पटियाला पुलिस ने रविवार को जिले भर में कासो ऑपरेशन के तहत सर्च ऑपरेशन चलाया। एसपी की सुपरविजन में 800 से अधिक पुलिस कर्मचारियों ने इस सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया। तकरीबन 3 घंटे तक चले इस सर्च ऑपरेशन के बाद पटियाला पुलिस ने नशीले पदार्थों की रिकवरी करते हुए साथ एफआईआर दर्ज की है। कासो आपरेशन के तहत लाहौरी गेट पटियाला थाना, सिटी समाना पुलिस थाना, जुल्का थाना पुलिस, भादसों थाना पुलिस, कोतवाली नाभा पुलिस थाना में एक-एक मामला और घग्गा पुलिस थाना में दो मामले दर्ज हुए हैं। रविवार को इस सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने एक किलो गांजा, दस ग्राम चिट्टा, शराब की अवैध 9 बोतलें, 250 प्रतिबंधित गोलियां और दस ग्राम हेरोइन बरामद हुई है। नशे के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी- एसएसपी एसएसपी पटियाला वरूण शर्मा ने बताया कि, पटियाला जिले में 800 से अधिक पुलिस मुलाजिमों ने सर्च आपरेशन चलाते हुए नशे की चेन तोड़ने की कोशिश की है। पुलिस टीम ने उन जगहों पर निशाना बनाते हुए चेकिंग की है, जहां पर लोग अधिकतर नशा बेचने व नशा करने में शामिल पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि, आने वाले समय में भी नशे पर लगाम कसने के लिए यह अभियान जारी रहेगा। इलाके से कुछ रिकवरियां हुई है, जिसके बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ के बाद इनकी पूरी सप्लाई चेन पकड़ी जाएगी। पटियाला पुलिस ने रविवार को जिले भर में कासो ऑपरेशन के तहत सर्च ऑपरेशन चलाया। एसपी की सुपरविजन में 800 से अधिक पुलिस कर्मचारियों ने इस सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया। तकरीबन 3 घंटे तक चले इस सर्च ऑपरेशन के बाद पटियाला पुलिस ने नशीले पदार्थों की रिकवरी करते हुए साथ एफआईआर दर्ज की है। कासो आपरेशन के तहत लाहौरी गेट पटियाला थाना, सिटी समाना पुलिस थाना, जुल्का थाना पुलिस, भादसों थाना पुलिस, कोतवाली नाभा पुलिस थाना में एक-एक मामला और घग्गा पुलिस थाना में दो मामले दर्ज हुए हैं। रविवार को इस सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने एक किलो गांजा, दस ग्राम चिट्टा, शराब की अवैध 9 बोतलें, 250 प्रतिबंधित गोलियां और दस ग्राम हेरोइन बरामद हुई है। नशे के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी- एसएसपी एसएसपी पटियाला वरूण शर्मा ने बताया कि, पटियाला जिले में 800 से अधिक पुलिस मुलाजिमों ने सर्च आपरेशन चलाते हुए नशे की चेन तोड़ने की कोशिश की है। पुलिस टीम ने उन जगहों पर निशाना बनाते हुए चेकिंग की है, जहां पर लोग अधिकतर नशा बेचने व नशा करने में शामिल पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि, आने वाले समय में भी नशे पर लगाम कसने के लिए यह अभियान जारी रहेगा। इलाके से कुछ रिकवरियां हुई है, जिसके बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों से पूछताछ के बाद इनकी पूरी सप्लाई चेन पकड़ी जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर
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अमृतसर की केंद्रीय जेल में कैदी की मौत:परिजनों ने दिया धरना, जेल सुपरिटेंडेंट पर मारपीट करने का आरोप, ज्यूडिशियली जांच शुरू
अमृतसर की केंद्रीय जेल में कैदी की मौत:परिजनों ने दिया धरना, जेल सुपरिटेंडेंट पर मारपीट करने का आरोप, ज्यूडिशियली जांच शुरू अमृतसर स्थित केंद्रीय जेल के बाहर आज एक परिवार की ओर से धरना दिया गया। परिवार ने जेल सुपरिटेंडेंट पर आरोप लगाए कि पिटाई के चलते ही उनके बेटे की जेल में मौत हुई है। फिलहाल मामले में ज्यूडिशियली इंक्वायरी बैठाई गई है। पुलिस का कहना है आश्वासन के बाद धरना खत्म कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, इस्लामाबाद थाना क्षेत्र के हरिपुरा निवासी राहुल कुमार फताहपुर स्थित केंद्रीय जेल में पिछले डेढ़ महीने से बंद था। उसकी मां सुमन ने बताया कि जेल में जाने के चार दिन बाद ही बेटे को फोन आया था कि उसे तंग किया जा रहा है और उसकी पिटाई की गई। उसके बाद वो बहुत कम फोन करता था। फिर कुछ दिन पहले उसका फोन आया कि फिरोजपुर के डिप्टी सुपरिटेंडेंट हिम्मत शर्मा भी यहां आ गए हैं और अब उसकी खैर नहीं है। फिर कल उन्हें सिर्फ इतनी सूचना दी गई की उनके बेटे को बहुत चोट आई है। यह चोट कैसे आई, यह नहीं बताया गया। परिवार का आरोप है कि डिप्टी सुपरिटेंडेंट की पिटाई के कारण हो उसकी मौत हुई हैं, जिसके खिलाफ जांच की जाए। उन्होंने जेल के बाहर रास्ता जाम करके प्रशासन के खिलाफ धरना दिया। दूसरा बेटा भी है जेल में राहुल की मां सुमन के मुताबिक, उसके पति भी पुलिस में थे, लेकिन उनकी मौत के बाद पुलिस ने नाजायज नशा और पिस्टल का केस उनके बेटों के खिलाफ दर्ज किया। उसका दूसरा बेटा भी फिरोजपुर जेल में है और अब वो उसकी सुरक्षा की भी मांग करती हैं। उन्होंने कहा कि उसके बेटों पर किए गए हर केस की जांच की जाए, ताकि नाजायज केसों का पता चल सके। मौके पर पहुंची थाना इस्लामाबाद पुलिस के अधिकारी के मुताबिक मामले की ज्यूडिशियली जांच शुरू करवाई गई है। जिसके बार परिवार की ओर से धरना उठाया गया है। उन्होंने कहा कि राहुल की मौत अस्पताल में हुई या जेल में और किस कारणों से हुई इसका पता पोस्टमार्टम के बाद ही चल पाएगा। फिलहाल पुलिस की ओर से परिवार को समझा बुझाकर घर भेज दिया गया है।
चंडीगढ़ बम ब्लास्ट के मास्टरमाइंड का चेहरा सामने आया:अमेरिका में ट्रांसपोर्ट का बिजनेस, हरियाणा का रहने वाला, यहां भी रंगदारी मांगी
चंडीगढ़ बम ब्लास्ट के मास्टरमाइंड का चेहरा सामने आया:अमेरिका में ट्रांसपोर्ट का बिजनेस, हरियाणा का रहने वाला, यहां भी रंगदारी मांगी चंडीगढ़ के सेक्टर 26 में क्लबों के बाहर बम धमाके कराने वाले रणदीप मलिक का चेहरा सामने आ गया है। रणदीप पिछले 9 साल से अमेरिका में है और वहां उसका महाकाल ट्रांसपोर्ट के नाम से ट्रांसपोर्ट का कारोबार है। उसके पास खुद के दो ट्रक हैं। एक ट्रक वह खुद चलाता है और दूसरे के लिए ड्राइवर रखा है। विदेश जाने के बाद ही वह लॉरेंस गैंग के संपर्क में आया था। रणदीप मलिक जींद के सफीदों के गांव एंचला कलां का रहने वाला है। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है। उसकी एक बहन है, जिसकी करीब तीन साल पहले शादी हुई थी। रणदीप ने अपनी बहन की शादी अमेरिका से लाइव देखी थी। रणदीप के माता-पिता गांव में अकेले रहते हैं। गांव के लगभग सभी लोगों ने अब रणदीप से बात करना बंद कर दिया है। उसके खिलाफ कुरुक्षेत्र थाने में 2011 में आईपीसी की धारा 323, 325 और 506 के तहत केस दर्ज हुआ था। गोहाना में भी मांगी थी रंगदारी, ग्रामीणों से हुई पूछताछ
सूत्रों ने बताया कि रणदीप मलिक ने गोहाना में भी एक व्यक्ति से रंगदारी मांगी थी। रंगदारी न देने पर उसे जान से मारने की धमकी दी गई थी। हरियाणा पुलिस ने गांव के कई लोगों को पूछताछ के लिए गोहाना बुलाया था। रणदीप गांव में अपने दोस्तों और परिचितों से फोन पर बात करता था। पुलिस ने रणदीप मलिक की कॉल डिटेल की मदद से ग्रामीणों से संपर्क किया था। तब ग्रामीणों को रणदीप मलिक की असलियत पता चली। इसके बाद ग्रामीणों ने उससे बातचीत करना बंद कर दिया। साहिल के जरिए संपर्क में आया विनय
जुलाना हत्याकांड में गिरफ्तार साहिल के जरिए अजीत और विनय रणदीप मलिक के संपर्क में आए थे। अजीत और विनय वही हैं, जिन्हें चंडीगढ़ में क्लबों के बाहर धमाके के बाद पुलिस ने पकड़ा। इनमें से विनय और साहिल दोनों एक ही जेल में बंद थे, जहां उनकी दोस्ती हो गई। जींद का रहने वाला रणदीप वारदात का मास्टरमाइंड है। आरोपियों की साहिल से पुरानी दोस्ती है। उसके कहने पर वे रणदीप के संपर्क में आए थे। साहिल ने कहा था कि अगर मैं जेल चला जाऊं तो रणदीप को मैसेज करना। वह बताएगा कि क्या करना है? सिग्नल ऐप के जरिए आरोपियों से बात करता था रणदीप
विनय और अजीत सिग्नल ऐप के जरिए रणदीप से बात करते थे। रणदीप मलिक ने उन्हें बताया था कि बम कहां से उठाना है और हथियार कहां से लाना है। रणदीप उन्हें अपराध में इस्तेमाल होने वाली हर चीज मुहैया कराता था। इस काम के लिए उन्हें एडवांस में पैसे दिए जाते थे। साथ ही उन्हें विदेश में बसने का वादा भी किया जाता था। रणदीप के कारोबार को देखते हुए विनय और अजीत उसके कहने पर अपराध करने के लिए तैयार हो गए। पुलिस ने घायल कर किया था गिरफ्तार
26 नवंबर को चंडीगढ़ के सेक्टर 26 स्थित डीओरा और सेविला क्लब के बाहर बम धमाके हुए थे। जिसमें चंडीगढ़ पुलिस की क्राइम ब्रांच और ऑपरेशन सेल ने हिसार STF के साथ मिलकर संयुक्त ऑपरेशन चलाया और हिसार के विनय और अजीत को मुठभेड़ में घायल करने के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगी थी। गिरफ्तारी के बाद पता चला कि इन्होंने रणदीप मलिक के निर्देश पर बम धमाके किए थे। पुलिस रिमांड के दौरान विनय और अजीत से पूछताछ कर रही है। आरोपी 6 दिन की रिमांड पर है। विदेश जाने के बाद आया गैंगस्टरों के संपर्क में
सूत्रों ने बताया कि 2015 यानी अमेरिका जाने से पहले रणदीप गैंगस्टरों के संपर्क में नहीं आया था। विदेश जाने के बाद वह लॉरेंस गैंग से जुड़ गया। बम धमाके के बाद गोल्डी बराड़ नाम के अकाउंट से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली गई थी। जिसमें सबसे नीचे हैशटैग रणदीप मलिक लिखा था। हालांकि, बाद में इस पोस्ट को डिलीट कर दिया गया। लॉरेंस की तरह रणदीप भी भगत सिंह का मुरीद है। उसने अपनी ट्रॉली पर भी भगत सिंह की तस्वीर लगा रखी है। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ चंडीगढ़ में धमाके से संबंधित यह खबर पढ़ें… एक महीने पहले रची गई चंडीगढ़ ब्लास्ट की कहानी:मास्टरमाइंड हरियाणा का, एडवांस पैसे दिए, सिग्नल ऐप से बातचीत, विदेश में सेटल करने का वादा चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर USA में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के करीबी रणदीप मलिक ने बम ब्लास्ट करवाए। एक महीने पहले इसकी साजिश रची गई। मुठभेड़ में पकड़े गए दोनों आरोपी सिग्नल ऐप के जरिए रणदीप से बात करते थे। रणदीप मलिक ने उन्हें बताया कि कहां से बम उठाने हैं और कहां से हथियार। उसने कहा था कि रंजिश है, इसलिए बम मारने है। पूरी खबर पढ़ें…
भवंज कला केंद्र का 101वां “यादों भरे तराने’ कार्यक्रम आयोजित
भवंज कला केंद्र का 101वां “यादों भरे तराने’ कार्यक्रम आयोजित भास्कर न्यूज | अमृतसर भवन्ज कला केंद्र का 101वां कार्यक्रम ‘यादों भरे तराने’ भवन्ज एसएल पब्लिक स्कूल में अध्यक्ष अविनाश महेंदू, निर्देशिका डॉ. अनीता भल्ला और प्रचार्या सोनिया सहदेव के निर्देशन में आयोजित किया गया। इस अवसर पर आईपीएस गुरप्रीत सिंह भुल्लर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। भवन्ज कला केंद्र के को-ऑर्डिनेटर विनोद शर्मा ने उपस्थिति का औपचारिक स्वागत किया और उन्हें भवन्ज कला केंद्र के बारे में बताया। इस यादगार शाम को गायक आशीष पटारिया और संजना ककर ने मधुर गीतों से चिरस्मरणीय बनाया। संजना कम्मड़ ने सदाबहार गीत ‘ये समां’ से कार्यक्रम की शुरुआत की, तत्पश्चात एक से बढ़कर एक नए-पुराने गीतों को अपने अंदाज और सुरमई आवाज से प्रस्तुत कर उपस्थिति को मंत्रमुग्ध कर दिया। आशीष पटारिया के गीत ‘चौदवीं का चांद हो’ और ‘तुमको पाया है तो जैसे -‘ने सभी को उनकी आवाज के जादू से मदहोश कर दिया। अध्यक्ष अविनाश महेंदू ने भी दोनों कलाकारों की सराहना की और कहा कि आज की शाम दिल को छू लेने वाली थी।