कुवैत के अग्निकांड में मारे गए करीब 52 लोगों में से 45 भारतीय हैं। इनके शव आज देश लाए गए हैं। इन लोगों में एक व्यक्ति हरियाणा के यमुनानगर और एक पंजाब के होशियारपुर का रहने वाला था। ये लोग सालों पहले रोजी रोटी कमाने के लिए कुवैत गए थे। इनके परिवार अब भी यहीं रहते हैं। दोनों मृतकों की पहचान अनिल गिरि निवासी विजय कॉलोनी यमुनानगर हरियाणा (मूल रूप से बिहार के गोपालगंज निवासी) और हिम्मत राय निवासी ज्योति एन्कलेव हरियाणा रोड होशियारपुर पंजाब के रूप में हुई है। वैल्डिंग असिस्टेंट थे अनिल
यमुनानगर निवासी अनिल करीब 5 साल पहले कुवैत गए थे। उनका परिवार यमुनानगर में ही रह रहा था। अनिल को कुवैत में वैल्डिंग असिस्टेंट के तौर पर काम मिला था। बताया जा रहा है कि वह 4 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनका परिवार गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन करने वालों में शामिल है। अनिल गिरी के 2 बच्चे हैं, जो अभी पढ़ रहे हैं। दोनों ही नाबालिग हैं। परिवार बिहार हुआ रवाना
यमुनानगर में अनिल के पड़ोस में रहने वाले समाजसेवी जगदीश बाबर का कहना है कि जैसे ही उन्हें अनिल के बारे में पता चला तो उन्होंने घरवालों को बताना चाहा। हालांकि, घरवालों को पहले ही सूचना मिल चुकी थी, जिससे वे बिहार के लिए रवाना हो गए। अनिल का उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार होगा। 30 साल पहले कुवैत गए हिम्मत राय
उधर, होशियारपुर निवासी हिम्मत राय पुत्र रामलाल 30 साल पहले कुवैत गए थे। वहां वह एनबीटीसी स्टील फैब्रिक कंपनी के फोरमैन थे। हिम्मत की पत्नी सरबजीत कौर और 3 बच्चे यहीं होशियारपुर में ही रह रहे हैं। उनकी पत्नी ने बताया है कि उनके घर में केवल हिम्मत ही कमाने वाले थे। सरबजीत कौर ने बच्चे को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। प्रशासन ने परिवार को मदद का भरोसा दिलाया
वहीं, होशियारपुर की DC कोमल मित्तल ने कहा है कि प्रशासन पीड़ित के परिवार की हर संभव सहायता करेगा। हिम्मत की डेडबॉडी आज दिल्ली पहुंचेगी। उसे लाने के लिए पहले ही एम्बुलेंस भेज दी गई है। कुवैत के अग्निकांड में मारे गए करीब 52 लोगों में से 45 भारतीय हैं। इनके शव आज देश लाए गए हैं। इन लोगों में एक व्यक्ति हरियाणा के यमुनानगर और एक पंजाब के होशियारपुर का रहने वाला था। ये लोग सालों पहले रोजी रोटी कमाने के लिए कुवैत गए थे। इनके परिवार अब भी यहीं रहते हैं। दोनों मृतकों की पहचान अनिल गिरि निवासी विजय कॉलोनी यमुनानगर हरियाणा (मूल रूप से बिहार के गोपालगंज निवासी) और हिम्मत राय निवासी ज्योति एन्कलेव हरियाणा रोड होशियारपुर पंजाब के रूप में हुई है। वैल्डिंग असिस्टेंट थे अनिल
यमुनानगर निवासी अनिल करीब 5 साल पहले कुवैत गए थे। उनका परिवार यमुनानगर में ही रह रहा था। अनिल को कुवैत में वैल्डिंग असिस्टेंट के तौर पर काम मिला था। बताया जा रहा है कि वह 4 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनका परिवार गरीबी रेखा से नीचे (BPL) जीवन यापन करने वालों में शामिल है। अनिल गिरी के 2 बच्चे हैं, जो अभी पढ़ रहे हैं। दोनों ही नाबालिग हैं। परिवार बिहार हुआ रवाना
यमुनानगर में अनिल के पड़ोस में रहने वाले समाजसेवी जगदीश बाबर का कहना है कि जैसे ही उन्हें अनिल के बारे में पता चला तो उन्होंने घरवालों को बताना चाहा। हालांकि, घरवालों को पहले ही सूचना मिल चुकी थी, जिससे वे बिहार के लिए रवाना हो गए। अनिल का उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार होगा। 30 साल पहले कुवैत गए हिम्मत राय
उधर, होशियारपुर निवासी हिम्मत राय पुत्र रामलाल 30 साल पहले कुवैत गए थे। वहां वह एनबीटीसी स्टील फैब्रिक कंपनी के फोरमैन थे। हिम्मत की पत्नी सरबजीत कौर और 3 बच्चे यहीं होशियारपुर में ही रह रहे हैं। उनकी पत्नी ने बताया है कि उनके घर में केवल हिम्मत ही कमाने वाले थे। सरबजीत कौर ने बच्चे को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। प्रशासन ने परिवार को मदद का भरोसा दिलाया
वहीं, होशियारपुर की DC कोमल मित्तल ने कहा है कि प्रशासन पीड़ित के परिवार की हर संभव सहायता करेगा। हिम्मत की डेडबॉडी आज दिल्ली पहुंचेगी। उसे लाने के लिए पहले ही एम्बुलेंस भेज दी गई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर