हरियाणा के सभी जिलों में आज लू चलने का अलर्ट जारी किया गया है। 24 घंटे के आंकड़ों पर नजर डालें तो नूंह प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री पहुंच गया। यह सामान्य से 7.5 डिग्री अधिक है। दिन के साथ-साथ रातें भी गर्म हो रही हैं। पलवल में रात का न्यूनतम तापमान 36.6 डिग्री पहुंच गया। मौसम विभाग का कहना है कि 18 तारीख तक प्रदेश में गर्मी को लेकर स्थिति ऐसी ही रहेगी। उसी रात मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। 19 तारीख की सुबह प्री-मानसून की बारिश गर्मी से राहत दे सकती है। उत्तरी हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश, दक्षिणी और पश्चिमी हरियाणा में हल्की बारिश की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 27 जून से 3 जुलाई के बीच मानसून आने की संभावना है। हरियाणा में 87% कम बारिश हरियाणा में जून में अब तक सामान्य से 87 % कम बारिश हुई है। प्रदेश में सिर्फ 2.3 मिमी ही बारिश अब तक रिकॉर्ड की गई है। प्रदेश में 1 से 15 जून तक सामान्य के मुकाबले 87 फीसदी कम बारिश हुई है। इस अवधि में 17.2 मिलीमीटर बारिश सामान्य मानी जाती है, लेकिन सिर्फ 2.3 मिलीमीटर हुई है। सूबे के चार जिले ऐसे हैं, जहां बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई। इनमें फरीदाबाद, फतेहाबाद, झज्जर व पलवल शामिल है। बिजली भी करेगी परेशान भीषण गर्मी में अब बिजली भी परेशान करेगी। इसकी वजह है कि अब धान रोपाई के लिए खेतों में भी 8 घंटे बिजली दी जाएगी। इससे रोज 1.5 करोड़ यूनिट की खपत बढ़ेगी। बिजली विभाग का कहना है कि खेतों में 8 घंटे बिजली सप्लाई होगी। इसके लिए 3 शिफ्टों में शेड्यूल है। बिजली अधिकारियों का कहना है कि धान रोपाई का सीजन शुरू होने से रोज करीब 1.5 करोड़ यूनिट बिजली की खपत बढ़ेगी। प्रदेश के खेतों में करीब 6.63 लाख टयूबवेल कनेक्शन हैं। हरियाणा के सभी जिलों में आज लू चलने का अलर्ट जारी किया गया है। 24 घंटे के आंकड़ों पर नजर डालें तो नूंह प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 46.5 डिग्री पहुंच गया। यह सामान्य से 7.5 डिग्री अधिक है। दिन के साथ-साथ रातें भी गर्म हो रही हैं। पलवल में रात का न्यूनतम तापमान 36.6 डिग्री पहुंच गया। मौसम विभाग का कहना है कि 18 तारीख तक प्रदेश में गर्मी को लेकर स्थिति ऐसी ही रहेगी। उसी रात मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। 19 तारीख की सुबह प्री-मानसून की बारिश गर्मी से राहत दे सकती है। उत्तरी हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश, दक्षिणी और पश्चिमी हरियाणा में हल्की बारिश की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 27 जून से 3 जुलाई के बीच मानसून आने की संभावना है। हरियाणा में 87% कम बारिश हरियाणा में जून में अब तक सामान्य से 87 % कम बारिश हुई है। प्रदेश में सिर्फ 2.3 मिमी ही बारिश अब तक रिकॉर्ड की गई है। प्रदेश में 1 से 15 जून तक सामान्य के मुकाबले 87 फीसदी कम बारिश हुई है। इस अवधि में 17.2 मिलीमीटर बारिश सामान्य मानी जाती है, लेकिन सिर्फ 2.3 मिलीमीटर हुई है। सूबे के चार जिले ऐसे हैं, जहां बिल्कुल भी बारिश नहीं हुई। इनमें फरीदाबाद, फतेहाबाद, झज्जर व पलवल शामिल है। बिजली भी करेगी परेशान भीषण गर्मी में अब बिजली भी परेशान करेगी। इसकी वजह है कि अब धान रोपाई के लिए खेतों में भी 8 घंटे बिजली दी जाएगी। इससे रोज 1.5 करोड़ यूनिट की खपत बढ़ेगी। बिजली विभाग का कहना है कि खेतों में 8 घंटे बिजली सप्लाई होगी। इसके लिए 3 शिफ्टों में शेड्यूल है। बिजली अधिकारियों का कहना है कि धान रोपाई का सीजन शुरू होने से रोज करीब 1.5 करोड़ यूनिट बिजली की खपत बढ़ेगी। प्रदेश के खेतों में करीब 6.63 लाख टयूबवेल कनेक्शन हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में सरकार बचाने को BJP का सियासी खेल:2 विधायक इस्तीफा देंगे, बदले में टिकट पक्की, भाजपा के पास विपक्ष से 1 विधायक ज्यादा होगा
हरियाणा में सरकार बचाने को BJP का सियासी खेल:2 विधायक इस्तीफा देंगे, बदले में टिकट पक्की, भाजपा के पास विपक्ष से 1 विधायक ज्यादा होगा हरियाणा में सरकार बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सियासी खेल शुरू कर दिया है। जल्द ही 2 विधायक अपनी विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देंगे। इसके बदले में भाजपा उन्हें सितंबर-अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट देगी। इसको लेकर चंडीगढ़ में CM सैनी की विधायकों को दी गई डिनर पार्टी में रणनीति बन चुकी है। केंद्र में NDA की सरकार बनते ही इस सियासी खेल को अमली जामा पहनाना शुरू हो जाएगा। सरकार बचाने की इस मुहिम में भाजपा के पास विपक्ष से 1 विधायक ज्यादा हो जाएगा। हरियाणा विधानसभा में लोकसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद नंबर गेम बदल चुका है। 90 सदस्यों की विधानसभा में 87 मेंबर ही बचे हैं। कौन इस्तीफा देगा हरियाणा विधानसभा से जजपा से बागी हो चुके 2 विधायक अपनी सदस्यता से इस्तीफा देंगे। इनमें JJP के MLA जोगीराम सिहाग (बरवाला) और राम निवास सुरजाखेड़ा (नरवाना) का नाम है। हाल ही में इन दोनों विधायकों ने चंडीगढ़ में सीएम नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मीटिंग की थी। मीटिंग में विधानसभा में सरकार की स्थिति को देखते हुए सीएम और पूर्व मुख्यमंत्री ने दोनों जजपा विधायकों के साथ इसको लेकर चर्चा की गई थी। जिसके बाद तय हुआ था कि वे अपनी सदस्यता से इस्तीफा देंगे, जिसके बदले में उन्हें आने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट दी जाएगी। सरकार का मौजूदा गणित हरियाणा में लोकसभा चुनाव का रिजल्ट आने के साथ ही विधानसभा का गुणा-गणित बदल चुका है। CM नायब सैनी के करनाल विधानसभा का उप चुनाव जीतने के बाद भी भाजपा के सदन में 41 विधायक पूरे हो चुके हैं। हलोपा के गोपाल कांडा और एक निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत सरकार को समर्थन दे रहे हैं। इन दोनों का साथ पाकर विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या 43 हो गई है। हालांकि सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन से और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के अंबाला लोकसभा चुनाव जीतने के बाद विधानसभा में 87 सदस्य ही बचे हैं। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। इस्तीफे के बाद का गणित जजपा ने अभी बागी हुए जोगीराम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा दोनों विधायकों के खिलाफ विधानसभा में एक याचिका डाली हुई है। इस याचिका में दोनों विधायकों के द्वारा बीजेपी के समर्थन के ऐलान पर दलबदलू कानून के तहत सदस्यता रद्द करने की मांग की गई है। इसके सबूत भी जजपा की ओर से दिए गए हैं। यदि स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता इन दोनों विधायकों की सदस्यता रद्द कर देते हैं तो सरकार के खिलाफ विपक्ष के विधायकों की संख्या 2 कम हो जाएगी। जिसका फायदा यदि विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होता है उसमें भाजपा को मिलेगा।हालांकि भाजपा की रणनीति के तहत स्पीकर के फैसले से पहले दोनों विधायक इस्तीफा दे देंगे। जिसके बाद विपक्ष दलों की संख्या पर असर पड़ेगा। अभी विपक्ष के पास कुल 44 विधायक हैं, जिसमें कांग्रेस के 29 ( वरुण चौधरी को छोड़कर) जजपा के 10, 4 निर्दलीय और 1 इनेलो के अभय चौटाला शामिल हैं। JJP के 2 विधायकों के इस्तीफे के बाद विपक्षी विधायकों की संख्या गिरकर 42 हो जाएगी, जो भाजपा से एक कम होगी। अल्पमत की नौबत क्यों आई? तीन निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन दियाहरियाणा में 7 मई को भाजपा को झटका देते हुए 3 निर्दलीय विधायकों ने नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। 3 विधायकों-सोमबीर सांगवान, रणधीर गोलन और धर्मपाल गोंदर ने समर्थन वापसी के साथ यह भी ऐनान किया था कि उन्होंने चुनाव के दौरान कांग्रेस को समर्थन देने का फैसला किया है। तीनों विधायकों ने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख उदय भान की मौजूदगी में रोहतक में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की थी। जिसके बाद भाजपा सरकार अल्पमत में आ गई थी। इससे पहले तीनों विधायकों के समर्थन से भाजपा ने जजपा से गठबंधन तोड़कर सरकार बनाई थी। विपक्ष की रणनीति क्या?हरियाणा सरकार के अल्पमत में होने का दावा करने वाली कांग्रेस ने अब आगे की रणनीति बना ली है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 10 जून को कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग बुला ली है। इस मीटिंग में प्रदेश में विधानसभा भंग करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। मीटिंग में यह भी तय किया जाएगा कि गवर्नर द्वारा जवाब नहीं दिए जाने को लेकर क्या करना चाहिए। भाजपा को सरकार बचाना जरूरी क्यों?… इसकी दो वजहें लोकसभा में क्लीन स्वीप नहीं कर पाई भाजपा के लिए हरियाणा में सरकार बचाने की पहली वजह यह है कि वह लोकसभा चुनाव में क्लीन स्वीप नहीं कर पाई। जबकि 2019 में भाजपा ने सूबे की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में वह पांच सीटों पर हार गई। लोकसभा चुनाव में इस खराब प्रदर्शन को सुधारने को लेकर सूबा सरकार पर काफी दवाब है। तीन महीने के लिए बने मुख्यमंत्री नायब सैनी का भी भविष्य भी इसी सरकार के कार्यकाल में तय होगा। इसी साल विधानसभा चुनाव हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बाद अब इसी साल सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनाव हैं। यह चुनाव जितने कांग्रेस के लिए महत्वपूर्ण हैं, उससे कही ज्यादा भाजपा के लिए भी हैं। चूंकि हरियाणा में दस साल से भाजपा सत्ता में है। केंद्रीय नेतृत्व ने भी एंटी इनकंबेंसी से बचने के लिए जजपा से गठबंधन तोड़कर सीएम फेस भी बदल दिया। हालांकि इसका फायदा भाजपा को अभी तक नहीं हुआ है।
रोहतक में पुलिसकर्मी को ट्रैक्टर ट्रॉली ने मारी टक्कर:सिर के ऊपर से निकाला टायर, मौके पर ही मौत, खेत से जा रहा था घर
रोहतक में पुलिसकर्मी को ट्रैक्टर ट्रॉली ने मारी टक्कर:सिर के ऊपर से निकाला टायर, मौके पर ही मौत, खेत से जा रहा था घर रोहतक के गांव भैणी भैरो निवासी बाइक सवार पुलिसकर्मी को ट्रैक्टर ने टक्कर मार दी। इस हादसे में पुलिसकर्मी की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिसकर्मी अपने खेतों से घर जा रहा था। इसी दौरान यह हादसा हुआ। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। रोहतक के गांव भैणी भैरो निवासी संजीव कुमार ने महम थाने में हादसे की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उसने बताया कि उसके पिता सुरेश कुमार उम्र करीब 46 साल हरियाणा पुलिस में कार्यरत हैं। वह फिलहाल हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हैं और उनकी ड्यूटी भिवानी पुलिस लाइन में है। सोमवार को वह और उसके पिता अपने खेतों पर गए थे। रात को दोनों अलग-अलग मोटरसाइकिल पर वापस लौट रहे थे। ट्रैक्टर ने कट मारा और मोटरसाइकिल टकराया संजीव कुमार ने बताया कि उसके पिता सुरेश कुमार आगे मोटरसाइकिल पर चल रहे थे। इसी दौरान बीच रास्ते में गांव भैणी भैरो-जताई रोड पर चले तो उनके आगे एक ट्रैक्टर-ट्राली चल रहा था। ट्रैक्टर को तेज गति में व लापरवाही से चला रहा था। जब उसके पिता सुरेश कुमार ट्रैक्टर को ओवरटेक करने लगे तो ट्रैक्टर चालक ने अचानक कट मार दिया और साइड दबने के कारण मोटरसाइकिल से टकरा गई। सिर के ऊपर से निकाला टायर उन्होंने कहा कि उसके पिता सुरेश कुमार की मोटरसाइकिल संतुलन बिगड़ने के कारण सड़क पर गिर गई। वहीं ट्रैक्टर का पीछे वाला टायर उसके पिता के सिर के ऊपर से निकल गया। वहीं इस हादसे में उसके पिता की मौत हो गई। वहीं ट्रैक्टर चालक अपने ट्रैक्टर को मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। ट्रैक्टर चालक के खिलाफ केस महम थाना के जांच अधिकारी एसआई हरबज ने बताया कि उन्हें एक्सीडेंट की सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस टीम ने जांच शुरू कर दी। वहीं मृतक पुलिसकर्मी के बेटे की शिकायत के आधार पर ट्रैक्टर चालक के खिलाफ केस दर्ज किया है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
घरौंडा में गर्भवती महिला ने किया सुसाइड:परिजन बोले- ससुरालियों ने हत्या कर फंदे पर लटकाया; एक साल पहले हुई थी शादी
घरौंडा में गर्भवती महिला ने किया सुसाइड:परिजन बोले- ससुरालियों ने हत्या कर फंदे पर लटकाया; एक साल पहले हुई थी शादी करनाल के घरौंडा में तीन महीने की गर्भवती महिला ने संदिग्ध हालात में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। महिला की शादी करीब एक साल पहले हुई थी। मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि महिला की हत्या करके फंदे पर लटकाया गया है। गांव स्टौंडी की प्रियंका उर्फ पिंकी की शादी 29 अक्टूबर 2023 को घरौंडा के कालरम गांव में हुई थी। शनिवार को पिंकी घर के कमरे में फंदे पर लटकी हुई मिली। मृतका के पिता मामूराम व अन्य का आरोप है कि ससुराल वाले प्रियंका को दहेज के लिए परेशान किया करते थे। जिसको लेकर कई बार पंचायतें भी हुई। पति और सास पर मारपीट का आरोप परिजनों ने कहा कि पंचायत में ससुराल वाले माफी मांग लेते थे, लेकिन फिर से वही रवैया शुरू हो जाता था। पिंकी की सास ने भी कई बार धमकी दी कि वह उसे मारेगी। उसे कमरे में बंद करके पति और सास मिलकर पीटते थे। उन्होंने कहा कि वह पढ़ी लिखी और समझदार लड़की थी और आत्महत्या जैसा कदम कभी नहीं उठा सकती थी। उसकी हत्या करके फंदे पर लटकाया गया है। ससुराल वालों ने जानकारी भी नहीं दी, किसी ओर के माध्यम से जानकारी मिली। हम घरौंडा पहुंचे तो ससुराल वाले उसे अस्पताल में लेकर पहुंचे हुए थे, लेकिन ससुराल वाले वहां पर नहीं मिले। मामले की जांच कर रही पुलिस घरौंडा थाना में जांच अधिकारी एएसआई राजकुमार ने बताया कि मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है। मायके पक्ष की शिकायत के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा।