में दूसरे संस्थान के प्रिंसिपल को जिम्मेदारी दी जाए। डीएम और जिला विद्यालय निरीक्षक को भी व्यवस्था से जोड़ा जाए। गड़बड़ी हुई, तो इनकी भी जिम्मेदारी तय की जाएगी। शिक्षा सेवा आयोग को जल्द मिलेगा अध्यक्ष
प्राथमिक, माध्यमिक, प्राविधिक, व्यवसायिक आदि शिक्षण संस्थानों में शिक्षक चयन की प्रक्रिया में बड़ा सुधार किया गया है। इसके लिए शिक्षा सेवा आयोग का गठन किया गया है। इसके सदस्यों की घोषणा हो गई है। जल्द ही अध्यक्ष की नियुक्ति भी की जाएगी। अलग-अलग एजेंसियों को दिया जाएगा काम
सीएम ने कहा- पेपर सेट करने से लेकर उनकी छपाई, ट्रेजरी तक पहुंचाने, यहां से परीक्षा केंद्रों तक भेजने, परीक्षा के बाद OMR आयोग तक पहुंचाने, OMR की स्कैनिंग, रिजल्ट तैयार करने सहित पूरे प्रोसेस में बदलाव किया जाएगा। अलग-अलग काम के लिए अलग-अलग एजेंसियों को लगाया जाएगा। एजेंसी का रिकॉर्ड भी चेक किया जाएगा। इस लिंक को भी पढ़ें… योगी की मीटिंग में दोनों डिप्टी सीएम नहीं पहुंचे:केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक दिल्ली में रुके; मंत्रियों से कामकाज की रिपोर्ट मांगी लोकसभा चुनाव के बाद सीएम योगी की मंत्रियों के साथ पहली बैठक लखनऊ के लोकभवन में हुई। करीब 1.25 घंटे चली बैठक में बिजली कटौती भ्रष्टाचार समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। योगी ने मंत्रियों से उनके विभाग के कामकाज की रिपोर्ट मांगी। योजनाओं को और तेज गति से बढ़ाने की बात कही। पढ़ें पूरी खबर…   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर