अबोहर के इंदिरा नगरी में 20 दिन पहले एक युवक पर कापे से हमला कर मोबाइल लूटने के मामले में थाना सिटी वन पुलिस ने लूटपाट करने वाले गिरोह के एक सदस्य को काबू कर लिया है। जिससे लूटा हुआ मोबाइल भी बरामद कर लिया है। जबकि इस मामले में लूटपाट करने वाले गिरोह के अन्य सदस्य अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। जिनको पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस ने पीसी कर दी जानकारी शुक्रवार को थाना सिटी वन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीएसपी अरूण मुंडन ने बताया कि 20 मई की रात को इंदिरा नगरी निवासी आकाश पुत्र राजबीर सिंह पर कुछ युवकों ने लूट की नियत से कापों से हमला कर उसे बुरी तरह से जख्मी कर दिया और उसका मोबाइल झपट कर ले गए। पुलिस ने आकाश के बयानों पर 4 अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। टेक्निकल टीम की मदद से पकड़ा आरोपी जांच के दौरान पुलिस टीम ने टेक्निकल टीम की मदद से लुटेरों को ट्रेस करते हुए इंदिरा नगरी गली नं 7 निवासी गोरे लाल उर्फ गौरी पुत्र जयचंद को काबू कर उसके पास से लूटा हुआ मोबाइल बरामद कर लिया है। जबकि उसके साथी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जिनकी तालाश की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर उसके अन्य साथियों का भी पता लगाकर उन्हें काबू किया जाएगा। मोबाइल ऑन करने पर पकड़ा गया आरोपी डीएसपी अरूण मुंडन और एसएचओ नवप्रीत सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी गोरे लाल उर्फ गौरी द्वारा आकाश से लूटा हुआ मोबाइल अपने पास रखा। जिसे पुलिस द्वारा ट्रैक पर लगाया हुआ था। जब गोरे लाल द्वारा मोबाइल ऑन किया तो पुलिस ने उसे ट्रैक कर काबू कर लिया है। अब उसे रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की जाएगी और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। अबोहर के इंदिरा नगरी में 20 दिन पहले एक युवक पर कापे से हमला कर मोबाइल लूटने के मामले में थाना सिटी वन पुलिस ने लूटपाट करने वाले गिरोह के एक सदस्य को काबू कर लिया है। जिससे लूटा हुआ मोबाइल भी बरामद कर लिया है। जबकि इस मामले में लूटपाट करने वाले गिरोह के अन्य सदस्य अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। जिनको पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पुलिस ने पीसी कर दी जानकारी शुक्रवार को थाना सिटी वन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीएसपी अरूण मुंडन ने बताया कि 20 मई की रात को इंदिरा नगरी निवासी आकाश पुत्र राजबीर सिंह पर कुछ युवकों ने लूट की नियत से कापों से हमला कर उसे बुरी तरह से जख्मी कर दिया और उसका मोबाइल झपट कर ले गए। पुलिस ने आकाश के बयानों पर 4 अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। टेक्निकल टीम की मदद से पकड़ा आरोपी जांच के दौरान पुलिस टीम ने टेक्निकल टीम की मदद से लुटेरों को ट्रेस करते हुए इंदिरा नगरी गली नं 7 निवासी गोरे लाल उर्फ गौरी पुत्र जयचंद को काबू कर उसके पास से लूटा हुआ मोबाइल बरामद कर लिया है। जबकि उसके साथी अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जिनकी तालाश की जा रही है। गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर उसके अन्य साथियों का भी पता लगाकर उन्हें काबू किया जाएगा। मोबाइल ऑन करने पर पकड़ा गया आरोपी डीएसपी अरूण मुंडन और एसएचओ नवप्रीत सिंह ने बताया कि मुख्य आरोपी गोरे लाल उर्फ गौरी द्वारा आकाश से