हरियाणा की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने सिरसा में ब्लॉक समिति चेयरमैन को ठेकेदार से 40 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। चेयरमैन के खिलाफ एंटी करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में पंचायत विभाग के ठेकेदार राजकुमार ने एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत दी थी। राजकुमार ने बताया था कि उसने गांव कंवरपुरा में पंचायत समिति के जारी किए काम किए थे। इनमें गांव में 2 गलियां बनाई गई थी और गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की दीवार ऊंची कराई थी। इसके बिल पंचायत समिति चेयरमैन कृष्ण पास नहीं कर रहे थे। उसने बताया कि करीब 8-9 माह से यह बिल अटकाए हुए हैं। बिल पास करने के लिए उससे 40 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है। राजकुमार ने बताया कि वह कई बार चेयरमैन से आग्रह भी कर चुका है कि बिल पास कर दो, लेकिन वह पहले रिश्वत के रुपये मांग रहा है। शिकायत के बाद ACB की टीम का गठन किया गया और शुक्रवार को टीम ने 40 हजार के केमिकल व हस्ताक्षर युक्त नोट राजकुमार को देकर चेयरमैन को देने के लिए कहा। राजकुमार ने चेयरमैन से संपर्क किया तो उसने सिरसा के एयरफोर्स स्टेशन के पास स्थित अपनी दूध की डेयरी पर राजकुमार को बुला लिया। जैसे ही राजकुमार ने चेयरमैन को रुपए पकड़ाए तो एसीबी की टीम ने मौके पर छापा मारकर चेयरमैन को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। हरियाणा की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने सिरसा में ब्लॉक समिति चेयरमैन को ठेकेदार से 40 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। चेयरमैन के खिलाफ एंटी करप्शन एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में पंचायत विभाग के ठेकेदार राजकुमार ने एंटी करप्शन ब्यूरो को शिकायत दी थी। राजकुमार ने बताया था कि उसने गांव कंवरपुरा में पंचायत समिति के जारी किए काम किए थे। इनमें गांव में 2 गलियां बनाई गई थी और गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की दीवार ऊंची कराई थी। इसके बिल पंचायत समिति चेयरमैन कृष्ण पास नहीं कर रहे थे। उसने बताया कि करीब 8-9 माह से यह बिल अटकाए हुए हैं। बिल पास करने के लिए उससे 40 हजार रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है। राजकुमार ने बताया कि वह कई बार चेयरमैन से आग्रह भी कर चुका है कि बिल पास कर दो, लेकिन वह पहले रिश्वत के रुपये मांग रहा है। शिकायत के बाद ACB की टीम का गठन किया गया और शुक्रवार को टीम ने 40 हजार के केमिकल व हस्ताक्षर युक्त नोट राजकुमार को देकर चेयरमैन को देने के लिए कहा। राजकुमार ने चेयरमैन से संपर्क किया तो उसने सिरसा के एयरफोर्स स्टेशन के पास स्थित अपनी दूध की डेयरी पर राजकुमार को बुला लिया। जैसे ही राजकुमार ने चेयरमैन को रुपए पकड़ाए तो एसीबी की टीम ने मौके पर छापा मारकर चेयरमैन को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के बिजली उपभोक्ताओं को झटका:दिसंबर तक हर यूनिट पर देने होंगे 47 पैसे; मिनिमम चार्जेज में छूट दे चुकी सरकार
हरियाणा के बिजली उपभोक्ताओं को झटका:दिसंबर तक हर यूनिट पर देने होंगे 47 पैसे; मिनिमम चार्जेज में छूट दे चुकी सरकार हरियाणा में अक्टूबर में संभावित विधानसभा चुनाव से पहले लाखों बिजली उपभोक्ताओं को झटका लगा है। बिजली विभाग ने दिसंबर 2024 तक 47 पैसे प्रति यूनिट का फ्यूल सरचार्ज एडजस्टमेंट (FSA) जारी रखने का फैसला है। FSA, जो 1 अप्रैल 2023 से 30 जून 2024 तक लगाया जा रहा था, गैर-कृषि उपभोक्ताओं और 200 यूनिट प्रतिमाह से कम खपत करने वाले उपभोक्ताओं पर 4 महीने तक लगाया जाता रहेगा। उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम (UHBVN) के जारी एक लेटर में कहा गया है कि बिजली उपभोक्ताओं की विभिन्न श्रेणियों पर मौजूदा एफएसए 47 पैसे प्रति यूनिट दिसंबर 2024 तक जारी रहेगा। क्या होता है FSA
FSA, विद्युत वितरण कंपनियों द्वारा अल्पकालीन समझौतों के माध्यम से अतिरिक्त विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था करने में व्यय की गई राशि की वसूली के लिए किया जाता है। हालांकि, सूत्रों ने दावा किया कि एफएसए का शुल्क विभिन्न वैधानिक निकायों द्वारा बनाए गए विभिन्न नियमों और विनियमों के अनुसार लगाया गया था, जिसमें बिजली नियामक-हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (HERC) शामिल है। बिल में क्या पड़ेगा फर्क
हरियाणा में एफएसए जारी रखने के फैसले से हर महीने उपभोक्ता को लगभग लगभग 100 रुपए अतिरिक्त देने होंगे। इसको हम ऐसे समझ सकते हैं कि यदि आपका बिल 200 यूनिट आता है तो हर यूनिट पर 47 पैसे जुड़ेंगे, यानी कि लगभग 94 रुपए आपके बिल में एफएसए के जुड़ जाएंगे। इससे ज्यादा बिल आने पर आपको उसी के अनुसार भुगतान करना होगा। यदि आप दो महीने में बिल का भुगतान करते हैं तो कुल 400 यूनिट के हिसाब से 188 रुपए आपको देने होंगे। 2 हफ्ते पहले सरकार दे चुकी राहत
हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को राहत दी थी। दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का एक फैसला मुख्यमंत्री नायब सैनी ने 17 दिन पहले लगभग 4 महीने बाद लागू किया था। अपने कार्यकाल में खट्टर ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 2 किलोवाट तक के घरेलू कनेक्टेड लोड वाली टैरिफ श्रेणी-1 में आने वाले बिजली ग्राहकों पर 115 रुपए न्यूनतम मासिक शुल्क (MMC) न लगाने का फैसला किया था। जिसके बाद अब उपभोक्ता केवल यूनिट के हिसाब से ही बिल भर रहे हैं। सरकार के इस फैसले से प्रदेश के सबसे गरीब परिवारों को लगभग 180 करोड़ रुपए की राहत मिलेगी। MMC समाप्त करने के निर्णय से लगभग 9.5 लाख गरीब परिवारों को फायदा मिलेगा।
फरीदाबाद में कुमारी शैलजा का भाजपा पर चौतरफा प्रहार:बोलीं-फकीरों की बनी फरीद की नगरी, जल्द हरियाणा में बजेगा चुनावी बिगुल
फरीदाबाद में कुमारी शैलजा का भाजपा पर चौतरफा प्रहार:बोलीं-फकीरों की बनी फरीद की नगरी, जल्द हरियाणा में बजेगा चुनावी बिगुल हरियाणा के फरीदाबाद जिले में जन संदेश पदयात्रा के तहत पहुंची कुमारी शैलजा ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए बीजेपी के 10 साल के शासन को लेकर चौतफा प्रहार किया। जनसंदेश पदयात्रा के तहत कुमारी शैलजा आज फरीदाबाद पहुंची, जहां उन्होंने सेक्टर 19 से 28 चौक तक निकली गई पदयात्रा में शिरकत की। इस अवसर पर भारी संख्या में कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं ने पार्टी का झंडा लेकर कुमारी शैलजा जिंदाबाद के नारे लगाए। जनता का दर्द समझना और पहचानना इस अवसर पर जगह-जगह कुमारी शैलजा का जोरदार स्वागत किया गया, जिसे देखकर शैलजा अति प्रसन्न नजर आई। यहां भी कांग्रेस की गुटबाजी साफ तौर पर देखी गई और हुड्डा गुट के नेता इसमें नजर नहीं आए।जनसंदेश पदयात्रा के आखिरी पड़ाव पर कुमारी शैलजा ने भारी संख्या में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों को संबोधित करते हुए जनता का धन्यवाद किया l उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान हमें जनता का दर्द समझना है और पहचाना है l उन्होंने कहा कि जैसे राहुल की यात्रा के दौरान आप उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चले थे, वैसे ही आप सबको चलना है। लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे भाजपा पर हमलावर होते हुए शैलजा ने कहा कि भाजपा का 10 साल का शासन नहीं, बल्कि कुशासन था और भाजपा ने बाबा फरीद की नगरी फरीदाबाद को फकीरों की नगरी बना दिया गया। उन्होंने कहा 1947 के बंटवारे में इस नगरी को नेहरू ने बसाया था, जो आज रो रही है और यहां गरीब की कोई सुनता नहीं और आम लोगों का जीवन दुश्वार गया है। लोग मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं, चाहे वह सीवर बिजली पानी या सड़क हो। उन्होंने कहा आज प्रदेश में भ्रष्टाचार फैला हुआ है और छोटी मछली के अलावा बड़ी मछली उनके हाथ नहीं आती। स्मार्ट सिटी बनी स्लम शहर उन्होंने औद्योगिक नगरी के उद्योगों को लेकर भी सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि आज फरीदाबाद स्मार्ट सिटी नहीं, बल्कि स्लम शहर बनकर रह गया है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार चाहती तो फरीदाबाद का नाम देश के नक्शे पर होता, लेकिन सरकार काम करना ही नहीं चाहती। इस मौके पर शैलजा ने सरकार को कानून व्यवस्था और बढ़ते अपराध को लेकर भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि जल्द ही हरियाणा में चुनाव का बिगुल बज जाएगा। ऐसे में आप सभी को अपना मन बनाना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हरियाणा को तीन-तीन मंत्री दे दिए, लेकिन उसका कोई फायदा प्रदेश को नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार को अब जनता को हिसाब देना होगा। उन्होंने कहा कि आज जन-जन की आवाज है, हमारी सरकार बनेगी और जरूर बनेगी, तब जाकर फरीदाबाद और प्रदेश का उद्धार होगा।
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