पंजाब में सोमवार को श्री गुरु अर्जुन देव के शहीदी दिवस पर अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में राज्य सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश की कॉपी सभी संस्थानों को भेज दी गई है। साथ ही सभी को इन आदेशों का पालन करना होगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ये आदेश मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने जारी किए हैं। आदेश की कॉपी पंजाब में सोमवार को श्री गुरु अर्जुन देव के शहीदी दिवस पर अवकाश घोषित किया गया है। इस संबंध में राज्य सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं। आदेश की कॉपी सभी संस्थानों को भेज दी गई है। साथ ही सभी को इन आदेशों का पालन करना होगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ये आदेश मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने जारी किए हैं। आदेश की कॉपी पंजाब | दैनिक भास्कर
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भगत सिंह को आतंकी बताने पर घमासान:पाकिस्तान ने कहा- वह स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे, पंजाब के AAP सांसद कंग बोले- भारत सरकार दखल दे
भगत सिंह को आतंकी बताने पर घमासान:पाकिस्तान ने कहा- वह स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे, पंजाब के AAP सांसद कंग बोले- भारत सरकार दखल दे शहीद-ए-आजम भगत सिंह को पाकिस्तान क्रांतिकारी नहीं बल्कि आतंकी मानता है। यह बात पाकिस्तान की पंजाब सरकार की तरफ से हाईकोर्ट में लाहौर के शादमान चौक का नाम भगत सिंह रखने से जुड़े मामले की सुनवाई में रखी गई है। वहीं, पाकिस्तान सरकार ने कहा कि चौक का नाम बदलने और प्रतिमा लगाने की योजना रद्द कर दी गई है। शहीद के नाम पर चौक का नाम रखने की लड़ाई लड़ने वाली भगत सिंह फाउंडेशन ने कहा कि वह इस मामले कानूनी लड़ाई लड़ेगी। इस मामले में भारत के पंजाब की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और सांसद मालविंदर सिंह ने कहा कि शहीद-ए-आजम भगत सिंह करोड़ों लोगों के प्रेरणा स्त्रोत हैं। पाकिस्तान में भी उनके समर्थक हैं। पाकिस्तान पंजाब की सरकार का हाईकोर्ट में इस तरफ का हल्फनामा देना यह बहुत दुखदाई और पीड़ा दायक है। आम आदमी पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करती है कि इस मामले में दखल दे। साथ ही जो शब्दाबली प्रयोग की गई है, उसकी हम निंदा करते हैं। हाईकोर्ट के रिकॉर्ड से यह शब्द हटाए जाने चाहिए। अदालत में पाकिस्तान पंजाब सरकार ने रखे तीन तर्क पंजाब पाकिस्तान सरकार की तरफ से उच्च अदालत में तीन तर्क दिए गए हैं। जिसके आधार पर उन्होंने अपनी योजना को रद्द करने के बारे में बताया है। सरकार द्वारा बनाई कमेटी में शामिल कमोडोर सेवानिवृत तारिक मजीद की तरफ से यह जवाब दाखिल किया गया है। फर्जी प्रचार पर आधारित है योजना लाहौर हाईकोर्ट में पाकिस्तान की पंजाब सरकार की कमेटी ने अपने जवाब में कहा है कि एक गैर सरकारी संगठन भगत सिंह मेमोरियल फाउंडेशन लाहौर में शादमान चौक का नाम बदल कर भगत सिंह चौक रखने का मामला बना रहा है। यह फर्जी प्रचार पर आधारित एक भयावह योजना है और इसे सफल नहीं होने दिया जाना चाहिए। भगत सिंह के चरित्र को एक महान क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी और शहीद के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। ये झूठे सम्मान हैं। इनमें से कोई भी उसे किसी भी तरह से प्रभावित नहीं कर सकता। आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका नहीं भगत सिंह की उपमहाद्वीप के स्वतंत्रता संग्राम में कोई भूमिका नहीं थी। वह एक क्रांतिकारी नहीं बल्कि एक कॉमिनल-आज के शब्दों में एक आतंकवादी था, क्योंकि उसने एक ब्रिटिश पुलिस अधिकारी की हत्या की थी और इसके लिए उसे और उसके साथियों को फांसी की सजा दी गई थी। वह एक अपराधी था। इस अपराधी को शहीद कहना एक अपमानजनक और इस्लाम में शहीद की अवधारणा का जानबूझकर अपमान है। इस्लाम विरोधी के लिए अनुकूल प्रचार भगत सिंह के बारे में समाचार-पत्रों में अक्सर खबरें छपती रहती थीं और मैं (कमोडोर सेवानिवृत तारिक मजीद) सोचता था कि पाकिस्तान के लिए काम करने वाले में पाकिस्तानी विचारधारा के दुश्मन इस किरदार को इतनी लोकप्रियता क्यों मिल रही है, लेकिन मैंने इसे नजर अंदाज कर दिया। फिर 23 मार्च 2015 को दीवान में छपी एक खबर ने मेरा ध्यान खींचा, जिसमें कहा गया था कि भगत सिंह को याद किया जाता है। पंजाब के लोक रहवासियों द्वारा फरीद टाउन में आयोजित एक संवादात्मक संवाद भगत सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर फोर्ट स्ट्रीट पर आयोजित किया गया। इसमें कहा गया था कि भगत सिंह संघर्ष वंचितों के उत्थान के लिए था। इस अवसर पर इस बात पर जोर दिया गया कि स्वतंत्रता सेनानी के रूप में उनकी भूमिका को इतिहास में अवश्य स्वीकार किया जाना चाहिए।
अमृतसर में दो इंटर-स्टेट हथियार तस्कर गिरफ्तार:जेल से मिले ऑर्डर पर डिलीवरी के लिए पहुंचे थे रेलवे स्टेशन; 6 पिस्तौल बरामद
अमृतसर में दो इंटर-स्टेट हथियार तस्कर गिरफ्तार:जेल से मिले ऑर्डर पर डिलीवरी के लिए पहुंचे थे रेलवे स्टेशन; 6 पिस्तौल बरामद पंजाब के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) अमृतसर ने दो अंतरराज्यीय हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये तस्कर हथियारों की खेप पहुंचाने पहुंचे थे। लेकिन पुलिस ने इन्हें रेलवे स्टेशन से हथियारों के साथ पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से 6 देसी पिस्तौल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रविवार शाम को SSOC अमृतसर को केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से हथियारों की तस्करी की सूचना मिली थी। जिसके बाद SSOC अमृतसर द्वारा जाल बिछाया गया। SSOC की टीम रेलवे स्टेशन के निकास द्वार पर बने चेक पोस्ट पर बैठ गई। केंद्रीय एजेंसियों से मिले इनपुट के अनुसार जैसे ही आरोपी पहुंचे, टीम ने उन्हें पकड़ लिया। SSOC की टीम ने नए नियमों के अनुसार उनकी वीडियोग्राफी की और जांच के दौरान आरोपियों के पास से 6 देसी पिस्तौल और 6 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। दोनों आरोपी तरनतारन के रहने वाले फिलहाल पंजाब पुलिस ने आरोपियों और इस कार्रवाई के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की है। लेकिन पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी तरनतारन के रहने वाले हैं। एक की पहचान तरनतारन के गांव ठोठियां निवासी बलजीत सिंह के बेटे सुमितपाल सिंह के रूप में हुई है, जबकि दूसरे की पहचान गांव छब्बा निवासी कुलतार सिंह के बेटे अर्शदीप सिंह के रूप में हुई है। विदेश से जेल तक जुड़ रहे तार शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपियों के तार जेल से जुड़े हैं। जेल में बैठे गैंगस्टर उन्हें हथियार पहुंचाने का आदेश देते थे। इतना ही नहीं विदेश में बैठे तस्कर जेल तक अपना आदेश पहुंचाते थे। जिसे वे लागू करते थे। हथियारों की यह खेप मध्य प्रदेश से लाई गई थी। पंजाब पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर आगे-पीछे के लिंकेज की जांच कर रही है।
मोहाली में हूटर ने बचाई करोड़ों की लूट:चोरों ने देर रात मुथुट फाइनेंस की शाखा को बनाया निशाना, गैस कटर लाए थे साथ
मोहाली में हूटर ने बचाई करोड़ों की लूट:चोरों ने देर रात मुथुट फाइनेंस की शाखा को बनाया निशाना, गैस कटर लाए थे साथ पंजाब के मोहाली में चंडीगढ़ से सटे फेज- दो एरिया में मुथूट फाइनेंस को अपराधियों ने निशाना बनाने की कोशिश की। लेकिन इस दौरान हूटर बज गया। जिसके बाद आरोपी वारदात को अंजाम देने में कामयाब नहीं हो पाए। हालांकि आरोपी पूरी तैयारी से आए थे। वह अपने साथ गैस वैल्डिंग सिलेंडर तक लेकर आए थे। अगर यह आरोपी वारदात में कामयाब हो जाते थे, तो बहुत बड़ी लूट होती है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सारी स्थिति का जायजा लिया है। थाना फेज- एक की पुलिस का कहना है कि केस दर्ज करने की कार्रवाई चल रही है। आरोपियों के बारे में सुराग उनके हाथ लग गया है। पुलिस द्वारा जल्दी ही आरोपी काबू कर लिए कर जाएंगे। रात ढाई बजे बजे की लूट की कोशिश यह घटना रात ढाई बजे की है। आरोपी पूरी प्लानिंग के साथ मुथुट फाइनेंस के पास पहुंचें। मुथुट फाइनेंस के साथ लगते शोरूम में कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था। ऐसे में आरोपी पहले दीवार फांदकर खाली शोरूम गए। इसके बाद उन्होंने उसकी दीवार तोड़कर एक सुरंग बनाकर मुथुट फाइनेंस में जाने की कोशिश की। जैसे ही वह वहां पर वारदात को अंजाम देने में जुटे थे। इस दौरान शाखा का हूटर बज गया। साथ ही पूरे इलाका अलर्ट हो गया। दूसरी तरफ इसी सूचना शाखा के अधिकारियों तक पहुंच गई। इसके बाद उन्होंने तुरंत फेज-1 में सूचित किया। 10 मिनट में पुलिस पहुंच गई। लेकिन जब तक आरोपी भाग चुके थे। हालांकि आरोपी किसी तरह की वारदात को अंजाम नहीं दे पाए। ऐसे दिया वारदात को अंजाम
प्रोफेशनल की तरह आए थे आरोपी आरोपियों पर कोई संदेह न कर पाए। ऐसे में आरोपी पूरी तरह से प्रोफेशन लोगों की तरह आए थे। वह कटर और अपना सामान बैग आदि में लेकर आए थे। ताकि देखने पर लगे की वह किसी प्रोजेक्ट में जुड़े हुए हैं। वहीं, माहिरों की माने तो जिस एरिया को उन्होंने चुना था, वहां पर कई जगह कैमरे लगे थे। ऐसे में उन्हें कई सुराग हाथ लगे है। आरोपियों का सामान और बैग आदि रह गए है। पुलिस की तीन टीमें विभिन्न एरिया में निकल चुकी है। वहीं, पड़ोसी राज्य हरियाणा, हिमाचल और दिल्ली को इस बारे में अलर्ट भेजा गया है। भेदी का है काम, रेकी के बाद हुई वारदात जिस तरीके से यह वारदात हुई है, उस हिसाब से यह बात साफ है कि किसी भेदी का काम है। वहीं, पूरी वारदात से पहले रेकी की गई थी। आरोपियों की संख्या 3 से 4 हो सकती है। आरोपियों काे यह पता था कि वहां पर कितने बजे तक लोग रहते है। क्योंकि यह मार्केट प्राइम मानी जाती है। इसमें एक नामी निजी बस का दफ्तर, शराब का ठेका और खाने पीने के सामने की दुकान और मीडिया से जुड़े संस्थान है। वहीं, अगर मोहाली में लूट की बात करे तो कुछ साल एक निजी बैंक की कैश को लूट हुई थी। इनमें 1.34 करोड़ की लूट हुई थी।