लूटा हुआ मोबाइल अपने पास रखा। जिसे पुलिस द्वारा ट्रैक पर लगाया हुआ था। जब गोरे लाल द्वारा मोबाइल ऑन किया तो पुलिस ने उसे ट्रैक कर काबू कर लिया है। अब उसे रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की जाएगी और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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मंदिर हमले में कनाडा सुप्रीम कोर्ट पहुंचा हिंदू पक्ष:भारतीय मूल के वकील ने दी याचिका, बोले-कोर्ट जांच करवाए; खालिस्तानी प्रदर्शन पर प्रतिबंध की मांग कनाडा के ब्रैम्पटन में हिंदू मंदिर में किए गए उपद्रव के मामले हिंदू पक्ष ने कनाडा सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इस मामले में कनाडा के सर्वोच्च न्यायालय में भारतीय मूल के वकील विनीत जिंदल ये याचिका दायर की है। उन्होंने कहा कि हमने कनाडा के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रिचर्ड वैगनर के समक्ष अपील दायर की है। बीते दिन वकील विनीत जिंदल ने कनाडा के सर्वोच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार के समक्ष एक डिजिटल याचिका दायर की। जिसमें 3 नवंबर को हिंदू सभा मंदिर और भक्तों पर हमले में शामिल पील पुलिस अधिकारियों और एसएफजे जैसे खालिस्तानी समर्थक संगठनों और अन्य व्यक्तियों की कार्रवाई की जांच का अनुरोध किया गया। याचिका में अपराधियों को जवाबदेह ठहराने और कनाडा में हिंदू पूजा स्थलों की सुरक्षा की गारंटी देने के लिए सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग की गई है। विनीत जिंदल ने कहा- कनाडाई न्यायपालिका की क्षमता में पूर्ण विश्वास के साथ हम आशा करते हैं कि न्याय होगा और हिंदू समुदाय को वह सुरक्षा मिलेगी जिसका वह हकदार है। साथ ही मांग की है कि कोर्ट द्वारा खालिस्तानियों के इस प्रदर्शन पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए। कनाडा में पहले भी मंदिरों पर हो चुके हमले कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में उच्चायोग ने हिंदू सभा मंदिर के बाहर कॉन्सुलर कैंप लगाया था। यह कैंप भारतीय नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लगा था। इसमें जीवन प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के 40 साल पूरे होने को लेकर प्रोटेस्ट कर रहे खालिस्तानी वहां पहुंचे और उन्होंने लोगों पर हमला कर दिया। कनाडा में पिछले कुछ समय से हिंदू मंदिरों और समुदाय के लोगों को निशाना बनाए जाने से भारतीय समुदाय चिंतित है। पिछले कुछ सालों में ग्रेटर टोरंटो एरिया, ब्रिटिश कोलंबिया और कनाडा में बाकी जगहों पर हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया गया है। PM मोदी ने उक्त हमले का किया था विरोध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए इस हमले की कड़ी निंदा की थी। उन्होंने कहा था कि हमें कनाडा सरकार से कार्रवाई की उम्मीद है। ऐसी घटनाएं हमें कमजोर नहीं कर सकती। पीएम मोदी ने लिखा था कि मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर जानबूझकर किए गए हमले की कड़ी निंदा करता हूं। हमारे डिप्लोमेट्स को डराने के कायरतापूर्ण प्रयास भी उतने ही निंदनीय हैं। ऐसे हिंसक कृत्य भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर सकते। हमें उम्मीद है कि कनाडा सरकार न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून के शासन को बनाए रखेगी। कनाडाई पीएम ने भी घटना की निंदा की थी इस बारे में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी निंदा की थी। जिसमें उन्होंने ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में हुई हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र और सुरक्षित तरीके से पालन करने का अधिकार है। घटना के बाद से इलाके में तनाव है। भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है। पील रीजनल पुलिस चीफ निशान दुरईप्पा ने लोगों से संयम बरतने की अपील की है। भारत का आरोप- वोट बैंक के लिए भारत विरोधी राजनीति कर रहे PM ट्रूडो भारत और कनाडा के बीच संबंधों में एक साल से भी ज्यादा समय से गिरावट देखी गई है। इसकी शुरुआत जून 2020 में खालिस्तानी समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद हुई। पिछले साल सितंबर में PM ट्रूडो ने संसद में आरोप लगाया कि निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसी का हाथ है। इसके बाद ट्रूडो ने पिछले महीने 13 अक्टूबर निज्जर हत्याकांड में भारतीय राजनयिकों के शामिल होने का आरोप लगाया था। इसके बाद भारत ने संजय वर्मा समेत अपने 6 राजनयिकों को वापस बुला लिया। भारत का कहना है कि कनाडा सरकार के आरोप बेबुनियाद हैं। कनाडा ने भारत सरकार के साथ एक भी सबूत साझा नहीं किया है। वे बिना तथ्य के दावे कर रहे हैं। ट्रूडो सरकार राजनीतिक लाभ उठाने के लिए जानबूझकर भारत को बदनाम करने की कोशिश में जुटी है। भारत के विदेश मंत्रालय ने पिछले महीने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि PM ट्रूडो की भारत से दुश्मनी लंबे समय से जारी है। उनके मंत्रिमंडल में ऐसे लोग शामिल हैं जो खुले तौर पर चरमपंथी संगठनों से जुड़े हुए हैं।
बच्चों को सिखाएं, आत्मविश्वास का मतलब हर चीज में सफलता नहीं है
बच्चों को सिखाएं, आत्मविश्वास का मतलब हर चीज में सफलता नहीं है ^पहली निराशा में हार न मानना या एक असफलता के बाद हार न मानना एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल है। आत्मविश्वास का मतलब हर समय हर चीज में सफल होना नहीं है, बल्कि कोशिश करते रहने के लिए पर्याप्त लचीला होना और अगर आप सर्वश्रेष्ठ नहीं हैं तो परेशान न होना है। खुद की रुचियों की खोज करने से बच्चों को पहचान की भावना विकसित करने में मदद मिल सकती है, जो आत्मविश्वास बनाने के लिए आवश्यक है। बेशक, उनकी प्रतिभाओं को बढ़ते देखना उनके आत्मसम्मान को भी बहुत बढ़ावा देगा। बड़े और छोटे लक्ष्यों को स्पष्ट करना और उन्हें हासिल करना बच्चों को मजबूत महसूस कराता है। बच्चे को उन चीजों की सूची बनाने के लिए प्रोत्साहित करके इच्छाओं और सपनों को क्रियाशील लक्ष्यों में बदलने में मदद करें जिन्हें वे हासिल करना चाहते हैं। बच्चों की उपलब्धियों के लिए उनकी प्रशंसा करना बहुत अच्छा है, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि आप उन्हें बताएं कि परिणाम की परवाह किए बिना उनके प्रयासों पर गर्व है। सोनम शर्मा, लाइफ कोच भास्कर न्यूज| लुधियाना जन्म से ही बच्चे बहुत तेजी से नए कौशल सीखते हैं और उन नई क्षमताओं के साथ, वे उनका उपयोग करने का आत्मविश्वास भी हासिल करते हैं। जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं, उनका आत्मविश्वास कौशल जितना ही महत्वपूर्ण हो सकता है। सफल होने के लिए बच्चों को अपनी क्षमताओं पर भरोसा करने की जरूरत होती है। उन्हें यह भी पता होना चाहिए कि अगर वे किसी चीज में सफल नहीं होते हैं, तो निराश होने की जरूरत नहीं होती है। महारत हासिल करने और असफलता से उबरने से ही उनमें स्वस्थ आत्मविश्वास विकसित होता है। बच्चों के लिए आत्मविश्वासी होना बहुत जरूरी होता है। ऐसे बच्चे ही आगे चलकर जीवन में सफलता प्राप्त कर पाते हैं। एक आत्मविश्वासी बच्चा हर परिस्थिति में खुलकर अपनी बात रख पाता है। ऐसा बच्चा अपने आप पर भरोसा रखता है और असफल होने पर भी हिम्मत नहीं हारता, लेकिन कुछ माता पिता अपने बच्चों के शर्मीले व्यवहार को लेकर चिंता में रहते हैं। ऐसे माता पिता के लिए एक्सपर्ट बता रहे हैं कुछ खास बातें, जिसके माध्यम से बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने को मदद मिलेगी। बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है कि माता-पिता खुद को उनका आदर्श बनाएं। बच्चे अपने माता-पिता से ही सीखते हैं कि जीवन में कैसे आगे बढ़ना है, इसलिए, माता-पिता को हर स्थिति में आत्मविश्वास से भरपूर रहना चाहिए। बच्चों को गलतियां करने का अधिकार है और उनकी गलतियों से सीखने का भी अवसर देना जरूरी है। माता-पिता को बच्चों पर चिल्लाने या डांटने की बजाय आगे के लिए उनका हौंसला बढ़ाना चाहिए। बच्चों को यह समझने में मदद करें कि हर कोई गलतियां करता है, लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि उनसे सीखें। बच्चों के लिए विविधता लाना अच्छा है। नए कौशल हासिल करने से बच्चे सक्षम और आश्वस्त महसूस करते हैं कि वे जो भी उनके रास्ते में आता है उससे निपट सकते हैं। बच्चे को आत्मविश्वासी और आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, तो उसको अपना काम खुद करने दीजिए। दूसरों पर निर्भर ना होने दें। बच्चों को ऐसी गतिविधियों में शामिल होने में मदद करें जो उन्हें सहज महसूस कराएं और बड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए पर्याप्त आत्मविश्वास दें।- पायल सचदेवा, लाइफ कोच
लुधियाना में पलटी अमृतसर पुलिस की कार:तेजरफ्तार होने के कारण डिवाइडर से टकराई,कैदी को आए थे छोड़ने,3 घायल
लुधियाना में पलटी अमृतसर पुलिस की कार:तेजरफ्तार होने के कारण डिवाइडर से टकराई,कैदी को आए थे छोड़ने,3 घायल पंजाब के लुधियाना में बीती रात दुगरी पुल पर अमृतसर पुलिस की कार संतुलन बिगड़ने के कारण डिवाइडर से टकरा कर पलट गई। कार बुरी तरह से चकनाचूर हो गई है। फ्रंट और पिछला शीशा टूट गया। कार की स्पीड इतनी अधिक थी कि वह डिवाइडर पर टकराने के बाद काफी दूर जाकर गिरी। कार के पीछे आ रहे बाइक सवार को भी चोट लगी। राहगीरों ने कार को किया सीधा,घायलों को निकाला बाहर ग़नीमत रही कि सड़क काफी चल रही थी। राहगीरों ने खून से लथपथ कैदी और 2 पुलिस कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला। कैदी के काफी चोटें आई है जबकि पुलिस कर्मी मामूली घायल हुए है। राहगीर युवकों ने घायलों को अपनी कार में बैठा कर सिविल अस्पताल पहुंचाया। पुलिस कर्मचारी विचारधीन कैदी को शिमलापुरी स्थित बाल सुधार केन्द्र में छोड़ने आए थे। दुगरी पुल पर बिगड़ा कार का संतुलन जानकारी देते हुए थाना छेहरटा के एएसआई राजिंद्र कुमार ने कहा कि लुधियाना में एक नाबालिग विचाराधीन कैदी को शिमलापुरी स्थित बाल सुधार केंद्र में छोड़ने आ रहे थे, जहां रास्ते में दुगरी पुल पर कार का संतुलन खोने से उनकी कार डिवाइडर से टकरा कर पलट गई। पुलिस कर्मियों के शोर मचाने पर राहगीरों ने कार को सीधा कर घायलो को बाहर निकाल सिविल अस्पताल में पहुंचा। अस्पताल में नाबालिग विचाराधीन कैदी को गंभीर चोटें होने के चलते भर्ती किया गया है। वही घटनास्थल पर थाना सदर की पुलिस मौके पर पहुंची, जिन्होंने मामले की जांच शुरू की।